व्यापारिक मुद्रा जोड़े

ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं

ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं

Share Market Ke Fayde Aur Nuksan | शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

Share Market Ke Fayde Aur Nuksan | शेयर बाजार के फायदे और नुकसान , नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक बार फिर हमारी Website Be RoBoCo में , आज एक बार हम फिर हाजिर हैं आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर जिसे हम Share Market Ke Fayde Aur Nuksan | शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के नाम से जानते हैं।

दोस्तो क्या आपने भी शेयर बाजार में लाभ के टोटके , शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स , Advantage Of Share Market और Disadvantage Of Share Market In Hindi आदि के बारे में Search किया है और आपको निराशा हाथ लगी है ऐसे में आप बहुत सही जगह आ गए है , आइये Benefits Of Share Market, Share Market Ke Nuksan, Share Market Me Nuksan Kaise Hota Hai और Top 10 Mistakes In Share Market ​आदि के बारे में बुनियादी बाते जानते है।

दोस्तो किसी भी Business Model को अच्छी तरह से समझने के लिए आपके लिए सिक्के के दोनों पहलू को देखना अति आवश्यक है यदि इस देश के सबसे बड़े ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट की मानें तो करीब करीब 1 साल में 90% से अधिक निवेशक शेयर मार्केट में अपना पैसा गवां देते हैं , ऐसा क्यों होता है ? आखिर क्यों लोग Share Market में नुकसान उठाते है। इन सभी बातों के ऊपर चर्चा इस लेख में हम करने वाले हैं तो लेख के अंत तक बने रहें , चलिए शुरू करते हैं।

Diwali Muhurat Trading पर तगड़ी कमाई करा सकते हैं ये 5 शेयर, जानिए कब खरीदें और कितने में बेचें

Diwali Muhurat Trading पर तगड़ी कमाई करा सकते हैं ये 5 शेयर, जानिए कब खरीदें और कितने में बेचें

इन दिनों शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से अगर आप मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इन 5 शेयरों पर दाव लगा सकते हैं. इनमें आईसीआईसीआई बैंक और बीएसई जैसे शेयर भी शामिल हैं.

शेयर बाजार (Share Market) के लिए पिछला हफ्ता बहुत ही शानदार रहा. पिछले हफ्ते सेंसेक्स में 1387 अंकों की तेजी देखने को मिली है. हालांकि, उससे पहले के हफ्तों में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था. त्योहारों के चलते इस महीने में शेयर बाजार कई दिन बंद रहेगा. इसी बीच कई लोगों के मन में ये सवाल भी है कि क्या दिवाली (Diwali) को शेयर बाजार बंद रहेगा (Share Market on Diwali) या फिर उस दिन मार्केट खुलेगा? आपको बता दें कि 24 अक्टूबर को दिवाली पर छुट्टी की वजह से सामान्य घंटों में तो शेयर बाजार बंद रहेगा, लेकिन शाम तो 1 घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं Trading) के लिए खुलेगा. ऐसे में तमाम निवेशक चिंता में हैं कि किस शेयर पर दाव लगाया जाए, ताकि मुनाफा कमाया जा सके. आइए शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च हेड रवि सिंह से जानते हैं मुहूर्त ट्रेडिंग में कौन से टॉप-5 शेयरों पर दाव लगाकर आप कर सकते हैं तगड़ी कमाई.

1- KPIT Technologies देगा मुनाफा

मुहूर्त ट्रेडिंग में शेयर बाजार से मुनाफा कमाने के लिए KPIT Technologies का शेयर शानदार साबित हो सकता है. रवि सिंह ने इसे 710 रुपये पर खरीदने की सलाह दी है. उनका मानना है कि 725 रुपये का टारगेट रखकर आप इस शेयर में निवेश कर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं सकते हैं. साथ ही आपको 700 रुपये का स्टॉप लॉस लगाना चाहिए, ताकि नुकसान से बचा जा सके.

