डीमैट अकाउंट क्या होता है

डीमैट अकाउंट के नुकसान।
अक्सर डीमैट अकाउंट की बाते एक दूसरे व्यक्तियों के बीच हो रहती है इसके बहुत सारे फायदे बताये जाते है डीमैट अकाउंट के लाभ ये है वो है आज के इस लेख में हम आपको डीमैट अकाउंट के नुकसान। के बारे में जानंगे और इससे जुडी जानकारी हम लोग इसमें कवर करेंगे इसके लिए आप इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़े ताकि आपको डीमैट अकाउंट से सम्बंधित जानकारी प्राप्त हो जाये।
डीमैट अकाउंट को स्टॉक ट्रेडिंग, शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट, म्यूच्यूअल फण्ड प्लान, डिजिटल गोल्ड, खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है यहाँ से किसी स्टॉक में इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते है साथ ही Long-Term के लिए Mutual Fund Plan में भी निवेश कर सकते है और ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग करके अच्छे पैसे भी कमा सकते है।
डीमैट अकाउंट की आवश्यकता उन्ही लोगो को पड़ती है जो स्टॉक मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते है स्टॉक ट्रेडिंग करना चाहते है म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है या डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है और यहाँ से अच्छा मुनाफा कामना चाहते है उन्हें डीमैट ओपन करना होता है डीमैट खाता शुल्क भी देना होता है।
Demat Account आप किसी बैंक से या इंटरनेट पर मौजूद ब्रोकर के द्वारा अकाउंट ओपन कर सकते है कई ऐसे प्लेटफार्म पर जहा डीमैट अकाउंट के लिए शुल्क लिया जाता है वही कुछ प्लेटफार्म पर फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन किया जाता है जैसे खाता खुल जाता है फिर आप ऑनलाइन ट्रेडिंग या इंवेस्टमेंट की शुरुआत कर सकते है।
डीमैट अकाउंट के नुकसान।
अब आपके मन में ये सवाल ज़रूर होगा की डीमैट अकाउंट के क्या नुकसान हो सकते है क्योकि अधिकतर डीमैट अकाउंट यूजर इस पर गौर नहीं करते है यूजर यही जानते है की डीमैट अकाउंट से स्टॉक ट्रेडिंग करने में आसानी हो गयी है पहले डीमैट अकाउंट नहीं हुआ करते थे तब शेयर मार्किट में निवेश करना काफी कठिन हुआ करता था जोकि आज डीमैट अकाउंट ने उसे आसान बना दिया है एक जगह बैठकर आप शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू कर सकते है।
जहा कई फायदे होते है वही नुकसान भी काफी होते है उसी पर हम लोग चर्चा करेंगे और जानेगे की डीमैट अकाउंट के नुकसान क्या है।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का उपयोग।
स्टॉक ट्रेडिंग वर्तमान समय मे इलेक्ट्रॉनिक हो गया है इसके लिए आपको इलेक्ट्रोनिक गैजेट का इस्तेमाल करना आना चाहिए जैसे स्मार्ट फ़ोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट, चलाने की अच्छी जानकारी होनी ज़रूरी है उसके साथ आपको शेयर चुनना पोर्टफोलिओ चेक करना टेक्निकल एनालिसिस फ़ण्डामेंट एनालिसिस करना आना ज़रूरी है।
यदि आपको कंप्यूटर का यूज़ या मोबाइल का यूज़ करना सही ढंग से नहीं आता है तो आपके लिए कठिनाई हो सकती है ट्रेडिंग करने में मुश्किल हो सकती है इसके साथ यदि आपको इलेक्ट्रॉनिक गैजेट यूज़ करना सही ढंग से नहीं आता है तो डीमैट अकॉउंट आपके के लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है।
क्योकि वर्तमान में ऑनलाइन फ्रॉड कई तरीके से किये जाते है जानकारी न होने के कारण आपका डीमैट खाता हैक भी हो सकता है और आपके सारे इन्वेस्टमेंट पर पानी फिर कर सकता है इसलिए अधिक जानकारी प्राप्त करने के बाद ही डीमैट अकाउंट ओपन करे।
सालाना रखरखाव शुल्क।
अगर आप डीमैट अकाउंट पहले से इस्तेमाल कर रहे है तो आपको ये पता होगा की वर्षित रखरखाव शुल्क लगता है जो अधिकतर निवेशक के लिए भारी पड़ता है आपके डीमैट अकॉउंट में शेयर हो या न हो डीमैट अकाउंट का जो वर्षित शुल्क है उसे आपको देना ही होगा।
डीमैट अकाउंट शुल्क सभी प्लेटफार्म पर नहीं लगता है जैसे कई बैंक फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करने का मौका देते है वही कई ऐसे इंटरनेट पर प्लेटफार्म मौजूद है जो फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करवाती है यह शुल्क सभी प्लेटफार्म का अलग अलग हो सकता है।
यदि आप एक नए निवेशक है तो आपको किसी ऐसे प्लेटफार्म के साथ जाना चाहिए जहा फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करने की सुविधा मिलता हो क्योकि शुरूआती दौर में आपको शुल्क देने का कोई मतलब नहीं है फर्जी पैसो का नुकसान होगा इस लिए आप इंटरनेट पर मौजूद फ्री डीमैट अकाउंट प्लेटफार्म की सुविधा ले सकते है।
