जानिए कैसे लगा सकते हैं शेयर बाजार में पैसे

Index Fund: क्या है इंडेक्स फंड, इसमें क्यों करें निवेश, कैसे मिलेगा बड़ा रिटर्न
Index Fund: इंडेक्स ऐसे बनाए गए हैं कि ये हमेशा बढ़ेंगे ही और इसलिए इंडेक्स फंड भी बढ़ेगा और बड़ा रिटर्न देगा.
शेयर मार्केट (Share Market) में इंवेस्ट करना चाहते हैं? लेकिन शिकायत होगी कि कौनसे शेयर मैं पैसा लगाए, उसे कब कैसे ट्रैक करें और अगर इन सब के लिए टाइम नहीं है तो म्युचुअल फंड (Mutual Fund) आपके लिए बेस्ट है. अब आप पूछेंगे की कई म्युचुअल फंड देख चुके हैं. कोई ऐसा फंड जिसमें जोखिम कम से कम हो, ज्यादा रिटर्न लगभग तय हो और निवेश का खर्च भी कम आए. तो हमारे पास आपके लिए एक सलाह है. इंडेक्स फंड में निवेश करने की.
लेकिन इंडेक्स फंड को समझने से पहले जरूरी है इंडेक्स को समझने की.
हमारे देश में बेसिकली दो इंडेक्स हैं. एक सेंसेक्स, दूसरा निफ्टी 50. सेंसेक्स बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है. और ये टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है. मतलब उसके शेयर्स की कीमत बढ़ी या घटी. इसके अलावा सेक्टोरल इंडेक्स भी होते हैं जो किसी एक सेक्टर की कंपनी को ट्रैक करते हैं जैसे फार्मा सेक्टर्स.
एग्जांपल देता हूं. मान लीजिए क्लास 10th की रिपोर्ट के बारे में आपको जानना है, तो आप पूछेंगे स्टूडेंट ए, स्टूडेंट बी या स्टूडेंट सी का क्या रिजल्ट रहा. लेकिन क्लास में तो 100 बच्चे हैं. तो अगर आपको पूरे क्लास का रिजल्ट मिल जाए कि इस बार पासिंग पर्सेंट 80 है तो समझ आएगा की रिजल्ट अच्छा आया है. वैसे ही एक स्टॉक एक्सचेंज में हजारों कंपनियां लिस्टेट हैं. तो सेंसेक्स टॉप 30 कंपनियों का और निफ्टी 50 टॉप 50 कंपनियों कि स्थिति बताता है. फिर हर छह महीने या क्वाटरली बीएसई और एनएसई कंपनियों की पर्फॉर्मेंस देखती है और कंपनी अच्छा परफॉर्म करती है तो उसे टॉप 30 में रखा जाता है ना करें तो उसे हटा कर किसी और कंपनी को उसमें एड कर दिया जाता है.
तो अब इंडेक्स फंड क्या है. ये समझते हैं.
ये भी म्युचुअल फंड ही है. म्युचुअल फंड में जानिए कैसे लगा सकते हैं शेयर बाजार में पैसे क्या होता है. किसी फंड में आप पैसा डालते हैं फिर उस फंड का मैनेजर उसी पैसे को जगह जगह इंवेस्ट कर देता है और आपके साथ प्रोफिट शेयर करता है. वैसे ही इंडेक्स फंड का पैसा केवल और केवल इंडेक्स यानी सेंसेक्स या निफ्टी में ही लगाया जाता है. मान लीजिए अगर आप बीएसएई इंडेक्स में पैसा डालते हैं तो उस फंड को बीएसई के इंडेक्स सेंसेक्स की टॉप 30 कंपनियों में लगाया जाएगा. अगर बीएसई का एस एंड पी 100 इंडेक्स फंड है तो उसका पैसा सेंसेक्स की टॉप 100 कंपनियों में ही लगाया जाएगा.
तो बाकी फंड से इंडेक्स फंड कैसे अलग है?
