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अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ
इसके अलावा, यह विदेशी मुद्रा आरक्षित कवरेज, मुद्रा विकास, विनिमय दर प्रथाओं, पूंजी नियंत्रण अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ और मौद्रिक नीति पर भी विचार किया अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ जाता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक जून के अंत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 526.5 अरब डालर था। ये भारत की जीडीपी का करीब 16 फीसद है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत अमेरिका के साथ 48 अरब डॉलर का ट्रेड सरप्‍लस भी था। रिपोर्ट में स्‍पष्‍ट किया गया है कि भारत आर्थिक नीति में ट्रांसपेरेंसी तय की है।

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उत्तर प्रदेश में अब किसी के लिए भी व्यापार करना हुआ अत्यंत आसान है : जे.पी.एस. राठौर

भारत किसानों का देश है और सहकारिता किसानों से जुड़ा है। जब को-ऑपरेटिव की बात आती है तो एक ऐसी संस्था/विभाग का नाम आता है जो सबको साथ लेकर चलती है। ये बातें आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कही। वह 69वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह-2022 के अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य सरकारी संघ द्वारा "इज ऑफ डूइंग बिजनेस" निर्यात संवर्धन विषय पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री तथा सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जे.पी.एस. राठौर द्वारा अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह-2022 का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर कृषि अवस्थापना निधि (ए.आई.एफ.) तथा साधन सहकारी समिति (पैक्स) के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर लाभान्वित किया गया तथा उत्तर प्रदेश को-ऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड (पी.सी.यू.) द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका "सहकारिता" का विमोचन किया गया है।

इन देशों का नाम भी हटाया गया

भारत के अलावा जिन देशों का नाम इस सूची से हटाया गया है उसमें इटली, मैक्सिको, थाईलैंड और वियतनाम का नाम भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन देशों ने तीन मानदंडों में से एक को पूरा किया है, जिसके चलते इनका नाम इस लिस्‍ट से हटाया गया है। लगातार दो रिपोर्ट में भारत और दूसरे देशों के बारे में इसी तरह की रिपोर्ट सामने आई थी।

बता दें कि अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने इसी वर्ष जून में अपने महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व्यापार अधिशेष (trade surplus) के कारण भारत को करेंसी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ मैनिपुलेटर की निगरानी सूची में रखा था। विश्‍व में फैली कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद भारत का नाम तीसरी बार इस सूची में शामिल किया गया था।

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किस रिपोर्ट के बाद भारत को इस लिस्‍ट से निकाला

गौरतलब है कि अमेरिका का ट्रेजरी डिपार्टमेंट अपने प्रमुख भागीदारों अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ की मुद्रा पर निगरानी के लिए इस सूची को तैयार करता है। इसमें वो प्रमुख व्यापारिक भागीदारों की मुद्रा को लेकर गतिविधियों और उनकी दूसरी मोनेटरिंग पालिसी पर काफी बारीकी से नजर रखता है। पिछले दो साल से भारत अमेरिकी की इस मुद्रा निगरानी सूची में शामिल था।

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ये देश अब भी इस लिस्‍ट में शामिल

अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट की लिस्‍ट में फिलहाल चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, मलेशिया, सिंगापुर और ताइवान का नाम इस सूची में बरकरार रखा गया है। चीन को लेकर रिपोर्ट में स्‍पष्‍ट कहा गया है कि वो अपने विदेशी विनिमय हस्तक्षेप को प्रकाशित करने में विफल रहा है। विनिमय दर तंत्र में पारदर्शिता की कमी के बारे में भी इस रिपोर्ट में कहा गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के एमबीएस की फाइल फोटो।

किस आधार पर तैयार होती है रिपोर्ट

आपको बता दें कि अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट की ये सूची को तीन मापदंडों के आधार पर तैयार किया जाता है। इसमें पहला है कि क्या वो देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अनुचित प्रतिस्पर्धात्मक लाभ हासिल करने के लिए या भुगतान संतुलन समायोजन का फायदा उठाने के लिए अपनी मुद्रा और अमेरिकी डालर के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ बीच विनिमय दर में हेराफेरी तो नहीं कर रहा है। इसके अलावा अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार अधिशेष का आकार, चालू खाता अधिशेष और विदेशी मुद्रा बाजार में लगातार एकतरफा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ हस्तक्षेप की कसौटी पर भी उस देश को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ कसा जाता है।

No Money For Terror सम्मेलन के लिए चीन ने अब तक नहीं भरी हामी। फोटो-एएनआइ।

PM MOdi on G20 Presidency: इंडोनेशिया ने भारत को सौंपी G20 समिट की अध्यक्षता, पीएम मोदी ने बताया गर्व का क्षण; जानिए 10 बड़ी बातें

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G20 Summit: इंडोनेशिया ने भारत को सौंपी G20 समिट की अध्यक्षता (Photo- ANI)

PM MOdi on G20 Presidency: इंडोनेशिया (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ Indonesia) के बाली (Bali) में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन में बुधवार (16 नवंबर) को इंडोनेशिया ने भारत को G-20 शिखर सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ की अध्यक्षता सौंप दी है। भारतीय के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे गौरव का क्षण बताया है। जी-20 समिट का आज दूसरा दिन है। इस दौरान जहां कई देशों के बीच अहम बैठकों का दौर जारी है वहीं पांच देशों के नेताओं (Five Country President) के साथ द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting) करेंगे। इनमें इटली (Italy), मेजबान इंडोनेशिया (Indonesia), जर्मनी (Germany), ब्रिटेन (Britain) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के राष्ट्राध्यक्षों के नाम शामिल हैं। इससे पहले आज सुबह पीएम मोदी ने G20 नेताओं के साथ बाली के मैंग्रोव वन का दौरा किया। आइए आपको बताते हैं पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें।

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