भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब

यूनोकॉइन के सह-संस्थापक और सीईओ सात्विक विश्वनाथ के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है और इसलिए इसे लगातार अपडेट करने के लिए नियमों की आवश्यकता होगी।
बिटकॉइन क्या है? | जाने 1 बिटकॉइन भारतीय मूल्य में कितने रुपयों का है | बिटकॉइन के फायदे और नुकसान | What is Bitcoins in hindi
आजकल के कंप्यूटर वाले दौर में इसका उपयोग बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। लोग या कंपनी अपनी सेवा के बदले भी बिटकॉइन स्वीकार कर रही हैं और बिटकॉइन के साथ खरीदारी भी की जाने लगी है।
Microsoft और Tesla जैसी विश्व की कुछ दिग्गज कंपनियां भी बिटकॉइन के साथ लेनदेन की शुरुआत कर चुकी हैं।
Bitcoin के बारे में आपने सुना ही होगा बिटकॉइन Crypto Currency का एक रूप है।
लैटिन भाषा का शब्द Crypto जिसका मतलब होता है छुपा हुआ और करेंसी का मतलब है मुद्रा, कुल मिलाकर इसका अर्थ होता है छुपी हुई मुद्रा वर्तमान समय में इस शब्द का प्रयोग बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी के लिए किया जा रहा है।
बिटकॉइन पूरी तरह से एक पहली (विकेंद्रीकृत) डिसेंट्रलाइज्ड मुद्रा है जो किसी भी सेंट्रलाइज्ड बैंक द्वारा संचालित नहीं की जा रही है। इसका संचालन पूरी तरह से डिजिटल है जोकि Crypto Graphy Technique एवं हाई स्पीड कंप्यूटर नेटवर्क्स की सहायता द्वारा किया जाता है। क्रिप्टोग्राफी शब्द का अर्थ कोडिंग लैंग्वेज को क्रैक या सुलझाने की कला से है। जो कि बाइनरी (Binary) या 0 और 1 के form में होती है। इस पर विश्व के किसी भी देश या बैंक का कोई भी हस्तक्षेप नहीं है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया -
बिटकॉइन सन 2008 में (Satoshi Nakamoto) सातोशी नाका मोटो द्वारा बनाया गया था। लेकिन इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से सन 2009 में लांच किया गया था।
Bitcoin का यूज कोई भी कर सकता है इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है।
Bitcoin कहा से आते है, कैसे बनता है बिटकॉइन[Producing of Bitcoins]-
Bitcoin बनाने के लिए माइनिंग मेथड (mining method) का उपयोग किया जाता है। इस माइनिंग मेथड का उपयोग करने वालों को माइनर्स कहते हैं।
यह माइनिंग मेथड एक बहुत ही जटिल प्रोसेस होती है। जहा माइनर्स (mining mathematical problem) माइनिंग मैथमेटिकल प्रॉब्लम और (cryptographic problems) क्रिप्टो ग्राफिक प्रॉब्लम्स सुलझाते है। प्रॉब्लम्स सुलझाने के बाद माइनर्स को बिटकॉइन ब्लॉक (Block) के रूप में प्राप्त होते हैं। सीमित संख्या में (produce) प्रोडयूस होने के कारण इसकी मांग वृद्धि देखी जा रही है।
बिटकॉइन का उपयोग कैसे करें [how to use Bitcoin] -
Bitcoin का उपयोग हम केवल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के रूप में कर सकते हैं बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है। जो की हमारे वॉलेट में रजिस्टर रहती है। यह P2P (Peer to भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब Peer Network) नेटवर्क पर काम करती है। अगर हम किए गए बिटकॉइन ट्रांजैक्शन के बारे में पता करना चाहे तो इसका रिकॉर्ड पब्लिक लेजर में दिखाई देता है।
आजकल बिटकॉइन को ट्रांजैक्शन के लिए सबसे तेज और अच्छा माना जाने लगा है इसका एक फायदा यह भी है कि इसमें किसी थर्ड पार्टी का इंटरफेयर ना होने की वजह से यह एक अच्छा प्लेटफार्म साबित हो रहा है।
देश में इन निवेशकों को मिल सकती है क्रिप्टो ट्रेडिंग की इजाजत
Crypto Trade: नई दिल्ली: Crypto Bill: भारत सरकार देश में क्रिप्टोकरेंसी को वित्तीय संपत्ति के रूप में मान्यवर के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। इससे छोटे निवेशकों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है।
