विकल्प कारोबार

हाई कोर्ट ने कहा कि चुनाव का सिद्धांत ऐसी स्थिति में अपना महत्व खो देता है क्योंकि ऐसा पदाधिकारी हर स्तर पर उस पद का चुनाव करेगा, जो उसे उपलब्ध है. वहीं, दूसरी तरफ सांख्यिकीय सहायक असहाय होकर छोड़ दिया जाएगा क्योंकि सांख्यिकीय सहायक के पास केवल पदोन्नति के लिए केवल एक ही चैनल है. कोर्ट ने कहा कि विभाग ने वर्ष 2002 में फिर से मोहिंदर सिंह से विकल्प मांगा है, वह कानून की नजर में गलत है. विशेषतया जब उसने वर्ष 2001 में अधीक्षक, ग्रेड-टू के चैनल के लिए विकल्प दिया था और उसे अधीक्षक, ग्रेड-टू के पद के खिलाफ प्रमोशन के लिए सीनियोरिटी के आधार विकल्प कारोबार विकल्प कारोबार पर प्रतीक्षा करनी थी. उसे अपने पहले के विकल्प से हटने और फिर से एक नए विकल्प के लिए जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती थी.
विकल्प कारोबार
इंटरनेट के शुरुआती दिनों में, .com, .org या शायद .net वाले डोमेन के आखिरी शब्द के ही विकल्प मौजूद थे. हालांकि, अब ऐसा नहीं है. अब डोमेन के आखिरी शब्दों के सैकड़ों विकल्प मौजूद हैं. इनमें व्यावहारिक (.florist) से लेकर दार्शनिक (.guru), और मज़ाक से भरपूर (.ninja) तक विकल्प शामिल हैं. आने वाले सालों में यह संख्या बढ़ती रहेगी.
डोमेन के नाम के विकल्प कारोबार इन नए आखिरी शब्दों के उपलब्ध होने की वजह से, अब आपके पास सटीक और याद रहने वाले डोमेन के नाम बनाने के ज़्यादा मौके हैं. इनसे दुनिया को आपके काम और आपके बारे में बेहतर पता चलता है. यहां हम आपको डोमेन के नाम में डॉट के बाद के हिस्से (टीएलडी) के बारे में ज़रूरी चीज़ें सिखाएंगे. साथ ही, आपके लिए सही डोमेन चुनने का तरीका बताएंगे.
नया टीएलडी अपनाने की वजहें
ब्रैंडिंग
आपके पास टीएलडी के कई विकल्प होते हैं, अब ब्रैंड के पास अलग-अलग डोमेन का नाम बनाने के खास विकल्प हैं. डोमेन के ये नाम ब्रैंड के उद्देश्य और उनकी सेवाओं की कीमत के बारे में साफ़ तौर पर और तुरंत जानकारी देते हैं. कई मामलों में, डोमेन का नाम वह पहली चीज़ होती है जिसे लोग किसी कारोबार के बारे में देखते या सुनते हैं. इसलिए, यह कारोबार की शुरुआत में काफ़ी बड़ा असर छोड़ सकता है. इतना ही नहीं, लोगों का ध्यान खींचने वाले और याद रखने में आसान डोमेन नाम से ब्रैंड वैल्यू भी बढ़ सकती है.
उपलब्धता
नए टीएलडी हाल ही में बाज़ार में आए हैं. इसलिए, डोमेन के छोटे और याद रखने लायक नाम अब भी उपलब्ध हैं. आप लीक से हटकर दिखने विकल्प कारोबार वाले टीएलडी से एक साथ दो काम कर सकते हैं. इससे आप डोमेन का मनचाहा नाम पा सकते हैं. साथ ही, डॉट के बाद किसी काम के शब्द का इस्तेमाल करके, आप अपने डोमेन के नाम को भी छोटा कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, yourfavoritecafe.com को आसानी से yourfavorite.cafe बनाया जा सकता विकल्प कारोबार है.
लेकिन Search के बारे में क्या कहेंगे?
डोमेन के नए आखिरी शब्द इस्तेमाल करने का खोज के नतीजों में आपकी मौजूदगी या एसईओ पर असर नहीं पड़ेगा. यह जानना अहम है कि Google और दूसरे सर्च इंजन की नज़र में, सभी टीएलडी बराबर हैं. नए टीएलडी से सर्च इंजन में आपकी रैंक पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इससे आपको खोज के आधार पर दिखने वाली वेबसाइटों की सूची में नीचे भी नहीं विकल्प कारोबार रखा जाएगा.
डोमेन के नाम को लेकर फ़ैसला आप और आपके लक्ष्यों पर निर्भर करता है. आप, Google Domains में मौजूद सभी टीएलडी की सूची इस पेज पर देख सकते हैं. यहां ऐसे सवाल दिए गए हैं जिन्हें डोमेन का नाम चुनते समय ध्यान में रखना चाहिए:
- क्या कोई ऐसा टीएलडी है जो आपके ब्रैंड या कारोबार के लिए काम का हो?
