निवेश के तरीके

बिटकॉइन ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं?

बिटकॉइन ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं?
दर असल Bitcoin जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर दक्षिण कोरिया द्वारा बैन लगाने की बिटकॉइन ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं? आशंका के चलते इसमें गिरावट देखने को मिल रही है। दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री किम डोंग येऑन ने कहा है कि क्रिप्टोकरंसी पर पाबंदी का विकल्प खुला हुआ है। कॉइनमार्केटकैप के अनुसार अन्य दिग्गज क्रिप्टोकरंसी में भी गिरावट देखने को मिली है। ईथिरियम में 28 फीसद की कमजोरी आई है, जबकि बिटकॉइन कैश 31 फीसद कमजोर हुआ है। वहीं, लाइटकॉइन 29 फीसद, डैश 24 फीसद और मोनेरो 30 फीसद कमजोर हुआ हैं। इसी तरह रिपल में 40 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है।

Tax on Cryptocurrency

Kucoin: Buy Bitcoin, Crypto 4+

KuCoin दुनिया भर में 20 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के साथ शीर्ष 3 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक है। बिटकॉइन (बीटीसी), ईथेरियम (ईटीएच), नई क्रिप्टोकरेंसी और यहां तक कि मेमे कॉइन जैसे 700+ सिक्कों का यहाँ व्यापार करना शुरू करें! हम सबसे कम शुल्क के साथ पेशेवर, सुरक्षित, उपयोगकर्ता के अनुकूल सेवाएं प्रदान करते हैं।

मित्रों को आमंत्रित करें।
हमसे जुड़ें और अधिक Earn करें।
• 40% तक Earn करने के लिए दोस्तों को KuCoin पर ट्रेड करने के लिए आमंत्रित करें!

मुख्य विशेषताएं
• नई क्रिप्टोकरेंसी सहित 700+ कॉइन उपलब्ध हैं।
• क्रेडिट कार्ड से क्रिप्टोकरेंसी खरीदना आसान और सरल।
• 420+ गुणवत्ता वाली संपत्तियां जैसे बिटकॉइन और ईथेरियम, डेफी और एनएफटी।
• निवेशकों के सभी वर्गों के लिए उपयोगकर्ता-हितैषी।
• क्रिप्टोकरेंसी में सबसे कम शुल्क का आनंद लें। जितना अधिक आप खरीदते हैं, उतनी ही कम फीस आप चुकाते हैं।
• 50+ फिएट व्यापार के लिए समर्थित हैं।
• उद्योग की जानकारी साझा करने के लिए 20+ भाषाएँ KuCoin समुदाय।
• संपदा में वृद्धि के लिए विभिन्न परियोजनाएं।

2022 में बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट पर मिलेगा जोरदार रिटर्न अगर फॉलो करेंगे ये बुनयादी बातें

2022 में बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट पर मिलेगा जोरदार रिटर्न अगर फॉलो करेंगे ये बुनयादी बातें

इक्विटी के साथ क्रिप्टो निवेशकों के लिए 2021 बहुत अच्छा साबित हुआ है। कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तो 5,000 से 7,000% तक की वृद्धि हुई है जिससे निवेशकों को रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न बिटकॉइन ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं? मिला। बिटकॉइन और एथेरियम जैसे ब्लूचिप क्रिप्टो में 2021 में 35-40% की वृद्धि हुई। बिटकॉइन की कीमतें अप्रैल में 51 लाख रुपये तक पहुंच गई थी लेकिन पर्यावरण पर प्रभाव को लेकर एलन मस्क के ट्वीट और चीन के क्रिप्टो ट्रेडिंग पर नियमों में सकती करने से इसमें तेजी से गिरावट आई थी। अभी बिटकॉइन की कीमत 39.91 लाख रुपए पर है, जो साल की शुरुआत की तुलना में लगभग 32% अधिक है।

एक महीने में बिटकॉइन (Bitcoin) ने डुबोए 6 लाख करोड़ रुपए, आधी रह गईं कीमतें

Written by: India TV Paisa Desk
Published on: January 19, 2018 12:32 IST

Bitcoin- India TV Hindi

एक महीने में बिटकॉइन (Bitcoin) ने डुबोए 6 लाख करोड़ रुपए, आधी रह गईं कीमतें

नई दिल्‍ली। दिसंबर में अपनी उफनती कीमतों के कारण चर्चा में आया बिटकॉइन (Bitcoin) अब नुकसान के कारण खबरों में है। लुढ़कती कीमतों ने बिटकॉइन में निवेश करने वालों को तगड़ा झटका दिया है। पिछले 4 हफ्तों से Bitcoin की कीमतें घट कर आधी रह गई हैं। बुधवार रात को बिटकॉइन की निम्नतम कीमत 9311 डॉलर दर्ज की गई है। नुकसान की बात करें तो अब तक निवेशकों के 6 लाख करोड़ से ज्‍यादा डूब चुके हैं। एक महीने की गिरावट पर गौर करें तो यह अपने उच्‍चतम स्‍तर से करीब 47 फीसदी से अधिक टूट चुका है।

बिटकॉइन क्‍या है?

बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का एक प्रकार है, यह एक डिजिटल करेंसी है और करेंसी की यूनिट निर्माण को रेगूलेट करने तथा फंड ट्रांसफर को प्रमाणित करने के लिए इसमें एनक्रिप्‍शन टेक्निक का इस्‍तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा धन है, जिसका कोई भौतिक स्‍वरूप नहीं होता लेकिन इसमें कई सारे कोड होते हैं। बिटकॉइन के बारे में सबसे ज्‍यादा रोचक बात यह है कि दुनियाभर के बहुत से केंद्रीय बैंकों बिटकॉइन ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं? ने इसे कानूनी मान्‍यता प्रदान नहीं की है। संक्षेप में कहें तो बिटकॉइन एक ऐसा धन है जिसकी कोई भौतिक उपस्थिति नहीं हैं और इसकी कोई सॉवरेन वैल्‍यू भी नहीं है। यह केवल एक डिजिटल और प्राइवेट करेंसी है।

Bitcoin

किसने की Bitcoin की खोज?

इसके बारे में किसी को कुछ भी स्‍पष्‍ट तौर पर पता नहीं है। एक व्‍यक्ति जिसका नाम सतोशी नाकामोतो है उसने 2009 में बिटकॉइन की शुरुआत की। शायद यह सरकारी रेगूलेशन से मुक्‍त एक समानांतर करेंसी सिस्‍टम बनाने का एक प्रयास था। सतोशी नाकामोतो के पास वर्तमान में लगभग 7.5 अरब डॉलर की करेंसी होने का अनुमान है।

चीन ने क्रिप्टो करेंसी लेनदेन को अवैध घोषित किया, बिटकॉइन की वैल्यू 5.5% तक गिरी

चीन ने क्रिप्टो करेंसी लेनदेन को अवैध घोषित किया, बिटकॉइन की वैल्यू 5.5% तक गिरी

चीन (China) के केंद्रीय बैंक ने 24 सितंबर को सभी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) लेनदेन को अवैध घोषित कर दिया और विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजों को चीन में निवेशकों को सर्विस प्रोवाइड करने से प्रतिबंधित कर दिया. चीन के इस कदम के बाद बिटकॉइन (Bitcoin) की वैल्यू 5.5% गिरकर $ 42,612 हो गई है.

क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री पर चीन नकेल कसने के अपने दृढ़ संकल्प पर अभी तक का सबसे मजबूत संकेत दे रहा है.

चीन के केंद्रीय बैंक- द पीपल्स बैंक ऑफ चाइना- ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि बिटकॉइन (Bitcoin) और Tether सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी, फिएट करेंसी नहीं हैं और इन्हें बाजार में सर्कुलेट नहीं किया जा सकता है.

क्रिप्टो ट्रेडिंग और क्रिप्टो माइनिंग "हाइप" को रोकने की कोशिश

केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि सभी क्रिप्टो-संबंधित लेनदेन, जिसमें घरेलू निवासियों को ऑफ-शोर एक्सचेंजों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं शामिल हैं, अवैध वित्तीय गतिविधियां हैं.

रेगुलेटरी बॉडी ने यह भी कहा कि यह क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित गतिविधियों से जोखिमों की निगरानी करेगा. साथ ही केंद्रीय बैंक क्रिप्टो ट्रेडिंग और क्रिप्टो माइनिंग गतिविधियों में प्रारंभिक चेतावनी और "हाइप" को रोकने के लिए एक तंत्र स्थापित करना चाहता है.

गौरतलब है कि मई में चीन की स्टेट काउंसिल ने देश में क्रिप्टो माइनिंग पर रोक लगाने का आदेश दिया था क्योंकि उसका मानना है कि इसमें भारी मात्रा में ऊर्जा की खपत होती है और कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के उसके प्रयासों में इससे बाधा उत्पन्न होगी.

क्रिप्टोकरेंसी-बिटकॉइन आखिर है क्या? क्यों बन गई हैकर्स की पसंद?

