Rsi indicator कैसे काम करता है

Trading Indicator क्या हैं | 5 Best Trading Indicator in 2022
Best Trading Indicator 2022 – Trading Indicator का मतलब शेयर मार्केट में शेयर का प्राइस ज्यादा है या कम प्राइस है यह एकदम सही बताने के लिए किया जाता है शेयर मार्केट में ऐसे 5 बेस्ट ट्रेंडिंग इंडिकेटर है जिससे हमें ट्रेंड करने में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं
ज्यादातर व्यापार इसका दावा करते नजर आते हैं।
Table of Contents
Trading Indicator क्या हैं ?
Trading Indicator का मतलब किसी भी वस्तु को कम दाम में खरीदने और ज्यादा दाम में बेचना। यह एक ऐसा जरिया है जिससे हमें यह पता चलता है कि बाजार में शेयर भाव कब कितने ऊपर जाएगा और कब कितने नीचे आएगा? यह सूचना एकदम सही हो सकती है और नहीं भी बाजार में ऐसे बहुत से ट्रेंडिंग इंडिकेटर उपलब्ध है जो एकदम सही होने का दावा करते हैं
हर व्यापारी आपको यह सलाह देगा कि शेयर बाजार में ट्रेनिंग करते समय शेयर मार्केट इंडिकेटर चुनना महत्वपूर्ण लेकिन सही Trading Indicator कौन सा है इस बारे मैं अलग-अलग व्यापारी की अलग-अलग राय ट्रेंडिंग का मुख्य मकसद किसी भी Rsi indicator कैसे काम करता है वस्तु को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना।
अलग-अलग ट्रेंडिंग। इंडिकेटर।
अपने अलग-अलग प्रकार से शेयर भाव दर्शाते हैं
कम से कम दो टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स का उपयोग करें
कम से कम दो टेक्निकल एनालिसिस। इंडिकेटर का प्रयोग करें। ट्रेंडिंग इंडिकेटर टेक्निकल इंग्लिश इसका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भाग है। टेक्निकल इंडिकेटर का प्रयोग चार्ट पेटर्न। और कैंडलेस्टिक पेटर्न के साथ किया जाता है। इन तीनों के प्रयोग से यह पता लगाया जा सकता है कि स्टॉप किस दिशा में जा सकता है। यह अंदाजा लगाया जा सकता है।
Trading Indicator का प्रयोग कैसे किया जाता है –
बहुत ही महत्वपूर्ण है कि इसका प्रयोग कैसे किया जाता है। क्योंकि ज्यादातर लोग यही बताते हैं कि किसी एक या अधिक इंडिकेटर को अपने चार्ट पर लगा लो और ट्रेडिंग से पैसे कमाना शुरू कर दो।
कुछ लोग तो एक साथ 12 से 15 इंडिकेटर लगा लेते हैं। लेकिन जब ट्रेडिंग करते हैं तो काफी दुविधा में पड़ जाते हैं क्योंकि कुछ इंडिकेटर संकेत देते हैं कि भाव बढ़ने वाला है, और कुछ इंडिकेटर कहते हैं कि भाव गिरने वाला है।
ट्रेडर जब तक किसी नतीजे पर पहुँचता है तब तक स्टॉक का भाव या तो बढ़ चुका होता है या घट चुका होता है।
और इस हालात में ट्रेड लेने से नुकसान की संभावना ही अधिक होती है
अपनी ट्रेडिंग योजना को कभी रिवर्स न करें
जब भी आप ट्रैडिंग करते है उसके लिए हमेशा अपनी खुद की ट्रैडिंग योजना जरूर बनानी चाहिए जिससे आपको ट्रैडिंग करने मे परेशानी नहीं होगी ओर आप सही अपना ट्रेड कर सकते है जिससे आप बढ़िया मुनाफा काम सकते है
वर्ष 2022 में 5 बेस्ट उपयोगी ट्रेडिंग इंडिकेटर –टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स
1 – सिम्पल मूविंग एवरेज (Simple Moving Average ) –
सिंपल मूविंग एवरेज 5 बेस्ट इंडिकेटर जो उपयोग इस प्रकार के जा सकते हैं। सिंपल मूविंग एवरेज।सबसे ज्यादा। इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रेंडिंग। Indicator में से एक है मूविंग एवरेज एक ऐसी सामान्य साधन है जो किसी सिक्योरिटी के कर लो रिंग प्र�.
