मोमबत्ती का व्यापार

मोमबत्ती बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें | Candle Making Business Hindi
How to start Candle making business in hindi, Candle Making Business in Hindi, candle making business in india hindi, candle business at home hindi, candle making in hindi, how to make candle in hindi, candle banane ka tarika
दोस्तों, मोमबत्ती बनाने का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है, जिसे आप आसानी से शुरू करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। मोमबत्ती का इस्तेमाल हमारे जीवन में कई तरह से किया जाता है, यदि घर की बिजली कट जाए तो मोमबत्ती को जलाकर घर में रोशनी की जाती है, मोमबत्ती का इस्तेमाल पूजा-पाठ में भी किया जाता है, और जन्मदिन पर भी मोमबत्ती का इस्तेमाल करके जन्मदिन की खुशियां मनाई जाती है।
अपने त्यौहारों के अवसरों पर तो आपको मार्केट में अलग-अलग प्रकार की मोमबत्तियां देखने को मिलती है। इन सभी को देखकर आपने कभी ऐसा सोचा है कि मोमबत्तियां किस प्रकार बनाई जाती हैं या फिर अगर इसका व्यवसाय करें तो कैसा रहेगा। आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में सभी तो नौकरी नहीं कर रहे हैं। यदि आप अपने खुद के काम के लिए भी सोच रहे हैं तो यह मोमबत्ती बनाने का व्यापार ऐसा व्यवसाय है। जिसे शुरू करके आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।
मोमबत्ती बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें? पूरी जानकारी Candle making business in hindi
दोस्तो आज के इस पोस्ट में आपको Candle business ideas in Hindi के बारे में बताने वाला हूँ ताकि आप भी अपने गाँव में रहकर आप भी मोमबत्ती बनाने का व्यापार शुरू कर सकते हो, और इसमें आप काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते है। और इसकी पूरी जानकारी आपको नीचे विस्तार से मिल जाएगी।
1. मोमबत्ती के बिजनेस में लागत
2. मोमबत्ती के बिजनेस में जगह
3. मोमबत्ती के प्रकार
4. मोमबत्ती की व्यापार में कच्ची सामग्री
5. मोमबत्ती बनाने के लिए मशीन
6. मोमबत्ती बनाने की विधि
7. मोमबत्ती बनाते समय सावधानियां
8. मोमबत्ती के लिए पैकिंग
9. मोमबत्ती के बिजनेस में प्रॉफिट
10. मोमबत्ती के बिजनेस में लाइसेंस
11. मोमबत्ती के बिजनेस में मार्केटिंग
12. आखरी शब्द
मोमबत्ती के बिजनेस में लागत
इस व्यापार को शुरू करने के लिए आपको ज्यादा पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इस व्यापार को आप छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर पर शुरू कर सकते हैं। आप इसे 10 हजार से 50 हजार रुपए तक शुरू कर सकते है।
मोमबत्ती के बिजनेस में जगह