- क्या नए टीएलडी से यह समझाने और उदाहरण देने में मदद मिलेगी कि आप क्या करते हैं?
- क्या नए टीएलडी से आपको एक छोटा और याद रखने में आसान वेब पता मिल पाएगा?
- क्या आपके डोमेन का नाम कुछ खास और याद रखने लायक होगा?
समाधान 1: ग्राहकों की मांग पर बढ़ाया स्टॉक
दुकान पर आने वाले अधिकांश ग्राहक नए डिजाइन और कुछ अलग समान पसंद करते है। विभिन्न ऑनलाइन साइट में दिखे समान को वह दुकान पर आकर मांग करते हैं। इसलिए हिमगिरी ट्रेडर्स ने इलेक्ट्रॉनिक्स की सभी आइटम नई डिजाइन में उपलब्ध करवाई है। इसके लिए दुकान स्वामी असित गर्ग ने दिल्ली से स्टॉक मंगावाया है। उनकी मानें तो ग्राहकों को एक ही जगह पर पसंदीदा समान उपल्बध हो सकेगा।
(असित गर्ग, हिमगिरी ट्रेडर्स के स्वामी)
समाधान 2: कोरोनाकाल में भी ग्राहकों से लगातार बनाया संपर्क
दुकान के स्वामी असित गर्ग बताते हैं कि लॉकडाउन में जब कारोबार ठप था, उस दौरान पुराने ग्राहकों के साथ लगतार फोन के जरिए संपर्क बनाए रखा। साथ ही कई नए ग्राहकों को उन्हीं के माध्यम से जोड़ने की कोशिश की। इसका फायदा यह हुआ कि अब त्योहार के सीजन में जो सभी समान उन्हें चाहिए वो सबसे पहले बुकिंग के लिए फोन कर देते हैं।
दुकान खुलने के साथ ही धीरे-धीरे कारोबार पटरी पर आ चुका है। ग्राहक इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद की खरीदारी कर रहे हैं। इससे ज्यादा बुकिंग करने विकल्प कारोबार और इन सामान के बारे में भी फोन कर पूछ रहे हैं। ग्राहकों की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए यहां के हर कर्मचारी उन्हें समान की गुणवत्ता विश्वास के साथ बताते हैं। इससे ग्राहकों का भरोसा बढ़ता है, जिसका फायदा कारोबार में देखने को मिलता है।
समाधान 3: बड़े सामान की बढ़ेगी बिक्री
मार्च में सीजन के वक्त कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन शुरू हो गया था। इसके बाद दुकान में कर्मचारियों के वेतन से लेकर कारोबार दोबारा शुरू करने की चिंता जरूर रही, लेकिन कई पुराने ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध विकल्प कारोबार और नए ग्राहकों को उनकी सुविधानुसार सामान उपलब्ध कराने की कोशिश भी रंग लाई। अनलॉक के बाद दुकान खुलते ही सामान की बिक्री शुरू होने लगी। कुछ ग्राहक संक्रमण के डर से बाहर निकलने में डर रहे थे, उन्हें ऑनलाइन माध्यम से समान दिखाकर घर पहुंचाया गया। ज्यादातार बुकिंग फोन पर ही लिए जाते हैं, लेकिन कई ग्राहक दुकान पर ही जाकर समान देखने के बाद बुक करते हैं। ऐसे ग्राहकों को शासन के निर्देशों का पालन करवाने के साथ ही समान उपलब्ध कराया।
इसी महीने से विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों के साथ ही दशहरा, जबकि अगले महीने में दीपावली, भैया दूज आदि त्योहार को देखते हुए ग्राहक इलेक्ट्रॉनिक समान बुक कर रहे हैं। जिन्हें उनकी पसंद का समान उपल्ब्ध कराया जा रहा है। दो हफ्ते पहले जहां हर दिन एक या दो बुकिंग होती थी जो अब बढ़कर 12 से 14 तक पहुंच चुकी है। दुकान स्वामी और कर्मचारी इस बात को लेकर ज्यादा राहत महसूस कर रहे हैं कि जिस तरह ग्राहकों की बुकिंग बढ़ रही है, आने वाले दिनों में अच्छे कारोबार रहेगा।
समाधान 2: इन कंपनियों के समान उपलब्ध, त्योहारी सीजन पर मिल रहे ऑफर
दुकान में ब्लूस्टार के एसी, रेफ्रिजिरेटर के अलावा अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान एलजी, वॉल्टाज, सोनी आदि कंपनियों के उपलब्ध हैं। हर परिवार के अनुसार इनकी रेंज भी उपलब्ध है। इसके साथ ही त्योहारी सीजन को देखते हुए हर इलेक्ट्रॉनिक आइटम पर कंपनियों ने छूट के साथ विशेष ऑफर भी दिए हैं।
दुकान के स्वामी असित गर्ग ने वर्ष 1996 में एसी का काम शुरू किया था। एसी रिपेयर के साथ ही विभिन्न कंपनियों की एसी दुकान में सजाए गए। लेकिन, इलेक्ट्रॉनिक बाजार में बढ़ती ग्राहकों की मांग को देखते हुए वर्ष 2018 में दुकान में सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक समान रखे गए। इसके बाद ग्राहकों की पसंद के अनुसार भी नए मॉडल और हर रेंज में समान उपल्ब्ध कराने की सुविधा प्रदान की गई।
Business Idea: अपना कारोबार शुरू करने का ये है अच्छा विकल्प, गांव से लेकर शहर तक डिमांड
एक बल्ब बनाने में 50 रुपये तक की लागत आती है. और बाजार में यह बड़ी आसानी से 100 रुपये में बिक जाता है.
