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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में
शेयर मार्केट में हर समय निवेशक शेयर को खरीदते बेचने के लिए ऑडर करते रहते है, शेयर को खरीदने / बेचने के लिए वो ऑडर लगा देते है, जिसके बाद स्टॉक एक्सचेंज का ट्रेडिंग सिस्टम ऑटोमेटीक ऑडरो को मैच कर ऑडर कंपनी कर देता है |

New Chairman of BSE: कौन हैं एस.एस. मुंद्रा जिन्हें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का चेयरमैन नियुक्त किया गया है

New Chairman of BSE: दुनिया के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज Bombay Stock Exchange (बीएसई) का नेतृत्व और कार्यभार संभालने लिए जनहित निदेशक एस.एस. मुंद्रा को न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन की जगह नियुक्त किया जाएगा। एस.एस. मुंद्रा 3 साल तक भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के रूप में कार्यरत थे जिसके बाद उन्होंने 2017 में इस कार्य से इस्तिफा दिया। आरबीआई के पहले मुंद्रा 2014 में बैंक ऑफ बड़ौदा में अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यरत थे। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now.

भारत बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में में स्टॉक एक्सचेंज का इतिहास ( History of Stock Exchange in India )

भारत के सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज BSE ( Bombay Stock Exchange ) की स्थापना 1875 में बॉम्बे में हुवी जिसे वर्तमान में मुम्बई कहते है, BSE न सिर्फ भारत का बल्कि पुरे एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है,

पहले के समय में स्टॉक एक्सचेंज कागजो से होता था जिसमें निवेशक को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, जब निवेशक किसी कंपनी के शेयर खरीदता था तो कंपनी उसको सर्टिफिकेट भेजती थी जों प्रमाण होता था की निवेशक ने इस कंपनी के शेयर खरीद रखे है, ओर निवेशक को शेयर बेचने में भी बहुत समय लगता था पहले निवेशक कंपनी को शेयर के कागजात भेजते थे जिसके बाद कंपनी कागजात की जांच करती थी तब जाकर निवेशक को शेयर के पैसे मिलते थे जिसमें बहुत समय लगता था.

1992 में एक ओर स्टॉक एक्सचेंज NSE ( National Stock Exchange ) की स्थापना हुवी, जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुवात हुवी

भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज

भारत में मुख्य तौर पर दो प्रकार के स्टॉक एक्सचेंज मौजूद है,

  • BSE ( Bombay Stock Exchange )
  • NSE ( National बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में Stock Exchange )

1- BSE ( Bombay Stock Exchange )

BSE ( बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ) की स्थापना 1875 में हुवी थी BSE भारत का ही नहीं बल्कि पुरे एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है,यह पुरे दुनिया में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में 10 वे नंबर पर आता है, BSE का सूचकांक Sansex है, सेंसेक्स की 1986 में हुवी थी, सेंसेक्स में 30 कम्पनियाँ शामिल होती है.

2- NSE ( National Stock Exchange )

NSE ( National Stock Exchange ) की स्थापना 1992 में हुवी थी यह पुरे दुनिया में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में 11 वे नंबर पर आता है, NSE का सूचकांक Nifty है, निफ्टी की शुरुवात 1996 में हुवी निफ्टी में देश की सबसे बड़ी कम्पनियाँ शामिल होती है.

स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है

वैसे देखा जाये तो स्टॉक एक्सचेंज में कोई बाजार निर्माता या विशेषज्ञ नहीं होते है, जिसके कारण यह स्वतंत्र रूप से कार्य करता है, स्टॉक एक्सचेंज में ऑडर की पूरी प्रकिया ऑडर यानी खरीदने / बेचने पर संचलित होती है, ओर इन ऑडरों को इलेक्ट्रॉनिक लिमिट ऑडर द्वारा संचलित किया जाता है, बस यहाँ निवेशक को केवल ऑडर करना होता है, ऑडर ऑटोमेटिकली ट्रेडिंग कम्प्यूटरस की मदद से मेल हों जाते है, स्टॉक एक्सचेंज के इलेक्ट्रॉनिक रूप का सबसे बड़ा फायदा यह है, की यह मार्केट ऑडर को सार्वजनिक रूप से पारदर्शिता के साथ प्रदर्शित करता है.