स्टॉक ब्रोकर का निरीक्षण।
आपको अपने डीमैट अकॉउंट और ब्रोकर की निगरानी खुद करनी है इनके द्वारा किये जा रहे सभी कार्यो पर नजर रखना है क्योकि सभी स्टॉक ब्रोकर के पास मार्किट चलाने की क्षमता होती है वो उसका दुरूपयोग भी कर सकते है इस लिए अपने अकॉउंट की खुद निगरानी करनी है अपने डेटा को खुद सुरक्षित रखे।
डीमैट अकाउंट और ब्रोकर पर निगरानी अंत्यंत आवश्यक है क्योकि दुरुपयोग करके आपके डीमैट अकाउंट से सही गलत ट्रांसक्शन भी किये जा सकते है इस पर आपको ध्यान देना है की कही गलत लेनदेन तो नहीं हो रहा है।
ऐसे ही कई प्रकार की डीमैट अकाउंट के नुकसान हो सकते है इसलिए आपको सही तरीके से अपने अकाउंट को लेकर सचेत रहे है किसी अच्छे प्लेटफार्म पर ही अपना डीमैट खाता खोले ताकि आपका खाता सुरक्षित रहे है।
डीमैट खाता खोलने के लिए इस लेख को पढ़े…
डीमैट खाता के लाभ।
जहा डीमैट खाता के कई नुकसान है वही पर डीमैट खाते के कई फायदे भी है आइये एक नजर इस पर भी डालते है।
कुछ समय पहले शेयर मार्किट में डीमैट अकाउंट क्या होता है इन्वेस्टमेंट करना बहुत भारी काम होता था यदि आप किसी तरह से इन्वेस्टमेन्ट कर भी ले तो सेल करने में काफी टाइम लगता है ट्रांसक्शन में काफी में समय लग जाता था लेकिन अभी आप अपने स्टॉक को मिंटो में बेच और खरीद सकते है यह बहुत बड़ा फायदा डीमैट अकाउंट क्या होता है निवेशक के लिए है।
चोरी होने के चान्सेस कम हो गए है क्योकि डीमैट अकाउंट में स्टॉक को डिजिटल रूप में प्रदर्शित किये जाते है जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता है यदि कोई कर भी लेता है तो उसके द्वारा सेल नहीं किया जा सकता है उससे वह खुद फायदा नहीं ले सकता है इसलिए आप निश्चिन्त होकर इन्वेस्टमेंट कर सकते है।
शेयर मार्किट में आपको ज्यादा समय देनी की आवश्यकता नहीं है अब कुछ ही क्लिक में depository, participants, प्राप्त कर सकते है इसके लिए पहले काफी समय लग जाता था यह सारी सुविधाएं डीमैट खाता प्रदान करता है।
डीमैट खाता से आप ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के साथ इन्वेस्टमेंट भी कर सकते है साथ ही म्यूच्यूअल फण्ड और डिजिटल गोल्ड में भी निवेश कर सकते है जो कम समय में आसानी से पूरा कर सकते है।
डीमैट खाता शुल्क।
डीमैट अकाउंट के नुकसान। के बारे में जानने के बाद अब जानते है डीमैट खाता का शुल्क क्या लगता है इसका शुल्क सभी प्लेटफार्म पर सेम नहीं होता है अलग अलग हो सकता है इसलिए आप जब भी डीमैट अकाउंट ओपन करे थोड़ा रिसर्च करने के बाद ही किसी प्लेटफार्म पर अपना खाता खोले कई ऐसे प्लेटफार्म पर फ्री में भी डीमैट अकाउंट ओपन करने की सुविधा मिल जाती है अगर शुरूआती दौर में है तो फ्री में किसी प्लेटफार्म से डीमैट अकाउंट ओपन करे।
समाप्त
इस लेख में हम लोगो ने जाना है की डीमैट अकाउंट के नुकसान। क्या है और डीमैट खाता के लाभ क्या है इस विषय पर जानकारी प्राप्त की डीमैट अकाउंट क्या होता है है इसे उन निवेशक को ज़रूर पड़ना चाहिए जो अभी स्टॉक मार्किट में नए है क्योकि फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी जानना काफी ज़रूरी है इस लेख को पढ़कर आप डीमैट खाता से सम्बंधित जानकारी जान सकते है।
मुझे आशा है यह लेख आपको पसंद आया होगा इससे सहायता मिला होगा ऐसे जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग पर पब्लिश कंटेंट को पढ़ सकते है और जानकारी प्राप्त कर सकते है यदि इस लेख से जुडा आपका कोई प्रश्न है तो आप मुझे कमेंट करके पूछ सकते है उसका जवाब आपको मिल जायेगा इस जानकारी को उन नए निवेशक तक पहुंचाना न भूले जो ऐसे जानकारी से रूबरू होना चाहते है और इन चीजों पर विशेष ध्यान दे।
डीमैट अकाउंट क्या है? और Demat Account कैसे खोला जाता है
0 आशुतोष नायक (Editor) अगस्त 20, 2021
यदि आप जानना चाहते हैं कि डीमेट अकाउंट क्या होता है? और डीमेट अकाउंट कैसे डीमैट अकाउंट क्या होता है खोला जाता है। इसमें कौन कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है। और डीमैट खाता खोलने के लिए आपको कितने पैसे लगते हैं, और समय लगता है। डिमैट अकाउंट से जुड़ी सारी जानकारियां आप इस आर्टिकल में पढ़ सकते हैं। वह भी आसान भाषा में तो चलिए जानते हैं कि डीमेट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट क्या है?
जिस प्रकार से आपका बैंक अकाउंट होता है। उसी प्रकार डीमेट अकाउंट होता है। जैसे हम अपने बैंक खाते में पैसे रखते हैं। उसी प्रकार डिमैट खाते में किसी कंपनी के शेयर रखे जाते हैं। आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि जिस प्रकार आपका कोई बैंक वॉलेट होता है। जैसे; गूगल पे, फोन पे इत्यादि। जिसमें पैसा तो होता है, लेकिन डिजिटल पैसा होता है। इसी प्रकार डीमेट अकाउंट में आपके डिजिटल शेयर जमा होते हैं। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर की आवश्यकता होती है। भारत में एंजल ब्रोकिंग, जिरोधा, 5paisa अपस्टॉक्स (Upstox) जैसे कई स्टॉक ब्रोकर है। जिनके जरिए आप घर बैठे कुछ ही समय मे अपना डीमेट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
कितने पैसे लगते हैं डीमैट अकाउंट खोलने में?
जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि डीमेट अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के जरिए खोला जाता है। ऐसे में बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर होते हैं, और उनके डिमैट अकाउंट ओपनिंग चार्ज भी अलग-अलग होते हैं। हालांकि आपका डीमेट अकाउंट किसी भी स्टॉक ब्रोकर के जरिए 300 से ₹700 में आसानी से बनाया जाता है। लेकिन यहां यह ध्यान रखना भी जरूरी है। कि स्टॉक ब्रोकर चुनते समय आपको डीमेट अकाउंट ओपनिंग चार्ज के अलावा अन्य चार्ज भी देखने होते हैं।
क्योंकि शेयर की खरीदारी और बिक्री के दौरान भी आपसे यह स्टॉक ब्रोकर कई प्रकार के चार्ज लेते हैं। ऐसे में आप यह जरूर देख ले कि अकाउंट ओपनिंग चार्ज के अलावा, अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज, इक्विटी डिलीवरी ब्रोकरेज चार्ज, इक्विटी इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज आदि कितने लिए जाएंगे?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन-कौन से डॉक्युमेंट्स लगते हैं?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए मुख्यतः तीन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है। जिनमें से एक है आधार कार्ड, जो कि आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा होना जरूरी है। दूसरा आपका पैन कार्ड, और तीसरा आपका खुद का बैंक खाता। जोकि इंटरनेट बैंकिंग या किसी वॉलेट से जुड़ा हो। ताकि ट्रेडिंग करते समय ट्रेडिंग अकाउंट में इसकी जरिए पैसे डाले जा सके।
इन तीन डॉक्यूमेंट के अलावा आपको अपनी फोटो, बैंक का 6 माह का स्टेटमेंट आदि की भी जरूरत पड़ सकती है।
कितना समय लगता है डीमेट खाता खुलने में
आप किसी भी स्टॉक ब्रोकिंग ऐप के जरिए कुछ ही 10 मिनट में इस फॉर्म को फिल कर सकते हैं। ठीक वैसे ही जैसे आप किसी नोकरी के लिए आवेदन करते हैं। जिसके बाद 3 से 4 दिन में आपके द्वारा दी गई डिटेल को वेरीफाई कर के स्टॉक ब्रोकर के जरिए आपको बता दिया जाएगा, कि आपका डीमेट अकाउंट खुल गया है। इसमें ज्यादा से ज्यादा तीन से 4 दिन ही लगते हैं। यदि आप सोमवार को अपना डिमैट अकाउंट से संबंधित जानकारी सबमिट करते हैं। तो आपको गुरुवार या शुक्रवार तक शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने की अनुमति मिल सकती है।
क्यों जरूरी है डीमेट एकाउंट
