FOREX क्या है

फ्यूचर फॉरेक्स मार्केट: भविष्य में एक निर्धारित मूल्य और तारीख पर किसी दिए गए मुद्रा की एक निर्धारित राशि को खरीदने या बेचने के लिए एक अनुबंध पर सहमति व्यक्त की जाती है। आगे के विपरीत, एक वायदा अनुबंध कानूनी रूप से बाध्यकारी है
विदेशी मुद्रा की कीमतों पर अटकलें लगाने वाले अधिकांश व्यापारी मुद्रा की डिलीवरी स्वयं लेने की योजना नहीं बनाएंगे; इसके बजाय वे बाजार में मूल्य आंदोलनों का लाभ उठाने के लिए विनिमय दर की भविष्यवाणी करते हैं।
नवाचार सिद्धांतों वाली कंपनी
E-Global Trade & Finance Group, Inc. वर्ष 2007 में शुरू किया गया, साथ ही इसके संस्थापकों ने Forex4you ट्रेडमार्क के साथ अपनी पहली ऑनलाइन ट्रेडिंग सेवा की भी शुरुआत की। युवा, ऊर्जा से भरपूर और सफलता के भूखे हम लोगों ने इस उद्योग में बदलाव के उद्देश्य से अपने प्रयास शुरू किए।
नई-नई विकसित प्रौद्योगिकी लाते हुए और अपनी सेवाओं का दायरा बढ़ाते हुए हमने साल-दर-साल वृद्धि की। फिर 2013 में हम एक अभूतपूर्व सोशल ट्रेडिंग सेवा, Share4you, लेकर आए, जिसमें कोई भी वित्तीय बाज़ारों का एक हिस्सा बन सकता है, भले ही उनके पास ट्रेडिंग का कितना ही कम अनुभव क्यों न हो। यह उद्योग-जगत में एक पथ-प्रदर्शक प्रोजेक्ट की तरह था और ऑनलाइन सोशल ट्रेडिंग में जबरदस्त उछाल इसके एक साल बाद आया।
2016 में हम अपने खुद के लिक्विडिटी एग्रीगेटर और ऑर्डर निष्पादन प्रौद्योगिकी – MarketPlace लाए
हम अपनी सेवाओं और उत्पादों में बेहतरी लाने के लिए लगातार आधुनिकतम प्रौद्योगिकी में निवेश करते हैं। 2016 में हम MarketPlace लाए – हमारी अपनी लिक्विडिटी एग्रीगेटर और ऑर्डर निष्पादन प्रौद्योगिकी – । ऐसा सॉफ्टवेयर जो विभिन्न लिक्विडिटी प्रदाताओं के ऑफर इकट्ठे करता है और सर्वोत्तम बिड/आस्क कीमतें चुनकर उन्हें ग्राहक के टर्मिनल पर भेजता है। इससे ग्राहक के अनुरोध का निष्पादन हमेशा ही सर्वोत्तम उपलब्ध कीमतों पर होता है। हमने उद्योग में अग्रणी WebTrader, मोबाइल एप्लिकेशन और पीसी के लिए प्लेटफॉर्म खुद विकसित किए हैं।
Forex4you वैश्विक होते हुए – भारत में कार्यालय खोला गया।
निशुल्क 24
5 ग्राहक मदद लाइन की शुरुआत।
ऑर्डर्स की संख्या 1 करोड़ पहुंची।
सक्रिय ग्राहकों की संख्या ने 10 000 का आंकड़ा छुआ।
Forex: क्यों भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में आ सकती है और गिरावट, जानें इसके पीछे क्या हो सकता है कारण?
By: ABP Live | Updated at : 29 Sep 2022 08:21 AM (IST)
Edited By: Meenakshi
अमेरिकी डॉलर (फाइल फोटो)
India Forex Reserve: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट जारी है और इसमें अधिक कमी आने की संभावना है. इसके तहत फॉरेक्स रिजर्व साल 2022 के आखिर तक यानी पिछले 2 सालों में अपने सबसे निचले स्तर तक गिर सकता है. ऐसा एक रॉयटर्स पोल में बताया गया है और इसके पीछे कारण ये है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर की मजबूत वृद्धि से रुपये को बचाने के लिए प्रयासों के तहत विदेशी मुद्रा भंडार में कटौती की है.
