IPO में ऐसे करें निवेश

- IPO में जब भी निवेश करें हमेशा अपर प्राइस बैंड पर ही बिड लगाएं. मान लीजिये इशू प्राइस 604 रूपये से लेकर 640 के बीच है तो ऐसे में आपको 640 में बिड लगाना चाहिए.
- एक आईपीओ के लिए एक ही पैन नंबर का इस्तेमाल करें. एक से ज्यादा पैन नंबर (PAN Number) का इस्तेमाल करने पर आईपीओ रद्द हो जाएगा. ऐसे में आप अपनी पत्नी, पेरेंट्स या बच्चों के पैन कार्ड का इस्तेमाल करके अलग-अलग आवेदन कर सकते हैं.
LIC IPO से जीवन बदलने की है चाहत? निवेश से पहले जान लीजिए क्या हैं जोखिम
किसी भी लिस्टिंग से तुरंत प्रॉफिट की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए. कम से कम 3-5 साल का समय देना होगा- रोहित अरोड़ा
देश की सबसे और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी बीमा कंपनी- लाइफ इंश्यॉरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो चुकी है. इसके शेयर खरीदने के लिए 4 मई से लेकर 9 मई तक अर्जी भेजी जा सकेगी.
अब निवेशकों के बीच काफी उत्साह है, लेकिन कुछ ऐसी बातें जो निवेश करने से पहले जान लें तो जोखिम कम हो सकता है. एलआईसी के इस आईपीओ को लेकर एक्सपर्ट क्या राय रख रहे हैं, उनकी क्या सलाह है, ये जानते हैं.
LIC अपनी 3.5 फीसदी की हिस्सेदारी को बेचकर 21 हजार करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में हैं. इसके बाद कंपनी के वैल्यूएशन को 6 लाख करोड़ के आसपास आकां जा रहा है.
एलआईसी आईपीओ के लिए प्राइस बैंड ₹902-949 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है. एक लॉट में 15 इक्विटी शेयर होंगे. निवेशक कम से कम 15 इक्विटी शेयर या 1 लॉट के लिए बोली लगा सकेंगे.
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि, LIC IPO में ऐसे करें निवेश कंपनी का कोर मजबूत है और भविष्य में अच्छी ग्रोथ होगी ये दिखाई देता है और अब तो कंपनी की वैल्यूएशन भी ठीक नजर आ रही है जब से IPO जारी करने को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं.
LIC के बारे में जान लीजिए कुछ जरूरी जानकारी
जिस कंपनी में आप निवेश करने जा रहे हैं आपको उस कंपनी के बारे कुछ जानकारी जरूर होनी चाहिए. 1 सितंबर, 1956 को 245 निजी जीवन बीमा कंपनियों का विलय किया गया और उसका राष्ट्रीयकरण कर एलआईसी की शुरूआत हुई. उस समय कंपनी की पूंजी 5 करोड़ रुपये थी जो अब लगभग 40 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का प्रबंधन करती है.
यह दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी जीवन बीमाकर्ता और देश में सबसे बड़ी परिसंपत्ति (एसेट) प्रबंधक है. 31 दिसंबर, 2021 तक, इसकी पहुंच देश के 91% जिलों तक हैं और इसके साथ 10.30 लाख हजार एजेंट हैं.
प्रीमियम या GWP (ग्रॉस) के मामले में इसकी बाजार में हिस्सेदारी 61.6% है. न्यू बिजनेस प्रीमियम के संदर्भ में 61.4%, जारी की गई व्यक्तिगत नीतियों की संख्या के संदर्भ में 71.8% और ग्रुप पॉलिसी की संख्या के संदर्भ में 88.8% हिस्सेदारी है.