यदि आप शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश करना चाहते हैं। तो जाहिर है आप कंपनियों के शेयर खरीदेंगे। ऐसे में जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं। तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में यह शेयर पहुंच जाते हैं, लेकिन जब आप इन शेयर को 1 दिन से ज्यादा के लिए अपने पास रखते हैं। तो स्टॉक एक्सचेंज इन्हें आपके डीमेट अकाउंट में भेजता है। जिसे हम आपके शेयर का लॉकर भी कह सकते हैं। यहां पर आपके द्वारा खरीदे गए शेयर पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं। और आप यहाँ इन्हें सालों तक रख सकते हैं। इसीलिए जरूरी है कि जब आप शेयर बाजार में आए तो आपका डीमेट अकाउंट खुलवाना जरूरी ही नहीं अनिवार्य होता है। इसके बिना आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं।
आशा करते हैं कि आपको डीमेट एकाउंट से जुड़ी दी गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि फिर भी आपके मन में डीमेट एकाउंट से जुड़ा कोई सवाल है। तो आप कमेंट करके जरूर बताएं।
डीमैट अकाउंट क्या है | Demat Account kya hai
नमस्कर दोस्तों, कैसे हैं आप उम्मीद करता हूँ आप अच्छे होंगे आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले हैं डीमैट अकाउंट क्या है ( Demat Account kya hai ), डीमैट के फायदे और के नुकसान क्या है ? जब आप कोई शेयर को खरीदने जाते हैं, तो उस वक्त आपको डीमैंट अकाउंट के बारे में पूछा जाता है अगर आपके पास यह खाता नहीं है तो आप कोई भी शेयर को खरीद नहीं सकते हैं, किसी भी शेयर को खरीदने के लिए आपके पास Demant अकाउंट होना अनिवार्य है. अगर आपको नहीं पता है ये डीमैट अकाउंट क्या है ? आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है बस आपको इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहना है. आपका यंहा इस खाते से सबंधित तमाम जानकरी मिलने वला है. तो आए इस आज के टॉपिक को शुरू करते हैं.
डीमैट अकाउंट क्या है
डीमैट खाता भी एक भोतिकी खाता की तरह होती है जिस तरह हमलोग अपने पैसे बैंक रखने के लिए saving/current अकाउंट का उपयोग करते है उसी तरह डीमैट अकाउंट भी किसी शेयर को खरदने के लिए उपयोग करते हैं और जब कभी कोई भी शेयर को बेचते हैं तो वो शेयर आपके डीमैट अकाउंट से कटोती होगी.यह मुख्य रूप से एक्ट्रोनिक खाता है जहा आपके शेयर को डिमैटरियलाइजड तरीके से रखे जाते हैं जिसका मतलब बनता है शेयर को डिजिटल फॉर्म में रखना. जिस तरह आप किसी भी दुकान में मोबाइल से money ट्रान्सफर करते हैं तो वो डिजिटल फॉर्म में ट्रान्सफर होता है. उसी तरह डीमैट अकाउंट में भी डिजिटल करेंसी होता है और किसी भी कम्पनी की शेयर को खरीदने के लिए वही करेंसी उपयोग करते हैं.
Damat Account in Hindi
पहले के समय में डीमैट खाता नहीं हुआ करता है उस समय टेक्नोलॉजी भी इतना विकसित नहीं था,तब बहुत कम लोग इसके बारे में जानते थे उस समय किसी को भी शेयर खरीदना होता था तब ब्रोकर ट्रेडर से शेयर को भोतिकी फॉर्म में देते थे मतलब उसे Document में देते थे यह इस बात का सबूत होता था कि अपने कम्पनी का शेयर में खरीदा है और जब उस शेयर को बेचना होता था तब आपके डॉक्यूमेंट कम्पनी के office में जाता था वहा पर डीमैट अकाउंट क्या होता है ये देखते हैं की अपने उस शेयर को किनते में खरीदा था और समय इसकी वैल्यू किनती थी उस हिसाब से आपको पैसे दिए जाते थे, लेकिन इसमें कई महीने का समय लगता था इसके आलावा उस समय कई सारी समस्या होती थी जैसे वो डॉक्यूमेंट खो जाते थे या फट जाता था इसके साथ-साथ स्कैम भी बहुत ज्यादा होता था इसी वजह से आज डीमैट अकाउंट का निर्माण किया गया.
डीमैट के फायदे और के नुकसान
अभी तक आप न जाना डीमैट अकाउंट क्या है ? अब डीमैट के फायदे अगर काफी है तो डीमैंट के कुछ नुकसान भी है और जो की सभी में होते ही है चलो देख्नते है डीमैट के फायदे और के नुकसान
डीमैट के फायदे क्या है
डीमैट के फायदे की बात करे तो इसके कई सरे फायदे है यहाँ पर हम कुछ फायदा के पॉइंट को डिस्कस करने वाले हैं.
