नियमित चालू खाते

v. RBI ने उन बैंकों को अनुमति दी है जो उधारकर्ता के एस्क्रो खाते/CC/OD खाते में धनराशि स्थानांतरित करने से पहले ऐसे खातों से शुल्क/प्रभार डेबिट करने के लिए संग्रह खाते रखते हैं।
बचत खाते और चालू खाते की सुविधाओं के बीच अंतर
हैलो दोस्तों मैं आपका Top Job Gyan में स्वागत है इस post में आज हम बचत खाते और चालू खाते की सुविधाओं के बीच के अंतर पर चर्चा करना। बचत खाता का क्या लाभ। bachat khate aur chalu khate ki suvidhao, बचत खाता का लाभ और उपयोग करता, बचत निधि खाता तथा चालू जमा खाता में अंतर, बचत खाते और वेतन खाते के बीच अंतर, पूंजी खाते और रिजर्व खाते के बीच अंतर, बचत खाता किसे कहते हैं। चालू खाता निकासी सीमा। बचत खाता और चालू खाता दोस्तों चलिए शुरू करते हैं।
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बचत खाता (Bachat Khata)
बचत खाता जैसा कि नाम से ही पता चलता है एक संक्षिप्त विवरण (Brief summary) यह एक जमा राशि है। व्यक्तियों क्लबों द्वारा उपयोग किया जाने वाला खाता एसोसिएशन और अन्य निकायों जैसे ट्रस्ट सोसायटी आदि अपना पैसा पार्क करने के लिए भविष्य के उपयोग के लिए यह एक है।
ब्याज-असर खाता जिस पर बैंक खाताधारक (Bank account holder) को ब्याज का भुगतान करता है। ताकि बचत की आदत को प्रोत्साहित किया जा सके एक बचत नियमित चालू खाते के बारे में सबसे अच्छी बात लोगों में खाता यह है। कि पैसा सुरक्षित है।
किसी भी समय और किसी भी जगह के माध्यम से सुलभ बचत की 24 घंटे की एटीएम सुविधा खाता धारक को अनुमति है। पर मांगने पर पैसे निकालने के लिए चेक या के माध्यम से प्रस्तुति वापसी के रूप में कुछ निश्चित हैं कि संख्या पर प्रतिबंध प्रति माह और राशि की निकासी वापस ले लिया।
चालू खाता (Chaloo khata)
प्रति दिन खाताधारक (account holder) को अपने में एक न्यूनतम संतुलन बनाए रखें। खाता अन्यथा शुल्क या जुर्माना है बैंक द्वारा चार्ज किया गया यह एक है ब्याज-असर खाता जिस पर बैंक दैनिक आधार पर ब्याज का भुगतान करता है।
खाते का बकाया अंत में बैंक पासबुक (bank passbook) प्रदान करते हैं। या खाते का विवरण धारक जो स्नैपशॉट के रूप में कार्य करता है तारीख वार डेबिट और क्रेडिट विवरण लेन-देन और ऋण संतुलन ग्राहकों के खाते के अंत में चालू खाता चालू खाता ए सक्रिय खाता जो चालू रहता है।
दिन भर का अर्थ है कि कोई भी नहीं है लेनदेन की संख्या पर सीमा वास्तव में कार्य दिवस के दौरान कोई नहीं है। प्रति निकासी की राशि पर सीमा दूसरे शब्दों में लेन-देन खाता बार-बार लेनदेन का समर्थन करता है और इसलिए यह मुख्य रूप से फर्मों संस्थानों (firms institutions) द्वारा उपयोग किया जाता है।
खाताधारकों के लिए (khatadharko ke liye)
प्रति लेनदेन निकासी की राशि अन्य शब्द खाता समर्थन करता है। अक्सर लेन-देन नियमित चालू खाते और इसलिए यह है मुख्य रूप से फर्मों संस्थानों (firms institutions) द्वारा उपयोग किया जाता है। सरकारी निकाय और समाज सुविधाएँ चालू खाते का चालू खाता है एक गैर-ब्याज वाले खाते का अर्थ बैंक (Bank) द्वारा कोई ब्याज नहीं दिया जाता है।