विदेशी मुद्रा भंडार में 100 अरब डॉलर की कटौती की गई
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को लगभग 100 अरब डॉलर घटाकर 545 अरब डॉलर कर दिया है. ये एक साल पहले 642 अरब डॉलर के अपने शिखर पर था. ऐसा रुपये की लगातार कमजोरी को काबू में रखने के लिए किया गया है पर रुपये को आरबीआई रिकॉर्ड निचले स्तर तक जाने से रोक नहीं पाया है. भारतीय करेंसी डॉलर के मुकाबले 82 रुपये प्रति डॉलर के लेवल तक बढ़ रही है.
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करे Forex Trading in India in Hindi
आज बहुत से लोग शेयर मार्किट के अन्दर ट्रेडिंग करते है और अच्छे पैसे कमाते है इसके साथ बहुत से लोग Forex ट्रेडिंग भी करते है इसके अन्दर भी बहुत से लोग अच्छे पैसे कमाते है लेकिन बहुत से लोगो को Forex ट्रेडिंग के बारे में इतना पता नही है इस लिए वह ट्रेडिंग नही कर पाते है तो आपको बता दे Forex , जिसे विदेशी मुद्रा, एफएक्स या Currency Trading, के रूप में भी जाना जाता है|
एक Decentralized Global Market है जहां दुनिया की सभी Currency Trading करती हैं। विदेशी मुद्रा बाजार दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे अधिक तरल बाजार है, जिसकी औसत दैनिक ट्रेडिंग मात्रा $ 6 ट्रिलियन से अधिक है। दुनिया के तमाम शेयर बाजार इसके करीब भी नहीं आते। लेकिन आपके लिए इसका क्या मतलब है? विदेशी मुद्रा व्यापार पर करीब से नज़र डालें और आपको कुछ रोमांचक व्यापारिक अवसर मिल सकते हैं जो अन्य निवेशों के साथ उपलब्ध नहीं हैं।
फॉरेक्स FOREX क्या है मार्केट क्या है? Forex Trading Details hindi
फॉरेक्स (जिसे फॉरेक्स या FX भी कहा जाता है) का मतलब ग्लोबल, ओवर-द-काउंटर मार्केट (OTC) से है जहां ट्रेडर, निवेशक, संस्थान और बैंक, एक्सचेंज सट्टा लगाते हैं, विश्व करेंसियां खरीदते और बेचते हैं।
ट्रेडिंग ‘इंटरबैंक बाजार’ पर किया जाने वाला ऑनलाइन चैनल, जिसके माध्यम से, सप्ताह में पांच दिन चौबीसों घंटे करेंसियां ट्रेड की जाती हैं। फॉरेक्स सबसे बड़े ट्रेडिंग बाजारों में से एक है, ग्लोबल दैनिक ट्रेड 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग मार्केट कैसे काम करती है
शेयरों या वस्तुओं के विपरीत Forex Trading एक्सचेंजों पर नहीं बल्कि सीधे Two Parties के बीच एक ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में होता है। विदेशी मुद्रा बाजार बैंकों के वैश्विक नेटवर्क द्वारा चलाया जाता है, जो अलग-अलग समय क्षेत्रों में चार प्रमुख Forex Trading केंद्रों में फैला हुआ है: लंदन, न्यूयॉर्क, सिडनी और टोक्यो। क्योंकि कोई केंद्रीय स्थान नहीं है, आप 24 घंटे विदेशी मुद्रा व्यापार कर सकते हैं।
स्पॉट फॉरेक्स मार्केट: एक मुद्रा जोड़ी का भौतिक आदान-प्रदान, जो व्यापार के FOREX क्या है ठीक उसी बिंदु पर होता है – यानी ‘मौके पर’ – या थोड़े समय के भीतर
फॉरवर्ड फॉरेक्स मार्केट: एक अनुबंध एक निर्दिष्ट मूल्य पर एक मुद्रा की एक निर्धारित राशि को खरीदने या बेचने के लिए सहमत है, भविष्य में एक निर्धारित तिथि पर या भविष्य की तारीखों की एक सीमा के भीतर तय किया जाएगा।
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए जरुरी टर्म्स
भारत में करेंसी ट्रेड से संबंधित कुछ विशिष्ट शब्द इस प्रकार हैं:
स्पॉट प्राइस और फ्यूचर्स प्राइस – स्पॉट प्राइस वह कीमत है जिस पर एक करेंसी पेयर वर्तमान में मार्केट में ट्रेड कर रही है। फ्यूचर प्राइस वह मूल्य है जिस पर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट मार्केट में ट्रेड करता है।