जब आप डीमैट अकाउंट से शेयर खरीदते हैं तो वह डिजिटल माध्यम में होती है जिससे आपका शेयर कोई भी चोरी या नहीं कर सकता है क्योंकि यह इलेक्ट्रोनिक फॉर्म में रहता है जिससे यह बहुत सुरक्षित रहता है.
आप अपने डीमैट अकाउंट को जब चाहे तब ऑनलाइन एक्सेस कर सकते हैं कभी भी और कहीं से भी.
पहले के समय में आप कोई भी शेयर को बेचते थे वो कई महीने लग जाता था प्रोसेस कोम्प्लेट करने में, लेकिन अब शेयर को बेचने में समय नहीं लगता है पहले के मुकाबले में.
डीमैट अकाउंट में आप शेयर के अलवा कोई सारे एसेट्स को रख सकते हैं जैसे बांड, म्यूच्यूअल फंड्स, एक्सचेंज ट्रेड्स और सरकारी प्रतिभितियाँ इत्यादि.
डीमैट अकाउंट आगमन होने से पहले शेयर को डॉक्यूमेंट के जरिये ख़रीदे जाते थे जब आप किसी कम्पनी की शेयर को खरीदते थे तो आपको कुछ डॉक्यूमेंट दिए जाते थे उसमे यह भी डर रहता था की कही पेपर खोने ना जये या कहीं फट ना जाये इससे बहुत संभल कर रखना होता था इसके अलवा डॉक्यूमेंट सिग्नाचार करने में या किसी कागच करवाई में भी काफी लम्बे समय लगता था, लेकिन अब नहीं, अब आप अपने शेयर को इलेक्ट्रॉनिक रूप से डीमैंट अकाउंट में रख सकते हैं.
डीमैट के नुकसान क्या है
ऊपर हमने जाना डीमैट अकाउंट के फायदे के बारे में अब हम जानेगे इसके क्या क्या नुकसान हो सकते है.
इसका सबसे बड़ा नुकसान है की आपको टेक्नोलॉजी के बारे में जानकरी होना चाहिए अगर आपको टेक्नोलॉजी की जानकरी नहीं तो आपको समस्या डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट क्या होता है हो सकती है. ऐसा बात नहीं है की आपको टेक्नोलॉजी में महारथ हासिल करना होगा कम से कम कंप्यूटर के बेसिक जानकरी होना अनिवार्य है, क्योंकि ऑनलाइन कई ऐसे फ्रोड भी होते हैं अगर आपको कंप्यूटर लैपटॉप या मोबाइल अच्छे चला सकते है तो आप खुद से शेयर चुन सकते हैं और Portfolio भी चेक कर सकते हैं.
अगर अपने डीमैट अकाउंट ओपन किया है तो आपको वार्षिक ब्रोकर या बैंक को भुगतान करना होता है अपने खता को रखरखाव करने के लिए, जो यहाँ पर इससे सबसा बड़ा नुकसान माना जाता है कुछ ब्रोकर या बैंक ऐसे होते हैं जो आपको free में रखरखाव डीमैट अकाउंट प्रोवाइड करते हैं इसलिए आपको खाता खोलने के से पहले आपको अच्छे से सोचना चाहिए.
इसेक आलावा अगर अपने अपने डीमैट अकाउंट को लॉग इन नहीं किया है तो आपका अकाउंट फ्रीज़ भी हो सकता है, फ्रीज़ से बचने के लिए आपको समय-समय पर लॉग इन करना जरुरी है ताकि आपका डीमैट अकाउंट फ्रीज़ न हो जाये.
डीमैट अकाउंट कैसे खुलता है
कई सारे लोगों के मन ये सवाल भी आते रहते हैं की इस खाता को कहाँ से ओपने करे और ओपने करने के लिए क्या- क्या डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है और कितने दिन में बन जाते जाते हैं. अगर आप भी ऐसे सोच रहे तो इस आर्टिकल में बने रहे यहाँ आपको सभी जानकारी मिलने वाला है. आज के समय में डीमैट अकाउंट को खोलना जायदा मुश्किल काम नहीं है आप बहुत ही आसानी से खोल सकते है.
आप डीमैट अकाउंट को दो तरीके से खोल सकते हैं एक ऑफलाइन के माध्यम से और दूसरा ऑनलाइन के माध्यम से, लेकिन हम ऑनलाइन के जरीये कैसे खुलते हैं ? इसके बारे में बाते करने वाले हैं. खाता खोलने के लिए आपका उम्र कम से कम 18 साल से ऊपर होना जरुरी है. खाता खोलने से पहले आपको ये अच्छे से निर्णय करना है की आप किस कम्पनी के या ब्रोकरेज फॉर्म के जरिए खाता खोलना चाहते हैं खाता खोलने के लिए आपको बैलेंस डालने की जरुरत नहीं है आप जीरो बैलेंस से भी खुल सकते हैं. डॉक्यूमेंट में आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटीटी कार्ड और एड्रेस प्रूफ इत्यादि लगता है. खाता खोलने के लिए आपको ब्रोकर की वेबसाइट पर जाना है और अकाउंट खोलने के लिए. फॉर्म में अपने सरे डेटल डालना है जैसे की नाम, पता,अकाउंट नंबर और यहाँ आपको उस अकाउंट की डिटेल देना है जो आप डीमैट अकाउंट से लिंक करना चाहते हैं.
