भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए रणनीतियाँ

बिटकॉइन की कीमत थोड़ी बढ़ी

बिटकॉइन की कीमत थोड़ी बढ़ी

आरबीआई के फ रमान से क्रिप्टो करेंसी के निवेशक हलाकान

बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर पेशेवर आश्रित गोविंद क्रिप्टो करेंसी के नियमित निवेशक हैं लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा क्रिप्टो करेंसी पर वित्तीय संस्थानों को दिए गए निर्देश से वे संशंकित हैं। उन्होंने कहा, 'निवेशक के तौर पर मेरे पास विकल्प है कि तीन महीने के अंदर मैं अपना निवेश निकाल लूं या गुमनाम तरीके से इसका ट्रेड करूं।' उन्होंने कहा कि आम निवेशक के लिए बिटकॉइन और अन्य डिजिटल मुद्राओं में कारोबार करना लगगभग असंभव है। 23 वर्षीय गोविंद पिछले तीन साल से क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर रहे हैं। वह ग्राहकों से अपनी फीस क्रिप्टो करेंसी में भी स्वीकार करते रहे हैं। आरबीआई के निर्णय के बाद बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में 25 फीसदी की गिरावट आई है, जिसका असर गोविंद जैसे कई निवेशकों पर पड़ा है। बिटकॉइन एक्सचेंज बिनेक्स डॉट ट्रेड के संस्थापक विशाल गुप्ता ने कहा, 'क्रिप्टो करेंसी बाजार के नियमन के लिए सरकार ने सुभाष गर्ग समिति गठित की है। लेकिन अब आरबीआई ने तीन माह में सभी बैंकिंग लेनदेन बंद करने को कहा है। आप किसी चीज पर इस तरह से रोक नहीं लगा सकते जिसमें काफी लोगों ने निवेश किया हो। यह एक तरह से क्रिप्टो करेंसी का विमुद्रीकरण जैसा है।'

आरबीआई ने मंगलवार को कहा था वित्तीय संंस्थानों को आभासी मुद्रा में कारोबार करने या सेवाएं मुहैया कराने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। इस तरह की सेवा देने वाली इकाइयों को अगले तीन महीने से इस तरह के संबंध खत्म कर लेने चाहिए। यह निर्देश सभी बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, भुगतान वॉलेट आदि पर लागू होंगे। भारत में 50 लाख से ज्यादा निवेशक हैं, जो बिटकॉइन और अन्य प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया है या उसमें कारोबार करते हैं। अनुमान है कि आरबीआई के निर्देश के बाद इनकी संख्या 50 फीसदी तक घट सकती है। एक्सचेंजों पर गुमनाम तरीके से ट्रेडिंग करने का विकल्प होगा लेकिन यहां तक ज्यादातर लोगों की पहुंच नहीं होगी। कुछ लोग तो अभी से अपना निवेश निकालने लगे हैं। मुंबई में निजी कंपनी के एक कर्मचारी ने एक साल पहले खरीदे गए अपने बिटकॉइन को कम कीमत पर ही गुरुवार रात बेच दिया। उन्होंने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, 'अगर बैंक भविष्य बिटकॉइन की बिक्री हसे मिलने वाले पैसे को मेरे खाते में ट्रांसफर नहीं करते हैं, तो मेरे पास कोई विकल्प नहीं होगा।'

हालांकि इस बीच अच्छी खबर है कि शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमत में थोड़ी तेजी देखी गई। बिटकॉइन के एक डीलर ने बताया कि भारतीय बाजार में कम कीमत पर बिटकॉइन उपलब्ध होने से कई लोगों ने इस बाजार में प्रवेश किया है। वे विदेश में इसे बेच रहे हैं और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। वैश्विक स्तर पर बिटकॉइन का कारोबार 6,650 डॉलर या 4,30,000 रुपये प्रति यूनिट पर हो रहा है जबकि भारत में इसकी कीमत 3,65,000 रुपये है। भारतीय एक्सचेंजों पर रिपल, लाइटकॉइन जैसी अन्य क्रिप्टो करेंसी की कीमत भी काफी कम हो गई है।

