तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें

Published - Monday, 21 November, 2022
BCCI ने चेतन शर्मा की अगुआई वाली सिलेक्शन कमिटी को बर्खास्त किया
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने शुक्रवार को कड़ा फैसला करते हुए चेतन शर्मा (Chetan Sharma) की अगुआई वाली चार सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया.
चेतन के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम 2021 में खेले गए टी20 विश्वकप के नॉकआउट चरण में नहीं पहुंच पाई थी. इसके अलावा वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी हार गई थी.
चेतन (उत्तर क्षेत्र), हरविंदर सिंह (मध्य क्षेत्र), सुनील जोशी (दक्षिण क्षेत्र) और देबाशीष मोहंती (पूर्वी क्षेत्र) का राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में कार्यकाल बहुत कम दिन का रहा. इनमें से कुछ की नियुक्ति 2020 तो कुछ कि 2021 में की गई थी.
एक सीनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता का कार्यकाल अमूमन चार साल का होता है और उसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है. अभय कुरूविला का कार्यकाल समाप्त होने के कारण पश्चिम क्षेत्र से कोई चयनकर्ता नहीं था.
पीटीआई ने 18 अक्टूबर को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक के बाद खबर दी थी कि चेतन को बर्खास्त किया जा सकता है. बीसीसीआई ने शुक्रवार को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं (सीनियर पुरुष) के लिए आवेदन मंगाए. आवेदन करने की अंतिम तिथि 28 नवंबर है.
Gujarat Election 2022: चुनाव नतीजे से पहले ही AAP को खरीद-फरोख्त का डर, उम्मीदवारों को गुप्त ठिकाने पर भेजा
आप ने गुजरात में हॉर्स ट्रेडिंग के डर से 5 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के उम्मीदवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है।
राजनीति में इन दिनों नेताओं और विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले कुछ ज्यादा ही सामने आ रहे हैं। इस डर से पार्टियां अपने विधायकों को किसी होटल या रिसोर्ट में शिफ्ट कर देते रहे हैं। लेकिन पहली बार कोई पार्टी अपने उम्मीदवारों को बचाती फिर रही है। दरअसल गुजरात चुनाव में पूरी तैयारी से उतरी आम आदमी पार्टी इन दिनों एक अलग ही डर से गुजर रही है। पार्टी को डर है कि कहीं उम्मीदवारों को ही न खरीद लिया जाए। इस डर से पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को अलग जगहों पर शिफ्ट कर दिया है। आप ने गुजरात में हॉर्स ट्रेडिंग के डर से 5 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के उम्मीदवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। जनसत्ता की खबर के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने ये कदम सूरत पूर्व विधानसभा के उम्मीदवार कंचन जरीवाला वाले मामले के बाद उठाया है।
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बता दें कि इससे पहले आम आदमी पार्टी के सूरत पूर्व विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने नामांकन वापस ले लिया था। एक नाटकीय घटनाक्रम में पहले जरीवाला के अपहरण की खबरें आई इसके बाद 17 नवंबर को कंचन जरीवाला ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। आप का कहना था कि बीजेपी ने उसके उम्मीदवार को नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया है। हालांंकि बीजेपी इन आरोपों को गलत बताया था।
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आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी उसके उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोकना चाहती है। जनसत्ता की खबर के मुताबिक इस मामले पर आम आदमी पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘हमने दूसरे चरण में दाखिल किए गए उम्मीदवारों को स्थानांतरित कर दिया है, ऐसा न हो कि सूरत पूर्व में जो कुछ हुआ था, वैसा ही कुछ हो। इन उम्मीदवारों के बारे में कुछ जानकारी यह भी थी कि बीजेपी उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव बना रही थी।’
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फिर मुश्किल में Jet Airways: टेक ऑफ हुआ नहीं और विमान छिनने की नौबत आ गई
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Monday, 21 November, 2022
जेट एयरवेज को आसमान में फिर से उड़ान भरने की अनुमति कुछ महीने पहले ही मिल गई थी, लेकिन अब तक कंपनी ऑपरेशन शुरू नहीं कर पाई है. यही तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें वजह है कि अब उसे कर्ज देने वाले बैंकों के सब्र का बांध टूटने लगा है. ये बैंक जेट एयरवेज के 11 विमानों को बेचने की योजना बना रहे हैं. यदि ऐसा होता है, तो कंपनी को बड़ा झटका लगेगा. कम विमानों के साथ उसके लिए इंडिगो, एयर इंडिया तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें जैसे कंपनियों से मुकाबला करना आसान नहीं होगा.