मोमबत्ती का व्यापार शुरू करने के लिए आपको इसमें ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती है। आप इसे एक छोटे कमरे से भी शुरू कर सकते हैं। इस व्यवसाय की सबसे बड़ी खासियत यह है, कि इसको शुरू करने के लिए बहुत बड़े जगह की आवश्यकता नहीं पड़ती है, लेकिन घर से या बड़े स्तर से भी शुरू करते है तो, इस बात का ध्यान रखना जरुरी है, कि आपके पास मोम को पिघलाने की पर्याप्त जगह हो, उसकी कच्ची सामग्रियों के रख रखाव के लिए भी स्थान हो, साथ ही तैयार मोमबत्ती को भी स्टोर करने के लिए जगह हो। और इस व्यापार को एक स्थान के से दुसरे स्थान पर स्थानान्तरित भी कर सकते है।
मोमबत्ती के प्रकार
मोमबत्ती मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है।
1. साधारण मोमबत्ती
2. जन्मदिन वाली मोमबत्ती
3. खुशबूदार मोमबत्ती
4. सजावट वाली मोमबत्ती
मोमबत्ती की व्यापार में कच्ची सामग्री
दोस्तों आपको मोमबत्ती ही बनाने के लिए कुछ कच्ची सामग्री की जरूरत पड़ती है।
1. पैराफिन मोम
2. बर्तन या पॉट
3. कैस्टर तेल
4. मोमबत्ती के धागे
5. विभिन्न रंग
6. थर्मामीटर
7. सुंगंध के लिए सेंट
8. ओवन
इन सभी सामानों को आप अपने आसपास के मार्केट से खरीद सकते हैं। और इसे आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं। इसे आप indiamart.com से ले सकते है।
मोमबत्ती बनाने के लिए मशीन
मोमबत्ती को बनाने के लिए कैंडल मशीन की आवश्यकता होगी यह मशीन अलग अलग तरह की और अलग क्षमताओं की होती है। और मोमबत्ती बनाने की मशीन बाजार में आपको आसानी से मिल जाएगी। इसमें आपको 3 मशीनों की जरूरत पड़ती।
1. मैनुअल मशीन
2. अर्द्ध स्वचालित मशीन
3. पूर्ण स्वचालित मशीन
1. मैनुअल मशीन - मैनुअल मशीन 1 मिनट में 1800 मोमबत्ती बनाती है। और इसको चलाना बहुत आसान है।
2. अर्द्ध स्वचालित मशीन - यह मशीन को 1 मिनट में 100 से लेकर 200 तक मोमबत्तियां बनाती है। यह एक आधुनिक तकनीक वाली मशीन है जिसमें मोमबत्तियों के आकार को सेट करना और मोम को तुरंत ठंडा करने के लिए पानी का संचालन भी अपने आप होता है।
3. पूर्ण स्वचालित मशीन- यह मशीन 1 मिनट में 200 से 250 मोमबत्ती बनाती है। यह मशीन तकनीकी तौर पर बहुत खास है, और मोमबत्ती उत्पादन में बहुत ज्यादा उपयोगी साबित होती है। इस मशीन की सहायता से आप अलग-अलग साइज की मोमबत्तियां बना सकते हैं।
इन मशीनों को आप ऑफलाइन या ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। इन मशीनों को आप indiamart.com की वेबसाइट पर जाकर खरीद सकते हैं। इन मशीनों की कीमत आपको 30 से 35 हजार रुपए में आसानी से मिल जाएगी।
मोमबत्ती बनाने की विधि
दोस्तो आप मोमबत्ती को हाथों से बनाने के लिए मोम को पहले गर्म करके पिघलाया जाता है। उसके बाद मोम को सांचे में डाल कर ठंडा होने पर इसमें ड्रिल मशीन या मोटे से सूई के माध्यम से धागे को लगा कर फिर उस पर गर्म मोम को डाल कर उसे बराबर कर दिया जाता है। फिर इसको पैक कर आप इसकी बिक्री कर सकते है।
