समर्थन क्या है?

ऐसे में अब किसानों के पास सरकार द्वारा तय खरीदी केंद्र पर बेचने के अलावा कोई चारा नहीं है. गारंटी केंद्र और खुले बाजार के दाम में कहीं 1,130 रुपये प्रति क्विंटल का अंतर है तो कहीं 1800 रुपये का. पहले किसान ख़रीदी केंद्र के उलझन वाले नियमों के चलते खुले बाजार में उपज बेचना पसंद कर रहे थे. सरकार द्वारा तय खरीदी केंद्रों पर फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. जिसमें लैंड रिकॉर्ड आदि देने की बाध्यता है.
[ खरीफ की फसल का समर्थन मूल्य सूची 2022-23 ] जानिए लेटेस्ट MSP list 2022 – धान, बाजरा, मक्का, मूंग, मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन, कपास
भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा हर साल फसलों की लागत के अनुसार फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी करती है | वर्तमान समय में कुल 23 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाती है | इसी और आज बात करेंगे वर्तमान मंडियों मे आने वाली, खरीफ की फसल का समर्थन मूल्य सूची के बारें मे –
खरीफ की फसल का समर्थन मूल्य सूची 2022 ?
फसल का नाम | MSP 2022-23 | उत्पादन लागत पर मुनाफ प्रतिशत में | MSP में वृद्धि |
कपास (मध्यम रेशा) | 6080रु/क्विंटल | 50% | 354रु |
कपास (लंबा रेशा) | 6380रु/क्विंटल | – | 355 |
बाजरा | 2350रु/क्विंटल | 85% | 100रु |
ज्वार | 2990रु/क्विंटल | – | 232 |
धान | 2040रु/क्विंटल | 50% | 100 |
सोयाबीन (पीला) | 4300रु/क्विंटल | 53% | 350रु |
मूंगफली | 5850रु/क्विंटल | 51% | 300 |
रामतिल | 7287रु/क्विंटल | 50% | 357रु |
मूंग | 7755रु/क्विंटल | 50% | 480 |
उड़द | 6600रु/क्विंटल | 59% | 300 |
मक्का | 1962रु/क्विंटल | 50% | 92रु |
चने के टॉप बीज | आलू की किस्में 2022 | जौ की टॉप किस्में | सिंजेन्टा फूलगोभी बीज |
रागी | 3578रु/क्विंटल | 50% | 201रु |
सूरजमुखी बीज | 6400रु/क्विंटल | 56% | 385 |
तिल | 7830रु/क्विंटल | 50% | 523रु |
तूर (अरहर) | 6600रु/क्विंटल | 60% | 300रु |
मक्का का समर्थन मूल्य 2022-23 ?
वर्ष 2022-23 में मक्का का समर्थन मूल्य 1962 रुपए/ क्विंटल रखा गया है, पिछले साल की सरकारी रेट मे 92 रु/क्विंटल की वृद्धि की गई | हर साल बाजार मे मक्का का भाव कमजोर होने के कारण किसान MSP रेट पर बेचने के इंतजार मे रहते है| जानकारी के लिए बता दे की वर्ष 2014-15 समर्थन क्या है? समर्थन क्या है? में मक्का का रेट 1310 रु/क्विंटल था |
देश-विदेश मे बढ़ती सोयाबीन की मांग के कारण पिछले 7-8 सालों मे सोयाबीन की कीमतों मे भारी उछाल देखने को मिल रहा है | 2014 में सोयाबीन की कीमत 2560 रु प्रति कुंटल थी, जो वर्तमान 2022 मे 4300 रुपए प्रति कुंटल का सरकारी रेट है , जबकि बाहरी बाजार मे 6200 रु/क्विंटल के आस-पास के भावों मे बिकता है |
बाजरे का समर्थन मूल्य ?