पैसा मिलने की उम्मीद नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि चूंकि जेट एयरवेज की उड़ान शुरू नहीं हो पा रही हैं, बैंकों को अपना पैसा मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. ऐसे में उनके पास कंपनी के विमान बेचकर वसूली के सिवा कोई रास्ता नहीं है. लिहाजा, माना जा रहा है कि जल्द ही इस संबंध में कोई फैसला लिया जा सकता है. बैंकों का कहना है कि जालान-कार्लोक कंसोर्सियम रिजोल्यूशन प्लान को करीब दो साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक कंपनी उनका पैसा चुकाने में नाकाम रही है.
घट रही है विमानों की वैल्यू
बैंकों के कब्जे में जेट एयरवेज के फिलहाल 11 विमान हैं, जिनकी वैल्यू दिन ब दिन कम तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें होती जा रही है. ऐसे में बैंक ज्यादा देर तक रुकने के मूड में नहीं हैं, उन्हें लगता है कि विमानों को बेचकर पैसों की वसूली की जा साथी है. उन्हें आशंका है कि जेट एयरवेज की उड़ानों में अभी काफी समय लग सकता है. यदि वह स्थिति सामान्य होने की उम्मीद करते हैं, तो विमानों की वैल्यू और कम हो जाएगी और उन्हें जितना मिलने की उम्मीद है, उनके हाथ उससे भी कम आएगा. यानी उन्हें घाटा उठाना पड़ेगा, इसलिए वह विमानों को बेचना चाहते हैं.
2020 में मिली थी मंजूरी
बैंकों ने अक्टूबर 2020 में जेट एयरवेज के रिजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी थी, इसके बाद नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने जून 2021 में इस पर सहमति जता दी थी. उसके बाद से कंपनी की कमान लंदन के कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के निवेशक मुरारी लाल जालान वाली कंसोर्टियम के हाथों में आ गई थी. तब उम्मीद जताई गई थी कि जेट एयरवेज के नए मालिक कंपनी को जल्द ही बेहतर स्थिति में ला सकते हैं. हालांकि, अब तक जेट के विमान आसमान में उड़ान नहीं भर पाए हैं. बताया जा रहा है कि बैंकों को जेट एयरवेज के 11 विमान खरीदने के लिए 5-6 कंपनियों से बोली मिली है.
कौन हैं नए मालिक?
बता दें कि जेट एयरवेज की स्थापना नरेश गोयल ने की थी. एक जमाने में जेट की तूती बोलती थी, लेकिन धीरे-धीरे कंपनी मुनाफे से घाटे में जाती रही और फिर बंद हो गई. अब ब्रिटेन की कालरॉक कैपिटल (Kalrock Capital) और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के इन्वेस्टर मुरारी लाल जालान (Murari Lal Jalan) वाली कंसोर्टियम जेट एयरवेज (Jet Airways) की नई मालिक बन गई है. मुरारी लाल जालान MJ डेवलपर्स कंपनी के मालिक हैं. उन्होंने परिवार के पेपर बिजनेस से शुरुआत की थी. UAE के साथ ही भारत, रूस और उज्बेकिस्तान सहित कई देशों में उन्होंने इन्वेस्ट किया हुआ है. हालांकि, एविएशन सेक्टर में ये उनका पहला अनुभव है.
टेस्ला की शुरुआत निवेशक
कालरॉक कैपिटल की बात तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें करें, तो यह फाइनेंशियल एडवाइजर के साथ-साथ अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट से जुड़ा कारोबार करती है. कालरॉक कैपिटल मुख्य तौर पर रियल एस्टेट और वेंचर कैपिटल से जुड़ी है. कंपनी टेस्ला के शुरुआती निवेशकों में एक रही है. इसके अलावा कंपनी ने ऑल माय होम्स, बियॉन्ड लिमिट्स, बायोटेस्ट और डिलिवरी हीरो तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें जैसी कंपनियों में निवेश किया है. कालरॉक कैपिटल को उम्मीद है कि जेट एयरवेज के साथ वह एविएशन सेक्टर पर पकड़ बना सकती है.
