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Fuel shortages in France : ईंधन के लिए लंबी कतारें, एक-दूसरे पर हमला कर रहे लोग !

रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से यूरोपीय देशों में ऊर्जा संकट बढ़ता जा रहा है. सबसे अधिक खराब स्थिति फ्रांस की है. यहां पर हड़ताल ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है. संकट में समय में कंपनी कर्मचारी वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. इसका असर ये हुआ कि पेट्रोल पंप पर लंबी-लंबी कतारें हैं. ईंधन पाने के लिए लोग झगड़े कर रहे हैं. एक दूसरे पर हमला भी कर रहे हैं. सरकार ऊर्जा बचाने का आह्वान कर रही है. यूरोप के दूसरे देशों में भी बहुत कुछ ऐसी ही स्थिति बनती जा रही है.

नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से यूरोप में ऊर्जा संकट खड़ा हो गया है. यूरोपीय देशों में ईंधन की समस्या उत्पन्न हो गई है. दरअसल, यूरोपीय देश ईंधन के लिए रूस पर निर्भर हैं. उन्हें अभी तक रूस से निर्बाध सप्लाई की जा रही थी. वह भी कम कीमत पर. लेकिन युद्ध ने पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल दी. ऊपर से अमेरिका का रवैया भी यूरोपीय देशों को परेशान कर रहा है.

‼️🇫🇷 The fuel crisis in France has caused huge queues at gas stations in and around Paris… Three of the 6 oil refineries in France are currently closed due to strikes by workers that have reduced production by 60%, equivalent to 740,000 barrels of gasoline a day… #France pic.twitter.com/sA6Fv6qRXn

— Maimunka News (@Tb4O2u9c7MmZPmR) October 9, 2022

पश्चिमी यूरोप के अधिकांश देश मानते हैं कि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है. लिहाजा, रूस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. अमेरिका और यूरोप के देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंधों की घोषणा भी कर दी. बावजूद रूस पर कोई असर नहीं पड़ा. यूरोपीय देश अभी भी रूस से तेल खरीद रहे हैं. फिर भी संकट गहराता जा रहा है. इसकी वजह है- ऊर्जा की मांग में बढ़ोतरी. ऊर्जा की मांग में बढ़ोतरी के मुख्य कारण- ठंड और कोरोना काल के बाद इकोनोमी में आई नई गति है. इसकी वजह से ईंधन की मांग पहले के मुकाबले बढ़ गई है. सबसे अधिक खराब स्थिति फ्रांस की है. ऐसे समय में जबकि ऊर्जा संकट से पूरा यूरोप प्रभावित है, फ्रांस में हड़ताल ने स्थिति और विकट कर दी है

Workers working at nuclear power plants also joined the strike launched by fuel and oil refinery workers in France. The government had threatened the refinery workers. Police attacks on protests continue#Nanterre #France #Antireport pic.twitter.com/6nMeGrYCFM

— Partizan Yunanistan (@partizanGreece1) October 13, 2022

कई जगहों पर लंबी-लंबी कतारें देखी जा रहीं हैं. लोग पहले ईंधन पाने के लिए एक दूसरे से लड़ाई लड़ रहे हैं. वे एक दूसरे पर हमला कर दे रहे हैं. फ्रांस में पेट्रोल की आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिसके कारण प्रमुख शहरों के बाहर कारों की लंबी कतारें लग गई हैं. तेल की दिग्गज कंपनियां टोटल एनर्जींज और एक्सॉनमोबिल द्वारा संचालित रिफाइनरियों में वेतन हड़ताल के कारण पेट्रोल की आपूर्ति प्रभावित हुई है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हड़तालों का नेतृत्व वामपंथी सीजीटी यूनियन कर रहे हैं, जो जीवन की लागत के संकट के दौरान बेहतर वेतन की मांग कर रहे हैं और इन कंपनियों के मुनाफे में हिस्सेदारी के लिए भी आग्रह कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व में हाउते-सावोई में पहले कौन तेल भरे, इसको लेकर झगड़ा हो गया. कुछ जगहों पर लोग आपस में ही उलझ पड़े. फ्रांसीसी रिफाइनरी उत्पादन में 60% से अधिक की गिरावट आई है.