क्रिप्टोकरेंसी-बिटकॉइन आखिर है क्या? क्यों बन गई हैकर्स की पसंद?

क्रिप्टो और अधिकृत डिजिटल करेंसी में क्या फर्क है?

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी जारी करेगा। कोई भी मुद्रा 'करेंसी' तभी कहलाती है, जब केंद्रीय बैंक उसे जारी करता है। जो भी केंद्रीय बैंक के दायरे से बाहर है, उसे हम करेंसी नहीं कहेंगे। हम ऐसी 'करेंसी' पर टैक्स नहीं लगा रहे हैं, जिसे अभी जारी होना बाकी है। डिजिटल रुपये को RBI जारी करेगा, यही डिजिटल करेंसी कहलाएगी। इसके अलावा वर्चुअल डिजिटल दुनिया में जो कुछ है, वो संपत्तियां हैं। इसी तरह वित्त सचिव टीवी सोमनाथन कहते हैं कि भले ही क्रिप्टो पर टैक्स लेने का नियम बना है, तब भी ये वैध मुद्रा नहीं होगी।
आसान भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी देश के केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं है। वहीं, भारत में जारी होने वाली डिजिटल करेंसी को भारतीय रिजर्व बैंक नियंत्रित करेगा।

तो क्या क्रिप्टो में किए पूरे निवेश बिटकॉइन ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं? पर टैक्स देना होगा?

ऐसा नहीं है। आपको केवल क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले मुनाफे पर टैक्स देना होगा। उदाहरण के लिए अगर आपने पांच हजार रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी और उसे पांच हजार 500 रुपये में बेच दिया, तो आपको केवल 500 रुपये पर 30 फीसदी यानी 150 रुपये टैक्स देना होगा।

नहीं। वित्त मंत्री ने साफ कहा है कि जिसे क्रिप्टोकरेंसी मिलेगी उसे टैक्स देना होगा। यानी, अगर आप अपने किसी मित्र को एक बिटकॉइन गिफ्ट करेंगे तो उसे टैक्स देना होगा। हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि विरासत में मिली क्रिप्टोकरेंसी पर ये टैक्स लगेगा या नहीं। कुछ विशेषज्ञ कह रहे हैं कि यह नियम गिफ्ट टैक्स के तहत लगेगा। गिफ्ट टैक्स के नियम साफ हैं कि निकट रिश्तेदार यानी भाई-बहन को दिये तोहफे पर टैक्स नहीं चुकाना होता।

1% टीडीएस की बात भी तो कही गई है वो कैसे लगेगा?

वित्त मंत्री ने बजट पेश करने बाद की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हर क्रिप्टो ट्रांजेक्शन पर 1% का टीडीएस लगेगा। ये टीडीएस ट्रांसफर करने वाले को देना होगा।

दरअसल, सरकार इतना टैक्स लगाकर कर क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले निवेश को हतोत्साहित करना चाहती है। हालांकि, क्रिप्टो वर्ल्ड से जुड़े लोग सरकार के इस कदम को डिजिटल असेट को मुख्यधारा में शामिल करने के एक कदम के रूप में देख रहे हैं। वहीं, कॉइनस्विच के आशीष सिंघल इसे पूरे क्रिप्टो वर्ल्ड के लिए एक सकारात्मक कदम मानते हैं।

क्या मैं एक डिजिटल असेट में हुए नुकसान की भरपाई दूसरे से कर सकूंगा?

अगर इथेरियम में नुकसान हुआ, तो इसकी भरपाई बिटक्वाइन में हुए लाभ से नहीं कर सकेंगे। हर असेट यानी यूनिट अलग काम करेगी, उस पर हुए मुनाफे पर टैक्स लगेगा। नुकसान की भरपाई नहीं हो सकेगी।

नहीं। टैक्सेशन की दरें अगले वित्त वर्ष से लागू होगी। ऐसे में टैक्स से बचने के लिए 31 मार्च से पहले बड़े स्तर पर बिकवाली निकल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो क्रिप्टो करेंसी में अस्थिरता आएगी। सरकार की ओर से क्रिप्टो करेंसी की वैधता को लेकर अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है और रिजर्व बैंक इसके खिलाफ है। ऐसे में वर्चुअल रुपये को लाकर क्रिप्टो को पूरी तरह बैन करने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। क्रिप्टो में निवेश पर अगर घाटा होता है तो इसकी कोई जवाबदारी सरकार की नहीं होगी।

रेटिंग: 4.30
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 504
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *