ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें

गिरते बाजार पर क्या करें:
ऐसे कई निवेशक हैं, जो बाजार नीचे आने पर एसआईपी रोक देते हैं और बाजार बढ़ते समय निवेश शुरू करते हैं. यह निवेश के बुनियादी सिद्धांत ‘बाय लो एंड सेल हाई’ के बिल्कुल उलट है। यह फैसला आपको घाटे में डाल सकता है। गिरते बाजार के समय भी निवेश जारी रखकर इस गलती से बच सकते हैं। बाजार की चाल का आकलन करने के बजाय निवेश अवधि के साथ मेल खाते फंड्स की कैटेगरी में निवेश करना चाहिए। इस तरह, आप निवेश की गई पूंजी को खोए बिना सही फंड चुन सकते हैं।
Investments Tips: इस दिवाली अपने पोर्टफोलियो की बढ़ाएं चमक, इन 4 विकल्पों में करें निवेश, मिलेगा हाई रिटर्न
अगर आपको शेयर बाजार की अच्छी समझ है, तो आप शेयर्स में सीधे निवेश कर सकते हैं.
Investments Tips: दिवाली हमारे देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. यह पर्व रोशनी के साथ ही सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. इस मौके पर अधिकतर लोग सोना और चांदी के साथ ही प्रॉपर्टी समेत कई कीमती चीजों की खरीद करना शुभ मानते हैं. आज हम आपको निवेश के कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में बता रहे हैं, जिनमें निवेश करने से आपको शानदार रिटर्न हासिल हो सकता है.
कीमती मेटल (Precious metals)
दिवाली के मौके पर अधिकतर लोगों की पहली पसंद गोल्ड की खरीदारी करना होता है. इसके साथ ही लोग चांदी भी जमकर खरीदते हैं. इस साल हाई इनफ्लेशन और कच्चे तेल की कीमतों में आये उछाल की वजह से मार्केट में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है. ऐसी स्थिति में हमेशा गोल्ड के दामों में भी इजाफा होता है. इसलिए अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन आपको गोल्ड में निवेश के लिए सही तरीके को चुनना होगा.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) गोल्ड में निवेश के लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसमें आपको 2.5% सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है. SGB को शेयरों की तरह DMAT अकाउंट में रखा जाता है. यह सेकेंडरी मार्केट में लिस्टेड होते हैं और जरूरत पड़ने पर आप इन्हे बेचकर अपना निवेश वापस पा सकते हैं. गोल्ड के साथ ही दिवाली पर चांदी की भी खरीद की जाती है. हालांकि इसमें लंबी अवधि के लिए निवेश करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं होता है.
इक्विटी
वित्तीय तंगी और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच पिछले कुछ महीनों में इक्विटी बाजार में सुधार और तनाव देखा गया है. IMF के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था ने अन्य देशों के मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन किया है. IMF ने उम्मीद जताते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सभी चुनौतियों को पार करते हुए 6.8% GDP ग्रोथ हासिल कर सकती है. इसलिए लॉन्ग टर्म में निवेश के लिए इक्विटी बाजार आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. उदाहरण के लिए पिछले 10 वर्षों में इक्विटी बाजार ने 12% सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है, जबकि गोल्ड का एवरेज सालासना रिटर्न करीब 5% है. हालांकि पिछले एक साल के दौरान गोल्ड ने 8.7% का रिटर्न दिया है.
अगर आप शेयर बाजार की अच्छी समझ रखते हैं, तो आप शेयर में सीधे निवेश कर सकते हैं. वरना आप इक्विटी म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश कर सकते हैं. निवेशक को इंवेस्टमेंट रिस्क और फाइनेंशियल टारगेट के हिसाब से इक्विटी फंड में निवेश करना चाहिए. अगर आप रिटायरमेंट के करीब हैं, तो इक्विटी एसेट्स में ज्यादा निवेश से करने से बचें.
डेट म्यूचुअल फंड (Debt mutual funds)
डेट फंड आपके पोर्टफोलियो को रिस्क और रिटर्न के बीच सही संतुलन बनाये रखने में मददगार साबित हो सकते हैं. अगर आप एक निश्चित अवधि के लिए स्टेबल रिटर्न के लिए निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो डेट फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इसके साथ ही अगर आप रिटायरमेंट के करीब हैं, तो आपको कम निवेश जोखिम के लिए डेट फंड को विकल्प के तौर पर चुना चाहिए. अगर आपको दिवाली पर बोनस के रूप में एकमुश्त इनकम हुई है और आप इसे निवेश करना चाहते हैं तो आपको डेट फंड में छोटी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए.
