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फाइनेंस का महत्त्व?

फाइनेंस का महत्त्व?
दोस्तों, आशा है , फाइनेंसियल फ्रीडम का ये टॉपिक आपको जरुर पसंद आया होगा, और आप आज से ही अपनी फाइनेंसियल फ्रीडम के लिए काम करना शुरू कर देंगे,

कुक्कुट पालन-बढ़ता महत्त्व और देश की जरुरत

Guru Nanak Jayanti Today: गुरु नानक जयंती आज, जानिए गुरु पूरब का इतिहास और महत्व

Guru Nanak Jayanti Today: सिखो के पहले गुरुनानक (Guru Nanak) का जन्म 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। इसे गुरुनानक देव जी जयंती (Guru Nanak Dev Ji Jayanti), प्रकाश पर्व, गुरु पूरब भी कहा जाता है। आज 8 नवंबर को गुरुनानक जयंती है। गुरुनानक सिख धर्म के संस्थापक थे। सिख धर्म के लोगों के लिए यह दिन त्योहार से कम नहीं होता है। इस दिन सिख धर्म के लिए बड़े पैमाने पर उल्लास के साथ कार्यक्रम और जगह-जगह कीर्तन आयोजित करते हैं। पंजाब में सबसे ज्यादा सिख धर्म को मानने वाले लोग हैं। इस खास दिन के लिए बहुत पहले ले ही तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं।

इतिहास

आज गुरुनान देव की 553वीं जयंती है। उन्हें नानक देव, बाबा नानक और नानकशाह के नाम से भी जाना जाता है। लद्दाख और तिब्बत के इलाकों में उन्हें नानक लामा कहा जाता है। इनका जन्म पाकिस्तान के तलवंडी में हुआ फाइनेंस का महत्त्व? था। जहां अब ननकाना साहिब नाम से गुरुद्वारा है। गुरु नानक देव का 16 साल की उम्र में सुलक्खनी से विवाह हो गया था। उनके दो पुत्र श्रीचंद और लखमीदास हुए। इसके बाद वह अपने साथियों के साथ तीर्थ यात्रा पर निकल गए। उन्होंने भारत समेत अफगानिस्तान, ईरान और अरब के कई देशों की यात्रा की थी। गुरु नानक देव ने दुनिया भर के कई हिस्सों की यात्रा करते हुए जीवन गुजारा। इसके बाद करतारपुर में देह त्याग दिया। इसलिए पाकिस्तान में मौजूद करतारपुर साहिब का खास महत्व है।

Financial freedom की क्यों बहुत जरुरत है –

जैसे कि हमने जगजीत सिंह के गीत की दो पक्तियों को देखा, बचपन हम ज्यादा खुश इसलिए रहते है कि हमें बाय डिफ़ॉल्ट फाइनेंसियल फ्रीडम प्राप्त होता है,

और इस तरह हमें फाइनेंसियल फ्रीडम की जरुरत इसलिए बहुत ज्यादा है, ताकि हम

  • पैसो की चिंता से आजाद होकर हम एक फ्री लाइफ को जी सके
  • हम वो कर सके जिस से हमें सच में ख़ुशी मिलती हो
  • हम अपने उन सपनो को पूरा कर सके, जिनको हम बचपन से पूरा करना चाहते है,

और इसलिए जब हम पैसे कमाना शुरू करे, तो हमारी पहली कोशिस यही होनी चाहिए कि हम जल्द से जल्द फाइनेंसियल फ्रीडम प्राप्त करे

आइये अब बात करते है की फाइनेंसियल फ्रीडम होता क्या है ?

फाइनेंसियल फ्रीडम क्या होता है ?

फाइनेंसियल फ्रीडम का हिंदी अर्थ है –वित्तीय आजादी, और आम भाषा में कहे तो पैसे कमाने की चिंता से आजादी,

और पैसे कमाने की फाइनेंस का महत्त्व? चिंता आपको तभी नहीं होती है, जब आपके पास बहुत अधिक धन आ जाये , और आप उस धन का इस्तेमाल करके अपने लिए एक ऐसा इनकम सोर्स बना ले जिस से कि आपको बिना काम किये भी पैसे मिलते ही रहे,

फाइनेंसियल फ्रीडम एक ऐसी अवस्था होती है, जब हमें एक बेहतर जिन्दगी को जीने के लिए आवश्यक खर्च के रूप में लगने वाले पैसो की चिंता से आजाद होते है, हम पैसे के लिए काम करे या ना करे, हमारे पास पैसे आते ही रहते है, और जिनसे हम बिना पैसो की चिंता किये एक बेहतर लाइफ को जी पाते है,