Business Idea: बिजनेस शुरू करते वक्त उसकी डिमांड और मार्केट को देखना सबसे महत्वपूर्ण होता है. आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 04, 2021, 10:25 IST
Business Idea: बिजनेस शुरू करते वक्त उसकी डिमांड और मार्केट को देखना सबसे महत्वपूर्ण होता है. आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस बता रहे हैं जिसकी डिमांड गांव से लेकर शहर तक है. साथ ही सरकार भी इसे बढ़ावा विकल्प कारोबार दे रही है. सरकार स्टार्ट-अप कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाएं लॉन्च कर चुकी हैं, जिसके फायदा उठाया जा सकता है. यह बिजनेस है LED बल्ब बनाने का. LED Bulb की डिमांड काफी बढ़ गई है. इन बल्बों के आने के बाद रोशनी काफी हद तक बढ़ी है, जिसके साथ-साथ बिजली के बिलों पर भी लगाम लगी है.
इस LED Bulb Business idea की वजह से कई लोगों को रोजगार भी मिला है, जिसकी ट्रेनिंग सरकार की तरफ से दी जाती है. यह बल्ब टिकाऊ होता है और लंबे समय तक चलता है. प्लास्टिक का होने की वजह से इसके टूटने का डर भी नहीं रहता.
SMS के जरिए वायदा-विकल्प कारोबार सेे जुड़ी धोखाधड़ी की जांच शुरू
नई दिल्ली: बाजार नियामक सेबी ने एक बड़े निवेश घोटाले की जांच शुरू की है जिसमें एसएमएस और व्हाट्सएप्प के जरिए आरबीआई सहित अन्य संस्थानों के महत्वपूर्ण नीतगत फैसलों के आधार पर ‘आप्शन’ (वायदा-विकल्प) कारोबार से कई गुना फायदे का वादा कर भोले-भाले निवेशकों को लुभाया जाता है। इसमें धोखाधड़ी करने वाले सोशल मीडिया और एसएमएस के जरिए संभावित निवेशकों तक पहुंचते और 5-10 लाख रपए तक के निवेश की मांग करते थे और एक या दो दिन में ही 75 लाख रपए तक के मुनाफे का वायदा करते थे।
यह धोखाधड़ी तब सामने आई जबकि एेसे एसएमएस भेजे जाने लगे कि आरबीआई की मौद्रिक नीति की समीक्षा से पहले बैंक सूचकांक विकल्प में यदि पांच लाख रपए का निवेश किया जाता है तो सिर्फ एक दिन में 75 लाख रपए तक का मुनाफा कमाया जा सकता है।
एक पोस्ट पर प्रमोशन के विकल्प में विफल होने पर दूसरी पोस्ट का ऑप्शन कानूनी सही नहीं- हाई कोर्ट
प्रमोशन के ऑप्शन पर हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने अहम व्यवस्था दी है. हाई कोर्ट ने कहा है कि एक पोस्ट पर प्रमोशन के विकल्प में विफल होने पर दूसरी पोस्ट का ऑप्शन कानूनी सही नहीं है.
शिमला: हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने प्रमोशन के ऑप्शन पर अहम व्यवस्था दी है. हाई कोर्ट ने कहा है कि एक पद के लिए प्रमोशन के विकल्प पर विफल होने के बाद दूसरे पद विकल्प कारोबार के लिए विकल्प देना कानूनी तौर पर न्यायोचित नहीं है. हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल ने वीपी राणा की याचिका को स्वीकार करते हुए उसे साल 2002 से रोजगार अधिकारी के पद पर प्रमोट करने विकल्प कारोबार के आदेश जारी कर दिए.
हाई कोर्ट ने मामले से जुड़े तथ्यों का अवलोकन करने के बाद यह पाया कि प्रार्थी को वर्ष 2002 से रोजगार अधिकारी के पद पर प्रमोशन के लाभ लेने से वंचित होना पड़ा, क्योंकि प्रार्थी सांख्यिकीय सहायक के लिए प्रमोशन का केवल एक ही चैनल था और दूसरी तरफ निजी तौर पर प्रतिवादी बनाये गए वरिष्ठ सहायक मोहिंदर सिंह के लिए प्रमोशन के दो चैनल थे. हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया कि श्रम एवं रोजगार विभाग द्वारा वरिष्ठ सहायकों को पदोन्नति के लिए एक से अधिक अवसर देने के अपने विकल्पों का प्रयोग करने देना मनमाना है और कानून की नजर में न्यायोचित नहीं है.