चालू खाता धारकों के लिए बैंक ओवरड्राफ्ट में जमा राशि सुविधा बैंक ओवरड्राफ्ट सुविधा (bank overdraft facility) की अनुमति देते हैं। खाताधारकों के लिए या तो ए छोटी अवधि या एक नियमित आधार पर लेकिन खाते की एक निश्चित सीमा विवरण के लिए बैंक द्वारा खाते को प्रदान किया जाता है। बनाए रखने के लिए आवधिक आधार पर धारक चालू खाता बैंक अक्सर कुछ लेवी करता है।
आवेशों को लेज़र फोलियो के रूप में जाना जाता है हालाँकि कुछ बैंक कोई शुल्क नहीं लेते हैं वर्तमान के रखरखाव के लिए राशि शेष राशि के अधीन खाता खाते में बनाए रखना काफ़ी है। इसमें शामिल काम की भरपाई करें अंत में बैंक (Bank) भी चेक प्रदान करते हैं।
Fino Payment Bank Current Account
Current Account (चालू खाता) आमतौर पर व्यावसायिक संस्थाओं द्वारा खोला जाता है ताकि उनके बैंकिंग लेनदेन को पूरा किया जा सके। इस प्रकार के खाते पर बैंक द्वारा किसी प्रकार का ब्याज नहीं दिया जाता, आम तौर पर, एक नियमित आधार पर भारी लेनदेन होने वाले व्यवसायी करंट अकाउंट का उपयोग करते हैं। हालाँकि, एक चालू खाते का उपयोग अन्य संस्थाओं के लिए भी किया जा सकता है।
Fino Payment Bank ने भी अपना चालू खाता अकाउंट का सर्विस लॉंच किया है, और इस सर्विस को प्रगति करंट अकाउंट नाम दिया गया है। यह आपको अपना व्यवसाय बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
फिनो पेमेंट्स बैंक का प्रगति चालू खाता एक आदर्श कम लागत वाला खाता है जिसे विशेष रूप से आपकी व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह आपको बैंक के चक्कर काटने से बचाएगा और आपका बहुमूल्य समय भी बचाएगा। फिनो पेमेंट बैंक एजेंट द्वारा सभी सेवाएं डोरस्टेप उपलब्ध कराई जाती है। प्रगति चालू खाता आपको कई सुविधाएँ प्रदान करता है, जो आपको कम लागत पर अपनी व्यावसायिक आय का प्रबंधन करने में मदद करेगा। न्यूनतम राशि 5000 रूपये से करंट अकाउंट खोला जा सकता है।
Current Account के फायदे और नुकसान क्या है?
current Account (चालू खाता) ओपन कराने के कई सारे फायदे है नुकसान भी है जो की निम्नलिखित है।
फायदे (Benefits)
- करंट अकाउंट के माध्यम से एक बिजनेसमैन बड़े पैमाने पर पैसे का लेन देन कर सकता है।
- प्रतिदिन पैसे की लेन देन के लिए कोई सिमा तय नहीं है आप जितना चाहे ATM या बैंक ब्रांच से पैसा निकाल और जमा कर सकते है आप जितने चाहे उतना fund ट्रांसक्शन्स कर सकते है।
- करंट नियमित चालू खाते अकाउंट में आपको ओवरड्रफ्ट यानि की ज्यादा पैसा निकालने की सुविधा होती है जिसे बाद में आप पैसे डालकर ब्याज सहित मेन्टेन किया जाता है।
- करंट अकाउंट में बचत खाते की तरह ही आपको डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट, sms alert इत्यादि की सुविधा मिलती है।
- बिज़नेस कारोबारियों के लिए करंट अकाउंट, सेविंग अकाउंट से ज्यादा सुविधाजनक होती है।
- करंट अकाउंट के माध्यम से एक बिज़नेस owner Cheques, pay-orders, or demand-drafts से direct payment कर सकते है।
चालू खाता खोलने के लिए क्या क्या दस्तावेज चाहिए?