टोटलएनर्जी की कई रिफाइनरियां हैं, लेकिन तीन मुख्य रिफाइनरियां अवरुद्ध हैं. नॉरमैंडी में टोटल की सबसे बड़ी रिफाइनरी उत्तर में फ़्लैंडर्स के पास एक ईंधन डिपो के साथ अवरुद्ध है. नाकाबंदी करीब दो हफ्ते पहले शुरू हुई थी. टोटल पर श्रमिक संघ सीजीटी के नेतृत्व में हड़तालें कम से कम दो सप्ताह से चल रही हैं, जबकि एक्सॉनमोबिल श्रमिक विरोध ने प्रबंधन और संघ के बीच बातचीत शुरू करने के लिए मजबूर किया, जो अब हफ्तों से चल रही लंबी स्थिति है. लंबी कतारों ने वाहन चालकों को घंटों तक इंतजार करने के लिए मजबूर किया क्योंकि ड्राइवरों ने अपनी कार के लिए ईंधन मांगा. पेरिस के आसपास के आइल-डी-फ़्रांस क्षेत्र में कतारें प्रमुख थीं और उत्तरी फ़्रांस में भी कतारें देखी गईं.

उत्पादक समूह एसएनएफएस ने कहा कि फ्रांस ने चीनी उत्पादकों के लिए रणनीतिक ईंधन भंडार जारी किया, क्योंकि उन्होंने चेतावनी दी थी कि चुकंदर की कटाई पर डीजल की कमी से कारखाने बंद हो सकते हैं. फ्रांस की सबसे बड़ी चीनी निर्माता टेरियोस ने पिछले महीने कहा था कि उसे कुछ कारखानों में उत्पादन धीमा करना पड़ा क्योंकि टोटल ने कहा कि वह डीजल की आपूर्ति करने में असमर्थ होगी. इसने रणनीतिक स्टॉक रिलीज पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. चीनी कारखाने, जो आमतौर पर फ्रांस में सितंबर से जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में चलते हैं, उन किसानों पर निर्भर हैं जिनके पास चुकंदर की कटाई के लिए पर्याप्त ईंधन है और इसे संसाधित करने के लिए एक कारखाने में ले जाया जाता है.

फ्रांस ने क्या ढूंढा समाधान - फ्रांस की रिफाइनिंग क्षमता का 60% से अधिक हड़तालों द्वारा ऑफ़लाइन ले लिया गया है, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और देश को ईंधन के आयात में वृद्धि करने के लिए प्रेरित किया गया है. संकट को लेकर राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने देश से फ्रांस, यूरोप और पूरी दुनिया के विभिन्न संकटों का सामना करने का आह्वान किया है. मैक्रों ने कहा कि देश का लक्ष्य जनवरी 2023 तक 45 परमाणु रिएक्टरों के संचालन के लिए परमाणु रिएक्टरों का निर्माण फिर से शुरू करना है, जबकि आज 56 में से 30 चालू हैं. मैक्रोन ने संकटों का सामना करने के लिए तीन अक्ष का नाम दिया, ऊर्जा की खपत को कम करना, अधिक परमाणु ऊर्जा का उत्पादन करना और नवीकरणीय ऊर्जा का विकास करना. रिफाइनरियों में हड़ताल के कारण पूरे फ्रांस में ईंधन की कमी की बात करते हुए मैक्रों ने वादा किया कि आने वाले सप्ताह में सर्विस स्टेशनों की स्थिति सामान्य हो जाएगी.

फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने स्थानीय अधिकारियों को देश भर के सर्विस स्टेशनों पर पेट्रोल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों को बुलाने का आदेश दिया है क्योंकि फ्रांस टोटलएनर्जीज और एक्सॉनमोबिल द्वारा संचालित तेल रिफाइनरियों की किल्लतों से जूझ रहा है. बॉर्न के अनुसार, देश के 30 प्रतिशत गैस स्टेशनों में पहले से ही ईंधन खत्म हो चुका है, ग्रेटर पेरिस क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित है. टोटल एनर्जी और जनरल कन्फेडरेशन ऑफ लेबर बातचीत शुरू करने के लिए सहमत हुए लेकिन कोई समझौता नहीं हुआ.