2 – बोललिंगर बैंड्स ( Bollinger Bands ) –
बॉलिंगर बैंड। सबसे ज्यादा प्रयोग ट्रेंडिंग इंडिकेटर में से एक है। यह खरीदे गए और अधिक बेचे गए ट्रेड के सतर को निर्धारित करने में मदद करता है। ज्यादातर यह ज्यादा ट्रेडर की कीमत पर निर्धारित रहती है। यह अप्पर बैंड या लोअर बैंड के आधार पर ही बढ़ती है। जब शेयर मार्केट में इसकी मांग ज्यादा होती है तो यह बढ़ जाती है और और अगर इसकी मांग कम होती है तो यह कम हो जाती है इंट्रेड टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार बॉलिंगर बैंड का प्रयोग करके हम 90 परसेंट तक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब ट्रेड की कीमत अपर बैंड के करीब हो जिससे ट्रेड महंगी हो जाती है। इस के सहयोग से हम उसे एवरेज पर वापस लेने का प्रयास करते हैं जब ट्रेड की कीमत लोअर बैंड के नजदीक होती है तो ट्रेड कम दाम में जाती है और फिर इसका इस्तेमाल करके उसे उसी जगह पर पहुंचाने की कोशिश की जाती है जिससे उसे मीडियम बैंड के मूल्यों के लक्ष्य के साथ लोअर बैंड के मूल्य पर खरीदी जा सके।
3 – आर एस आई (RSI) –
आर एस आई ट्रैडिंग का एक ऐसा Indicator है जो कम दाम व अधिक दाम बेचने या खरीदने के नियमों का पालन करता है यह ट्रेंडिंग का यह एक सबसे अच्छा और आसान साधन है जो यह दर्शाता है कि कब ट्रेड ज्यादा खरीदे गए और कब कम और कब इसका रिटर्न हुआ
आर एस आई यह हर अलग-अलग समय के अनुसार तय किया जा सकता है कि इसकी वैल्यू जीरो से 100 के बीच हो �
4 – एम ए डी सी (MACD)–
एम ए डी सी ओसीलेटिन है। जो शून्य। के ऊपर और नीचे कैलकुलेट होता है यह एक मोमेंटम इंडिकेटर भी है। यह ट्रेड।पर किरिया ध्यान देने के लिए है कि एम ए डी सी लाइने शुन्य के किस तरफ है। अगर शून्य ऊपर है तो ट्रेड ऊपर है। अगर शुन्य। नीचे है तो ट्रेड नीचे है। खरीदने के सिग्नल तब आते हैं जब एम ए डी सी शुन्य के ऊपर चला जाता है। और बेचने के सिग्नल तब आते हैं जब एम ए डी सी शुन्य के नीचे चला जाता है।
5- ए डी क्स् ADX –
यह एक बहुत ही उपयोगी ओर बेहतरीन Indicator है जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है उन के लिए तो यह बहुत उपयोगी माना जाता है।
यह Indicator हमे किसी भी स्टॉक के ट्रेंड की जानकारी देता ही है की uptrend है या downtrend या फिर sideways है इसके साथ–साथ यह indicator हमे यह भी बताता है कि ट्रेन्ड कितना मजबूत है और कितनी देर तक स्टॉक में यह ट्रेन्ड बना रह सकता है ।
इसमें भी चार्ट पर 0 से 100 तक का भाव होता है और किसी भी स्टॉक का भाव इसी के बीच चलता है और समय–समय पर हमें ट्रेन्ड के संकेत मिलते रहते हैं।
और इन्हीं संकेतों के आधार पर हम अपनी ट्रेडिंग कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर -बेस्ट 10 इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर इन हिन्दी
निष्कर्ष (Conclusion) –
आज हमने इस लेख के जरिए Trading Indicator क्या है 5 Best Trading Indicator 2022 के बारे मे जाना ओर समझा आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताए ओर इससे Rsi indicator कैसे काम करता है जुड़ा आपका कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेन्ट करके पूछ सकते है ओर इसके साथ ही इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले धन्यवाद ।
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What is swing trading? ( स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे ?)