बैंक में Current Account (चालू खाता) खोलने के लिए नियमित चालू खाते जरुरी डाक्यूमेंट्स निम्नलिखित है।
- दो लेटेस्ट पासपोर्ट साइज कलर फोटो
- पहचान पत्र (Identity Proof) के रूप में आप Aadhar Card , Pan Card , ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी, राशन कार्ड इत्यादि प्रमाण प्रत्रों का इस्तेमाल कर सकते है।
- Address Proof के लिए आप इलेक्ट्रिसिटी, वाटर, गैस बिल, राशन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी, बैंक पासबुक इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते है।
- Partnership deed (for partnership Firm)
- Certificate of incorporation (companies के लिए)
करंट अकाउंट (Current Account) कैसे खुलता है?
ऊपर बताये गए सभी तरह के Documents को लेकर आप जिस किसी भी बैंक में करंट अकाउंट खुलवाना चाहते है वहाँ जाये और करंट अकाउंट का फॉर्म लेकर सभी तरह की बेसिक जानकारी जैसे की नाम, पता, मोबाइल नंबर, बिज़नेस से संबधित जानकारी को अच्छे से भरने के बाद इन सभी डाक्यूमेंट्स को Attached कर सबमिट कर दें।
बैंक आपके द्वारा दी गई जानकारी और डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन कर एक से दो दिनों के भीतर आपका बैंक में करंट अकाउंट ओपन कर देगी और अकाउंट से सम्बंधित डेबिट, क्रेडिट कार्ड, चेक बुक इत्यादि प्रदान कर देगी।
करंट अकाउंट में कितना पैसा रख सकते हैं?
एक वित्तीय वर्ष में करंट अकाउंट से आप 50 लाख से अधिक रूपये जमा और निकाल नहीं सकते है। अगर कोई भी बिज़नेस owner करंट अकाउंट में 1 साल में 50 लाख से अधिक की transctions करता है तो इनकम टैक्स के द्वारा उसे नोटिस मिल सकता है। और फिर उसे कुछ पेनाल्टी के रूप में एक्स्ट्रा चार्ज देने पद सकते है।
करंट अकाउंट में अगर बैंक के द्वारा बताये गए न्यूनतम राशि (Minumum Balance) को अगर आप मेन्टेन नहीं करते है तो बैंक आपसे पेनल्टी के रूप में कुछ रूपये चार्ज करता है। सामान्यतः Minimum Balance 5000 रूपये होनी चाहिए, हालाकिं ये विभिन्न बैंको में अलग अलग हो सकती है।
Q. Current Account का मतलब क्या है?
करंट अकाउंट एक बैंक अकाउंट का प्रकार है। ये बिज़नेस मालिकों या कारोबारियों के बिज़नेस से सम्बंधित transctions के लिए होता है। करंट अकाउंट में पैसे का लेन देन बड़े पैमाने पर होता है।
Types of Bank Accounts in Hindi
आज हम बैंक में खातों के कितने प्रकार (types of accounts in bank) होते हैं, उसके विषय में चर्चा करेंगे.नियमित चालू खाते
बैंक के खाते चार प्रकार (four types) के होते हैं:-
1. चालू खाता – Current Account
चालू खाता मुख्य रूप से उद्द्यमी, फर्म, कम्पनी आदि के लिए होता है. जिनके अकाउंट में पैसा का फ्लो बहुत होता है…बहुत से मतलब…कि लाखों रुपये उनके अकाउंट में आते हैं और निकाल भी लिए जाते हैं….तो ऐसे लोग चालू खाता नियमित चालू खाते में अपने पैसे रखते हैं. ऐसे अमीर लोगों या फर्म को इन्वेस्टमेंट या अपने पैसे में इंटरेस्ट (interest) मिलने में कोई इंटरेस्ट नहीं रहता. चालू खाता की खूबी यह है कि इसमें deposit (जमा करने) या withdrawal (पैसे निकालने) की कोई सीमा नहीं है. चालू खाते में धारक को इंटरेस्ट नहीं मिलता. हाँ, बैंक उनसे सर्विस चार्ज जरुर लेती है.