इस ट्रेड समझौते से विदेशों में पढ़ाई करने वाले युवाओं को मिला तोहफा, देश को होगा फायदा
इस ट्रेड समझौते में सबसे अच्छी बात ये रही कि इसे वहां की सरकार में दोनों पार्टियों का पूरा समर्थन मिला. पहली सरकार ने जहां इस समझौते को फाइनल किया वहीं मौजूदा सरकार ने इसे संसद से पास करा दिया
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो
Published - Tuesday, 22 November, 2022
भारत में कल जब आधी रात हो रही थी उस वक्त देश के लिए एक बड़ी खबर आई. देश के कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल को उनके ऑस्ट्रेलियाई काउंटरपार्ट ने फोन कर बधाई दी कि उनके देश की संसद ने भारत के साथ हुए ट्रेड समझौते को हरी झंडी दे दी. इस ट्रेड समझौते के बाद अब भारत के कई सेक्टर के कारोबारियों के तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें लिए कई तरह की सुविधाएं बढ़ जाएंगी. देश के अलग-अलग कारोबारी जो अपना सामान ऑस्ट्रेलिया भेजते हैं उनके साथ-साथ हमारे देश के उन युवाओं के लिए भी इस ट्रेड समझौते ने फायदे के कई दरवाजे खोल दिए हैं, जो वहां पढ़ाई कर रहे हैं. पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए सबसे बड़ा फायदा ये है कि वो अपनी पीजी की पढ़ाई करने के बाद वहां दो से लेकर चार साल तक पढ़ाई कर पाएंगें.
कब से लागू होगा ये ट्रेड समझौता
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस ट्रेड समझौते की शुरूआत इस साल दो अप्रैल 2022 से हुई थी. उसके बाद दोनों देशों के अलग-अलग नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद देर रात ऑस्ट्रेलियाई संसद के दोनों सदनों ने इसे मंजूरी दे दी. अब इसे ऑस्ट्रेलियार्इ एक्जीक्यूटिव काउंसिल से मंजूरी मिलना बाकी है. जो कि भारत की कैबिनेट के समकक्ष है. जबकि भारत सरकार की कैबिनेट इसे पहले ही मंजूरी दे चुकी है. भारत में अब सिर्फ राष्ट्रपति के हस्ताक्षर की औपचारिकता बाकी है. जिसके पूरे होते ही ये समझौता लागू हो जाएगा.
किस सेक्टर के कारोबारियों को होगा फायदा
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए इस ट्रेड समझौते के बाद देश के कई सेक्टरों को इसका तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें फायदा मिलेगा, जिसमें फ्रूटस और वेजीटेबल, टेक्सटाइल सेक्टर, कुछ कृषि और मत्स्य सेक्टर, लेदर फुटवियर, फर्नीचर, और स्पोर्टस सामान के कारोबारी शामिल हैं. इसके अतिरिक्त जेम्स ज्वैलरी, मशीनरी, इलेक्ट्रिक गुडस, रेलवे वैगन, और फार्मा जैसा सेक्टर शामिल है.
कारोबारियों को क्या होगा फायदा
इस ट्रेड समझौते को आसान भाषा में आप ऐसे समझ सकते हैं कि अब तक अगर हमारे कारोबारी अपना सामान ऑस्ट्रेलिया भेजते हैं तो उन्हें पांच प्रतिशत इंपोर्ट डयूटी देनी पड़ती है, लेकिन इस ट्रेड एग्रीमेंट के लागू होने के बाद वो पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी. इसी तरह से अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए इस करार के बाद हमारे देश के 1800 शेफ और योगा टीचर भी ऑस्ट्रेलिया जाकर अपना काम कर सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया चाहे तो ये नंबर बढ़ा ले लेकिन इससे कम नहीं हो सकता.
एक्सपोर्ट में होगा कितना फायदा
मौजूदा समय में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 31 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट होता तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले सालों में ये 50 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. इसी तरह से सर्विस सेक्टर से लेकर मर्चेंडाइज सेक्टर को इस ट्रेड डील से दस बिलियन के फायदे की उम्मीद है.
