कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग

शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी , जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद
कमोडिटी मार्केट निवेशकों के लिए कीमती धातुओं, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, ऊर्जा और मसालों जैसी कमोडिटीज में ट्रेड करने की एक जगह होती है। इस समय में, फॉरवर्ड मार्केट कमीशन भारत में करीबन 120 कमोडिटीज के लिए फ्यूचर्स ट्रेडिंग करने की अनुमति देता है। कमोडिटीज में ट्रेडिंग अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने की मांग करने वाले निवेशकों के लिए बहुत बेहतर होती है, क्योंकि इसके निवेश अक्सर मुद्रास्फीति के साथ मदद करते हैं।
2. कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है
इक्विटी, रियल एस्टेट और सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेश के बाद, लोगों ने कमोडिटी में भी निवेश करना शुरू कर दिया। यह रिटेल इन्वेस्टर और ट्रेडर के लिए निवेश करने का एक नया प्लेटफॉर्म मिल गया। हालांकि, कमोडिटी ट्रेडिंग में जोखिम और चुनौतियां भी हैं। लेकिन यह ट्रेडर को मुनाफा कमाने का भी एक अच्छा प्लैटफॉर्म देता है, जहाँ ट्रेडर कमोडिटी को ऑनलाइन खरीद और बेच सकता है।
ट्रेडिंग के अन्य सेगमेंट की तरह कमोडिटी में भी ट्रेड करने के लिए मेहनत, कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग ज्ञान, अनुभव और समर्पण की आवश्यकता होती है। ट्रेडर को कमोडिटी, बाजार और वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में पर्याप्त जानकारी होना चाहिए जो कमोडिटी की कीमत में उतार-चढ़ाव का कारण बनता है। ट्रेडर को कमोडिटी बाजार में सही कदम उठाने में सक्षम होने के लिए मौलिक विश्लेषण और / या तकनीकी विश्लेषण के बारे में पर्याप्त जानकारी होना आवश्यक है।
3. कमोडिटी मार्केट कैसे काम करती है
मान लीजिए कि आपने एमसीएक्स पर हर 100 ग्राम के लिए 72,000 रुपये पर सोना फ्यूचर्स अनुबंध खरीदा है। एमसीएक्स पर गोल्ड का मार्जिन 3.5 प्रतिशत होता है। तो आप अपने सोने के लिए 2,520 रुपये का भुगतान करेंगे। मान लीजिए कि अगले दिन सोने की लागत प्रति 100 ग्राम 73,000 रुपये तक बढ़ जाती है। 1,000 रुपये उस बैंक अकाउंट में जमा किए जाएंगे, जिसे आपने कमोडिटी मार्केट से लिंक किया है। मान लें कि एक दिन के बाद, यह 72,500 रुपये तक गिर जाता है। उसी प्रकार से, 500 रुपये आपके बैंक अकाउंट से डेबिट किए जाएंगे।
कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग
कमोडिटी ट्रेडिंग का मूल आधार मांग और आपूर्ति (Demand and Supply) है, जैसे जब आपूर्ति (Supply) कम हो जाती है, तो मांग (Demand) बढ़ जाती है और इसलिए कीमतें (Prices) बढ़ जाती है और जब आपूर्ति (Supply) अधिक हो जाती है, तो मांग (Demand) के साथ कीमतें घट जाती है। ट्रेडर इन उतार-चढ़ाव से लाभ उठाकर मुनाफा (Profit) कमाता है या नुकसान (Loss) से बचता है। व्यापक रूप से ट्रेडिंग के लिए कमोडिटीज की चार श्रेणियां है: धातु (Metal), ऊर्जा (Energy), पशुधन (Livestock) और कृषि (Agri)।
मौसम, सरकारी नीतियों, सामाजिक कारकों और वैश्विक कारकों से प्रभावित मांग और आपूर्ति में बदलाव के कारण कीमतें भी प्रभावित होती हैं। प्रत्येक कमोडिटी को एक विशिष्ट लॉट साइज और अनुबंध मूल्य (Contract Price) के अंतर्गत ट्रेड किये जाते हैं और मूल्य में उतार चढ़ाव लाभ या हानि का कारण बनता है। यहां कमोडिटी ट्रेडिंग की प्रत्येक श्रेणी का एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है।
कमोडिटी ट्रेडिंग के फायदे