देखिए किसी और फंड में आप निवेश करते हैं तो उसका फंड मैनेजर लगातार स्टॉक्स पर नजर बनाकर रखता है, पोर्टफोलियों में चेंजेज करता रहता है, एक जगह से पैसा निकाल कर दूसरी जगह लगाता है यानी निवेश पर एक्टिवली नजर बनाए रखता है. लेकिन इंडेक्स फंड में आंख बंद कर किसी एक इंडेक्स फंड में पैसा लगा दीजिए, क्योंकि अगर ये सेंसेक्स का फंड है तो उसमें कुछ बदलाव नहीं करने होते, सेंसेक्स की टॉप कंपनियां तो तय समय तक सेम ही होती है. इसलिए इसे पेसिव इंवेस्टमेंट भी कहते हैं.
इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें?
एक फायदा तो यह है कि इसमें एक्सपेंस रेश्यो यानी निवेश का खर्च कम होता है. इसके अलावा जो बीएसई या एनएसई इंडेक्स डिजाइन किया गया है वो ऐसा डिजाइन्ड है कि ये हमेशा बढ़ेगा ही. आप भी देख सकते हैं एक समय पर सेंसेक्स 19,000 पर हुआ करता था और आज देखिए 62,000 पर है तो सोचिए तब जिसने बीएसई के इंडेक्स फंड में पैसा लगाया होगा आज उसे कितना बड़ा मुनाफा मिला होगा. इसलिए इंडेक्स फंड में पैसा डालने का बड़ा फायदा है.
तो कैसे इंडेक्स फंड में इंवेस्ट करें?
बड़ा आसान है, आसान इसलिए क्योंकि इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती. और बिना कमीशन के आप किसी इंवेस्टिंग एप के थ्रू इसमें निवेश कर सकते हैं. जैसे स्क्रीन पर आफको दिख रहा होगा इसमें कई सारे इंडेक्स फंड हैं, आप कोई भी सिलेक्ट करें, इसमें रिटर्न केलकुलेटर भी है. आप या तो एक बार में लमसम अमाउंट डाल दीजिए या एसआईपी के रूप में मंथली थोड़ा थोड़ा अमाउंड डालिए. तो निवेश के साथ हमेशा लॉन्ग टर्म में निवेश करने वाला मंत्र भी याद रखे.
मार्केट गुलजार है लेकिन इसके पीछे क्या वजह है?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चीफ जेरोम पॉवेल ने कहा कि मंहगाई को रोकने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन नरमी के साथ, यानी धीरे धीरे ब्याज दरें बढ़ाई जाएगी. अगली फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की बैठक 14 और 15 दिसंबर को होगी. उन्होंने कहा कि, "वृद्धि की गति को कम करने की बात अब समझ आती है क्योंकि हम संयम के स्तर तक पहुंच गए हैं जो मंहगाई को नीचे लाने के लिए पर्याप्त होगा.
इसके अलावा सरकार भी आपको निवेश का मौका दे रही है. भारत बॉन्ड ईटीएफ की चौथी किस्त 2 दिसंबर को जारी की गई है इसमें 8 दिसंबर तक इसमें निवेश का मौका है. ये बॉन्ड ऐसी सरकारी कंपनियों में निवेश करता है, जिन्हें AAA की रेटिंग हासिल है. स्कीम अप्रैल 2033 में मैच्योर होगी. पिछले तीन किस्तों में भारत बॉन्ड के निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है. इसमें निवेश करने के लिए डीमैट जरूरी है. कम से कम 1001 रुपए निवेश करना होगा.