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स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग का ही एक तरीका है, लेकिन intraday या option ट्रेडिंग की तरह इसमें उसी दिन exit करने की जरुरत नहीं पड़ती बल्कि आप स्विंग ट्रेडिंग में कई दिनों तक या कई हफ्तों तक अपनी position को होल्ड करके रख सकते है l
जैसे की आप intraday या option ट्रेडिंग में काफी अच्छा या में कहू की लगभग 20 से 50 % का मुनाफा कुछ ही मिनटों या घंटो में और option ट्रेडिंग में कुछ ही मिनटों में 100 % तक का मुनाफा आसानी कमा लेते है लेकिन इन दोनों में loss होने की भी उतनी ही सम्भावना होती है l और यदि किसी ने ट्रेडिंग जल्दी ही में शुरू की हो तो ओर भी ज्यादा नुक्सान की सम्भावना बढ़ जाती है l इसलिए अधिकांश नए ट्रेडर स्विंग ट्रेडिंग को एक अच्छा विकल्प मानते है क्यूंकि इसमें time frame ज्यादा होने के कारण loss सम्भावनाये बहोत कम तथा profit की सम्भावनाये बढ़ जाती है l
लेकिन एक बात और भी है स्विंग ट्रेडिंग में आप लगभग 5 से 8% का मुनाफा प्रति हफ्ता ही कमा पाते है, अत इसमें intraday या option ट्रेडिंग की अपेक्षा मुनाफा प्रतिशत बहुत कम होता है l अत वयः स्विंग ट्रेडिंग के जरिये एक छोटा या नया ट्रेडर छोटे छोटे profit के साथ एक बड़ा profit आसानी से बना सकता है l जहा long term निवेशको को 25% तक profit बनाने के लिए कई माह तक इंतज़ार करना पड़ सकता वाही स्विंग ट्रेडर आसानी से कुछ हफ्तों में पा सकता है l
अत शुरुआती दिनों में आपको स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग एक जैसा लग सकता है लेकिन इन दोनों में एक फर्क होता है, जो हमने ऊपर बताया था जो की समय की अवधि है l स्विंग ट्रेडिंग में ट्रेडर technical indicator के हिसाब से काम करता है l क्यूंकि ये indicator या सूचकांक बाज़ार में उतार चढाव में भी बाज़ार की दिशा को बताता है जिससे ट्रेडर आसानी से समझ सकता है की उसको कब तथा कहा पर buy या sell करना है ? तथा इसके साथ साथ आपको intraday या option ट्रेडिंग की तरह इस पर लगातार ध्यान भी नहीं रखना पड़ता l लेकिन हां आप अपनी सूझ बुझ से बनायीं गयी योजना के हिसाब से जरुर चले l इससे आपको खुद के पोटेंशियल तथा आपकी रणनीति की भी जांच हो जाती है l
जैसा की हम प्रतियेक ट्रेडिंग सीरीज में बताते है की आप stoploss का जरुर इस्तेमाल करे चाहे फिर वह intraday हो , option ट्रेडिंग हो या स्विंग ट्रेडिंग l
अब यह तो हो गयी स्विंग ट्रेडिंग की बात लेकिन अब हम जान लेते है की ट्रेडिंग कोई भी हो हमें profit तथा loss management जरुर आना चाहिए, क्यूंकि ट्रेडिंग सिर्फ strategy पे नहीं बल्कि loss management पर भी निर्भर करती हैl अत हम loss और profit management के लिए कुछ इंडीकेटर्स तथा algorithms का उपयोग करते है Rsi indicator कैसे काम करता है जैसे, stoploss , मूविंग एवरेज, ema, rsi आदि l
तथा स्विंग ट्रेडिंग की अधिक सटीक रणनीति बनाने के लिए कुछ perameters तथा patterns का इस्तेमाल किया जाता है जिन्हें profit chart patterns भी कहते है l आप निचे दिए गए link पर जाकर इन्हें अच्छे से समझ सकते है l
bank kya hai और कैसे काम करता है?जानिए हिन्दी मे
सिंपल भाषा में कहा जाये तो बैंक एक financial इन्सिटिटूशन है।बैंक तीन तरीके के प्रोसेस से चलता है। जैसे की पहला है.