लॉट साइज – करेंसी ट्रेडिंग बहुत सारे पेयर्स में किया जाता है और विभिन्न पेयर्स के लिए लॉट साइज तय किया गया है। USD / INR, GBP / INR, EUR / INR के लिए, यह 1000 है और JPY / INR के लिए, यह 10000 है।
कॉन्ट्रैक्ट साइकल – एक महीने, दो महीने, तीन महीने से बारहवें महीने तक की करेंसी के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के लिए अलग-अलग एक्सपायरी साइकल हैं।
एक्सपायरी डेट – इसमें एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति तिथि निर्दिष्ट है। यह कॉन्ट्रैक्ट महीने का अंतिम कार्य दिवस (शनिवार को छोड़कर) है। कॉन्ट्रैक्ट के ट्रेडिंग के लिए अंतिम दिन अंतिम सेटलमेंट की तारीख या मूल्य की तारीख से दो दिन पहले होगा।
Forex Reserves: भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार, जानिए क्या है विदेशी मुद्रा भंडार
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अप्रैल के बाद सबसे अधिक बढ़ा है। 27 मई को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 3.9 अरब डॉलर बढ़कर 600 अरब डॉलर से अधिक हो गया। विदेशी मुद्रा भंडार में हुई बढ़ोतरी देश के लिए एक अच्छा संकेत है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय विदेशी मुद्रा में इजाफा हुआ है। 27 मई को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा (FX) भंडार लगभग 3.9 बिलियन डॉलर बढ़कर 600 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया। यह राहत भरी खबर तब आई, जब ग्लोबल मार्केट में फ्यूल की कीमतें काफी बढ़ी हुई हैं।
एक महीने से अधिक समय तक 600 बिलियन डॉलर से नीचे रहने और लगातार 10 सप्ताह तक गिरने के बाद देश का आयात कवर लगातार दूसरे सप्ताह बढ़ा है। यह ऐसे समय में आया है, जब रुपये में कई बार उतार-चढ़ाव देखा गया। इस समय रुपया 77.61 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। एक माह पहले रुपया 76 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था। आरबीआई के साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों से पता चला है कि 27 मई के सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया।
Forex: क्यों भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में आ सकती है और गिरावट, जानें इसके पीछे क्या हो सकता है कारण?
By: ABP Live | Updated at : 29 Sep 2022 08:21 AM (IST)
Edited By: Meenakshi
अमेरिकी डॉलर (फाइल फोटो)
India Forex Reserve: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट जारी है और इसमें अधिक कमी आने की संभावना है. इसके तहत फॉरेक्स रिजर्व साल 2022 के आखिर तक यानी पिछले 2 सालों में अपने सबसे निचले स्तर तक गिर सकता है. ऐसा एक रॉयटर्स पोल में बताया गया है और इसके पीछे कारण ये है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर की मजबूत वृद्धि से रुपये को बचाने के लिए प्रयासों के तहत FOREX क्या है विदेशी मुद्रा भंडार में कटौती की है.
विदेशी मुद्रा भंडार में 100 अरब डॉलर की कटौती की गई
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को लगभग 100 अरब डॉलर घटाकर 545 अरब डॉलर कर दिया है. ये एक साल पहले 642 अरब डॉलर के अपने शिखर पर था. ऐसा रुपये की लगातार कमजोरी को काबू में रखने के लिए किया गया है पर रुपये को आरबीआई रिकॉर्ड निचले स्तर तक जाने से रोक नहीं पाया है. भारतीय करेंसी डॉलर के मुकाबले 82 रुपये प्रति डॉलर के लेवल तक बढ़ रही है.