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क्रिप्टोबो फैसले

क्रिप्टोबो फैसले
FTX co-founder Sam Bankman-Fried: एफटीएक्‍स बिकने की खबर आने से पहले सैम बैंकमैन-फ्रायड की कुल संपत्ति 15.2 अरब डॉलर थी. रातोंरात उनकी संपत्ति 14.6 में अरब डॉलर की कमी आ गई.

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Crypto Market: फेड के रेट हाइक फैसले से BitCoin में गिरावट, Binance के सीईओ ने करेक्शन को कहा हेल्दी

Crypto Market: इस साल अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी किया है। फेड के फैसले से मार्केट कैप के लिहाज से टॉप 10 क्रिप्टो में अधिकतर पिछले 24 घंटे में कमजोर क्रिप्टोबो फैसले हुई। हालांकि यूएस फेड के शुरुआती झटके के बाद अधिकतर क्रिप्टो में सुधार दिख रहा है।

मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टो बिटकॉइन आज सुबह 19644 डॉलर से करीब 6 फीसदी फिसलकर 18293 डॉलर के भाव पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद इसमें कुछ रिकवरी हुई और 18700 डॉलर के भाव पर पहुंच गया।

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Ethereum भी शुरुआत गिरावट के बाद संभला

बिटकॉइन यूएस फेड से शुरुआती झटके के बाद संभल गया। मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम (Ethereum) भी शुरुआती कारोबार में 10 फीसदी टूटकर 1376 डॉलर से फिसलकर 1230 डॉलर पर लुढ़क गया। हालांकि इसके बाद इसमें रिकवरी हुई और अब यह 1264 डॉलर के भाव पर पहुंच गया। कार्डानो, सोलाना और डॉजकॉइन भी शुरुआती क्रिप्टोबो फैसले गिरावट के बाद संभल गए।

बढ़ रही क्रिप्टो में खरीदारी

'Cryptocurrency'

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जैसे ही FTX की बर्बादी सामने आई, कई निवेशकों और वैलिडेटर्स ने ब्लॉकचेन से अपने Solana एसेट्स को हटाना शुरू कर दिया और उन्हें नष्ट कर दिया, जिससे टोकन में कीमत में इस तरह की जबरदस्त गिरावट आई।

स्टडी में कहा गया है कि प्राइसेज के बढ़ने पर रिटेल इनवेस्टर्स की ओर से बिटकॉइन में खरीदारी की जा रही थी, जबकि इसके व्हेल्स जैसे बड़े होल्डर्स बिकवाली कर प्रॉफिट कमा रहे थे

इस सप्ताह की शुरुआत में बड़ी संख्या में कस्टमर्स के अपनी रकम निकालने के बाद बहामास के इस एक्सचेंज ने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की थी। बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Binance ने इसे खरीदने की पहल की थी लेकिन बाद में वह पीछे हट गया था

चीन से विपरीत हांगकांग ने लिया बड़ा फैसला, Crypto अपनाने के लिए बढ़ाया कदम!

क्रिप्टो को कानूनी रूप देने की तैयारी (Photo: File)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 31 अक्टूबर 2022, 8:42 PM IST)

पिछले कई महीनों से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. कई दिग्गज कह रहे हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला फूट चुका है. लेकिन इस बीच हांगकांग क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी अमलीजामा पर विचार कर रहा है.

दरअसल आने वाले दिनों में हांगकांग के लोग क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन कर पाएंगे. हांगकांग ने एशिया में क्रिप्टोकरेंसी का हब बनने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसके तहत क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में रिटेल ट्रेडिंग की इजाजत देने की तैयारी की गई है. जिसके बाद लोग क्रिप्टो को डिजिटल-एसेट के तौर खरीद-फरोख्त कर पाएंगे.

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हांगकांग की सरकार की ओर से सोमवार को इसपर फैसला लिया गया है. सरकार ने कहा कि आसानी से लोगों तक इसकी पहुंच कैसे हो, इस पर तेजी से काम किया जाएगा. साथ ही दुनियाभर के वैश्विक क्रिप्टो एक्सचेंजों को कारोबार के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा नई वर्चुअल-एसेट लाइसेंसिंग नियम पर भी काम हो रहा है.

बता दें, जहां हांगकांग ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला लिया है. वहीं चीन में इससे उलट क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया था कि दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी के सबसे ज्यादा नए निवेशक भारत, ब्राजील और हांगकांग के थे.

हांगकांग की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं

हांगकांग की वित्तीय सेवा और ट्रैजरी ब्यूरो ने सोमवार को टेक कॉन्फ्रेंस में इस प्लान की घोषणा की है. मालूम हो कि कोविड से पहले पूरी दुनिया से बड़ी संख्या में लोग हांगकांग घूमने जाते थे. लेकिन महामारी की वजह से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई. इसलिए क्रिप्टो के पीछे आर्थिक फैसले को भी जोड़कर देखा जा क्रिप्टोबो फैसले रहा है.

ईरान में ट्रेडर्स इम्पोर्ट के लिए कर सकेंगे क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल

ईरान के कारोबारी व्हीकल्स और अन्य गुड्स के इम्पोर्ट के लिए डॉलर या यूरो में भुगतान के बजाय क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल कर सकेंगे। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण ग्लोबल बैंकिंग सिस्टम से ईरान बाहर है

ग्‍लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन की कीमत 20,406 डॉलर (लगभग 16.3 लाख रुपये) है.

बिटकॉइन समेत क्रिप्टो मार्केट में आज दिखा लाल रंग

शिबा इनु खबर लिखे जाने के समय पर

Gemini एक्सचेंज में व्हेल ने ट्रांसफर किए 4 हजार BTC

भेजे गए बिटकॉइन्स की कीमत 8.6 करोड़ डॉलर बताई गई है

अफगानिस्तान में पश्चिमी देशों से सहायता प्राप्त करने में क्रिप्टोकरेंसीज से काफी मदद मिली थी। विदेश में मौजूद कुछ संगठनों ने सहायता उपलब्ध कराने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल किया था

.000013 (लगभग 0.001066 रुपये) पर ट्रेड कर रहा था

ट्विटर यूजर्स ने माइक की पोस्ट पर चुटकी भी ली और सवाल खड़े किए कि इतनी बड़ी होल्डिंग को कोई कैसे भूल सकता है

ETH व्हेल ने खरीदे 5300 करोड़ शिबा इनु, कीमत में 5% उछाल

Etherscan के आंकड़ों के अनुसार, व्हेल ने 5300 करोड़ शिबा इनु टोकनों की खरीद की है

Cuban ने इसके प्राइस को लेकर को पूर्वानुमान नहीं दिया है. वह मानते हैं कि इस ब्लॉकचेन की उपयोगिता अधिक होने के कारण यह सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin से बेहतर है

हैकर्स ने चुराए 10 करोड़ डॉलर से अधिक के ​NFT

इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है. ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े क्रिप्टोबो फैसले धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है

चीन में Bitcoin की माइनिंग पर पिछले वर्ष बैन लगाया गया था. कैम्ब्रिज बिटकॉइन इलेक्ट्रिसिटी कंजम्प्शन इंडेक्स (CBECI) से पता चला है कि चीन में बिटकॉइन माइनिंग एक्टिविटीज में दोबारा तेजी आई है

विस्तार

दुनिया के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में से एक एफटीएक्स ने शुक्रवार को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन किया था। लोग इस झटके से उबरे भी नहीं थे कि ग्राहकों के 100 करोड़ डॉलर या करीब 8054 करोड़ रुपये एक्सचेंज से गायब होने का खुलासा हुआ। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि एक्सचेंज के संस्थापक सैम बैंकमेन ने बिना किसी को बताए एफटीएक्स से यह रकम अपनी ट्रेडिंग कंपनी अलामेडा रिसर्च में भेज दी। वहीं, अब इस मामले की जांच में भारतीय मूल के निषाद सिंह का नाम सामने आ रहा है। बता दें कि एफटीएक्स एक्सचेंज के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड के नौ विशेष सहयोगियों में निषाद सिंह का नाम भी शामिल है।

एफटीएक्स एक्सचेंज का अचानक से दिवालिया हो जाना आसानी से पच नहीं रहा है। कहा जा रहा है कि सैम बैंकमेन ने बिना किसी को बताए एफटीएक्स से यह क्रिप्टोबो फैसले रकम अपनी ट्रेडिंग कंपनी अलामेडा रिसर्च में भेज दी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कुल राशि के ट्रांसफर के बाद से ही ग्राहकों के फंड एक बड़ा हिस्सा गायब है। इस पूरे मामले में एक्सचेंज के सीईओ के साथ ही नौ अन्य लोगों का नाम भी संदेह के घेरे में है। इनमें से एक नाम भारतीय मूल के निषाद सिंह का भी है। उनके बारे में रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि वे एफटीएक्स एक्सचेंज के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड को क्रिप्टो मामलों में फैसले लेने में मदद किया करते थे। एफटीएक्स एक्सचेंज से पहले वे फेसबुक के लिए भी काम करते थे।

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