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Forex भारत

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हालांकि, अध्ययन का सार यही था कि मुद्रा के तौर पर रुपये की कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावनाएं—पिछले आर्थिक झटकों की तुलना में—घटी ही हैं. मुद्रा अस्थिरता एक देश की मुद्रा के मूल्य में दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में आने वाले बदलावों से जुड़ी है.

Graphic: Ramandeep Kaur | ThePrint

विदेशी भुगतान -विदेश मुद्रा भेजना

आज के समय में ऑनलाइन पैसे भेजने का रिवाज ज़ोर पकड़ रहा है। तकनीकी क्रान्ति ने भौतिक सीमाओं को केवल कागजों पर समेट दिया है। भौगोलिकीकरन व डिजिटाइजेशन के कारण लोग विभिन्न कारणों जैसे पढ़ाई और व्यापार के सिलसिले में विदेश आना-जाना बढ़ गया है। कारण चाहे कोई भी हो लेकिन एक चीज की आवशयकता हमेशा स्थायी रूप से बनी रहती है और वह है विदेशी मुद्रा। लेकिन अब विदेशी मुद्रा को प्रयोग करने के तरीके चाहे कुछ भी हो, लेकिन उसे प्राप्त करना पहले की मुक़ाबले अधिक सरल हो गया है। इससे कोई अंतर नहीं होता कि आप विदेश में मुद्रा को भेजना चाहते हैं या भारत में ही भुगतान करना हो, आप इन सभी कामों के लिए बिलकुल सही जगह पर हैं।

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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.92 अरब डॉलर से अधिक बढ़ा

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.92 अरब डॉलर से अधिक बढ़ा

मुंबई, 5 नवंबर (Forex भारत आईएएनएस)। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 29 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.919 अरब डॉलर बढ़ा।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का विदेशी मुद्रा भंडार 22 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के 640.100 अरब डॉलर से बढ़कर 642.019 अरब डॉलर हो गया।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए), स्वर्ण भंडार, एसडीआर और आईएमएफ के साथ देश की आरक्षित स्थिति शामिल है।

साप्ताहिक आधार पर, विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक एफसीए 1.363 अरब डॉलर बढ़कर 578.462 अरब डॉलर हो गया।

‘रुपये को बचाने की कीमत’- हर हफ्ते $3.6 बिलियन गंवाए, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में एक दशक में सबसे बड़ी गिरावट दिखी

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साप्ताहिक स्टेटिस्टिकल सप्लीमेंट के मुताबिक, 9 सितंबर तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 550.8 अरब डॉलर था. ये 2020 के बाद सबसे कम है, जब यह आंकड़ा 580 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.

जनवरी के पहले सप्ताह में भारत के पास 633 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार था, जिसका मतलब है कि इस कैलेंडर वर्ष में अब तक 82 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है जो कि पिछले एक दशक में सबसे अधिक है.

एक दशक में सबसे ज्यादा कमी

पिछले 10 सालों की Forex भारत तुलना में यह कमी भारत में अब तक की सबसे तेज गिरावट है. कैलेंडर वर्ष 2011 (0.6 अरब डॉलर), 2012 (1.7 अरब डॉलर), 2013 (1.8 अरब डॉलर) और 2018 (13.28 अरब डॉलर) भारत के विदेशी मुद्रा भंडार के घटने के गवाह हैं—लेकिन यह गिरावट उनके आकार की तुलना में मामूली थी.

बाकी सालों में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि दर्ज की गई है और इसमें से वर्ष 2020—जब सारी दुनिया कोविड-19 महामारी से प्रभावित रही—सबसे अधिक लाभकारी रहा. उस साल भारत की विदेशी मुद्रा संपत्ति में करीब 119 अरब डॉलर (2019 के अंत में 461 अरब डॉलर से बढ़कर 2020 के अंत तक 580 बिलियन डॉलर) की वृद्धि दर्ज की गई. 2021 के अंत तक, आंकड़ा 52 अरब डॉलर बढ़कर 633 अरब डॉलर पर पहुंच गया. पिछले साल 3 सितंबर को भारत ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को 642.45 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर देखा था.

ऐसा क्यों हुआ?

विदेशी मुद्रा में कमी का मतलब है कि आरबीआई रुपये के गिरते मूल्य पर काबू पाने के लिए डॉलर बेच रहा है, जो जुलाई में 80 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया था.

ऐसा होने का एक सबसे बड़ा कारण यह है कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक यूएस फेडरल रिजर्व ने रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंची Forex भारत मुद्रास्फीति पर लगाम कसने के लिए प्रमुख ब्याज दरों में वृद्धि कर दी है. इस साल, यूएस फेड ने अब तक चार मौकों पर कर्ज पर ब्याज की दर बढ़ाई है—यह अगस्त में 2.25-2.5 प्रतिशत रही, जो मार्च में 0.25-0.5 प्रतिशत थी.

ऋण दर में बढ़ोतरी करके यूएस फेड दरअसल मुद्रा के तौर पर डॉलर का उपयोग करने वाले लोगों की क्रय शक्ति सीमित करना चाहता है. और जैसा इकोनॉमिक टाइम्स का एक विश्लेषण बताता है, इसका नतीजा यह हुआ कि भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने पिछले एक साल में 39 अरब डॉलर से अधिक की निकासी की.

भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है(what is forex trading in india)

भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग में ट्रेड करने का ये नया ज़रिया तेजी से फेल रहा है। आज भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के कई पार्टिसिपेंट्स हैं जो इसमें निवेश करके पैसा कमा रहा है। लेकिन आपकी बेहतर जानकारी के लिए आपको बता दें कि फॉरेक्स ट्रेडिंग हमेशा जोड़ो में कि जाती है। उदाहरण के लिए जिबीपी -आईएनआर (GBP-INR)। ध्यान रहें इसे करने के लिए नियमों का उलंघन न हो।

अंत में उम्मीद है आपको आज के इस फॉरेक्स ट्रेडिंग के विषय में बेहतर जानकारी मिली होगी।

आरबीआई ने जारी की अलर्ट लिस्ट: Forex भारत इन 34 फॉरेक्स ट्रेडिंग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अवैध घोषित किया

RBI issues alert list

RBI issues alert list

  • नई दिल्ली,
  • 11 सितंबर 2022,
  • (Updated 11 सितंबर 2022, 2:22 PM IST)

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अनाधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ETPs) से विदेशी मुद्रा लेनदेन को लेकर चेतावनी दी है. आरबीआई ने उन संस्थाओं की एक 'अलर्ट लिस्ट' जारी की है. जो न तो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के तहत विदेशी मुद्रा में सौदा करने के लिए अधिकृत हैं और न ही अपनी वेबसाइट पर विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत हैं.

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