बाययूकॉइन के सह-संस्थाापक और मुख्य कार्याधिकारी शिवम ठकराल ने कहा, 'निवेशकों को आरबीआई के निर्देश से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि बैंकों को कारोबार समेटने के लिए तीन माह का वक्त दिया गया है। जो भी अपना क्रिप्टो करेंसी बेचना चाहते हैं वे तीन माह तक भारतीय एक्सचेंजों पर बेच सकते हैं और अपना बैंक खाते में अपना पैसा प्राप्त कर सकते हैं।' अगर आप तीन माह के अंदर उसे नहीं बेचते हैं तो आपको नुकसान हो सकता है। हालांकि इससे निवेश निकालना कठिन होगा लेकिन असंभव नहीं है। एक विकल्प यह है कि विदेश में बसे अपने परिवार के सदस्यों या दोस्तों को अपनी होल्डिंग हस्तांतरित कर सकते हैं। वे विदेश में इसे बेचकर आपके खाते में पैसे डाल सकते हैं।

बिटकॉइन, डॉजकॉइन, इथेरियम सब धड़ाम; जानें वजह, अब क्या करें निवेशक?

जानकारों के मुताबिक, यह एक हेल्दी करेक्शन हो सकता है और निवेश के लिए अच्छा मौका बन सकता है.

बिटकॉइन, डॉजकॉइन, इथेरियम सब धड़ाम; जानें वजह, अब क्या करें निवेशक?

क्रिप्टो बाजार की हलचल ने एक बार फिर निवेशकों को हैरान कर दिया है. बुधवार को सभी क्रिप्टो करेंसी के भाव में बड़ी गिरावट को देखने को मिली. बिटकॉइन, इथेरियम टूटकर अपने कुछ महीनों के न्यूनतम स्तरों पर पहुंच गए हैं. हालांकि, मार्केट अब थोड़ा संभला है, निवेशकों का चिंतित होना स्वाभाविक है. आइए नजर डालते हैं गिरावट की वजहों पर और समझते हैं निवेशकों को क्या रणनीति अपनानी चाहिए.

रॉयटर्स के मुताबिक, बीते दिन एक समय पर क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के करीब नीचे जा चुका था.

जनवरी के स्तर पर पहुंच गया था बिटकॉइन:

क्रिप्टो बाजार की बड़ी हलचल से बिटकॉइन अछूता नहीं रहा. बीते 24 घंटों में ही करीब 30% गिरकर बिटकॉइन एक समय 30,681 डॉलर तक पहुंच गया था. यह इस साल जनवरी के बाद का न्यूनतम स्तर है. बिटकॉइन के शिखर स्तर 64,800 डॉलर से तुलना करे तो यह करीब 55% की गिरावट है. बता दें कि फरवरी में जब टेस्ला द्वारा बिटकॉइन में निवेश की बात सामने आई थी, उस समय इसकी कीमत करीब 38,000 डॉलर थी. बिटकॉइन गिरकर इस स्तर से भी काफी नीचे पहुंच गया था.

बिटकॉइन पर क्यों है बवाल, समझिए क्यों बंटी दुनिया?

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मस्क के ट्वीट ने दी थोड़ी राहत:

20 मई को सुबह 7 बजे तक, बिटकॉइन थोड़ा संभलते हुए 37,200 के करीब व्यापार कर रहा है. यह पिछले 24 घंटों में करीब 15% की कमजोरी है. बिटकॉइन की कीमत में इस मामूली रिकवरी की वजह एलन मस्क के ट्वीट को बताया जा रहा है. मस्क ने बुधवार की रात ‘टेस्ला एक पास है- और एक डायमंड इमोजी’ ट्वीट किया थी. इस ट्वीट के बाद बिटकॉइन में खरीदारी बढ़ी और यह करेंसी दिन के न्यूनतम से करीब 20% चढ़ी.

इथेरियम, बाइनेंस कॉइन का भी यही हाल:

बिटकॉइन के अलावा अन्य प्रचलित क्रिप्टो करेंसी जैसे इथेरियम, बाइनेंस कॉइन और डॉजकॉइन, इत्यादि भी बड़ी गिरावट के साथ व्यापार कर रहे हैं. इथेरियम अपने शिखर स्तर 4,362 डॉलर की तुलना में करीब 36% नीचे रहते हुए 2,850 डॉलर पर व्यापार कर रहा है. इसी तरह बाइनेंस कॉइन भी बीते 24 घंटों में करीब 30% टूटा है. Dogecoin का भाव 0.34 डॉलर है जो कि करेंसी के सर्वोच्च स्तर से करीब 55% की गिरावट है.

बिटकॉइन Vs इथेरियम Vs निफ्टी: कहां मिल रहा ज्यादा मुनाफा?

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इस गिरावट के पीछे कई वजहें:

क्रिप्टो बाजार में इस बड़ी बिकवाली के पीछे कई अहम फैक्टर हैं.