2- Gujarat Gas भी है फायदे का सौदा

अगर आप चाहें तो अपने पोर्टफोलियो में Gujarat Gas को भी शामिल कर सकते हैं. अगले हफ्ते Gujarat Gas फायदे का सौदा साबित हो सकता है. रवि सिंह की सलाह है कि Gujarat Gas को 500 रुपये स्तर पर खरीदा जा सकता है. Gujarat Gas के लिए टारगेट 520 रुपये का रहेगा, जबकि स्टॉप लॉस 495 रुपये पर लगाना चाहिए.

3- ICICI Bank पर खेल सकते हैं दाव

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के इस माहौल में आप ICICI Bank पर भी दाव लगा सकते हैं. ये कंपनी भी आपको मुनाफा दिलाने की ताकत रखती है. शेयर इंडिया की सलाह है कि इस शेयर को 905 रुपये पर खरीदा जाए. इसके लिए टारगेट 935 रुपये का दिया गया है, जबकि स्टॉप लॉस 890 रुपये का तय किया गया है.

4- BOB के शेयरों में करें निवेश

मुहूर्त ट्रेडिंग BOB के शेयरों के लिए भी शानदार साबित हो सकती है. रवि सिंह ने इसे 142 रुपये के लेवल पर खरीदने की सलाह दी है. इसके लिए टारगेट 150 रुपये रखा गया है और स्टॉप लॉस आप 140 रुपये पर लगा सकते हैं.

5- BSE में लगाएं पैसे

अगर आप चाहें तो BSE में भी पैसे लगा सकते हैं. इसे शेयर इंडिया की तरफ से 580 रुपये पर खरीदने की सलाह दी जा रही है. BSE का टारगेट प्राइस 598 रुपये है, जबकि स्टॉप लॉस 575 रुपये रखा गया है.

रवि सिंह बताते हैं कि इन सभी कंपनियों के टेक्निकल काफी मजबूत है और लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज का सपोर्ट भी मिल रहा है. ऐसे में अगर आप इन शेयरों में पैसे लगाते हैं तो मुनाफे का चांस काफी अधिक है. कोशिश करें कि अपने पोर्टफोलियो में इनमें से कुछ शेयर शामिल करें, जिससे आपकी कमाई बढ़ सके.

(इस आर्टिकल में दी गई सलाह शेयर बाजार के एक्सपर्ट रवि सिंह की है. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)

Diwali Muhurat Trading: जानिए क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग, क्यों इस दिन हर कोई चाहता है शेयर खरीदना!

पेपर ट्रेडिंग क्या होता है | पेपर ट्रेडिंग कैसे करे [2022]

आपने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का नाम तो जरूर सुना होगा जब कोई नया आदमी बिना सीखे ट्रेडिंग करना शुरू कर देता है तो उसको लॉस हो सकता है इसलिए उसे पहले पेपर ट्रेडिंग करके शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना सीखना चाहिए ।

मार्केट में ऐसे कई सारे ऐप्स है जिनका नाम आपने सुना होगा जिन पर अकाउंट बनाने पर आपको कुछ पॉइंट मिलता है जिनसे आप पेपर ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे – eToro , AvaTrade

paper trading in hindi, paper trading kya hota hain , paper trading meaning in hindi

हमने आपको बता दिया कि पेपर ट्रेडिंग क्या होता है अब हम जान लेते हैं कि पेपर ट्रेडिंग को कैसे करते हैं और पेपर ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान हैं ?

[2022] में पेपर ट्रेडिंग कैसे करे

पेपर ट्रेडिंग करने के दो मुख्य तरीके होते हैं –

1. ऑनलाइन पेपर ट्रेडिंग

2. ऑफलाइन पेपर ट्रेडिंग

ऑनलाइन पेपर ट्रेडिंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं क्या होता है ?