मोमबत्ती बनाते समय सावधानियां
1. जिस कमरे में मॉम पिघलने का काम हो रहा है, वहां पर जालीदार खिड़की होना अति आवश्यक है।
2. अपने व्यापार मोमबत्ती का व्यापार के लिए फायर सेफ्टी का ध्यान रखना जरूरी होता है, फायर के पंप के पास होने जरूरी चाहिए।
3. जब मोम को पिघला रहे होते हैं तो उसका तापमान बहुत अधिक होता है। उससे आप सावधानीपूर्वक थोड़ा मोमबत्ती का व्यापार दूरी बनाकर रखें ताकि आपको कोई नुकसान ना पहुंच सके।
मोमबत्ती के लिए पैकिंग
मोमबत्ती की पैकिंग आप ऐसी बनाए जिससे वह लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर सकें। इसकी पैकिंग आप हाथ से और मोमबत्ती फिलिंग मशीन से दोनों तरह से की जा सकती है। और आप बर्थडे पार्टी में इस्तेमाल होने वाले चमकीले और चमकीली झिल्लियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। और मोमबत्ती की पैकिंग पर अपने ब्रांड का नाम भी अवश्य लिखें ताकि आगे चलकर लोग आपके ब्रांड को जानने लगे।
मोमबत्ती के बिजनेस में प्रॉफिट
मोमबत्ती का बिज़नेस डिमांड में रहने वाला बिज़नेस है। इस बिज़नेस में आप कमाई भी ज्यादा ही कर सकते है, लेकिन वो सारा आपके प्रोडक्ट पर निर्भर करता है की आप कितना माल बना कर मार्किट में बेच रहे है। आप मोमबत्ती के बिज़नेस में 10 से 15 हजार रुपए प्रति महीने के आसानी से कमा सकते है।
मोमबत्ती के बिजनेस में लाइसेंस
अगर आप इस बिज़नेस को घर से शुरू करते है तो आपको किसी भी प्रकार के लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है लेकिन जब आप इस बिज़नेस को बड़े स्तर पर शुरू करते है तो आपको रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है। अगर आप इस बिज़नेस को बड़े स्तर पर कर रहे है तो अपने बिज़नेस को ब्रांड बनाना चाहते है तो आपको मोमबत्ती बिज़नेस के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है जो बहुत अनिवार्य है।
मोमबत्ती के बिजनेस में मार्केटिंग
किसी भी व्यापार को जब आप शुरू कर रहे है, तो उस व्यापार के बारे में लोगों को बताना बहुत जरुरी हो जाता है। इससे बाजार में आपकी कंपनी की तरफ लोगों का ध्यान बटेगा और आपकी मोमबत्तियों की बिक्री भी बढ़ेगी। आपको अपने उत्पाद के प्रचार और प्रसार के लिए कई उचित तरीके ढूंढने होंगे, आप अपने व्यवसाय को पोस्टरो एवं पेम्पलेट के मोमबत्ती का व्यापार द्वारा भी कर सकते हैं। ओर इसे आप ऑनलाइन के माध्यम से भी कर सकते हैं।
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आप हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। हम आपको Candle making business hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर इसके अंदर कोई कमी हो तो कमेंट करके जरूर बताएं।
मोमबत्ती बनाने की सामग्री में सर्वाधिक बिकने वाले