बोर्न ने नेशनल असेंबली को बताया, 'एक वेतन असहमति देश को अवरुद्ध करने का औचित्य नहीं है.' चर्चा करने से इंकार करने का अर्थ है फ्रांसीसी को संवाद के अभाव का शिकार बनाना. स्ट्राइकरों की कार्रवाईयों के कारण ईंधन की आपूर्ति में कमी आई है, जिससे ईंधन की कमी और लंबे समय तक प्रतीक्षा करने का डर पैदा हो गया है. हड़ताल से स्कूल बस परिवहन भी प्रभावित हुआ. फ्रांस के ऊर्जा संक्रमण मंत्री एग्नेस पैनियर-रनचर ने कई सर्विस स्टेशनों में कीमतों में हेराफेरी की चेतावनी दी. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा,'ईंधन आपूर्ति तनाव कई सर्विस स्टेशनों पर बढ़ती कीमतों को सही नहीं ठहराता है. हम कीमतों को कृत्रिम रूप से बढ़ाने की अनुमति नहीं देंगे.'

क्या है रूस का पक्ष - रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने कहा है कि ऊर्जा संकट के लिए यूरोपीय देश जिम्‍मेदार हैं और उन्होंने ही तेल और गैस उद्योग में निवेश न करने की नीति बना रखी है. रूस में ऊर्जा फोरम को संबोधित करते हुए राष्‍ट्रपति पुतिन ने कहा है कि कीमतों को सीमित करने से संकट और गहरा जाएगा, क्‍योंकि यूरोपीय संघ के देशों ने बढते ऊर्जा मूल्यों पर नियंत्रण के लिए गठजोड किया हुआ है. पुतिन ने कहा कि रूस से यूरोप को तेल और गैस की आपूर्ति की नॉरद स्‍ट्रीम-दो पाइपलाइन में रिसाव अंतर्राष्‍ट्रीय आतंकवाद की कार्रवाई है. इसका उद्देश्‍य किफायती ऊर्जा से लोगों को वंचित रखना है. उन्‍होंने कहा कि नॉरद स्‍ट्रीम-दो की पाइपलाइन का कुछ भाग अब भी चालू है जिससे गैस की आपूर्ति की जा सकती है. अब यह यूरोपीय संघ पर निर्भर है कि वो इस गैस की आपूर्ति चाहता है या नहीं. रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जर्मनी ने नॉरद स्‍ट्रीम-दो परियोजना रद्द कर दी थी.

Indian Railways: रेलवे के जनरल टिकट के लिए लंबी लाइन से बचना चाहते हैं? टिकट बुकिंग के इस तरीके का करें इस्तेमाल

रेलवे ने यूटीएस मोबाइल ऐप नाम का एक एप्लीकेशन लॉन्च किया है, इसकी मदद से आप आसानी से अपना लोकल टिकट बुक कर सकते हैं. इससे एक तरफ तो आपका समय बचेगा दूसरे आपको स्टेशन पर टिकट के लिए लंबी कतार में नहीं लगना पड़ेगा.

भारतीय रेलवे

भारतीय रेलवे

gnttv.com

  • चंदौली,
  • 11 नवंबर 2022,
  • (Updated 11 नवंबर 2022, 11:06 PM IST)

नहीं लगना पड़ेगा लाइन में

मोबाइल से कर सकते हैं लोकल रेलवे टिकट बुक

अगर आपको जनरल टिकट (unreserve ticket) लेकर रेलवे की यात्रा करनी है तो रेलवे ने आपके लिए एक बहुत ही सुविधाजनक तकनीक की शुरुआत की है. इसके लिए आपको टिकट काउंटर तक जाने की जरूरत नहीं है. बल्कि आप अपने स्मार्टफोन से ही जनरल टिकट बुक कर लेंगे. रेलवे ने बाकायदा इसके लिए एक मोबाईल ऐप लॉन्च किया है. यूटीएस मोबाइल ऐप (UTS MOBILE APP ) नाम के इस एप्लीकेशन से आप बहुत ही आसानी से अपना लोकल टिकट बुक कर सकते हैं. इससे एक तरफ तो आपका समय बचेगा दूसरे आपको स्टेशन पर टिकट के लिए लंबी कतार में नहीं लगना पड़ेगा.