जैसे – हर कोई चाहता है कि – उसे जल्द से जल्द रिटायरमेंट मिल जाये और उसे पैसे की चिंता न करनी पड़े क्योकि रिटायरमेंट के बाद काम पर नहीं जाने के बावजूद पेंशन की रकम मिलती रहेगी,

फाइनेंसियल फ्रीडम के फायदे –

आइये अब फाइनेंसियल फ्रीडम के फायदे की बात करते है-

अगर फाइनेंसियल फ्रीडम के फायदों की बात करे तो –

इसका पहला फायदा और सबसे बड़ा फायदा है –

  • आपको अपने खचो को पूरा करने के लिए यानी पैसे कमाने की रोज रोज चिंता नही करनी होती है, और आप जिन्दगी की RAT RACE से बाहर निकल जाते है,
  • दूसरा – आप पैसे के लिए काम नही करते, बल्कि पैसा आपके लिए काम करता है, जैसे – अच्छे इन्वेस्टमेंट
  • तीसरा फायदा है – आप वो काम कर सकते है, जो करने से आपको सच में खुशी मिलती हो,
  • चौथा फायदा है – आप अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जी सकते है,और पूरी आजादी को महसूस कर सकते है, जो आपको बचपन में हुआ करती थी,
  • पाचवा फायदा – आप निश्चिंत होकर देश विदेश के अलग अलग शहरो में आजादी के साथ घुमने फिरने जा सकते है, और जब आप इस तरह घुमने फिरने का आनंद ले रहे होंगे, तब भी अपने किसी तरह के income के बारे इ सोचने की जरुरत नहीं पड़ेगी,
  • छठा फायदा ये भी है कि – फाइनेंसियली फ्री होने से आप अपने परिवार के साथ ज्यादा QUALITY TIME गुजार सकते है,
  • फाइनेंससयिी फ्री होने से आप कुछ समाज की भलाई के लिए बहुत सारे काम कर सकते है,
  • आप अपनी हजिंदगी को अपने तरीके से जी सकते है,और पूरी आजादी को महसूस कर सकते है, जो आपको कभी बचपन में हुआ करती थी,

स्वास्थ्य और उच्चतम पोषण मूल्य:-

अंडो में बड़ी मात्र में कई पोषक तत्व होते है इस लिए अंडा एक प्रोटीन का बड़ा सोर्स है| अंडे का सेवन अच्छा माना जाता है, इसके सेवन फाइनेंस का महत्त्व? करने से शारीरिक और मानसिक लाभ होते है|

अंडे में विटामिन-बी के साथ विटामिन-बी 12, बायोटिन, राइबोफ्लेविन, थियामिन और सेलेनियम ये घटक पायें जाते है|

छोटे बच्चें, गर्भवती महिला, बूढ़े लोग हो या आदिवासी क्षेत्र के लोग हो विशेष रूप से इन लोगों कों अंडे और मांस की बेहद जरुरत है क्यूंकि अंडे और मांस में उच्चतम पोषणाहार मूल्य होते है|

अंडे खानें के कुछ फायदे इस तरह है:

1. वजन घटाने में मदत: अंडे में प्रोटीन ज्यादा मात्रा में पाई जाती है और कॅलरिज मात्र कम पाई जाती है इससे आपका वजन घटाने में मदत मिलती है| अंडा खाने के बाद आपका पेट भरा महसूस होता है इससे आप ओव्हर इटिंग से बच जाते है|

गरीबोँ के लिए पोषणाहार का भंडार:

अंडो में बड़ी मात्र में कई पोषक तत्व होते है इस लिए अंडा एक प्रोटीन का बड़ा सोर्स है| अंडे का सेवन अच्छा माना जाता है, इसके सेवन करने से शारीरिक और मानसिक लाभ होते है|

अंडे में विटामिन-बी के साथ विटामिन-बी 12, बायोटिन, राइबोफ्लेविन, थियामिन और सेलेनियम ये घटक पायें जाते है|

आर्थिक वृद्धि: ग्रामीण क्षेत्रोँ में अतिरिक्त आय के लिए कुक्कुट पालन एक अच्छा विकल्प हो सकता है| इस व्यवसाय को कम लागत से भी शुरू किया जा सकता है|

ओर तो ओर छोटे उद्योग को सरकार से प्रोत्साहित हेतु मदत भी मिलती है| इससे गरीब किसान, आदिवासी महिलाएं आदि का आर्थिक विकास संभव है|

देवी-देवता और त्योहार में भोजन स्वरूप:

आज हमारा देश वैज्ञानिक क्षेत्रोँ में कितना प्रगतिशील है फिर भी आज हम हमारी परम्परायें नहीं भूले| आज भी कई देवी देवतओ के लिए मुर्गा चढ़ाया जाता है, आज भी सार्वजनिक कार्यक्रमों में मुर्गी या बकरे का मांस खाने में इस्तेमाल किया जाता है|