खरीफ फ़सली सीजन 2022-23 में बाजरे का समर्थन मूल्य 2350रु/ क्विंटल रखा है | समर्थन क्या है? पिछली बार बाजरे पर सरकारी खरीदी अच्छी मात्रा मे हुई, बाजरे को मंडियों के बहार भाव अच्छे नहीं मिले | इस बार पिछली कीमतों मे 100 रु/ क्विंटल की बढ़ोतरी की गया है, जिससे सरकारी खरीदी मे अच्छी मात्रा देखि जा सकती है |
इस बार मूंग की सरकारी रेट पर खरीदी 7755 रु/क्विंटल रेट पर की जा रही है | इस बार मूंग के MSP रेट मे अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है, पिछले साल मूंग 7275 था, जिसमे 480 रु की बढ़ोतरी करके इस बार 7755 रुपये/क्विंटल के समर्थन मूल्य मे खरीदी की जा रही है |
सरकार ने जारी किया 2023-24 के लिए गेहूं चना जौ सरसों बाजरा मसूर का रबी समर्थन मूल्य MSP
मंगलवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में किसानों को रबी समर्थन मूल्य 2023-24 के लिए फसलों फसलों की msp में वृद्धि की गयी जिसमे गेहूं, चना, जौ, सरसों, मसूर, सनफ्लॉवर के समर्थन मूल्य में बृद्धि की गयी। रबी समर्थन मूल्य लिस्ट में देखें कितने रूपये की वृद्धि सरकार द्वारा की गयी।
रबी फसल समर्थन मूल्य लिस्ट 2023 24
गेहूं की एमएसपी 110 रुपये प्रति क्विंटल बढ़कर 2125 रुपये हुई
मसूर की MSP को 5500 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये प्रति क्विंटल कर दी है। इसके अलावा, गेहूं की MSP में 110 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है। यह अब 2015 रुपये बढ़कर 2125 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है।
गेहूं का समर्थन मूल्य क्या है ?
Answer : मार्केटिंग सीजन 2023-24 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है ।
जौ का सरकारी रेट कितना है ?
केंद्र ने बढ़ाई रबी फसलों की MSP, तिलहन और सरसों में 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी
किसानों को दिवाली का तोहफा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 18 अक्टूबर 2022,
- (समर्थन क्या है? Updated 18 अक्टूबर 2022, 7:06 PM IST)
तिलहन और समर्थन क्या है? दलहन के उत्पादन में हुई है बढ़ोतरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल (Union Cabinet) ने मंगलवार को 2022-23 के लिए रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित कर दिया है. इन फसलों में गेंहू, जौ, चना, मसूर, सफेद सरसों और सरसों, और कुसुंभ शामिल हैं. जहां गेंहू की एमएसपी में 110 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, वहीं जौ समर्थन क्या है? में 100 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इससे विपणन सीजन 2023-24 में गेहूं की खरीद 2,125 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी के हिसाब से होगी और जौ की खरीद 1735 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी के हिसाब से.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी जानकारी
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि मंत्रिमंडल बैठक में 2023-24 के लिए 6 रबी फसलों की एमएसपी को मंजूरी दी गई है. इसमें गेहूं के लिए 110 रुपये, जौ में 100 रुपये, चना में 105 रुपये, मसूर में 500 रुपये, सरसों में 400 रुपये और कुसुंभ में 209 रुपये की वृद्धि की गई है. बता दें, सरकार ने रबी फसलों के विपणन सीजन 2023-24 के लिए एमएसपी में वृद्धि की है. इसकी मदद से उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सकेगा.
समर्थन क्या है?
कबीर मानते हैं कि ईश्वर एक है। वे इसके समर्थन में ये तर्क देते हैं।-
(क) इस पृथ्वी में विद्यमान हवा एक है।
(ख) इस पृथ्वी में जल भी एक ही है।
(ग) ज्योति सभी मनुष्य में एक ही है।
(घ) सभी मनुष्य इसी मिट्टी से बने हैं।
(ङ) ईश्वर रूपी कुम्हार भी एक ही है, जो मिट्टी को सानता है।