- dimand diposit (डिमांड डिपोसिट)
- loan&advances (लोन &एडवांस)
- fund transfer & withdraw (फंड ट्रांसफर& विथड्रॉ)
तो चलिए इन तीनो को विस्तार में एक एक करके समझते है। सबसे पहले ,
शेयर मार्किट क्या होता हे /share market kya hota hai?
शेयर मार्किट का क्नॉलेज न होने की वजह से बहुत लोगो का नुकसान हो गया हे क्यूंकि लोग बिना क्नॉलेज के शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करते हे।लोग या तो किसी किसी का सुनकर इन्वेस्ट करते हे टिप लेकर। या तो न्यूज़ से देखकर या तो किसी अफवा को सुनकर लोग…
NSE और BSE क्या होता हे ?
NSE और BSE ये इंडिया दो स्टॉक एक्सचेंज हे जिनके माध्यम से कंपनी मार्किट हे लिस्टेट होती हे और हम उनके माध्यम से ही कंपनी के शेयर खरीद और बेच सकते हे । BSE जो स्टॉक एक्सचेंज हे ये इंडिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज हे जबकि NSE इंडिया का…
intraday trading best stocks कैसे चुने ?
ntraday trading best stocks selection kaise kare उच्च लिक्विडिटी (high liquidity) इंटरडे ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास intraday trading best stocks होने चाहिए। वो स्टॉक्स जिसमे आप ट्रेडिंग कर सके। और ट्रेडिंग किस स्टॉक्स की की जानि चाहिए इस बात का भी आपको पता होना चाहिए। तो हम समझेंगे की इंटरडे ट्रेडिंग के लिए जब आप स्टॉक्स चुनते हो तो आपको किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले ऐसा स्टॉक्स चुनिए जिसकी लिक्विडिटी ज्यादा हो। मतलब उस शेयर जो खरितदार और बिक्रीदार होते है। उनकी संख्या ज्यादा होनी चाहिए। अगर आपने शेयर को ख़रीदा तो उसे बेचेंगे भी ,फिर आपको खरितदार भी मिलना चाहिए। अगर ऐसा हुआ की आपने शेयर ख़रीदा था लेकिन अब आपको बेचना है। और आपको अगर खरितदार ही नहीं मिला तो आपको बहुत भरी नुकसान हो सकता है।
वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस : VWAP Trading Strategy in Hindi
यह पहली बार नहीं है जब हम VWAP संकेतक को कवर कर रहे हैं, हमारी पिछली सामग्री में आप इसके बारे में बुनियादी जानकारी पा सकते हैं। तो, आज हम इसके बारे में और अधिक विस्तार से चर्चा लेकर आए हैं। चर्चा के अलावा, हम ज़ेरोधा ट्रेडर्स के लिए Rsi indicator कैसे काम करता है VWAP ट्रेडिंग रणनीति का प्रदर्शन करेंगे। विशेष रूप से अल्पकालिक व्यापारी इस संकेतक का उपयोग पूर्ण समर्पण के साथ करते हैं क्योंकि यह इंट्राडे के साथ-साथ अल्पकालिक व्यापार विश्लेषण में काफी अच्छा प्रदर्शन करता है। आइए अवधारणा को स्पष्ट करने के लिए चरण दर चरण चर्चा करें।
ज़ेरोधा ट्रेडर्स के लिए VWAP ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी
ट्रेडिंग रणनीति बताने के बाद हम ज़ेरोधा संदर्भ की ओर बढ़ेंगे। तो इस पोस्ट के लिए जरूरी है कि आपके पास एक ज़ेरोधा अकाउंट होना चाहिए। यदि आपके पास ज़ेरोधा खाता नहीं है तो एक पाने के लिए यहां क्लिक करें।
हमें क्या वीडब्ल्यूएपी?