झारखंड के फाइनेंस का महत्त्व? गुमला जिले के ग्रामीण क्षेत्रोँ में दीपावली पर्व मुर्गे के बलिदान से मनाया जाता है| यंहा अमावस्या की रात लाल रंग के मुर्गे की बलि चढ़ाई जाती है|

ऐसा मानना है की वहां के इष्टदेव को दीपावली पर्व में अमावस्या के रात लाल रंग के मुर्गे की बलि पसंद है|

नेटवर्क एवं प्रौद्योगिकी (एनटी) प्रकोष्ठ

Networks &Technologies (NT) Cell

सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों (आईसीटी) को विश्वभर में सरकारों द्वारा सामाजिक-आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण परिचालकों के रूप में स्वीकार किया गया है। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियां सर्व-व्यापक हो गई हैं तथा हमारी अर्थव्यवस्थाओं, समाजों और जीवन को रूपांतरित कर रही हैं। ये प्रौद्योगिकियां, नई सेवाओं और अनुप्रयोगों के प्रति सदैव विस्तृत होती उम्मीदों के साथ गति बनाए रखने के लिए तीव्र गति से प्रगति करती रहती हैं। इनकी गति इतनी तीव्र होती हैं कि प्रौद्योगिकी परिदृश्य प्रत्येक कुछ ही वर्षों में रूपांतरित हो जाता है।

दूरसंचार विभाग का नेटवर्क और प्रौद्योगिकी (एनटी) प्रकोष्ठ,जो 2010 में अस्तित्व में आया है, देश में नई एवं उभरती प्रौद्योगिकियों से संबंधित नीति एवं विनियामक पहलुओं से संबंधित कार्य करता है। दूरसंचार विभाग मुख्यालय स्थित एनटी प्रकोष्ठ के प्रयासों में फाइनेंस का महत्त्व? देश भर में फैली एनटी की फील्ड यूनिटें सहायताकरती हैं। इस समय प्रकोष्ठ के प्रमुख कार्यों में निम्नलिखित शामिल हैं:

आईपीवी6

आज इंटरनेट विश्वभर में अरबों प्रयोक्ताओं को सेवाएं देने वाला एक वैश्विक नेटवर्क बन गया है और ऐसा इंटरनेट प्रोटोकाल की व्यापक स्वीकार्यता के कारण हुआ है। .

मशीन से मशीन संचार, जिसे प्रायः एम2एम/आईओटी का नाम दिया जाता है, अगली पीढ़ी की इंटरनेट क्रांति बनने वाली है जो अधिकाधिक लोगों को जोड़ने.

नेट-तटस्थता

विगत में, इंटरनेट की पहुंच में भारी वृद्धि, जो एक ओर देश के प्रत्येक कोने तक उपलब्ध कराई गई सर्वव्यापी दूरसंचार अभिगम्यता के माध्यम से संभव हुई है और एक जीवंत कन्टेंट.

राष्ट्रीय दूरसंचार नीति (एनटीपी)-2012 में सार्थक रूप से डिज़ाइन की गति बढ़ाने तथा सेवाओं के रॉल-ऑउट में क्लाउड सेवाओं के महत्व को मान्यता.

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ब्लॉग: फेयर डिजिटल फाइनेंस के सामने साइबर फ्रॉड की चुनौती

world consumer rights day Challenge of Cyber ​f​raud before fair digital finance | ब्लॉग: फेयर डिजिटल फाइनेंस के सामने साइबर फ्रॉड की चुनौती

राजू पांडेय

15 मार्च को मनाया जाने वाला विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस उपभोक्ताओं के अधिकारों एवं उनकी आवश्यकताओं के विषय में वैश्विक स्तर पर जागरूकता उत्पन्न करने का एक अवसर है. यही वह तारीख थी जब 1962 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी ने अमेरिकी कांग्रेस को उपभोक्ता अधिकारों के महत्व से अवगत कराते हुए इनकी रक्षा पर बल दिया था.

उपभोक्ता आंदोलन ने पहली बार इस तिथि को 1983 में चिन्हित किया. इस वर्ष कंज्यूमर इंटरनेशनल के 100 देशों में फैले हुए 200 कंज्यूमर समूहों ने ‘फेयर डिजिटल फाइनेंस’ को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की थीम के रूप में चुना है. कंज्यूमर इंटरनेशनल यह महसूस करता है कि तेजी से बढ़ती डिजिटल बैंकिंग जहां उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए नए अवसर उत्पन्न कर रही है वहीं इसके तीव्र प्रसार के कारण सर्वाधिक संवेदनशील समूहों के पीछे छूट जाने का खतरा भी बना हुआ है.

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