मार्केट में वर्तमान कमजोरी की सबसे बड़ी वजह चीन में क्रिप्टोकरेंसी संबंधी नए प्रतिबंध हैं. चीन ने वित्तीय संस्थाओं और भुगतान कंपनियों के क्रिप्टो संबंधी सुविधा देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. ऑर्डर में स्पेकुलेटिव क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर भी निवेशकों को चेताया गया है. इसके साथ ही इशारा किया गया है कि वर्चुअल करेंसी की अपनी कोई रियल वैल्यू नहीं होती. डर यह भी है कि अन्य देश भी चीन से सीख लेकर इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.

टेस्ला ने हाल में बिटकॉइन को भुगतान के तौर स्वीकार करने का अपना फैसला वापस ले लिया था. टेस्ला ने बिटकॉइन के इको फ्रेंडली न होने को इसकी वजह बताया था. इसके बाद क्रिप्टो बाजार में बड़ी हलचल हुई थी. चर्चा यह भी थी टेस्ला ने अपनी क्रिप्टो होल्डिंग्स बेच दी है. हालांकि, इन अटकलों को खारिज किया गया था. क्रिप्टो बाजार में इस कारण बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी गई थी.

बीते महीनों के क्रिप्टो बाजार में बेतहाशा तेजी ने इस मार्केट के ओवर वैल्यूएशन के संकेत दिए थे. ऐसे में नेगेटिव सेंटीमेंट के समय निवेशकों द्वारा बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी जा रही है. क्रिप्टो मार्केट में इस वर्ष टेस्ला के निवेश समेत अनेक कारणों से रूचि बढ़ी, जिससे यह चढ़ा था.

टेक्निकल फैक्टर का भी इस बड़े सेल-ऑफ (बिक्री) में बड़ा योगदान रहा. बिटकॉइन ट्रेड के दौरान अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज के नीचे आ गया था. इस टेक्निकल इंडिकेटर को काफी अहम माना जाता है.

क्रिप्टो बाजार के इस क्रैश का असर बिटकॉइन की कीमत थोड़ी बढ़ी क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज coinbase के शेयर पर भी पड़ा. बाजार बंद होते समय यह शेयर करीब 6% नीचे रहा.

बिटकॉइन क्या है और आप कैसे खरीद-बेच सकते हैं?

आजतक आप रुपया, डॉलर या पाउंड जैसी मुद्राओं के नाम सुनते आ रहे थे। अगर आप इंटरनेट में थोड़ी भी रूचि रखते हैं, तो यकीनन आपने बिटकॉइन का भी नाम सुना होगा। यह एक तरह की डिजिटल करेंसी है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन ही किया जा सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि जैसे आप अन्य मुद्राओं को छू सकते हैं और उन्हें अपनी जेब में रख सकते हैं, वैसे आप बिटकॉइन के साथ नहीं कर सकते। इसे आपको अपने एक पर्सनल ऑनलाइन अकाउंट में रखना पड़ता है।

‘वर्चुअल करेंसी’ के नाम से मशहूर इस मुद्रा को साल 2009 में लॉन्च किया गया था। यह एक प्रकार की इंडिपेंडेंट करेंसी है, जिस पर किसी संस्था या देश का अधिकार नहीं है। यानि आप दुनिया के किसी भी देश में रहकर ऑनलाइन द्वारा इस मुद्रा का उपयोग कर सकते हैं।

10 करोड़ सातोशी से बनता है 1 बिटकॉइन
ऐसा माना जाता है कि बिटकॉइन को ‘सातोशी नाकामोतो’ नाम के एक व्यक्ति ने बनाया था। इसलिए जब आप बिटकॉइन खरीदते या अर्न करते हैं, तो आपको सातोशी को ही अर्न करना होता है। आपको बता दें कि 10 लाख सातोशी मिलकर ही 1 बिटकॉइन बनता है।

बिटकॉइन की कीमत
आपको बता दें कि बिटकॉइन की कीमत हर देश में अलग-अलग हो सकती है। वैसे कुछ ऐप्स भी हैं, जहाँ बिटकॉइन बेचे और खरीदे जाते हैं। यहां बिटकॉइन की कीमत तय कीमत से बिटकॉइन की कीमत थोड़ी बढ़ी कुछ ज्यादा या कम हो सकती है। पिछले एक महीने से बिटकॉइन की कीमत 2 लाख से 2.50 लाख रुपये के बीच बनी हुई है। हालांकि सेंसेक्स की तरह इसकी कीमतें मिनटों में ऊपर नीचे हो सकती हैं।