VWAP वॉल्यूम भारित औसत मूल्य का संक्षिप्त रूप है, जिसे आम और लोकप्रिय बाजार प्रवृत्ति विश्लेषकों में से एक माना जाता है। अत्यधिक कुशल संकेतक एक प्रकार का भारित औसत है जिसमें उनकी गणना में मात्रा शामिल होती है। यह मंदी या तेजी की ओर बाजार की मजबूती और स्टॉक के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है। सरल शब्दों में, यह उस औसत मूल्य को दर्शाता है जो निवेशकों ने एक व्यापारिक दिन में शेयरों के लिए भुगतान किया है। यह मुख्य रूप से एक दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर है।
VWAP की गणना रुपये (प्रति दिन लेनदेन के लिए कारोबार) को जोड़कर की जाती है, संक्षेप में (मूल्य x कारोबार किए गए शेयरों की संख्या) और फिर इसे दिन के लिए कारोबार किए गए कुल शेयरों से विभाजित किया जाता है।
वीडब्ल्यूएपी ट्रेडिंग रणनीति
रीयल-टाइम मार्केट ट्रेंड का विश्लेषण करने के लिए, उचित VWAP ट्रेडिंग रणनीति की आवश्यकता होती है। यहाँ नीचे दी गई सूची है:
बुनियादी रणनीतियाँ
व्यापारियों को प्रवेश और निकास समय का महत्व पता होना चाहिए। ये दोनों ट्रेडिंग सिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक लाभदायक व्यापार में प्रवेश और निकास बिंदु सबसे ज्यादा मायने रखता है। यहां, बुनियादी रणनीतियों में, आपको प्रवेश-निकास बिंदुओं को खरीदने और बेचने के बारे में पता चल जाएगा।
जब कीमत VWAP से ऊपर जाती है तो खरीदें: रणनीति के अनुसार, स्टॉक खरीदने का सबसे अच्छा समय तब होता है जब मूल्य स्तर VWAP से ऊपर होता है। यह इंगित करता है कि अधिकांश इंट्राडे पोजीशन लाभ में हैं और खरीदार नियंत्रण में हैं।
जब कीमत VWAP से नीचे जाती है तो बेचें: रणनीति पहले वाली के बिल्कुल विपरीत है। यहां, जब वीडब्ल्यूएपी मूल्य स्तर से ऊपर है या दूसरे शब्दों में, कीमत वीडब्ल्यूएपी लाइन से नीचे है, यह बिक्री का समय है। इसका मतलब है कि विक्रेता नियंत्रण में हैं।
VWAP क्रॉसओवर ट्रेडिंग रणनीति
इसे इंट्राडे या अल्पकालिक व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण व्यापारिक रणनीतियों में से एक माना जाता है।
जब कीमत नीचे से VWAP लाइन को पार करती है, तो यह हमेशा ऊपर की दिशा में चलती है।
दूसरी ओर, जब मूल्य रेखा VWAP को ऊपर से पार करती है, तो यह हमेशा नीचे की दिशा में चलती है।
VWAP ट्रेडिंग रणनीति के साथ सुपरट्रेंड संकेतक
सुपरट्रेंड इंट्राडे ट्रेडर्स के बीच काफी लोकप्रिय संकेतक है, यह अपने खरीद-बिक्री संकेतों के लिए जाना जाता है। सुपरट्रेंड और वीडब्ल्यूएपी इंडिकेटर दोनों के उपयोग से ट्रेडर एक कुशल और लाभदायक ट्रेड कर सकते हैं। यदि कीमत VWAP से ऊपर है और सुपरट्रेंड से खरीदारी का संकेत भी है, तो यह रणनीति काफी आसान है, यह इंगित करता है कि बाजार की प्रवृत्ति जोरदार तेजी है और इसके विपरीत।
VWAP बाउंस ट्रेडिंग रणनीतियाँ