90 पीस [10 इंच, 7 इंच, 5 इंच] वैक्स कोटेड कैंडल विक्स, कैंडल मेकिंग किट और DIY के लिए कॉटन थ्रेड, साइज़ - 10 इंच (30 पीसी), 7 इंच (30 पीसी), 5 इंच (30 पीसी), 30 पीस प्रत्येक (90 टुकड़े) - सफ़ेद l MEKALSUTA
JHINTEMETIC® - क्लासिक (4 - इंच) लो स्मोक DIY कैंडल मेकिंग विक्स, वैक्स कोटेड कैंडल विक्स थ्रेड्स - 50 विक्स का पैक
Rosemoore सुगंधित लकड़ी के बॉल्स, सुगंधित बॉल्स, कमरे की खुशबू, घर और कार्यालय के लिए खुशबू, चंदन और सीडर - 10 बॉल्स का पैक
Krokio - मोमबत्ती बाती धागा कपास रोल 100 ग्राम मोमबत्ती बनाने के लिए 100 टुकड़ा बाती धारकों के साथ - सफेद
TOMO Epoxy राल मंडला कोस्टर सेट, क्रिस्टल स्पष्ट, सिलिकॉन नए नए नए साँचे लटकन, आभूषण, वर्णमाला, पत्र, संख्या, शिल्प बनाना
मोमबत्ती यानि की कैन्डल के व्यवसाय का सम्पूर्ण विवरण
मोमबत्ती का व्यावसाय एक ऐसा व्यावसाय है। जिसको शुरू करने में बहुत ज्यादा लागत की भी जरुरत नहीं पड़ती है। यह 10000 से अबही सुरू कर सकते है। इसको लोग धार्मिक कार्यों, घर की सजावटों , बर्थ डे पार्टी , ऐनवर्सरी आदि मे भी इसका उपयोग करते है। यदि आप बड़े स्तर पर इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं। तो आपको एक मशीन की जरूरत होगी जिसमें सांचे लगे होते हैं। उसी के द्वारा मोमबत्तियां बनाई जाएंगी । मोमबत्ती बनाने का व्यापार एक ऐसा व्यापार है जिसे करने के लिए आपको किसी भी फैक्ट्री या बड़े स्थान की आवश्यकता नहीं है आप चाहे तो एक छोटी सी जगह में भी यह व्यवसाय कर सकते है ।
मोमबत्ती बनाने के लिए आपको मोमबत्ती बनाने कि एक मशीन चाहिए जिसमे मोमबती के सांचे लगे होते है जिनमे आप मोम डाल कर मोमबत्ती को बनाते है। इसकी सुरुवात आप अपने घर पर भी कर सकते हो जो कि बहुत ही आसान है लेकिन अगर आप मोमबत्ती बनाने के व्यापार को एक बड़े इस्तर पर करना चाहते हो तो आप उसे भी एक छोटी सी जगह से सुरू कर सकते है।
मोमबत्ती के निर्माण में लगने वाली कच्ची सामग्री-
मोमबत्ती मुख्यता मोम से बनती है । मोम एक हाइड्रोकार्बनों का एक वर्ग है । जिसमे सामान्य तापमान पर सुघट्य (आघातवर्ध्य) होता है। मोम 45 °C (113 °F) से ऊपर के तापमान पर पिघल कर एक निम्न श्यानता के द्रव में इसका निर्माण करते हैं।
मोमबत्ती को बनाने के लिए आपको निम्न सामग्री की आवश्यकता होगी।
कच्ची सामग्री –
पैराफिन मोम 100-200 रूपये
बर्तन या पॉट
कैस्टर तेल 250-300 रूपये
मोमबत्ती के धागे 35 रूपये
विभिन्न रंग के धागे 50 रूपये
सुंगंध के लिए सेंट 250 रुपये
ओवन 5000 रूपये
थर्मामीटर 100 रुपये
इस बिजनस की सुरुवात के लिए आपको 50000 रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक पैसे खर्च करने होंगे। अगर आपके पास इतने पैसे नहीं है तो आप इसके लिए बैंक से लोन भी ले सकते है।
मोमबत्ती को बनाने की प्रक्रिया-
सबसे पहले आपको धागा लेना होगा। जिसको मोमबत्ती बनाने वाले सांचों में डाल देना है।