किसी भी कंपनी या फर्म के शेयर उनके फाउंडर या पार्टनर्स के पास होते है ओर जब कंपनी लगातार ग्रोथ करती है, तो कंपनी को अधिक पूजी की आवश्यकता पड़ती है, तब अधिक पूजी जुटाने के लिए कंपनी के पास दो ऑप्शन होते है एक तो ऋण दूसरा पब्लिक जिसमें कंपनी दूसरे ऑप्शन को चुनती है, इसमें कम्पनी अपने शेयर जनता के सामने सार्वजनिक करती है, शेयर बेचने के लिए कम्पनी अपनी IPO ( initial public offer ) लेकर आती है, IPO के बाद कम्पनी स्टॉक एक्सचेंज में सुचिबद हों जाती है, जिसके बाद Invester, ब्रोकर यानी DP द्वारा कंपनी के शेयर को शेयर मार्केट से खरीदते है, उनमे ट्रेडिंग करते है,तथा जिससे कम्पनी को पूजी की प्राप्ति हों जाती है.

बीएसई क्या है (What Is BSE)

बीएसई (BSE) की स्थापना वर्ष 1857 में प्रेमचंद रॉयचंद ने देशी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन के रूप में की थी और अब इसका प्रबंधन सेठूरामन रवि द्वारा किया जा रहा है। वर्ष 1957 के बाद भारत सरकार नें सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट, 1956 के अंतर्गत इसे भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता प्रदान की थी।

वर्ष 1995 में बीएसई की ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू हुई, उस समय इसकी क्षमता एक दिन में 8 मिलियन ट्रांजेक्शन थी। ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को एशिया के पहले स्टॉक एक्सचेंज’ के रूप में जाना जाता है और यह सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL), मार्केट डेटा सर्विस, डिपॉजिटरी सर्विसेज और रिस्क मैनेजमेंट आदि सेवाएँ प्रदान करता है। बीएसई दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज मार्केटप्लेस है है, और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में जुलाई 2017 तक, इसका मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2 बिलियन डालर से अधिक है |

एनएसई क्या है (What Is NSE)

एनएसई (NSE) अर्थात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना वर्ष 1992 में हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है | एनएसई को वर्ष 1992 में सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट 1956 के तहत कर भुगतान कंपनी के रूप में स्थापित किया गया था, परन्तु इसका संचालन 1994 में शुरू हुआ था | एनएसई भारत में व्यापार के लिए स्क्रीन-आधारित प्रणाली की पेशकश करने वाला पहला स्टॉक एक्सचेंज था।

शुरूआत में एनएसई को भारतीय बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में प्रणाली में पारदर्शिता के लिए एक उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया था, और अपने लक्ष्य को प्राप्त करनें में सफलता प्राप्त की है। एनएसई सरकार की सहायता से सफलतापूर्वक ट्रेडिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें क्लीयरिंग के साथ-साथ ऋण और इक्विटी में समझौता और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशक शामिल हैं।

वर्तमान में इस एक्सचेंज में लगभग 1700 कंपनियां सूचीबद्ध हैं, जिनमें से लगभग 1370 सक्रिय हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 10वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज मार्केटप्लेस है, और मार्च 2017 तक इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.41 ट्रिलियन डालर से अधिक हो गया था |

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की पूरी जानकारी | Bombay Stock Exchange in Hindi