कमोडिटी ट्रेडिंग में अन्य ट्रेडिंग सेगमेंट की तुलना में कई फायदे प्रदान करती है। ज्यादातर, ट्रेडिंग निवेश आर्थिक अनिश्चितताओं के समय निवेशकों को लाभ प्रदान करता है।
पोर्टफोलियो का विविधीकरण
कमोडिटी ट्रेडिंग, ट्रेडर को उनके पोर्टफोलियो में विविधता लाने में मदद करती है। एक ट्रेडर कमोडिटीज के साथ स्टॉक, बॉन्ड और अन्य सेगमेंट में निवेश करके, किसी एक सेगमेंट में अचानक आये गिरावट से अपने नुकसान को कम करने में सक्षम हो सकता है। इसके अलावा, कमोडिटी, स्टॉक की तुलना में आर्थिक और भौगोलिक कारकों के लिए अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देती हैं। इसलिए कमोडिटी में निवेश करके बेहतर रिटर्न और अस्थिरता को कम कर सकते है।
हेजिंग
जब अर्थव्यवस्था में गिरावट आती है तो, मुद्रास्फीति बढ़ जाती है और कमोडिटी की कीमतें बढ़ जाती हैं। इस समय, स्टॉक और बॉन्ड की कीमतें नीचे आती है लेकिन कमोडिटी में निवेश निवेशकों को उछाल से लाभ उठाने और कमोडिटी की ऊंची कीमती से बचाने में मदद करती है।
कम मार्जिन
कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए आवश्यक मार्जिन राशि अनुबंध मूल्य की लगभग 5-10% होता है जो अन्य एसेट्स क्लास की तुलना में काफी कम है। इसलिए, ट्रेडर कम पैसे के साथ अधिक ट्रेड कर सकता हैं।
विकास और रिटर्न के अधिक अवसर
कमोडिटी ट्रेडिंग काफी जोखिम भरा है लेकिन यदि जोखिम को अच्छी तरह से प्रबंधित किया जाए और निवेश को उचित शोध और विश्लेषण के बाद ठीक से किया जाता है, तो यह बहुत ही मुनाफे का सौदा हो सकता है। कमोडिटी के लिए तेजी से बढ़ती मांग के कारण, कमोडिटी ट्रेडर बढ़ सकते हैं और अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
लिक्विडिटी
कमोडिटी में निवेश रियल एस्टेट जैसे अन्य एसेट क्लास में निवेश की तुलना में अत्यधिक लिक्विड है और खरीद और बिक्री बहुत आसान और तेजी से होती है। इसलिए पोजीशन को आसानी से स्क्वायर ऑफ किया जा सकता है और जब आवश्यक हो तब कैश किया जा सकता है।
5. कमोडिटी ट्रेडिंग के जोखिम
निवेश और ट्रेड के सभी अन्य रूपों की तरह, कमोडिटी ट्रेडिंग भी कई जोखिमों के अधीन है। जब निवेशक बाजार में बिना तैयारी या बहुत अधिक उम्मीदों के साथ प्रवेश करता है, तो जोखिम बढ़ जाता है। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग और अपने जोखिम लेने के सामर्थ्य के हिसाब से ही ट्रेड करना चाहिए।
उच्च लिवरेज
कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए आवश्यक मार्जिन राशि काफी कम है, इस प्रकार उच्च लाभ प्राप्त होता है। हालांकि, अगर अच्छी तरह से संभाला नहीं जाता है तो उच्च लाभ एक जाल के रूप में भी कार्य कर सकता है। ट्रेडर के पास उस धन को खोने की उच्च संभावना होती है और इस प्रकार भारी कर्ज के अधीन हो सकता है।
उच्च अस्थिरता
कमोडिटी पूरी तरह से अस्थिरता के मामले में काफी जोखिम भरा होता है। कमोडिटी में अस्थिरता स्टॉक के मुकाबले लगभग दोगुनी और बॉन्ड के मुकाबले लगभग चार गुना होती है। इसलिए, कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग अनुभवहीन ट्रेडर के लिए बहुत जोखिम भरा हो सकता है।
ज्ञान और समझ की कमी
ट्रेडिंग के किसी भी रूप का आधार अनुभव और ज्ञान होता है। कई नए ट्रेडर खुद को शिक्षित नहीं करते हैं और खुद ट्रेडिंग के समुद्र में कूद जाते हैं। ट्रेडर को ट्रेडिंग की प्रैक्टिस शुरू करने से पहले अच्छी कमोडिटी ट्रेडिंग किताबें, बातचीत और अन्य अनुभवी ट्रेडर के साथ अनुभव साझा करना चाहिए और अपनी खुद की ट्रेडिंग की योजनाएं बनानी चाहिए और रणनीतियों को पढ़ना चाहिए।