फिर आपको कच्चे मोम को गरम करके पिघलाना है ताकि वो तरल बन जाये इसके लिए आवश्यकता अनुसार मोम लजिए ।
मोम के गरम हो जाने के बाद आपको पिघले हुए मोम को मोमबत्ती बनाने वाले सांचों में डालना है।
जब आप सभी सांचों में मोम को डाले तो इस प्रकार ध्यान रखे कि सभी सांचों में मोम सही से भर जाये ।
कुछ समय इतजार करने के बाद ताकि मोम सुख सके उसको चेक करे।
आपकी मोमबत्ती बन गई होंगी जिनके धागे को आप काट कर उन्हें अलग कर सकते है।
अगर आप रंगीन मोमबत्ती बनाना चाहते है तो उसके लिए आपको मोम में रंग मिलाना होगा जिससे मोम रंगीन हो जाएगा और आप उससे रंगीन मोम बत्ती बना पाएंगे।
इसके लिए 3 प्रकार की मसीन आती है।
मैनुअल मशीन –
इसको ऑपरेट करना आसान होता है। इस मशीन के माध्यम से प्रति घंटे 1800 तक मोमबत्तियों का निर्माण किया जा सकता है।
अर्द्ध स्वचालित मशीन –
इस मशीन को संचालित करना आसान होता है इसमें मोमबत्तियों के आकार को सेट करने की सुविधा भी होती है। . यह मशीन तकनीकी रूप से बहुत उन्नत होती है इस मशीन में मोम को तुरंत ठंडा करने के लिए पानी का भी संचालन होता राहत है।
पूर्ण ऑटोमेटिक मशीन –
इस मशीन के माध्यम से आप विभिन्न साईज मोमबत्ती का आकार, चौकोर, गोल हर तरह की मोमबत्ती का निर्माण कर सकते है. इस मशीन के द्वारा प्रति मिनट 200 से 250 मोमबत्तियों का निर्माण किया जा सकता है। तथा इसके अलावा आप तरह तरह के सांचे का भी इस्तेमाल कर अलग डिजाईन की मोमबत्ती का निर्माण कर सकते है।
मोमबत्ती के व्यावसाय को शुरू करने में लागत –
अगर आप अपने व्यापार की शुरुआत बहुत अधिक पूंजी का निवेश करते हुए नहीं करना चाहते है और व्यवसाय को कम निवेश के साथ करना चाहते है। तो आप इसको 10,000 से 50,000 तक की लागत के साथ शुरू कर सकते है।
मोमबत्ती को हाथ से बनाने की प्रक्रिया –
इसके लिए मोम को गर्म करके 290 डिग्री से 380 डिग्री तक पिघलाया जाता है। और उसके बाद मोम को सांचे में डाल कर ठंडा होने पर इसमें ड्रिल मशीन या मोटे से सूई के माध्यम से धागे को लगा कर फिर उस पर गर्म मोम को डाल कर उसे बराबर कर दिया जाता हैऔर फिर इसको पैक कर आप इसकी बिक्री कर सकते है।
मोमबत्ती बिजनस के लिए लोन –
भारत सरकार कि तरफ से लोगो को व्यापार करने के लिए “मुद्रा लोन” दिया जा रहा है जिसके अंतर्गत मोमबत्ती बनाने के बिजनस पर भी लोन मिल जाएगा। बस आपको अपने नजदीकी कार्यालय में जाकर मुद्रा लोन के बार में जानकारी लेनी होगी। .
इसके लिए आपको एक विवरण तैयार करना होगा जिसमे आपको मोमबत्ती बनाने के बिजनस में किन चीजों कि जरुरत है उसके बारे में विवरण देना होगा और उन चीजों को खरीदने के लिए कितने पैसो कि जरुरत पड़ेगी यह भी सपस्ट रूप से लिखना होगा ।
आपको अपना आवेदन जामा करना होगा और जैसे कि आपका आवेदन स्वीकार हो मोमबत्ती का व्यापार जायगा आपको मोमबत्ती बनाने के व्यपार के लिए लोन मिल जाएगा। .