इंटरनेट पर ऐसे कई सारे ऐप्स है और वेबसाइट है जहां पर आप अपना Demo अकाउंट बनाकर पेपर ट्रेडिंग कर सकते हैं जिसे ऑनलाइन पेपर ट्रेडिंग कहा जाता है ।

ऑनलाइन पेपर ट्रेडिंग में आपको वेबसाइट या एप के द्वारा बहुत सारा पैसा दिया जाता है जिससे कि आप पेपर ट्रेड कर सकते हैं ।

ऑनलाइन पेपर ट्रेंड करने के कुछ प्लेटफार्म के नाम –

जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया कि हम पेपर ट्रेडिंग इसलिए करते हैं ताकि हम ट्रेडिंग सीख पाए लेकिन एप हमें इतने सारे पैसे देते हैं तो कई सारे लोग सिर्फ बहुत सारा पैसा लगा के पेपर ट्रेड करते हैं वह मार्केट या ट्रेडिंग को सीखने में ध्यान नही देते हैं ।

ऑफलाइन पेपर ट्रेडिंग क्या होता है ?

ऑफलाइन पेपर ट्रेडिंग पहले के समय में ज्यादा किया जाता था जिसमें हम पेन और पेपर लेकर उस पर रियल टाइम में मार्केट ट्रेड करते हैं और ट्रेडिंग सीखते हैं ।

पेपर ट्रेड कैसे कर सकते हैं ?

सबसे पहले आपको एक पेन और पेपर लेकर बैठना है उसमें आपको उन स्टॉक्स का नाम लिखना है जिसके ऊपर आप ट्रेड करेंगे ।

उसके बाद आप उस पेपर पर लिखे कि आप किस प्राइस पर उस स्टॉक को खरीदेंगे और किस प्राइज पर आप उसको बेचने वाले हैं और कौन सा स्टॉप लॉस उसमें लगाना है ।

इसमें स्टॉपलॉस लगाना बहुत जरूरी होता है ताकि आपको पता चले कि कहां पर आपका कितना लॉस हो रहा है जिससे कि आप अच्छे से सीख पाए।

आपको जितने दिन में ट्रेडिंग सीखना है अब उतने दिन तक पेपर ट्रेडिंग करके प्रैक्टिस करते रहें , आप जितना ज्यादा दिन पेपर ट्रेडिंग करके प्रैक्टिस करेंगे आप जब रियल ट्रेडिंग करने जाएंगे तो आपको वह एक्सपीरियंस बहुत ज्यादा काम देगा ।

आपको कम से कम 30 दिनों के लिए पेपर ट्रेडिंग करना चाहिए उसके बाद आपको देखना होगा कि आपने इन 30 दिनों में कितना टारगेट हिट किया है और कितना स्टॉप लॉस हिट किया है जिससे कि आपको पता चलेगा कि आपने ट्रेडिंग की कितनी skill सीख ली है ।

अगर आपने इन तीस दिनों में ज्यादा स्टॉपलॉस हिट किया हैं तो आप पेपर ट्रेडिंग को आगे जारी रखे जिससे की आप ज्यादा सिख पाए ।

हमने आपको बता दिया कि पेपर ट्रेडिंग क्या होता है और पेपर ट्रेडिंग कैसे करें अब हम जानेंगे कि पेपर ट्रेडिंग के फायदे क्या है और इसके नुकसान ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं क्या है ।

पेपर ट्रेडिंग के फायदे

1. पेपर ट्रेडिंग का पहला फायदा है कि आप यहां पर ट्रेडिंग को एक्सपीरियंस कर सकते हैं और उसे सीख सकते हैं वह भी बिना पैसा लगाए जिससे आपका लॉस नहीं होता है ।

2. पेपर ट्रेडिंग का दूसरा फायदा है कि आप चाहे जितने दिनों तक ट्रेडिंग करो या सीखो तो आपको कोई पैसा नहीं देना होता हैं ।

3. पेपर ट्रेडिंग में आप अलग-अलग स्ट्रेटजी आजमा कर देख सकते हैं , जिससे अगर आप रियल ट्रेडिंग करने जाएंगे तो आपको फायदा मिल पाएगा ।

पेपर ट्रेडिंग करने के नुकसान –

1. पेपर ट्रेडिंग में रियल मनी नहीं होता है इसलिए आप बहुत सारा पैसा लगाकर पेपर ट्रेडिंग करते हो लेकिन जब आप रियल ट्रेडिंग करेंगे तो आपको अपना बजट भी तय करना होता है।