उसके बाद आपको कैंसिल्ड चेक, आधार और पैन की स्कैन कॉपी फॉर्म में अपलोड करना है साथ ही फोटो के स्कैंड दस्तखत भी देना होता है. आपका स्कैन्ड डॉक्यूमेंट और personal वेरिफिकेशन होने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल डीमैट अकाउंट क्या होता है जाता है.
सबसे अच्छा डीमैट अकाउंट कौन सा है
भारत में सोलों साल डीमैट अकाउंट के यूजर आते रहते हैं, ऐसे में यदि आप भी अकाउंट खुलना चाहते हैं और आप सोच रहे हाँ कोन सा डीमैट अकाउंट ओपने करूँ, तो घबराने ने की कोई बात नहीं है. यहाँ पर मेने उनके लिस्ट नीचे दिए हैं जो अब भारत में बहुत पॉपुलर है.
आइए जानते हैं क्या होता है डीमैट अकाउंट, इसे कैसे खोलते हैं
डीमैट अकाउंट क्या है (What is Demat Account in Hindi):
डीमैट का पूरा फुल फॉर्म Dematerialize है। डीमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट होता है जिसके माध्यम से लोग शेयर बाजार में शेयर की खरीद और बिक्री आसानी से कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकता है। इसके लिए पैन कार्ड (PAN CARD) होना जरूरी है। बिना पैन कार्ड के कोई भी व्यक्ति डीमैट अकाउंट नहीं खुलवा सकता है।
इस तरह से हम कह सकते हैं कि डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए लोग करते हैं। जिस तरह से लोग अपना पैसा बैंक अकाउंट में जमा करके रखते हैं। ठीक उसी तरीके से डीमैट अकाउंट में लोग शेयर को जमा कर के रखते है। डीमैट अकाउंट होने से हम जिस तरह से ऑनलाइन डिजिटल पेमेंट करते हैं उसी तरीके से शेयर को भी एक अकाउंट से दूसरे डीमैट अकाउंट में डिजिटल ट्रांसफर कर सकते हैं। अर्थात शेयरों को भौतिक रूप में बदलने की प्रक्रिया को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है। पहले के समय में जब लोग शेयर को खरीदते थे तो कंपनी शेयर से जुड़े दस्तावेज भेज दी थी। जो इस बात का सबूत होते थे कि आपने उस कंपनी के शेयर में निवेश कर रखा है। वही जब आप शेयर को बेचते थे तो वही दस्तावेज कंपनी को दिया जाता था और उसमें लिखें भाव के हिसाब से आपको पैसा दिया जाता था। यह प्रक्रिया काफी जटिल होती थी। यही वजह थी कि आम जनता शेयर मार्केट में निवेश करने से बचती थी। समय के साथ नई तकनीक आई। आज इंटरनेट के दौर में सब कुछ डिजिटल हो गया है। ऐसे में शेयर की खरीद और बिक्री भी डिजिटल माध्यम से होने लगी है और अब डीमेट अकाउंट के जरिए होती है।
डीमेट अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
- पैन कार्ड PAN CARD
- आधार कार्ड AADHAR CARD
- पासपोर्ट साइज की दो फोटो
- कैंसिल चेक
- सेविंग बैंक खाता पासबुक
भारत में डीमेट अकाउंट खोलने के लिए जो संस्थाएं है –
- एनएसडीएल (NSDL – National Security Depository Limited)
- सीडीएसएल (CDSL – Central Security Depositary Limited)
आज भारत में इन दोनों कंपनियों के 500 से भी अधिक एजेंट है। जिन्हें डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स के नाम से जाना जाता है। यह लोगों का डीमेट अकाउंट खोलने का काम करती है। डीमेट अकाउंट बैंक ही नहीं बल्कि अन्य संस्थाएं भी हो सकते हैं जिसमें प्रमुख रूप से भारत में डीमेट अकाउंट खोलने वाली संस्था sharekhan, india infoline आदि है।
लोग अब घर बैठे इंटरनेट की मदद से ऑनलाइन डीमेट अकाउंट बहुत आसानी से खोल सकते हैं। इसके लिए सबसे अनिवार्य डॉक्यूमेंट पैन कार्ड (PAN कार्ड) है। पैन कार्ड रहने पर मिनटों में डीमैट अकाउंट खोला जा सकता है।
डीमैट अकाउंट क्या है | Demat Account kya hai
नमस्कर दोस्तों, कैसे हैं आप उम्मीद करता हूँ आप अच्छे होंगे आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले हैं डीमैट अकाउंट क्या है ( Demat Account kya hai ), डीमैट के फायदे और के नुकसान क्या है ? जब आप कोई शेयर को खरीदने जाते हैं, तो उस वक्त आपको डीमैंट अकाउंट के बारे में पूछा जाता है अगर आपके पास यह खाता नहीं है तो आप कोई भी शेयर को खरीद नहीं सकते हैं, किसी भी शेयर को खरीदने के लिए आपके पास Demant अकाउंट होना अनिवार्य है. अगर आपको नहीं पता है ये डीमैट अकाउंट क्या है ? आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है बस आपको इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहना है. आपका यंहा इस खाते से सबंधित तमाम जानकरी मिलने वला है. तो आए इस आज के टॉपिक को शुरू करते हैं.