मोमबत्ती की पैकिजिंग –
सबसे अंतिम प्रक्रिया मोमबत्ती को बनाने की उसकी पैकिजिंग होती है। यहढंग से होना आवश्यक होता है। इसकी पैकिंग हाथ से और मशीन से दोनों तरह से होती है। पैकिंग से ही मोमबत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है कि अत्यधिक गर्मी या अन्य कारको की वजह से मोमबत्ती का कही रिसाव न होतथा इसकी पैकिंग उसके आकार के अनुसार और रंगों के अनुसार विभिन्न सजावटी पेपर या रंगीन पलास्टिक के माध्यम से की जाती है। तथा साथ ही इसको डब्बो या कंटेनरों में भी पैक किया जाता है। और बाजार मे बेचने के लिए भेज दिया जाता है।
यदि आप अपने मोमबत्ती के उत्पाद को ऑनलाइन माध्यम से बेचना चाहते है तो आपको पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन स्टोर में अपने उत्पाद को सूचीबद्ध कराना होगा और आप अनलाइन माध्यम से बेच सकेंगे।
मोमबत्ती उद्योग, मशीनरी एवं व्यापारिक लाभ।
परिचय:- आज के दौर में मोमबत्ती का इस्तेमाल सिर्फ दिवाली के त्योहार तक ही सीमित नहीं है, अपितु हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। हमने अक्सर देखा है की मोमबत्ती का इस्तेमाल खास मौकों पर सजावट के लिए करते हैं।
कुछ जगहों पर यह एक जरुरत बन गयी है, कुछ गांवों में अभी तक बिजली का कनेक्शन भी नहीं आया है तो कुछ गांवों में अभी भी बिजली की समस्या रहती है। एक तरफ मोमबती जीवन के अँधेरे में रौशनी का प्रतिक है तो दूसरी तरफ विरोध का। कभी मोमबती किसी की दुआ का प्रतिक बन जाती है तो कभी किसी के लिए न्याय का प्रतीक।
मोमबत्ती
जो भी कारण हो, मोमबत्ती हमारी भावनाओं को व्यक्त करने का एक तरीका बन गया है और अब इसकी मांग कभी कम नही हो सकती। ऐसे में मोमबत्ती का व्यावसाय एक अवसर है जिसमें कम लागत से भी अच्छा मुनाफा हो सकता है। भारत में बढती मोम की मांग को देखते हुए आप भी इसका व्यापार कर के उपभोक्ताओं की मांगों को पूरा कर सकते हैं।
सरकारी सहायता:- केंद्र और राज्य सरकार लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नए-नए प्रोत्साहन और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती रहता है। जिन उद्योगों में महिलाओं, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जन जाति वर्ग के लोग जुरे हो उन उद्योगों को को ऋण में 30 प्रतिशत तक छूट भी मिलती है।
व्यवसाय के लिए लाइसेंस और परमिट:- किसी भी व्यवसाय शुरू करने के लिए लाइसेंस की जरुरत होती है। ध्यान से आपको सारे लाइसेंस और परमिशन ले लेना चाहिए जैसे की जीएसटी पंजीकरण, कंपनी पंजीकरण, ईएसआई पंजीकरण, व्यापार लाइसेंस, बीमा, प्रदूषण प्रमाण पत्र।
बजट:- मोमबत्ती बनाने का व्यापार शुरू करने से पहले यह जरूर सोच ले की आपको व्यापार छोटे पैमाने पर करना है, या फिर बड़े पैमाने पर और उसी के अनुशार अपना बजट भी बनाये।
कच्चा माल:- मोमबत्ती बनाने के लिए मुख्य रूप से पैराफिन मोम/सोय मोम/मधुमोम (आप अपनी पसंद के किसी भी मोम का इस्तेमाल कर सकते है ज्यादातर पैराफिन मोम का इस्तेमाल किया जाता है), बर्तन (मोम पिघलाने के लिए), कैस्टर तेल, मोमबत्ती के धागे, तेल-आधारित रंग, थर्मामीटर, सुंगंध के लिए इत्र, बर्तन या सांचे (मोमबत्ती को आकार देने के लिए), ओवन की जरुरत पड़ती है।