2. पेपर ट्रेडिंग में अगर हमें स्टॉपलॉस हिट हो जाता है तो हमें ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है लेकिन अगर हम रियल ट्रेनिंग में उस स्ट्रेटजी पर काम करेंगे और स्टॉपलॉस हिट होगा तो हमें रियल मनी खोना पड़ेगा।

निष्कर्ष –

हमने इस पोस्ट में आपको पेपर trading क्या होता है ,पेपर ट्रेडिंग कैसे करें और पेपर ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं पेपर ट्रेडिंग के क्या नुकसान है इन सभी टॉपिक के बारे में डिटेल में जानकारी दी है ।

मुझे उम्मीद है मेरे द्वारा दी गई पेपर ट्रेडिंग के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपको ऐसे और किसी टॉपिक पर जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं ।

निवेशकों के लिए जरूरी जानकारी: इंट्रा-डे ट्रेडिंग पर जानें, कैसे लगेगा आयकर

शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं।

सांकेतिक तस्वीर.

कोविड- 19 महामारी के अनिश्तिता भरे दौर में निवेशक अब शेयर बाजार में लंबे समय तक पैसा लगाने के बजाए इंट्रा-ट्रेडिंग में हाथ आजमाने लगे हैं। नौकरीपेशा व आम आदमी भी इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाना पसंद करता है। ऐसे निवेशकों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग से हुई कमाई पर आयकर गणना कैसे की जाएगी। पेश है प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा मुनाफा
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं। इस तरह ट्रेडिंग का मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि बाजार में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है।

लिहाजा ऐसे मुनाफे को कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा। ट्रेडिंग करते समय भी जब निवेशक स्टॉक खरीदेगा तो भी उसे यह बताना पड़ेगा कि संबंधित स्टॉक को ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं इंट्रा-डे के लिए खरीदा जा रहा अथवा डिलीवरी के लिए। यहां डिलीवरी का मतलब स्टॉक को एक दिन से ज्यादा समय के लिए रखना है।

कोई नौकरीपेशा इंट्रा-डे ट्रेडिंग करता है तो यह कारोबार या पेशे के रूप में अतिरिक्त आय होगी और रिटर्न भरते समय आईटीआर फॉर्म-3 का उपयोग करना होगा। वित्तवर्ष 2020-21 में अगर किसी ने इंट्रा-डे ट्रेडिंग किया है तो उसे आईटीआर-3 में इसके मुनाफे या घाटे का विवरण देना होगा।

निवेशकों के लिए जरुरी जानकारी

  1. स्टॉक में निवेश से हुए नुकसान को समायोजन आठ साल किया जा सकेगा।
  2. एलटीसीजी से नुकसान की भरपाई एसटीसीजी में हो सकेगी, एसटीसीजी की भरपाई, एसटीसीजी से नहीं कर सकेंगे।
  3. इंट्रा-डे से हुए नुकसान का समायोजन करने को पेशेवरसे ऑडिट कराना जरूरी होगा।

खर्च और नुकसान के समायोजन का मौका
आयकरदाताओं को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के कारोबार की श्रेणी में रखने का फायदा भी मिलता है। आयकर कानून के तहत इस ट्रेडिंग पर आए खर्च को आप कारोबारी खर्च की तरह रिटर्न में समायोजित कर सकते हैं। रिटर्न भरते समय करदाता इंटरनेट, टेलीफोन, डीमैट खाते के खर्च के अलावा ब्रोकर शुल्क पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं। हालांकि इसका समायोजन वेतन, अन्य कारोबार, आवासीय संपत्ति या किसी और कमाई के साथ नहीं कर सकेंगे। नुकसान को अगले साल के मुनाफे में समायोजित करने के लिए रिटर्न में भी इसका उल्लेख करना होगा।