इस प्रकार, कमोडिटी ट्रेडिंग एक दिलचस्प और पुरस्कृत प्रक्रिया है जो निवेशकों को उनके पोर्टफोलियो की हेजिंग, अटकलें और विविधीकरण में मदद करती है। साथ ही, बाजार काफी अस्थिर और जोखिम भरा होता है, इसलिए ट्रेडर को बाजार में प्रवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और अच्छे मुनाफे को कमाने और नुकसान को कम करने के लिए केंद्रित, समर्पित और मेहनती रहना चाहिए।
6. कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है। शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है। इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है। यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है।
7. फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है ?
दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है। कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है। एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं।
अब हर जगह नहीं होगा डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट, RBI के इन नियमों को ध्यान से पढ़ लीजिए
फेमा (FEMA) करंट अकाउंट रूल्स के शेड्यूल 1 में उन ट्रांजैक्शन के बारे में बताया गया है जिस पर रोक है. इसमें पूरी लिस्ट दी गई है जिस पर रोक लगी है. ये ऐसे ट्रांजैक्शन हैं जिन्हें क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से नहीं कर सकते.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Apr 20, 2022 | 3:53 PM
अगर आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड (Debit Card) होल्डर हैं तो आपको जानना चाहिए कि किन परिस्थितियों में डेबिट और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का इस्तेमाल नहीं कर सकते. यह नियम इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन या पेमेंट को लेकर है. भारतीय कानून के अनुसार इंटरनेशनल इनेबल डेबिट या क्रेडिट कार्ड को कुछ खास तरह के इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन से रोका गया है. रिजर्व बैंक का नियम कहता है कि यह रोक फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, 1999 (FEMA) के तहत चस्पा किया गया है. इसी में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट (करंट अकाउंट ट्रांजैक्शन) रूल्स, 2000 का भी नियम है जिसे फेमा करंट अकाउंट रूल्स कहा जाता है.कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग
डीएसके लीगल के पार्टनर अविनाश कुमार खर्द ‘इकोनॉमिक टाइम्स‘ से कहते हैं, फेमा करंट अकाउंट रूल्स के शेड्यूल 1 में उन ट्रांजैक्शन के बारे में बताया गया है जिस पर रोक है. इसमें पूरी लिस्ट दी गई है जिस पर रोक लगी है. ये ऐसे ट्रांजैक्शन हैं जिन्हें क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से नहीं कर सकते. वे कहते हैं, विदेशों में जिन सामानों पर रोक है, यानी जो भी प्रोहिबिटेड आइटम हैं, उन्हें डेबिट या क्रेडिट कार्ड से नहीं खरीद सकते. इन आइटम में लॉटरी टिकट, प्रतिबंधित मैगजीन, स्वीपस्टेक्स में भागीदारी, सभी तरह के कॉल बैक सर्विसेज की खरीदारी पर रोक है. इस तरह के आइटम या एक्टिविटिज जो फॉरेन एक्सचेंज में आते हैं, उसका ट्रांजैक्शन डेबिट या क्रेडिट कार्ड से नहीं कर सकते.
जुर्माने का प्रावधान
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के नाम एक मैसेज भेजा है जिसमें लिखा गया है कि फोरेक्स ट्रेडिंग, गैंबलिंग जैसे काम क्रेडिट कार्ड पर प्रतिबंधित हैं. साथ ही उपर जो भी गतिविधियां बताई गई हैं, उन सबका ट्रांजैक्शन विदेशों में डेबिट या क्रेडिट कार्ड से नहीं किया जा सकता.