कच्चे माल की खरीददारी अपने व्यापार के पैमाने के हिसाब मोमबत्ती का व्यापार से करे। यह सामग्री आपको बाजार में भी मिल सकता है या फिर आप ऑनलाइन भी खरीद सकते है। कच्चा माल होलसेल से खरीदने से लागत कम पड़ेगा। बहुत सी कम्पनियाँ मोमबत्ती की कच्चे माल को उपलब्ध कराती है, जो अलग-अलग जगहों पर स्थित है। आप उनके बारे में गूगल पे देख के उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं।
मोमबत्ती बनाने की प्रकिरिया एवं लागत।
कुल लागत:- अगर आप छोटे स्तर पर व्यापार शुरू करना चाहते है तो आपको कुल 10,000 तक की लागत लग सकती है। लागत और मुनाफा आपके व्यापर के स्तर पर निर्भर करता है। अगर आप मशीन के इस्तेमाल से मोमबत्ती बनाते है तो मशीन की लागत 13000-14000 से शुरू होती है।
मोमबत्ती बनाने की मशीन
स्थान की आवश्यकता:- मोमबत्ती को बनाने के व्यवसाय में ज्यादा जगह की जरुरत नही पड़ती है। अगर आप इससे छोटे स्तर से शुरू कर रहे है तो आप अपने घर में 12×12 की छोटे सी कमरे से भी इसे शुरू कर सकते है या फिर आप कमरा किराये पे भी ले सकते है।
आपको बस इस बात का ख़ास ध्यान रखना है की आपके पास मोम को पिघलाने मोमबत्ती का व्यापार के लिए, कच्चा माल रखने के लिए, और तैयार मोमबत्ती को रखने के लिए पर्यापत जगह है। जिससे आप बिना किसी परेशानी से अपना व्यापार कर सकें।
मोमबत्ती बनाने की प्रकिरिया
1. एक बर्तन में पानी उबालने के लिए रख दें।
2. मोम को छोटे छोटे टुकड़ों में काट के एक बर्तन में दाल ले और उससे पिघलाने के लिए आराम से उबलते हुए पानी में रख दे।
3. घरेलू थर्मामीटर से मोम के तापमान पर नज़र रखे, पैराफीन मोम के लिए 122-140 डिग्री फ़ैरनहाइट (50-60 डिग्री सेंटीग्रेड), सोय मोम के लिए170-180 डिग्री फ़ैरनहाइट(76.6 से 82.2 डिग्री सेंटीग्रेड), मधूमोम मोम के लिए 145-175डिग्री फ़ैरनहाइट (62.7-79.4 डिग्री सेंटीग्रेड), पुरानी मोम के लिए 185 डिग्री फ़ैरनहाइट (85 डिग्री सेंटीग्रेड) तापमान पर पिघलाना चाहिए।
4. इसमें इत्र और रंग मिला दीजिये। कितना रंग डालना है, यह निर्णय शीशी पर दिये गए निर्देशों को पढ़ कर करिए रंग और इत्रको तब तक बून्द बून्द में मिलाना है।
5. साँचे में तेल लगा दे ताकि मोम उसमे चिपके नहीं और मोमबती आराम से बहार आ जाये। अगर आप साँचे में ही मोमबती जलाना चाहते है तो साँचे में तेल नहीं मोमबत्ती का व्यापार भी लगाए तो कोई बात नहीं।
6. साँचे में मोमबत्ती के धागे डालकर साँचे तैयार कर लीजिये ध्यान रहे कि धागा साँचे के बिच में हो और लगभग 2 इंच मोमबत्ती से बाहर हो। मोम के बाहर के धागे को किसी एक लंबी क्लिप, लकड़ी या पेंसिल के मध्य में लगाएं। कलम को उस साँचे के ऊपर टिकाइए जिसमें आप मोम डालने वाले हैं। ध्यान रहे कि धागा सीधी, साँचे के केंद्र में ही लटकती रहे।
7. पिघले हुये मोम को धीरे धीरे साँचे में डालिए जिससे वो छलके नहीं। यह भी ध्यान रखे कि साँचे को कितना भरना है।
8. मोम को ठंडा होने दीजिये। मोम जितना देर ठंडा होगा उतना ही अच्छा है। पैराफिन मोमबत्तियों को 24 घंटे, सोय मोमबत्तियों को 4-5 घंटे, मधुमोम मोमबत्तियों को 6-10घंटे, पुरानी मोमबत्तियों को 4-5 घंटे ठंडा करना सबसे अच्छा है।