BSE – Bombay Stock Exchange in Hindi – बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एशिया का सबसे पुराना ‘शेयर बाजार ( Share Market or Share Bazar )’ हैं. भारतीय पूँजी बाजार के विकास में इस बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ( Bombay Stock Exchange ) की व्यापक भूमिका रही हैं और इसका सूचकांक पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. शुरूआती दिनों में 22 स्टॉक ब्रोकर्स ( Stock Brokers ) मुंबई के टाउन हाल के सामने बरगद के पेड़ की नीचे इकट्ठा होकर इस कार्य को शुरू किया था और फिर बाद में दलालों की बढ़ती संख्या की वजह से 1874 में दलाल स्ट्रीट चले गये. 1875 को एक अधिकारिक संगठन “The Native Share & Stock Brokers Association (मूल निवासी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन) ” के नाम से जाना गया.

Interesting Facts About Bombay Stock Exchange | बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज रोचक जानकारियाँ

  1. बीएसई में लगभग 4700 से अधिक कंपनियां सूचीबध्द हैं जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार बनाती हैं.
  2. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत ( India ) और एशिया ( Asia ) का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज हैं. इसकी स्थापना 9 जुलाई 1875 में हुई थी.
  3. भारत को अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार ( International Financial Market ) में उच्च स्थान दिलाने में BSE (बीएसई) की मुख्य भूमिका हैं.
  4. भारत के प्रथम स्टॉक एक्सचेंज को ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सिक्युरिटीज कांट्रेक्ट रेग्युलेशन एक्ट 1956’ के तहत स्थाई मान्यता मिली है.
  5. वर्ष 2002 में स्टॉक एक्सचेंज, मुंबई का नाम बदल कर “बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज – बीएसई” कर दिया गया.
  6. भारत की अधिक्तर बड़ी कम्पनी पूँजी जुटाने के लिए Bombay Stock Exchange की सेवा लेती ही हैं.
  7. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स ( BSE Sensex ) देश की अर्थतंत्र और वित्त बाजार की गतिविधियों को प्रतिबिंबित करता हैं.
  8. बीएसई आनलाईन ट्रेडिंग ( BSE-Online Trading ) के माध्यम से 1995 में ओटोमेटेड ट्रेडिंग सिस्टम का श्री गणेश किया गया और 1997 में यह ऑनलाइन ट्रेडिंग पूरे भारत में फ़ैल गया.
  9. एक्सचेंज में `ट्रेडिंग राइटस ( Trading Rights )‘ और `ओनरशिप राइटस (Ownership Rights)‘ एक दूसरे से अलग है. निवेशकों के हितों पर विशेष ध्यान दिया जाता हैं.
  10. 1980 में, S&P BSE Sensex Index का विकास हुआ, जिससे BSE को एक्सचेंज के समग्र बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में प्रदर्शन को मापा जाता हैं.
  11. BSE – Bombay Stock Exchange दुनिया का 11वां सबसे बड़ा Stock Exchange हैं.

जानिए, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का ऐतिहासिक सफर, इन्होंने की थी शुरुआत

Know the historical journey of the Bombay Stock Exchange

भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा, प्रतिष्ठित और एशिया महाद्वीप का सबसे पहला स्टॉक मार्केट बंबई स्टॉक एक्सचेंज, ऐसी कई उपलब्ध्यिों से परिपूर्ण है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का मानद सूचकांक (इंडेक्स) सेंसेक्स पूरी दुनिया के शेयर (पूंजी ) बाजारों में विशेष और श्रेष्ठ महत्व रखता है। सवा सौ साल से अधिक पुराना इतिहास रखने वाला यह स्टॉक एक्सचेंज विश्वविख्यात है। भारतीय शेयर बाजार के दो बड़े और प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं, बंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों स्टॉक मार्केट की भारतीय पूंजी बाजार यानि इंवेस्टमेंट मार्केट में अहम भूमिका है। देश के दोनों स्टॉक एक्सचेंज को भारतीय अर्थव्यवस्था और पूंजी बाजार की नींव कहें तो गलत नहीं होगा।

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