Stock Market Update: बिकवाली के दबाव में गिरा बाजार, Sensex 604 अंक तक लुढ़का
नई दिल्ली, 21 नवंबर । कारोबारी सप्ताह के पहले दिन ही घरेलू शेयर बाजार में मुनाफावसूली के चक्कर में जमकर बिकवाली हुई। कारोबार की शुरुआत से ही बिकवाली शुरू हो जाने के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक दिन भर लाल निशान में कारोबार करते रहे। हालांकि बीच-बीच में तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें खरीदारों ने लिवाली करके शेयर बाजार को सपोर्ट करने की कोशिश भी की, लेकिन बाजार संभलने की जगह लगातार गिरता चला गया। दिन भर हुई खरीद बिक्री के बाद सेंसेक्स 0.84 प्रतिशत और निफ्टी 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
दिन भर के कारोबार में रियल्टी, एनर्जी और आईटी सेक्टर के शेयरों में बिकवाली का दबाव बना रहा। इसी तरह ऑटोमोबाइल, मेटल और फार्मास्यूटिकल सेक्टर के शेयर भी दबाव में ही कारोबार करते रहे। हालांकि चौतरफा दबाव के बावजूद पीएसयू बैंक के ज्यादातर शेयरों ने शानदार मजबूती दिखाई। आज के कारोबार में मिडकैप शेयरों में भी निचले स्तर से अच्छी रिकवरी होती नजर आई।
पूरे दिन के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,015 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 732 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में बंद हुए, वहीं 1,283 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 8 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में और 22 शेयर बिकवाली के दबाव के कारण लाल निशान में बंद हुए। दूसरी ओर निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 13 शेयर हरे निशान में और 37 शेयर लाल निशान में बंद हुए।
कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने आज कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की। ये सूचकांक 207.15 अंक टूट कर 61,456.33 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार शुरू होते ही बाजार में चौतरफा बिकवाली का दबाव बन गया, जिसकी वजह से सेंसेक्स भी तेजी से नीचे गिरने लगा। पहले आधे घंटे के कारोबार में ही ये सूचकांक 546.49 अंक की गिरावट के साथ 61,116.99 अंक तक पहुंच गया।
हालांकि आधे घंटे के कारोबार के बाद बाजार में मामूली खरीदारी शुरू हुई, जिससे सेंसेक्स निचले स्तर से रिकवरी करता नजर आया। खरीदारी का ये दौर कुछ ही देर चला, इसके बाद बाजार में फिर बिकवाली शुरू हो गई। पूरे दिन के कारोबार में लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा, जिसकी वजह से दोपहर 1 बजे के थोड़ी देर बाद सेंसेक्स 604.15 अंक गिरकर आज के सबसे निचले स्तर 61,059.33 अंक तक पहुंच गया। कारोबार के आखिरी आधे घंटे में एक बार फिर खरीदार एक्टिव होते नजर आए, जिसके कारण ये सूचकांक निचले स्तर से मामूली रिकवरी करके 518.64 अंक की गिरावट के साथ 61,144.84 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की। निफ्टी 61.25 अंक की कमजोरी के साथ 18,246.40 अंक के स्तर पर खुला। बाजार खुलते ही बिकवाली के दबाव की वजह से ये सूचकांक भी नीचे गिरने लगा। आधे घंटे के कारोबार में ही निफ्टी 160.80 अंक गिरकर 18,146.85 अंक तक पहुंच गया। आधे घंटे के कारोबार के बाद हुई मामूली लिवाली से निफ्टी की स्थिति में भी थोड़ा सुधार होता नजर आया। लेकिन थोड़ी ही देर बाद फिर बिकवाली का दबाव बन गया।
आज दिन भर बाजार पर बिकवाली का दबाव बना रहा। बीच-बीच में खरीदारों ने मामूली खरीदारी करके बाजार को संभालने की कोशिश भी की, लेकिन पूरे दिन के कारोबार में बिकवाल लगातार हावी रहे। चौतरफा बिकवाली के दबाव की वजह से निफ्टी दोपहर 1 बजे के करीब 174.30 अंक टूट कर 18,133.35 अंक तक गिर गया। हालांकि आखिरी आधे घंटे के कारोबार में बाजार में हुई मामूली खरीदारी के कारण इस सूचकांक ने निचले स्तर से थोड़ा ऊपर उठकर 147.70 अंक की कमजोरी के साथ 18,159.95 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
बाजार में दिनभर हुई खरीद बिक्री के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से बीपीसीएल 2.04 प्रतिशत, भारती एयरटेल 1.66 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 1.26 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 0.92 प्रतिशत और हिंदुस्तान यूनीलीवर 0.71 प्रतिशत की मजबूती तीन आसान चरणों में ट्रेडिंग शुरू करें के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर ओएनजीसी 4.44 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स 1.95 प्रतिशत, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 1.84 प्रतिशत, एचडीएफसी 1.81 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज 1.80 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।