क्रिप्टो करेंसी पर एक बिल को अंतिम रूप दिया जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इसे 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीत सत्र में पेश करना चाहती है। यह विधेयक डिजिटल करेंसी में निवेश के रूप में न्यूनतम रकम की व्याख्या कर सकता है।साथ ही क्रिप्टोकरंसी विधेयक में यह प्रस्ताव किया गया है कि इसका इस्तेमाल लीगल टेंडर की तरह भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब नहीं किया जा सकता है। इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है। इस बारे में अंतिम फैसला अभी नहीं लिया गया है, इसलिए इस मामले से जुड़े लोगों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर यह जानकारी दी है।
Cryptocurrency: लोगों में कम होता जा रहा है क्रिप्टो का क्रेज? बाजार की हालत में हो सकते हैं ये बड़े उलटफेर, आप भी हो जाएं सावधान
Cryptocurrency: अगर यही हाल रहा तो इस साल बिटकॉइन की कीमत 14,000 डॉलर तक भी लुढ़क सकती है। छोटी क्रिप्टोकरेंसी भी गिर गई हैं, जो बिटकॉइन के साथ मिलकर चलती हैं। दूसरा सबसे बड़ा डिजिटल टोकन, एथेरियम, 12 प्रतिशत गिरकर 1,045 डॉलर पर आ गया है, जो 15 महीने का नया निचला स्तर है।
नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार से पैसा निकालना जारी रखा है और इसी बीच वैश्विक आर्थिक मंदी के मद्देनजर क्रिप्टो बाजार और डिजिटल परिसंपत्ति क्षेत्र में बिकवाली भी तेज हो गई है। कॉइनमार्केटकैप के आंकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह पूरे क्रिप्टोकरेंसी बाजार से 200 अरब डॉलर से अधिक का सफाया भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब हो गया और फरवरी 2021 के बाद पहली बार वैश्विक क्रिप्टो बाजार पूंजीकरण 1 खरब डॉलर से नीचे गिर गया। उच्च महंगाई दर, बढ़ती ब्याज दरों, रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन के लॉकडाउन जैसे कारकों से उत्पन्न अस्थिर बाजार स्थितियों के बीच बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब में गिरावट के कारण भारत में पहले से ही डूबते नजर आ रहे क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी भारी बिकवाली देखी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में क्रिप्टो निवेशक और व्यापारी वर्तमान में सावधानी बरत रहे हैं और क्रिप्टो खरीदारी में एक खास गिरावट देखी गई है। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी ने कहा, भारतीय निवेशक सतर्क हैं और वेट एंड वॉच (बाजार पर नजर रखते हुए इंतजार) ²ष्टिकोण अपना रहे हैं।
खत्म हो रही क्रिप्टो में लोगों की दिलचस्पी? बड़ी बिकवाली जारी रहने से भारतीय निवेशक सावधान
शेयर बाजार 18 जून 2022 ,15:15
खत्म हो रही क्रिप्टो में लोगों की दिलचस्पी? बड़ी बिकवाली जारी भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब रहने से भारतीय निवेशक सावधान
में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:
में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:
निशांत अरोड़ानई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार से पैसा निकालना जारी रखा है और इसी बीच वैश्विक आर्थिक मंदी के मद्देनजर क्रिप्टो बाजार और डिजिटल परिसंपत्ति क्षेत्र में बिकवाली भी तेज हो गई है।
DTH का बिल बढ़ने से हैं परेशान, तो ऐसे कम करें बोझ
ट्राई ने अपनी मर्जी के चैनल देखने और उसी के दाम देने का जो नियम लागू किया था, उससे बिल घटने की बजाय बढ़ गया है। डीटीएच ग्राहकों का कहना है कि उनका महीने का बिल 100 फीसदी तक बढ़ गया है। उपभोक्ता फिर से पुराने पैक की मांग कर रहे हैं। अगर आप भी डीटीएच या केबल के बढ़े बिल से परेशान हैं तो समझदारी से चैनल चुनकर थोड़ी राहत पा सकते हैं।
25% डीटीएच बिल में वृद्धि का अनुमान लगाया था क्रिसिल ने नए नियम लागू होने से पहले
100 फ्री-टू-एयर चैनलों के सेट के लिए 130 रुपये (जीएसटी समेत 155 रुपये) देना अनिवार्य
ट्राई का क्या है कहना
ट्राई के सचिव एस. के गुप्ता ने कहा कि पुराने पैक में पहले शुल्क में लचीलापन नहीं था। ट्राई का यह इरादा नहीं है कि नए नियम से अधिक शुल्क चुकाना हो। ग्राहकों में अभी भी फ्री-टू-एयर और दूसरे चैनल के शुल्क को लेकर जानकारी का अभाव है।