9. साँचे में से मोम निकल लीजिये और अगर मोमबत्ती का धागा अधिक लम्बा है तो उसे अपने अनुसार काट के हटा दीजिये।
चेतावनी:- मोम को पिघलाते समय आग लगने का खतरा है। मोम को पिघलाते समय तापमान का ख़ास ध्यान रखें। पिघलते हुये मोम को अरक्षित मत छोड़िए। सावधान रहे, सुरक्षित रहे।
पैकेजिंग:- आप मोमबत्ती की पैकिंग उसके आकार और रंगों के अनुसार सजावटी पेपर, रंगीन पलास्टिक या डब्बो कंटेनरों में पैक कर सकते है। इसके बाद आप मोमबत्ती को बाजार में बेच सकते हैं।
मोमबत्ती के व्यापार से मोमबत्ती का व्यापार दूर हुआ अंधियारा
मिठौरा ब्लाक के मधुबनी में संचालित भारती दिव्यांग स्वयं सहायता समूह महिला स्वावलंबन व सशक्तीकरण की मुहिम को धार दे रहा है। स्वरोजगार के हुनर से तैयार मोमबत्ती की दीपावली पर बिक्री कर महिलाएं आर्थिक मोमबत्ती का व्यापार रूप से मजबूत हो रही हैं।
महराजगंज: मिठौरा ब्लाक का भारती दिव्यांग स्वयं सहायता समूह गरीब महिलाओं के संघर्ष की नई इबारत लिख रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से संचालित इस समूह से जुड़ीं दिव्यांग महिलाएं मोमबत्ती तैयार कर अपने जीवन के अंधियारे को दूर कर रहीं हैं। स्वरोजगार के हुनर से गृहलक्ष्मी अपने घरों की धन लक्ष्मी बन गई हैं। दीपावली पर समूह द्वारा तैयार विभिन्न प्रकार की मोमबत्ती की मांग गांवों में खूब है। समूह की महिलाएं ब्लाक मुख्यालय, बाजारों व गांवों में स्टाल लगाकर मोमबत्ती बेचकर समृद्धि की सुगंध फैला रही हैं।
मिठौरा ब्लाक के मधुबनी में संचालित भारती दिव्यांग स्वयं सहायता समूह महिला स्वावलंबन व सशक्तीकरण की मोमबत्ती का व्यापार मुहिम को धार दे रहा है। स्वरोजगार के हुनर से तैयार मोमबत्ती की दीपावली पर बिक्री कर महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। मिठौरा ब्लाक में राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़े ब्लाक मिशन मैनेजर विनय कुमार यादव ने बताया कि मधुबनी के इस भारती दिव्यांग स्वयं सहायता समूह को 2019 में इन्हें प्रेरित कर बनाया गया था। उसी वक्त इस समूह की महिलाओं को 10 दिवसीय मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण भी दिलाया गया था। तबसे यह महिलाएं मोमबत्ती बना कर अपना जीविका चला रही हैं। दिव्यांग अनिता के साथ समूह के सदस्यों के इस व्यापार को देख इस गांव की दर्जन महिलाएं इस समूह से जुड़ गई हैं। सरकारी सहायता से मोमबत्ती का निर्माण शुरू हो गया। इस दीपावली पर इन महिलाओं के द्वारा तीन क्विंटल मोम से मोमबत्ती बनाने का कार्य जारी है। गुलाब, कमल, क्रिसमस, व रंगीन कैंडल की है सबसे ज्यादा मांग:
भारतीय दिव्यांग स्वयं सहायता समूह की सदस्य दिव्यांग अनिता ने बताया कि इस बार दीपावली की तैयारी पहले से ही कर ली गई थी। अक्टूबर तक भारी मात्रा में मोमबत्ती बना ली गईं थीं। अब बाजारों व गांवों में समूह की महिलाएं स्टाल लगाकर बिक्री कर रहीं हैं। अनिता बताती हैं कि समूह द्वारा गुलाब, कमल, क्रिसमस व रंगीन कैंडल भी तैयार की जा रही हैं। गांवों में इस समूह की मोमबत्ती खूब पसंद की जा रहीं हैं।