बिटकॉइन को कैसे खरीदें और बेचें –
भारत में बिटकॉइन खरीदने और बेचने के लिए ‘जेप पे’ जैसे कई मोबाइल ऐप्स ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने मोबाइल में ऐप इनस्टॉल करना होता है। इनस्टॉल होने पर आपको अपने बैंक अकाउंट और पैन कार्ड की जानकारी उपलब्ध करानी होती है। एक बार वेरिफिकेशन के बाद आप अपने बैंक अकाउंट में जमा पैसों से बिटकॉइन खरीद सकते हैं। 1 बिटकॉइन खरीदने के लिए आपको उतने ही पैसे खर्च करने होंगे, जितना उस समय बिटकॉइन का रेट चल रहा होगा। खरीदने और बेचने का रेट आपको अपने ऐप में ही नजर आ जाएगा। ठीक यही तरीका बिटकॉइन बेचने का भी है। बेचने पर पैसा आपके बिटकॉइन वॉलेट में आता है, जिसे आप अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

बिटकॉइन के दो बड़े फायदे –
इन्वेस्ट- इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप यहां अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं। चूंकि इसकी कीमत तेजी से बढ़ती रहती हैं, तो आपके द्वारा इन्वेस्ट किए गए पैसों का मूल्य बढ़ता रहता है। यानि लंबे समय तक इन्वेस्ट करने से आपको बड़ा फायदा होता है। हालांकि इसकी कीमत कम भी हो सकती है, जिससे आपको घाटा हो बिटकॉइन की कीमत थोड़ी बढ़ी सकता है। लेकिन पिछले एक साल में इसकी कीमत बढ़ी है, कम नहीं हुई।

कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं- यह एक ऐसी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल आप दुनियाभर में कहीं भी कर सकते हैं।

बिटकॉइन के दो बड़े नुकसान
किसी का कंट्रोल नहीं- चूंकि इसे कंट्रोल करने के लिए किसी संस्था या सरकार का हस्तक्षेप नहीं है, जिससे हमेशा यह डर बना रहता है कि बिटकॉइन की कीमत थोड़ी बढ़ी कहीं आपकी इन्वेस्ट बेकार तो नहीं हो जाएगी।

सभी ऑनलाइन स्टोर एक्सेप्ट नहीं करते- इसका दूसरा सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करना चाहते हैं, तो कुछ चुनिंदा स्टोर ही इसे एक्सेप्ट करते हैं। यानि अगर आप ऐसी जगह रहते हैं, जहां ऑनलाइन स्टोर के कम ऑप्शन हैं, तो इससे आपको कोई फायदा नहीं मिलेगा।

XRP Price Analysis: इस स्तर की बाधा को नहीं तोड़ पाया XRP

जुलाई और अगस्त के महीने में क्रिप्टोकरंसी बाजार में तेजी से वृद्धि हुई है। अगस्त एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग महीना था – बिटकॉइन और अन्य altcoins की कीमतों ने महीने में रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की। हालांकि, बिटकॉइन की कीमत सितंबर की शुरुआत से ₹8.17 लाख के ऊपर नहीं रह सकी और तेजी से गिरी है, जिसका पूरा असर क्रिप्टो बाजार पर पड़ा। दुनिया की सबसे बेहतरीन क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन की कीमत में उतार- चढ़ाव का प्रभाव पूरे क्रिप्टो बाजार में पड़ता है।

मूल्यों में उतार चढ़ाव

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हालाँकि, क्रिप्टोकरंसी बाजार में स्थित नहीं रहा है, क्रिप्टो-वर्स की गति बदलती रहती है। चार्ट पर बिटकॉइन और इथेरियम लाभ प्राप्त करते दिखाई दे रहे है। वहीं XRP 19.14 के स्तर पर अपने प्रतिरोध को पार नहीं कर पाया। हालांकि, यह बाजार में फिर से थोड़ी तेजी दिख रहा है, वर्तमान में वृद्धि की संभावना हैं। वर्तमान में, XRP का मूल्य ₹18.70 था, जिसकी मार्केट कैप ₹83.91 हजार करोड़ रूपए है।

XRP बाजार में टॉप क्रिप्टोकरंसीज में से एक है। पिछले महीने, रिपल की अपनी करंसी XRP 13.5% तक गिर गई। साल भर में XRP की कीमत 35.0% बढ़ी है और वर्तमान में ₹83.91 हजार करोड़ के मार्केट कैप के साथ ₹18.70 है, जो CoinMarketCap की लिस्ट में 4 स्थान पर है।

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