एक से ज्यादा निवेश तो भरेंगे आईटीआर फॉर्म-2
स्टॉक में एक दिन से ज्यादा निवेश करने वाले करदाताओं रिटर्न भरते समय आईटीआर-2 फॉर्म चुनना होगा। ऐसे निवेशकों पर दो तरह से आयकर की देनदारी बनती है। अगर उसने 12 महीने से कम समय के लिए निवेश किया है तो लघु अवधि का पूंजीगत लाभ कर देना होगा। यह स्टॉक से एक ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं लाख रुपये से ऊपर के शुद्ध मुनाफे पर 10 फीसदी लगता है। एलटीसीजी के मामले में नुकसान की भरपाई आठ साल तक की जा सकेगी।

विस्तार

कोविड- 19 महामारी के अनिश्तिता भरे दौर में निवेशक अब शेयर बाजार में लंबे समय तक पैसा लगाने के बजाए इंट्रा-ट्रेडिंग में हाथ आजमाने लगे हैं। नौकरीपेशा व आम आदमी भी इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाना पसंद करता है। ऐसे निवेशकों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग से हुई कमाई पर आयकर गणना कैसे की जाएगी। पेश है प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा मुनाफा
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं। इस तरह ट्रेडिंग का मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि बाजार में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है।

लिहाजा ऐसे मुनाफे को कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा। ट्रेडिंग करते समय भी जब निवेशक स्टॉक खरीदेगा तो भी उसे यह बताना पड़ेगा कि संबंधित स्टॉक को इंट्रा-डे के लिए खरीदा जा रहा अथवा डिलीवरी के लिए। यहां डिलीवरी का मतलब स्टॉक को एक दिन से ज्यादा समय के लिए रखना है।

कोई नौकरीपेशा इंट्रा-डे ट्रेडिंग करता है तो यह कारोबार या पेशे के रूप में अतिरिक्त आय होगी और रिटर्न भरते समय आईटीआर फॉर्म-3 का उपयोग करना होगा। वित्तवर्ष 2020-21 में अगर किसी ने इंट्रा-डे ट्रेडिंग किया है तो उसे आईटीआर-3 में इसके मुनाफे या घाटे का विवरण देना होगा।

  1. स्टॉक में निवेश से हुए नुकसान को समायोजन आठ साल किया जा सकेगा।
  2. एलटीसीजी से नुकसान की भरपाई एसटीसीजी में हो सकेगी, एसटीसीजी की भरपाई, एसटीसीजी से नहीं कर सकेंगे।
  3. इंट्रा-डे से हुए नुकसान का समायोजन करने को पेशेवरसे ऑडिट कराना जरूरी होगा।


खर्च और नुकसान के समायोजन का मौका
आयकरदाताओं को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के कारोबार की श्रेणी में रखने का फायदा भी मिलता है। आयकर कानून के तहत इस ट्रेडिंग पर आए खर्च को आप कारोबारी खर्च की तरह रिटर्न में समायोजित कर सकते हैं। रिटर्न भरते समय करदाता इंटरनेट, टेलीफोन, डीमैट खाते के खर्च के अलावा ब्रोकर शुल्क पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं। हालांकि इसका समायोजन वेतन, अन्य कारोबार, आवासीय संपत्ति या किसी और कमाई के साथ नहीं कर सकेंगे। नुकसान को अगले साल के मुनाफे में समायोजित करने के लिए रिटर्न में भी इसका उल्लेख करना होगा।

एक से ज्यादा निवेश तो भरेंगे आईटीआर फॉर्म-2
स्टॉक में एक दिन से ज्यादा निवेश करने वाले करदाताओं रिटर्न भरते समय आईटीआर-2 फॉर्म चुनना होगा। ऐसे निवेशकों पर दो तरह से आयकर की देनदारी बनती है। ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं अगर उसने 12 महीने से कम समय के लिए निवेश किया है तो लघु अवधि का पूंजीगत लाभ कर देना होगा। यह स्टॉक से एक लाख रुपये से ऊपर के शुद्ध मुनाफे पर 10 फीसदी लगता है। एलटीसीजी के मामले में नुकसान की भरपाई आठ साल तक की जा सकेगी।

Learn Intraday Trading in Hindi 2022

अगर आपको स्मार्ट तरिके से जल्दी अमीर होना हैं तो आज के वक्त शेअर मार्केट हि एकमात्र करियर हैं जहां आप यह आसानी से Rich बन सकते हों | आज हम शेअर मार्केट से जुड़े ऐसे हि एक विषय यानी 'ट्रेडिंग कैसे सीखें' इस विषय के बारे में जानकारी देने वाले हैं। तो चलिये जानते हैं इसके बारे में विस्तार सें।

How to learn Intraday Trading ?