यहां केवल 2 से 5 दिन में आपका पैसा हो जाता है डबल, ये है रणनीति
नई दिल्ली। पैसा कमाने के कई तरीके होते हैं। कोई पूरी जिंदगी नौकरी करके भी करोड़पति नहीं बन पाता तो किसी को विरासत में इतना पैसा मिलता है कि उसे संभालना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर आप सही रणनीति और थोड़ा निवेश के अलग अलग माध्यम के बारे में सोचेंगे तो आप भी आसानी से बड़ी रकम कमा सकते हैं। यूं तो निवेश करने के कई माध्यम हैं जैसे - शेयर बाजार, रियल एस्टेट, सोना-चांदी, म्युअुचल फंड। लेकिन इन सभी माध्यमों में ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे आपका पैसा केवल 2 से 5दिन में डबल हो जाएं। लेकिन बाजार में ही निवेश का ऐसा तरीका है जहां यह संभव है। आइए जानते हैं क्या है ये तरीका और कैसे करते हैं इसमें निवेश…
पहली बार शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें
अगर आप स्टॉक मार्केट में पहली बार इंवेस्ट करने जा जानिए कैसे लगा सकते हैं शेयर बाजार में पैसे रहे हैं तो आपके लिए ये जानकारी काफी मुफीद साबित हो सकती है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज। (Source Express Photo/Amit Chakravarty)
शेयर बाजार क्या होता है ? शेयर्स की खरीद-फरोख्त कैसे होती है ? शेयर्स क्या होते हैं ? ऐसे ही कई सारी बातें आपके दिमाग में धूमती होंगे और आप सोचते होंगे कि इस बाजार में व्यापार कैसे किया जाए! आइए जानते हैं इस सभी बातों के बारे में कि शेयर बाजार क्या होता है और अगर आप पहली बार इसमें कदम रखने जा रहे हैं तो आपकों किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
क्या होता है शेयर बाजार
शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जहां पर कंपनियों के शेयर को खरीदा-बेचा जाता है। इसे आसान भाषा में समझने के लिए आप यह माने की आप किसी कंपनी में पैसा लगा रहे हैं और उस पैसा लगाने के बदले आपको जो चीज मिलती है उसे शेयर कहते हैं। शेयर एक कंपनी में आपके पैसा लगाने का एक हिस्सा है। भारत में शेयर बाजार को नियंत्रित करने का काम सेबी यानी की सिक्योरिटीस एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (एसईबीआई) का होता है।
पहली बार कैसे करें शेयर बाजार में निवेश
अगर आप शेयर बाजार में पहली बार कदम रखने जा रहे हैं तो कई सावधानियां बरतना जरूरी है। क्योंकि पहली बार निवेश कर रहे हैं तो आपको शुरुआत कम पूंजी से करें निवेश करें और थोड़ा अनुभव लें। पहली बार निवेश करने वालों के लिए अनुभव लेना जरूरी है। बाजार में कई तरह के रिस्क होते हैं और उन्हें आप बेहतर ढंग से अपने अनुभवों से ही समझ सकते हैं। एकदम से बड़ी रकम दांव पर न लागाएं।
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पढ़िए और जानकारी लें
शेयर बाजार में अगर पहली बार निवेश कर रहे हैं तो जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है। खुद को बाजार के बारे में शिक्षित करें, शेयर बाजार में निवेश से जुड़ी अच्छी पुस्तकें पढ़ें। एक्सपर्ट्स की राय जानिए और खुद को तैयार करें। जानकारी के लिए कंपनी की बैलेंस शीट और नतीजों को पढ़ना और समझना सीखें। बिजनेस अखबारों और बिजनेस न्यूज चैनलों पर अपनी नजर रखिए।
कई तरह के निवेश के बारे में जानकारी लें
शेयर बाजार में सिर्फ शेयर ही नहीं बल्कि म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स जैसी टर्म्स की भी खरीद-फरोख्त होती है। ऐसे में उनके बारे में भी जानकारी जुटाएं और फिर उनमें इंवेस्ट करें। अलग-अलग तरह के निवेश में अपना अनुभव लें और बेहतर कमाई करें।
रिस्क लीजिए
हम सभी जानते हैं कि हर तरह के कारोबार में कई तरह के रिस्क होते हैं। शेयर बाजार भी कई तरह के रिस्क्स से भरा है। ऐसे में आप समय के साथ रिस्क लेना भी शुरु करें और अपने निवेश को बढ़ाएं। वहीं कई बार लोग भेड़ चाल में शामिल हो जाते हैं। इससे बचें और खुद दिमाग लगा कर बेहतर ऑप्शन्स खोजें। रिस्क लीजिए लेकिन संभलकर लें।
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शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज
How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.
Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.
तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.
क्या होता है डीमैट खाता
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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.
डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जानिए कैसे लगा सकते हैं शेयर बाजार में पैसे जा सकता है.
कैसे खोलें डीमैट खाता
- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.
- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.
- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.
- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.
- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.
कौन खोलेगा डीमैट खाता
इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.
जरूरी शर्तें
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.