अगर आप अपने निवेश पर जोखिम नहीं लेना चाहते, तो आपको कम जोखिम पर अच्छा रिटर्न पाने के लिए बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना चाहिए. फेस्टिव सीजन के दौरान कई बैंकों ने अपनी एफडी की ब्याज दरों में इजाफा किया है. निवेश से पहले आपको बड़े बैंकों के साथ ही छोटे बैंकों द्वारा FD पर दी जा रही ब्याज दरों ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें के बारे में जांच जरूर करनी चाहिए, क्योंकि कई बार छोटे बैंक या फाइनेंस कंपनियां बड़े बैंकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज देती है.
SIP Investment Tips: SIP शुरू करते समय रखें इन बातों का खयाल, वरना झेलना पड़ सकता है भरी नुकसान
SIP Investment Tips: वैसे तो सिप में निवेश करना ज्यादातर फायदे का सौदा ही साबित होता है, लेकिन कई बार कम जानकारी के कारण एसआईपी निवेशक कुछ गलतियां कर बैठते हैं। अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं तो इन गलतियों से जरूर बचें-
(SIP Investment Tips), नाई दिल्ली. सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे पॉपुलर तरीका हो गया है। एसआईपी उन लोगो के लिए बेहतर है जो शेयर बाजार की पेचीदगियों से खुद को दूर रखना चाहते हैं और जो मार्केट के जोखिम से बचना चाहते हैं।
आपको बता दें कि एसआईपी से आप अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में अपनी सुविधा के हिसाब से नियमित रूप से एक निश्चित धनराशि जमा कर सकते हैं। आज– कल लोग फंड्स की बदलती नेट असेट वैल्यू (NAV) के आधार पर अपने निवेश को संतुलित कर अच्छा पैसा बनाते हैं।
SIP Calculator: हर महीने जमा करें 1000 रुपए, घर बैठे ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें मिलेंगे 2 करोड से ज्यादा
छोटी छोटी बचत कर बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। आप हर महीने 1000 रुपए म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करते है तो करोड़पति बन सकते हैं। पिछले दो दशक में म्यूचुअल फंड शानदार रिटर्न दे रहा है। कुछ फंड्स 20 फीसदी तक रिटर्न दे रहे है।
SIP Calculator: हर इंसान को भविष्य के लिए बचत करनी चाहिए। कुछ लोग छोटी बचत करते है तो कुछेक मोटा रिटर्न चाहते है। इसलिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में हर महीने जमा करते है। अगर आप भी कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहते है तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी बेहतरीन विकल्प हो सकता है। बीते कुछ सालों से म्यूचुअल फंड काफी पसंद आ रहा है। क्योंकि निवेशकों का निवेश किया हुआ पैसा अच्छा बेनिफिट दे रहा है। आप हर महीने 1000 रुपए जमाकर 2 करोड़ से भी ज्यादा रिटर्न पा सकते है। हालांकि इसमें समय ज्यादा देना होता है। आइए जाते है म्यूचुअल फंड में एसआईपी में कितना ब्याज मिलता है और कितने समय के लिए जमा करवाना होगा।
एक बार जमा करें पैसा, फिर 60 की उम्र के बाद हर महीने मिलेगी पेंशन
20 साल में मिलेगा इतना रिटर्न
यदि आप 1000 रुपए महीने 20 साल तक निवेश करते हैं। इस पर 12 फीसदी रिटर्न मिलता है तो आपको 20 साल के बाद कुल ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें 9,99,148 रुपए मिलते है। 20 साल में आपको कुल 2,40,000 रुपए जमा होगा। अगर आपको निवेश पर 15 प्रतिशत रिटर्न मिलता है तो 15 लाख से ज्यादा (15,15,995 रुपए) मिलते है। वहीं 20 फीसदी रिटर्न मिलता है तो 1000 रुपए महीने के निवेश पर 20 साल के बाद आपके 31,61,479 रुपए जमा होते है।
30 साल बाद 2.33 करोड़
आपको निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहिए तो 30 साल तक 1000 रुपए जमा करवाने होंगे। 1000 रुपए महीने की SIP पर 30 साल के बाद 12 फीसदी रिटर्न के अनुसार 35,29,914 रुपए मिलते है। अगर ब्याज थोड़ा ज्यादा मिलता है, 15% के हिसाब से 70 लाख रुपए मिलते है। हर महीने 1000 रुपए जमा करने पर 20 फीसदी का रिटर्न मिलता है तो फिर 30 के बाद 2,33,60,802 रुपये (2 करोड़ से ज्यादा) मिलेगा। 30 साल में आपके सिर्फ 3 लाख 60 रुपए ही जमा होंगे।
Mutual Fund में निवेश की प्लानिंग? ऐसे उठाएं अधिक ब्याज का लाभ, जानें कैसे करें तैयारी
Mutual Funds में निवेश की कैसे करें प्लानिंग (फोटो-Freepik)
म्यूचुअल फंड में अधिक समय के लिए निवेश की सलाह दी जाती है, ताकि आपको एक अच्छा फंड मिल सके। अगर आप भी निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं और म्यूच्युअल फंड से अच्छा पैसा बनाना चाहते हैं तो यह खबर आपकी मदद कर सकती है। आइए विशेषज्ञों से जाने कैसे करें निवेश की प्लानिंग और किस तरह आपको अधिक रिटर्न मिल सकता है?