यह बहुत सटीकता के साथ एक और रणनीति है। कई विश्लेषकों ने देखा है कि कभी-कभी, कीमत VWAP लाइन का परीक्षण करने के लिए आती है और अपने पिछले स्तर पर वापस आ जाती है। इसे बाउंस बैक ट्रेडिंग रणनीतियाँ कहते हैं। खरीदार अक्सर कीमत और VWAP संकेतक के स्पर्श बिंदु पर स्टॉक खरीदते या बेचते हैं।
वीडब्ल्यूएपी आंदोलन
जैसा कि मैंने ऊपर कहा है कि वॉल्यूम भारित औसत मूल्य पूरे दिन की मात्रा और मूल्य कार्रवाई के आधार पर ऊपर या नीचे चलता है। यदि आप ध्यान से देखें, तो आप बाजार के शुरुआती घंटों में देख सकते हैं, यह बंद होने के समय की तुलना में बाजार की गति के प्रति अधिक संवेदनशील है।
यह कहा गया है कि वॉल्यूम भारित औसत मूल्य एक स्टॉक का संतुलन है। इसलिए, यदि कोई स्टॉक मूल्य इससे बहुत दूर चला जाता है, तो वह हमेशा वापस आ जाएगा।
VWAP-समर्थन और प्रतिरोध ट्रेडिंग रणनीति
संकेतक एक समर्थन और प्रतिरोध स्तर दोनों के रूप में कार्य करता है लेकिन विभिन्न आयामों में। जब कीमत संकेतक के नीचे ट्रेड करती है, तो VWAP लाइन एक प्रतिरोध स्तर के रूप में कार्य करती है। इसके विपरीत तब होता है जब मूल्य संकेतक के ऊपर ट्रेड करता है, VWAP लाइन एक समर्थन स्तर के रूप में कार्य करती है।
ज़ेरोधा ट्रेडर्स के लिए VWAP ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी
उपरोक्त चार्ट ज़ेरोधा काइट प्लेटफॉर्म से लिए गए हैं जहां आप बाजार का प्रभावी ढंग से विश्लेषण करने के लिए कई चार्ट, संकेतक, ऑसिलेटर प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप एक ज़ेरोधा अकाउंट यूजर हैं, तो आप इन सभी टूल्स और तकनीकों का उपयोग मुफ्त में कर सकते हैं। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग के लिए रीयल-टाइम डेटा और चार्ट प्रदान करता है।
यहाँ, उपरोक्त अनुलग्नकों में, मैंने विभिन्न VWAP ट्रेडिंग रणनीतियों के उदाहरण देने का प्रयास किया है। वहां आपको सही तेजी-मंदी की प्रवृत्ति, खरीद-बिक्री संकेत, बाउंस ट्रेडिंग रणनीति, समर्थन-प्रतिरोध आदि के उदाहरण मिल सकते हैं। प्रत्येक चार्ट की समय सीमा 5 है क्योंकि वॉल्यूम-भारित औसत मूल्य मुख्य रूप से इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए काम करता है।
सीमाएं:
हालांकि विशिष्ट संकेतक का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है, फिर भी इसकी कुछ सीमाएँ हैं। यह केवल इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए सबसे अच्छा काम करता है, मध्य या लंबी अवधि के निवेश में इसका कोई फायदा नहीं है। यह एक व्यापार संकेत उपकरण की तुलना में एक विश्लेषणात्मक उपकरण के रूप में अधिक कार्य करता है। जैसा कि ऊपर कहा गया है कि देर से बाजार समय में संकेतक कम संवेदनशील होता है। हालांकि यह बाजार के आंकड़ों के विश्लेषण के बाद आश्चर्यजनक रूप से काम करता है, बाजार के शुरुआती घंटों के दौरान इसके लिए सबसे अच्छा है।
हालांकि वीडब्ल्यूएपी एक सटीक विज्ञान नहीं है, लेकिन यह कुछ हद तक बाजार के साथ-साथ स्टॉक की गतिविधियों की भविष्यवाणी करने में मदद करता है। संकेतक की मदद से, व्यापारी निश्चित रूप से व्यापारिक जोखिम को कम कर सकते हैं।