"ग्लोबल मार्केट कमजोर होने जा रहे हैं इसलिए IPO के जरिए पैसा कमाने का आइडिया अच्छा नहीं है"
Biz2Credit और Biz2X के को-फाउंडर और सीईओ रोहित अरोड़ा क्विंट हिंदी से बातचीत में कहते हैं कि, "वैश्विक बाजार कमजोर होने जा रहे हैं इसलिए आईपीओ के जरिए पैसा कमाने का आइडिया अच्छा नहीं है. निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी लिस्टिंग से तुरंत प्रॉफिट की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए. कम से कम 3-5 साल का समय देना होगा. हर कोई आईपीओे में निवेश कर रहा है तो केवल इस आधार पर निवेश नहीं करना चाहिए. सुनी-सनाई बतों से बचें."
जाहिर है कि पिछले साल की तुलना में इस बार शेयर बाजार में उत्साह नहीं है. खुद एलआईसी ने ही अपने आईपीओ को लेकर कई फैसले बदले क्योंकि इस समय यूक्रेन और रूस के बीच जंग का असर भी बाजाप पर पड़ा है.
"एलआईसी के पास आईडीबीआई बैंक के अधिकतर (मेजॉरिटी) स्टेक्स हैं और आईडीबीआई बैंक के पास बाकी निजी बैंकों की IPO में ऐसे करें निवेश तुलना में सबसे ज्यादा NPA हैं तो अगर खुद आईडीबीआई अच्छा परफॉर्म नहीं करेगी तो एलआईसी की परफॉर्मेंस पर असर पड़ेगा ही."
रोहित का मानना है कि एलआईसी को एक अच्छी डिजिटल स्ट्रेटेजी की जरूरत है ताकि वो उन युवा ग्राहकों तक अच्छी पहुंच बना सकें क्योंकि युवा ग्राहकों में मृत्यु दर बहुत कम है जिससे कंपनी को अधिक फायदा हो सकता है.
एक निवेशक को क्या-क्या ध्यान में रखना होता है?
अगर आप एलआईसी में निवेश कर रहे हैं या नहीं, ये एक अलग बात हैं लेकिन एक निवेशक होने के नाते कुछ बेसिक से बेसिक बातें होती हैं IPO में ऐसे करें निवेश जिनको लेकर समझ होनी चाहिए. क्विंट हिंदी से बातचीत में सेबी रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी एलआईसी के आईपीओ में निवेश को लेकर तीन बातों पर जोर देते हैं-
लॉन्ग टर्म फोकस: इक्विटी में निवेश करने वालों को बंपर फायदा हमेशा लॉन्ग टर्म में ही मिलता है. इसके जरिए कम समय में पैसा बनाने के बारे में ज्यादा न सोचें, खासकर इस तरह की लिस्टिंग (LIC IPO) में.
कोई गारंटी नहीं: यह एक इक्विटी का शेयर है. केवल ये सोच कर निवेश ना करें कि ये 'एलआईसी'. आपका फायदा-नुकसान एलआईसी के शेयर की परफॉर्मेंस निर्धारित करते हैं.
उधार लेने से बचें: उधार लेकर निवेश करना ठीक नहीं है. एलआईसी का शेयर कहीं नहीं भाग रहे. स्टॉक मार्केट में आने के बाद भी उसे खरीदा जा सकता है. भविष्य में ऐसे कई मौके आएंंगे जब आप इसके शेयर खरीद सकेंगे वो भी कम दाम में.