किस तरह के फंड में अधिक रिटर्न
कर और निवेश विशेषज्ञों के अनुसार, दरों में बढ़ोतरी का असर इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न पर शॉर्ट टर्म यानी 6 महीने से लेकर दो साल तक हो सकता है। मिंट की एक रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से बताया गया है कि शॉर्ट टर्म इनवेस्टर्स, जिनके पास 6 महीने से लेकर दो साल तक का टाइम है, उन्हें डेट म्यूचुअल फंड्स- लिक्विड, मनी मार्केट और बॉन्ड फंड्स में निवेश करना चाहिए। इस तरह के फंड से उनके मौजूदा वार्षिक औसत रिटर्न से 0.50 से 1 फीसदी अधिक ब्याज मिल सकता है।
Highlights
- मासिक सिप: म्यूचुअल फंड में मासिक रूप से एक निश्चित राशि निवेश की जाती है
- साप्ताहिक सिप: हर हफ्ते एक निश्चित राशि म्यूचुअल फंड योजना में निवेश की जाती है
- डेली सिप: म्यूचुअल फंड में रोजाना एक निश्चित राशि निवेश की जाती है
नई दिल्ली। Share Market में मिलने वाले बंपर रिटर्न ने निवेशकों को तेजी से ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें अपनी ओर आकर्षित किया है। इसका फायदा उठाने के लिए छोटे शहर से लेकर कस्बों तक के लोग 'सिप' यानी ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिये Mutual Fund में निवेश कर रहे हैं। बीते कुछ सालों में सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में रिकॉर्ड निवेश हुआ है। अगर आप भी सिप के जरिये निवेश करते हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आप Daily, weekly या monthly SIP में से किस मोड का चुनाव अधिक रिटर्न पाने के लिए करें।
तीन अहम मोड
डेली सिप वैसे निवेशकों के लिए बेहतर हो सकता है जो किसी कारोबार में हैं या किसी ऐसे पेशे में हैं जिसमें हर दिन आय होती है। अगर फंड का पैसा मिड-कैप और स्माल कैप स्टॉक्स में लगाया जा रहा है तो डेली सिप पर असर पड़ सकता है। अगर मार्केट बढ़ रहा तो डेली सिप में रिटर्न ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें बढ़ेगा। हालांकि डेली सिप के जरिए लार्ज कैप फंड्स में निवेश पर रिटर्न लगभग स्थिर रहेगा। डेली सिप में मिलने वाला रिटर्न फंड मैनेजमेंट की क्षमताओं पर भी निर्भर करता है तो ऐसे में इससे चुनने से पहले म्युचुअल फंड की रणनीति पर जरूर विचार कर लें।
साप्ताहिक सिप में मासिक के मुकाबले निवेश की फ्रीक्वेंसी चार गुना रहती है। वीकली ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें सिप ऑप्शन बाजार की छोटी अवधि की अस्थिरता से निपटने में मदद करता है। इससे निवेशकों को मार्केट की टाइमिंग का अंदाजा लगाने के जरूरत नहीं पड़ती है। जब निवेशक साप्ताहिक सिप करता है तो वह थोड़ी रकम लगाता है। इससे मार्केट में सबसे ऊंचे स्तर पर एंट्री करने का जोखिम कम होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कुल मिलाकर जब बाजार में बहुत अनिश्चितता होती है तो वीकली सिप आपको ज्यादा यूनिटें खरीदने का मौका देता है। ऐसे में रुपी-कॉस्ट एवरेजिंग प्रिंसिपल काम करता है।
मंथली सिप: किनके लिए फायदेमंद
मंथली सिप नौकरी पेशा वाले और छोटे निवेशकों के लिए सबसे बेहतरी विकल्प है। मासिक SIP को मैनेज करना आसान होता है। साथ ही टैक्स फाइलिंग और पोर्टफोलियो प्रबंधन में मंथली सिप से सहूलियत मिलती है। वहीं, अगर लंबे समय तक निवेश किया जा रहा है तो डेली, वीकली या मंथली सिप में कुछ खास फर्क नहीं होता है। सभी निवेशकों को एक समान रिटर्न मिलता है।
SIP उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो बाजार के जोखिम से बचना चाहते हैं।
SIP के जरिए छोटी रकम के साथ नियमित किश्तों में निवेश कर सकते हैं।
SIP में निवेशकों को कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न की उम्मीद होती है।
SIP के जरिये निवेश का फायदा यह है कि बाजार के उतार-चढ़ाव का खास असर नहीं पड़ता है।
SIP पॉज करने की भी सुविधा आप पैसे नहीं होने पर ले सकते हैं। बाद में फिर से शुरू कर सकते हैं।