डीमैट अकाउंट क्या है
डीमैट खाता भी एक भोतिकी खाता की तरह होती है जिस तरह हमलोग अपने पैसे बैंक रखने के लिए saving/current अकाउंट का उपयोग करते है उसी तरह डीमैट अकाउंट भी किसी शेयर को डीमैट अकाउंट क्या होता है खरदने के लिए उपयोग करते हैं और जब कभी कोई भी शेयर को बेचते हैं तो वो शेयर आपके डीमैट अकाउंट से कटोती होगी.यह मुख्य रूप से एक्ट्रोनिक खाता है जहा आपके शेयर को डिमैटरियलाइजड तरीके से रखे जाते हैं जिसका मतलब बनता है शेयर को डिजिटल फॉर्म में रखना. जिस तरह आप किसी भी दुकान में मोबाइल से money ट्रान्सफर करते हैं तो वो डिजिटल फॉर्म में ट्रान्सफर होता है. उसी तरह डीमैट अकाउंट में भी डिजिटल करेंसी होता है और किसी भी कम्पनी की शेयर को खरीदने के लिए वही करेंसी उपयोग करते हैं.
Damat Account in Hindi
पहले के समय में डीमैट खाता नहीं हुआ करता है उस समय टेक्नोलॉजी भी इतना विकसित नहीं था,तब बहुत कम लोग इसके बारे में जानते थे उस समय किसी को भी शेयर खरीदना होता था तब ब्रोकर ट्रेडर से शेयर को भोतिकी फॉर्म में देते थे मतलब उसे डीमैट अकाउंट क्या होता है Document में देते थे यह इस बात का सबूत होता था कि अपने कम्पनी का शेयर में खरीदा है और जब उस शेयर को बेचना होता था तब आपके डॉक्यूमेंट कम्पनी के office में जाता था वहा पर ये देखते हैं की अपने उस शेयर को किनते में खरीदा था और समय इसकी वैल्यू किनती थी उस हिसाब से आपको पैसे दिए जाते थे, लेकिन इसमें कई महीने का समय लगता था इसके आलावा उस समय कई सारी समस्या होती थी जैसे वो डॉक्यूमेंट खो जाते थे या फट जाता था इसके साथ-साथ स्कैम भी बहुत ज्यादा होता था डीमैट अकाउंट क्या होता है इसी वजह से आज डीमैट अकाउंट का निर्माण किया गया.
डीमैट के फायदे और के नुकसान
अभी तक आप न जाना डीमैट अकाउंट क्या है ? अब डीमैट के फायदे अगर काफी है तो डीमैंट के कुछ नुकसान भी है और जो की सभी में होते ही है चलो देख्नते है डीमैट के फायदे और के नुकसान
डीमैट के फायदे क्या है
डीमैट के फायदे की बात करे तो इसके कई सरे फायदे है यहाँ पर हम कुछ फायदा के पॉइंट को डिस्कस करने वाले हैं.
जब आप डीमैट अकाउंट से शेयर खरीदते हैं तो वह डिजिटल माध्यम में होती है जिससे आपका शेयर कोई भी चोरी या नहीं कर सकता है क्योंकि यह इलेक्ट्रोनिक फॉर्म में रहता है जिससे यह बहुत सुरक्षित रहता है.
आप अपने डीमैट अकाउंट को जब चाहे तब ऑनलाइन एक्सेस कर सकते हैं कभी भी और कहीं से भी.
पहले के समय में आप कोई भी शेयर को बेचते थे वो कई महीने लग जाता था प्रोसेस कोम्प्लेट करने में, लेकिन अब शेयर को बेचने में समय नहीं लगता है पहले के मुकाबले में.
डीमैट अकाउंट में आप शेयर के अलवा कोई सारे एसेट्स को रख सकते हैं जैसे बांड, म्यूच्यूअल फंड्स, एक्सचेंज ट्रेड्स और सरकारी प्रतिभितियाँ इत्यादि.