नहीं लगना पड़ेगा लाइन में

दरअसल, भारतीय रेलवे हमारे देश की लाइफ लाइन कही जाती है और देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेन में सफर करता है. जिसमें बहुत से यात्री तो अपना रिजर्वेशन करा कर यात्रा करते हैं, लेकिन बहुत सारे यात्री ऐसे होते हैं जो कम दूरी की यात्रा करते हैं और जनरल टिकट कटाते हैं. भारतीय रेलवे रिजर्व टिकट को लेकर तमाम तरह के आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर रहा है.वहीं दूसरी तरफ जनरल टिकट को लोगों के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए तकनीक का प्रयोग कर रहा है. भारतीय रेलवे ने स्मार्टफोन धारकों के लिए एक मोबाइल ऐप विकसित किया है, जिसका नाम यूटीएस मोबाइल ऐप है. आप इस मोबाइल ऐप के थ्रू अपना लोकल रेलवे टिकट बुक कर सकते हैं. इस मोबाइल ऐप से आप सिर्फ जनरल टिकट ही नहीं बल्कि प्लेटफॉर्म टिकट और मंथली टिकट भी बुक कर सकते हैं.

मोबाइल से इस तरह से कर सकते हैं लोकल रेलवे टिकट बुक

सबसे पहले प्ले स्टोर से आप यूटीएस मोबाइल ऐप अपने फोन में इंस्टॉल कर लें. इसके बाद ऐप को ओपन करके आपको अपना नाम और मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होगा साथ ही साथ लोकेशन सर्विस (GPS) को भी इनेबल करना होगा. एक बार रजिस्टर हो जाने के बाद आप इस ऐप का इस्तेमाल टिकट बुकिंग के लिए कर सकते हैं. आप जिस भी रेलवे स्टेशन के नजदीक होंगे वह रेलवे स्टेशन आपके यात्रा की शुरुआती स्टेशन के रूप में ऑटोमेटेकली दर्ज हो जाएगा. इसके बाद आपको जिस स्टेशन तक जाना है उस स्टेशन का नाम या स्टेशन का कोड डालेंगे. इस दौरान ऐप में यह भी सुविधा दी गई है कि आप लंबी स्थिति टिकट प्रिंट आउट करना चाहते हैं या फिर पेपरलेस टिकट से अपना सफर करना चाहते हैं. जो भी आपके लिए सुविधाजनक हो, उस तरीके से आप अपना टिकट बुक कर सकते हैं.

आपको लोकल ट्रेन से सफर करना है या मेल एक्सप्रेस ट्रेन से सफर करना है यह भी ऑप्शन आपकी स्क्रीन पर दिखेगा. इस ऑप्शन को सलेक्ट करने के बाद आपके मोबाइल स्क्रीन पर किराए की धनराशि शो करेगी. अब आप के पास अगर रेलवे का आर- वॉलेट है तो इस वॉलेट के थ्रू पेमेंट कर सकते हैं या फिर अगर आपके पास रेलवे का R-wallet नहीं है तो भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप किसी भी डेबिट क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या फिर ऑनलाइन पेमेंट मोड से टिकट का पेमेंट कर सकते हैं.

Nivesh Ka Funda: मौजूदा स्थिति में ट्रेड लेना सही या लंबी अवधि में जारी रखें निवेश? अनिल सिंघवी संग जानिए पते की बात

Nivesh Ka Funda: भारतीय बाजार ने लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न दिए हैं. यहां तक कि अमेरिकन मार्केट से भी अच्छे रिटर्न दिए हैं. इसलिए भारतीय निवेशकों के लिए इंतजार करने की सलाह है, उन्हें बेचना नहीं चाहिए.

निवेशकों को एसआईपी या दूसरे ऑप्शन में पहले से करते आ रहे तय निवेश को बनाए रखना चाहिए.