LIC IPO में निवेश के लिए क्या है जरूरी? लॉन्चिंग से पहले पढ़ें सभी जानकारियां
एलआईसी IPO (Initial Public Offering) लॉन्चिंग का इंतज़ार कर रहे इन्वेस्टर्स का इंतज़ार ख़त्म हो गया है। एलआईसी IPO IPO में ऐसे करें निवेश 4 मई से 9 मई के बीच खुलने वाला है। जबकि एंकर इन्वेस्टर्स (Anchor Investors) के लिए LIC आईपीओ 2 मई को ही खुल जाएगा। सरकार ने इस आईपीओ (LIC IPO) के जरिए 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
आईपीओ के द्वारा सरकार 21 हजार करोड़ रुपये जुटाने लक्ष्य लेकर चल रही है। लेकिन क्या आपको IPO में निवेश को लेकर पूरी जानकारी है? अगर नहीं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में आपको IPO में निवेश को लेकर पूरी और सही जानकारी होना आवश्यक है।
LIC आईपीओ का प्राइस बैंड सरकार ने 902 रुपए से 949 रुपए तक रखा है। वहीं इश्यू साइज (LIC IPO Issue size) 22.13 करोड़ शेयर, जो कि कुल शेयरों का 3.5 प्रतिशत रखा गया है। पॉलिसी होल्डर्स और कर्मचारियों के रिजर्वेशन के बाद जो शेयर बचेंगे, उनका 50% QIB के लिए, 35% Retail Investors के लिए और 15% एनआईआई के लिए होगा।
QIB के हिस्से में 60% शेयर Anchor investors के लिए रिजर्व होंगे। अगर आप एलआईसी के कर्मचारी हैं तो आपको 45 रुपये प्रति शेयर की छूट मिलेगी। वहीं पॉलिसी होल्डर्स के लिए 60 रुपए का डिस्काउंट रखा गया है। यानी आपके पास पहले से LIC की कोई पॉलिसी है तो आपको 60 रुपए काम देने होंगे। कोई भी इन्वेस्टर अधिकतम 14 और कम से कम एक लाॅट के IPO में ऐसे करें निवेश IPO में ऐसे करें निवेश लिए अप्लाई कर सकता है।
बाजार से पैसा कमाने का मौका, 14 जून को खुलेगा Shyam Metalics का IPO, ऐसे करें निवेश
Shyam Metalics IPO: आईपीओ 16 जून को बंद होगा. एंकर निवेशकों के लिए बोली 11 जून को खुलेगी.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: संजीत कुमार
Updated on: Jun 06, 2021 | 10:12 AM
श्याम मेटलिक्स एंड एनर्जी लिमिटेड (Shyam Metalics and Energy Ltd) का 1,107 करोड़ रुपए का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 14 जून को खुलेगा. उन्होंने कहा कि आईपीओ 16 जून को बंद होगा. एंकर निवेशकों के लिए बोली 11 जून को खुलेगी. कंपनी ने बाजार विनियामक सेबी के समक्ष जो विवरण दिए हैं उसके अनुसार आईपीओ में 657 करोड़ रुपए तक के नए शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा मौजूदा शेयरधारक बाजार मंच पर बिक्री पेशकश के जरिए 450 करोड़ रुपए के अपने वर्तमान शेयर बेचेंगे.
बिक्री की पेशकश में भाग लेने वाले शेयरधारकों में सुभम कैपिटल (Subham Capital), सुभम बिल्डवेल (Subham Buildwell), कल्पतरु हाउसफिन एंड ट्रेडिंग (Kalpataru Housefin Trading), डोराइट ट्रैकॉन (Dorite Tracon), नरांतक डीलकॉम (Narantak Dealcomm) और टॉपलाइट मर्केंटाइल्स (Toplight Mercantiles) शामिल हैं.
कंपनी का बिजनेस
कोलकाता स्थित यह कंपनी लॉन्ग स्टील उत्पाद ( एंगल/गर्डर/सरिया) और फेरो अलॉय का कारोबार करती है. कंपनी ने 13 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 42 डिस्ट्रीब्यूटर्स का टीम स्थापित कर रखी है. ओडिशा के संबलपुर और पश्चिम बंगाल IPO में ऐसे करें निवेश में जमुरिया और मंगलपुर में इसके कुल तीन कारखाने हैं.
ये हैं आईपीओ के मैनेजर
इसआईपीओ के लिए श्याम मेटलिक्स ने आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities), एक्सिस कैपिटल (Axis Capital), आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities), जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) और एसबीआई कैपिटल (SBI Capital) को अपना लीड मैनेजर नियुक्त किया है.
सेबी के पास जमा कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, इस पब्लिक इश्यू के लिए कंपनी 657 करोड़ रुपए के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी. वहीं कंपनी के प्रमोटर और मौजूदा इंवेस्टर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये 450 करोड़ रुपए के शेयर जारी करेंगे.