अगर कोई व्यक्ति इस नियम को तोड़ता है तो उसके खिलाफ जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है. जिन गतिविधियों पर या जिन ट्रांजैक्शन पर रोक है, अगर वह ट्रांजैक्शन किया जाता है और डेबिट या क्रेडिट कार्ड से कोई लेनदेन होता है तो रिजर्व बैंक के रेगुलेशन के मुताबिक कार्डहोल्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. कार्डहोल्डर को किसी भी कार्ड को रखने से रोक दिया जाएगा. स्टेट बैंक ने अपने मैसेज में यह बात कही है.
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इन विज्ञापनों से सावधान
नियम के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति इस तरह का ट्रांजैक्शन करता है तो उसके खिलाफ फेमा करंट अकाउंट रूल्स के तहत कार्रवाई होगी. फेमा के तहत उसके खिलाफ जुर्माना लगेगा. जुर्माने की राशि ट्रांजैक्शन की गई राशि से तीन गुना अधिक तक हो सकती है. इसलिए विदेश जब भी जाएं तो ऐसे इश्तेहारों के झांसे में न आएं जिसमें सस्ते ऑफर में या डिस्काउंट में केसिनो, होटल आदि का ऑफर दिया जाता है और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने की बात कही जाती है. ऐसे विज्ञापन आपको गंभीर मुसीबत में डाल सकते हैं.
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राशि दो गुना करने के नाम पर ठगने वाले 3 गिरफ्तार
अहमदाबाद. फोरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने पर राशि को दो गुना कर देने का झांसा देकर एक युवती को ढाई लाख रुपए की चपत लगाने वाले एक गिरोह का साइबर क्राइम ने पर्दाफाश किया है। सूरत में दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों में सूरत के वेसु निवासी वरुण खुराना (28), जहांगीराबाद निवासी जयेश वाघेला (43) एवं ओलपाड निवासी चिराग उर्फ दर्शन गामित (27) शामिल हैं।
आरोपी के विरुद्ध सैजपुर बोघा निवासी रेखा वाघेला ने साइबर क्राइम शाखा में ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर निवेश करने पर राशि को दो से तीन गुना करके देने का झांसा देकर तीन लाख रुपए लिए। इसके बाद विश्वास जीतने के लिए कुछ राशि वापस भी की और बाद में संपर्क तोड़कर उनके साथ ढाई लाख रुपए की ठगी की। पकड़े गए आरोपी पहले मैसेज के जरिए फोरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने पर दो से तीन गुना राशि करके देने का झांसा देते थे, जो व्यक्ति मैसेज का जवाब देता था, उससे मोबाइल पर संपर्क कर उससे राशि जमा करवाते और फिर उसे अन्य खातों में ट्रांसफर कर रकम निकाल लेते थे।
पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी जयेश ट्रेडिंग का काम भी करता है। यह फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर के संचालकों को रुपए जमा कराने के लिए एकाउंट भी प्रदान करता था।
बीबीए तक पढ़ाई कर चुका वरुण अंग्रेजी अच्छी होने के चलते मोबाइल फोन से लोगों को झांसे में लेने के लिए कॉलर के रूप में काम करता था और जिसे झांसे में ले लेता उसकी राशि सेे 20 से 23 प्रतिशत का हिस्सा लेता था चिराग डिप्लोमा इंजीनियर है। वह भी टेली कॉलर के रूप में काम करता और 20 से 23 फीसदी कमीशन लेता था।
फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है (फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करे)forex market wikipedia in hindi
उधारण के लिए अगर आपके पास usa डॉलर है अगर आप उसको किसी एअरपोर्ट जा फिर किसी बैंक से exchange करवाते है तो यह सब forex exchange का ही हिसा है तकरीबन 6.6 ट्रीलियन डॉलर के रोजाना लेनदेन के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा फाइनैंशल मार्किट कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग है और अगर इसे हम पैसे का समुंदर कहे to इसमे कोई शक नही है सच में ही फोरेक्स मार्किट एक पैसे का समुंदर ही है