Nivesh Ka Funda: अगर आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) इन्वेस्टर हैं या लंबे समय के लिए इक्विटी में पैसा (equity investers) लगाते हैं तो अभी के मौजूदा हालात में आपके मन में यह चलता होगा लंबी स्थिति कि आखिर ग्लोबल अनिश्चितताओं से भरे इस माहौल में क्या किया जाए? इन्हीं सवालों को लेकर ज़ी बिज़नेस (ZEE BUSINESS) के मैनेजिंग एटिडर अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) के साथ बातचीत में मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के सीनियर डायरेक्टर और CIO मिहिर वोरा ने निवेशकों के उलझन को दूर करने की कोशिश की है.

इंतजार करने की सलाह
वोहरा कहते हैं कि भारतीय बाजार ने लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न दिए हैं. यहां तक कि अमेरिकन मार्केट से भी अच्छे रिटर्न दिए हैं. इसलिए भारतीय निवेशकों के लिए इंतजार करने की सलाह है, उन्हें बेचना नहीं चाहिए. निवेशकों को एसआईपी या दूसरे ऑप्शन में पहले से करते आ रहे तय निवेश को बनाए रखना चाहिए. लंबी अवधि के लिए निवेश बनाए (Nivesh Ka Funda) रखें. वोहरा कहते हैं कि घरेलू इकोनॉमी से जुड़े सेक्टर्स से काफी उम्मीदें हैं. मौजूदा स्थिति में ट्रेड लेने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए.

📊🔻मौजूदा स्थिति में ट्रेड लेने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, लंबी अवधि के लिए इन्वेस्टमेंट जारी रखें : मिहिर वोरा, सीनियर डायरेक्टर & CIO मैक्स लाइफ इंश्योरेंस@MaxLifeIns | @theMihirV | @AnilSinghvi_ pic.twitter.com/txNdyBbOjd

— Zee Business (@ZeeBusiness) February 22, 2022

फिलहाल लार्ज कैप है बेहतर
जो लोग इक्विटी में पैसा (equity investment) लगाना चाहते हैं उनको लॉर्ज कैप फंड पर फोकस करने की सलाह है. वोहरा कहते हैं कि अगर शॉर्ट टर्म यानी छह महीने या एक साल के लिए अगर देखें तो जो वैल्युएशन लार्ज कैप में है वह फिलहाल मिडकैप या स्मॉल कैप के मुकाबले बेहतर है. दुनियाभर में अभी की अनिश्चितता के बीच आपके पोर्टफोलिया में क्या होना चाहिए, इसे भी समझना जरूरी है. वोहरा कहते हैं कि इन्वेस्टर्स को इंटरनेशनल फंड की जगह फिलहाल डोमेस्टिक फंड्स पर तीन से पांच साल के लिए फोकस करना चाहिए.

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कमोडिटी पर क्या है राय
कमोडिटीज को लेकर वोहरा कहते हैं कि पिछले एक साल में देखें तो इस सेक्टर में काफी शॉर्टेज देखने को मिली है. कई वजहों से सप्लाई चेन में अड़चनें आई हैं. उनका कहना है कि कमोडिटीज एक टेक्टिकल मूव है. अगर हम ऐसा सोचें कि पांच साल के लिए स्टील या कोई कमोडिटी स्टॉक ले लेंगे तो हमें बेहतर रिटर्न मिलेगा ही, ऐसा तो नहीं लगता. निवेशक अपने पोर्टफोलियो में इन आउट करते रहें. हालांकि सोना एक अलग क्लास है. लेकिन पिछले दो साल में जितना इस परफॉर्म करना चाहिए, उतना नहीं किया है. लेकिन सोने का रोल जरूर रहेगा.