नाम से ही स्पस्ट है कि सेविंग अकाउंट सेविंग करने के लिए बनी है. हम-आप जैसे लोग चाहते हैं कि हमें हमारे जमे पैसे पर सूद (interest) मिले और कम-से-कम अपने अकाउंट से पैसे निकाले. जितना जमा उतना अच्छा. कोई भी व्यक्ति, चाहे वो किसी कंपनी में काम करता हो, सरकारी नौकर हो, पेन्शनर हो, छात्र हो….वह नियमित चालू खाते सेविंग अकाउंट में अपना अकाउंट खोल सकता है. जैसा मैंने बताया कि सेविंग अकाउंट में धारक को जमे पैसे पर इंटरेस्ट भी मिलता है. बचत खाता के धारक कभी भी अपने जमा धन को बैंक से निकाल सकते हैं और डाल सकते हैं. पैसे जमा करने की संख्या में restriction तो नहीं पर पैसे बाहर निकालने की संख्या में कुछ restrictions जरुर हैं. जैसे आप Rs. 50 से कम पैसे नहीं निकाल सकते या ATM से ६ महीने के अन्दर 30 से ज्यादा बार पैसे नहीं निकाल सकते (this policy changes time to time by banks). चालू खाते की तरह आप कभी भी, कहीं भी, जितना भी….पैसे नहीं निकाल सकते. अधिकांश बैंक अपने ग्राहक को अपने अकाउंट में न्यूनतम राशि बनाए रखने के लिए बाध्य करती है.
3. आवर्ती जमा खाता- Recurring Deposit Account
आवर्ती जमा खाता या Recurring Deposit Account या RD account में वे लोग खाता खोलते हैं जो एक निश्चित राशि नियमित रूप से जमा करना चाहते हैं जिससे कि उन्हें अधिक ऊँची दर पर सूद/ब्याज/इंटरेस्ट मिले. RD अकाउंट में एक ख़ास राशि एक तय अवधि के लिए हर महीने जमा की जाती है और तय की गयी अवधि के समाप्त हो जाने पर सूद के साथ कुल राशि का भुगतान कर दिया जाता है. जमा करने की न्यूनतम अवधि 1 साल और नियमित चालू खाते अधिकतम 10 साल की होती है. सूद की दर जमा पैसे और जमा की अवधि के हिसाब से अलग-अलग प्लान में अलग-अलग होती है. जैसे आप 10 हज़ार हर महीने जमा कर रहे हैं, तो आपको ज्यादा इंटरेस्ट मिलेगा….किसकी तुलना में? जो केवल 4 हज़ार हर महीने जमा कर रहा है उसे कम इंटरेस्ट मिलेगा. वहीं आप अधिक अवधि के लिए पैसे जमा करने वाले हैं तो आपको अधिक इंटरेस्ट मिलेगा और कम अवधि के लिए कम इंटरेस्ट. RD नियमित चालू खाते अकाउंट में समय से पहले निकासी (पैसा निकालने) की सुविधा नहीं है. वैसे, बैंक चाहे तो maturity (खाता की अवधि पूरा होने) के पहले उसे बंद करने की अनुमति दे सकता है. आवर्ती जमा खाता में single या joint account खोला जा सकता है.
नियमित चालू खाते
RBI ने 5 करोड़ रुपये से कम के बैंक एक्सपोजर के लिए नियमित चालू खाते नियमित चालू खाते चालू खाता नियमों में ढील दी
भारतीय बैंक संघ(IBA) से प्राप्त फीडबैक के आधार पर, RBI ने 5 करोड़ रुपये से कम के बैंक एक्सपोजर के लिए चालू खाता (CA) नियमों में ढील दी है और कुछ प्रावधानों के तहत उधारकर्ताओं को बैंकिंग सिस्टम से CA, कॅश क्रेडिट (CC) और ओवरड्राफ्ट (OD) खोलने की अनुमति दी है।
- पृष्ठभूमि: इससे पहले अगस्त 2020 में, RBI ने बैंकों द्वारा CA खोलने और संचालित करने के निर्देशों को संशोधित किया और CC/OD का लाभ उठाने वाले ग्राहकों के लिए बैंकों को CA खोलने से प्रतिबंधित कर दिया।