डीमैट अकाउंट आगमन होने से पहले शेयर को डॉक्यूमेंट के जरिये ख़रीदे जाते थे जब आप किसी कम्पनी की शेयर को खरीदते थे तो आपको कुछ डॉक्यूमेंट दिए जाते थे उसमे यह भी डर रहता था की कही पेपर खोने ना जये या कहीं फट ना जाये इससे बहुत संभल कर रखना होता था इसके अलवा डॉक्यूमेंट सिग्नाचार करने में या किसी कागच करवाई में भी काफी लम्बे समय लगता था, लेकिन अब नहीं, अब आप अपने शेयर को इलेक्ट्रॉनिक रूप से डीमैंट अकाउंट में रख सकते हैं.
डीमैट के नुकसान क्या है
ऊपर हमने जाना डीमैट अकाउंट के फायदे के बारे में अब हम जानेगे इसके क्या क्या नुकसान हो सकते है.
इसका सबसे बड़ा नुकसान है की आपको टेक्नोलॉजी के बारे में जानकरी होना चाहिए अगर आपको टेक्नोलॉजी की जानकरी नहीं तो आपको समस्या हो सकती है. ऐसा बात नहीं है की आपको टेक्नोलॉजी में महारथ हासिल करना होगा कम से कम कंप्यूटर के बेसिक जानकरी होना अनिवार्य है, क्योंकि ऑनलाइन कई ऐसे फ्रोड भी होते हैं अगर आपको कंप्यूटर लैपटॉप या मोबाइल अच्छे चला सकते है तो आप खुद से शेयर चुन सकते हैं और Portfolio भी चेक कर सकते हैं.
अगर अपने डीमैट अकाउंट ओपन किया है तो आपको वार्षिक ब्रोकर या बैंक को भुगतान करना होता है अपने खता को रखरखाव करने के लिए, जो यहाँ पर इससे सबसा बड़ा नुकसान माना जाता है कुछ ब्रोकर या बैंक ऐसे होते हैं जो आपको free में रखरखाव डीमैट अकाउंट प्रोवाइड करते हैं इसलिए डीमैट अकाउंट क्या होता है आपको खाता खोलने के से पहले आपको अच्छे से सोचना चाहिए.
इसेक आलावा अगर अपने अपने डीमैट अकाउंट को लॉग इन नहीं किया है तो आपका अकाउंट फ्रीज़ भी हो सकता है, फ्रीज़ से बचने के लिए आपको समय-समय पर लॉग इन करना जरुरी है ताकि आपका डीमैट अकाउंट फ्रीज़ न हो जाये.
डीमैट अकाउंट कैसे खुलता है
कई सारे लोगों के मन ये सवाल भी आते रहते हैं की इस खाता को कहाँ से ओपने करे और ओपने करने के लिए क्या- क्या डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है और कितने दिन में बन जाते जाते हैं. अगर आप भी ऐसे सोच रहे तो इस आर्टिकल में बने रहे यहाँ आपको सभी जानकारी मिलने वाला है. आज के समय में डीमैट अकाउंट को खोलना जायदा मुश्किल काम नहीं है आप बहुत ही आसानी से खोल सकते है.
आप डीमैट अकाउंट को दो तरीके से खोल सकते हैं एक ऑफलाइन के माध्यम से और दूसरा ऑनलाइन के माध्यम से, लेकिन हम ऑनलाइन के जरीये कैसे खुलते हैं ? इसके बारे में बाते करने वाले हैं. खाता खोलने के लिए आपका उम्र कम से कम 18 साल से ऊपर होना जरुरी है. खाता खोलने से पहले आपको ये अच्छे से निर्णय करना है की आप किस कम्पनी के या ब्रोकरेज फॉर्म के जरिए खाता खोलना चाहते हैं खाता खोलने के लिए आपको बैलेंस डालने की जरुरत नहीं है आप जीरो बैलेंस से भी खुल सकते हैं. डॉक्यूमेंट में आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटीटी कार्ड और एड्रेस प्रूफ इत्यादि लगता है. खाता खोलने के लिए आपको ब्रोकर की वेबसाइट पर जाना है और अकाउंट खोलने के लिए. फॉर्म में अपने सरे डेटल डालना है जैसे की नाम, पता,अकाउंट नंबर और यहाँ आपको उस अकाउंट की डिटेल देना है जो आप डीमैट अकाउंट से लिंक करना चाहते हैं.
उसके बाद आपको कैंसिल्ड चेक, आधार और पैन की स्कैन कॉपी फॉर्म में अपलोड करना है साथ ही फोटो के स्कैंड दस्तखत भी देना होता है. आपका स्कैन्ड डॉक्यूमेंट और personal वेरिफिकेशन होने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.
सबसे अच्छा डीमैट अकाउंट कौन सा है
भारत में सोलों साल डीमैट अकाउंट के यूजर आते रहते हैं, ऐसे में यदि आप भी अकाउंट खुलना चाहते हैं और आप सोच रहे हाँ कोन सा डीमैट अकाउंट ओपने करूँ, तो घबराने ने की कोई बात नहीं है. यहाँ पर मेने उनके लिस्ट नीचे दिए हैं जो अब भारत में बहुत पॉपुलर है.