मुद्रा सिक्का: इस क्षेत्र में पुलबैक का उपयोग लंबी स्थिति में प्रवेश करने के लिए किया जा सकता है

Binance Coin: Pullback to this area can be used to enter a long position

पारंपरिक और क्रिप्टो बाजारों के बाजार सहभागियों की एफओएमसी बैठक के परिणामों पर कड़ी नजर थी। एक और 75 बीपीएस बढ़ोतरी (0.75%) की उम्मीद थी क्योंकि फेडरल रिजर्व मुद्रास्फीति से लड़ना चाहता है। यह देख सकता है Bitcoin अगले कुछ दिनों में शॉर्ट टर्म में प्रमुख स्टॉक इंडेक्स को मिरर करें।

व्यापारी किसी भी स्थिति में प्रवेश करने से पहले उस घटना पर धूल जमने का इंतजार कर सकते हैं। लंबी अवधि के निवेशक बिनेंस सिक्का अक्टूबर के अंत में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट होने की संभावना है। यह संभावना थी कि बीएनबी के लिए और लाभ जारी रह सकता है।

Binance Coin $310 . के पुलबैक के लिए तैयार है

स्रोत: ट्रेडिंग व्यू पर बीएनबी/यूएसडीटी

Binance Coin ने अगस्त के अंत से अपने कारोबार की सीमा से एक ब्रेकआउट देखा। कीमत के साथ-साथ, ओबीवी ने अगस्त में बनाए गए प्रतिरोध स्तर से भी ब्रेकआउट देखा। इसी तरह, पिछले कुछ दिनों में मजबूत तेजी को दर्शाने के लिए आरएसआई भी बढ़ा है।

आरएसआई अकेले ओवरबॉट क्षेत्र में होने के कारण पुलबैक की गारंटी नहीं है। हालांकि, कीमत अगस्त से 330 डॉलर की 12 घंटे की समय सीमा पर एक मंदी के आदेश ब्लॉक पर पहुंच गई। पिछले कुछ दिनों के बड़े ऊपरी कैंडलविक्स ने सुझाव दिया कि कीमतों को ऊंचा करने के बैल के प्रयासों को विफल कर दिया गया।

फिर भी बाजार का ढांचा लंबी स्थिति तेज बना रहा। $336-$300 क्षेत्र में एक पुलबैक का उपयोग $336 और $360 को लक्षित एक लंबी स्थिति में प्रवेश करने के लिए किया जा सकता है। $ 300 से नीचे का सत्र इस तेजी के विचार को अमान्य कर देगा।

Binance Coin अल्पकालिक धारकों को लाभ में दिखाता है

Binance Coin अगस्त से उच्च पर पहुँचता है, आगे कहाँ?

30-दिवसीय एमवीआरवी अनुपात जून से सकारात्मक रहा है और सुझाव दिया है कि धारक लाभ में थे। पिछले दो हफ्तों में एमवीआरवी में भारी उछाल आया है। यह $260 क्षेत्र से चार्ट पर मूल्य की चढ़ाई के साथ मेल खाता है। मीट्रिक लंबी स्थिति में बड़ी वृद्धि ने इस संभावना को दिखाया कि हाल के सप्ताहों में खरीदार बेचने को तैयार होंगे।

दूसरी ओर, हाल के महीनों में 30-दिवसीय सक्रिय पता मीट्रिक में गिरावट आई है। हालांकि, आने वाले हफ्तों में Binance Coin के मूल्य व्यवहार पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आवश्यकता नहीं है।

भ्रूण की लंबी धुरी का मातृ रीढ़ की लंबी धुरी से क्या संबंध होता है?

Additional Information

  • फीटल प्रजेंटेशन : भ्रूण के शरीर का वह भाग जो जनन मार्ग के भीतर या उसके निकट की कोष्ठ में सबसे आगे होता है।
  • फीटल एटीट्यूड : भ्रूण के विभिन्न भागों का एक दूसरे से संबंध।
  • फीटल डिनोमिनेटर : यह प्रस्तुत भाग पर स्थिर अस्थि बिंदु है जो मातृ श्रोणि के विभिन्न चतुर्भुजों के संबंध में आता है।

F1 Shraddha Utkarsh 06.12.2021 D2

F1 Shraddha Utkarsh 06.12.2021 D3

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Last updated on Oct 1, 2022

The Delhi Subordinate Services Selection Board (DSSSB) is soon be going to release the official notification for the DSSSB Staff Nurse Recruitment 2022. A total of 1362 vacancies were released for the last recruitment cycle. It is expected that this year the vacancies count will be more. Candidates who passed Matriculation are eligible for the recruitment process. With an expected DSSSB Staff Nurse Salary of Rs. 9300 to Rs. 34800, this is a great opportunity for many job seekers.

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