2018 में भी आईपीओ से जमा किए थे पेपर
कंपनी ने पहले भी कैपिटल मार्केट को भुनाने का प्रयास किया है. इसने 2018 में भी सेबी के पास आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर जमा किया था औ यहां तक कि नियामक से मंजूरी भी प्राप्त कर ली थी. हालांकि, कंपनी ने शेयर बाजारों में लिस्ट होने की अपनी योजना टाल दी.
आईपीओ में निवेश के लिए खुलवाएं ये अकाउंट
मार्केट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) होना जरूरी है. डीमैट अकाउंट किसी बैंक अकाउंट जैसा ही होता है, अंतर सिर्फ इतना ही है कि बैंक अकाउंट में पैसों का लेनदेन होता है. जबकि डीमैंट अकाउंट में शेयरों का लेनदेन होता है। जैसे बैंकों में पैसा सुरक्षित रहता है, वैसे ही डीमैट अकाउंट में शेयर सुरक्षित रहते हैं.
आप डीमैट अकाउंट ब्रोकरेज हाउसेस के जरिए खोल सकते हैं. आप ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं. एक निवेशक के कई डीमैट खाते हो सकते हैं. यह एक ही डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स , या अलग-अलग डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स के साथ हो सकते हैं. निवेशक जब तक सभी एप्लिकेशंस के लिए जरूरी केवाईसी दे सकता है तब तक वह आवेदक कई डीमैट अकाउंट ऑपरेट कर सकता है.
बैंक अकाउंट की तरह डीमैट अकाउंट को भी ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है. डीमैट अकाउंट में शेयर के अलावा म्युचुअल फंड यूनिट, डिबेंचर, बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज भी रखी जा सकती हैं.
LIC IPO: शेयर पाने के लिए अपनाएं ये जरूरी टिप्स, झट से हो जाएगा काम
डीएनए हिंदी: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का IPO 4 मई से लेकर 9 मई के बीच खुल चुका है. निवेशक LIC के आईपीओ का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. बहुत से निवेशकों ने तो खासकर इसके लिए डीमैट अकाउंट भी खुलवाए हैं. बताया जा रहा है कि LIC का आईपीओ लंबी अवधी में अच्छा मुनाफा दे सकता है. हालांकि इस बात की गारंटी थोड़ी कम है कि आवेदनकर्ताओं को LIC के आईपीओ का सब्सक्रिप्शन मिल ही जाएगा. इसलिए अगर आप LIC के आईपीओ का सब्सक्रिप्शन पाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान देना बेहद जरूरी है.
रिटेल निवेशकों के लिए शानदार ऑफर
LIC ने अपने आईपीओ का प्राइस बंद 902 रुपये से लेकर 949 रुपये के बीच रखा है. एक आम निवेशक ज्यादा से 14 लॉट के लिए निवेश कर सकता है. एक लॉट में 15 शेयर हैं. वहीं DHRP के प्रावधानों के मुताबिक LIC के पॉलिसी या कर्मचारी अतिरिक्त शेयरों के लिए निवेश कर सकते हैं. पॉलिसीधारकों को प्रति शेयर 60 रुपये और कर्मचारियों को 40 रुपये प्रति शेयर छूट मिलेगी.
आईपीओ का अलॉटमेंट पाने के लिए टिप्स
- IPO में जब भी निवेश करें हमेशा अपर प्राइस बैंड पर ही बिड लगाएं. मान लीजिये इशू प्राइस 604 रूपये से लेकर 640 के बीच है तो ऐसे में आपको 640 में बिड लगाना चाहिए.
- एक आईपीओ के लिए एक ही पैन नंबर का इस्तेमाल करें. एक से ज्यादा पैन नंबर (PAN Number) का इस्तेमाल करने पर आईपीओ रद्द हो जाएगा. ऐसे में आप अपनी पत्नी, पेरेंट्स या बच्चों के पैन कार्ड का इस्तेमाल करके अलग-अलग आवेदन कर सकते हैं.
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.