ट्रेडिंग क्या होती हैं?

फायदा पाने के हेतु खरिदी और बिक्री करते हैं इसे हि ट्रेडिंग कहते हैं।

अलग अलग जगह पर यह ट्रेडिंग चलती रहती हैं लेकिन आज हम यह शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे करते हैं इसकी बात करेंगे।

ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं?

शेअर मार्केट,

जैसे और भी कई चींजों में ज्यादातर लोग ट्रेडिंग करते हैं।

शेअर मार्केट में ट्रेडिंग करना कैसे सीखे‌?

शेअर मार्केट को कई लोग आज भी गैमलींग की तरह देखते हैं लेकिन शेअर मार्केट कोई गैमलिंग नहीं होती अगर आप उसका पुरा अभ्यास करके उसमें रिसर्च करके वह करते हैं तो।

कुछ साल में हमारे देश में इंटरनेट गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है ऊपर से बीच बीच में लाॅकडाऊन लगता रहता है वैसे में बहुत सारे वर्क फ्राॅम होम भी कर रहे हैं इस दौरान Demat Account निकालने वालो कि संख्या बहुत बढ़ गई है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में पहला सवाल यही आता है कि Share Market Shikhe Kahase ? तो आज हम आपको इसी के जवाब देंगे।

  • अच्छी जगह से ट्रेंडिंग कोर्स करना:

शेयर मार्केट के ऊपर आपको ऑनलाईन और ऑफलाईन हजारो ट्रेडिंग कोर्सेस मिल जायेंगे जहां से आप इसे सीख सकते हों। यह बिल्कुल भी कोई राॅकेट सायंन्स नहीं हैं ना हि बहुत आसान हैं। अगर आप ट्रेडिंग कोर्स करना चाहते हैं तो पहले जिसी भी इंस्टिट्यूट या जिसी भी व्यक्ती से आप यह सिखना चाहतें हैं इसका इतिहास यानी वह व्यक्ती या इंस्टिट्यूट कितने प्रोफिटेबल है यह जान लें, उनकी Rating और Review आपको मिल जायेंगे वह देखकर आप एक अच्छा सा Trading Course Complete कर सकते हों। यह तरिका बहुत सीधा सीधा है और ज्यादातर लोग यही करते हैं।

  • फ्रि में ट्रेडिंग कोर्स कैसे सीखें?

ऐसा हि नहीं है कि आपको ट्रेडिंग के लिये पैसे देकर ही कही‌ जाकर ही आप ट्रेडिंग सीख सकते हैं बल्कि आपको बहुत जगह फ्रि भी यह सीख सकते हैं लेकिन आपको इसे प्रोपर तरिके से करना होगा कोर्सेस का यही फायदा रहता है कि आपको वह एक पाथ से सिखाते हैं लेकिन अगर आप YouTube, Udemy जैसे प्लॅटफाॅर्म पर बहुत सारे Free Online Trading Courses मिल जायेंगें। लेकिन आपको इसमें भी अच्छे और उपयोगी चींजे हि देखनी है। आज के तारिख में देखा जाते तो अनेक Video's Platform पर सब चींजे आपको मिल जाती है लेकिन कौन सी चीज देखनी है यह आपको छान के‌ निकलना पड़ेगा।

  • बुक से ट्रेंडिंग सीख सकते हैं?

अगर आप किसी कोर्स कि मदत से‌ ट्रेंडिंग सीखने ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं जाते हैं तो आपको बहुत सारे महंगे महंगे कोर्स बाजार में मिलेंगी जिनकी फिस 7000 रुपयों से चालु होकर देढ़ लाख तक भी हैं। लेकिन जो लोग ट्रेंडिंग में सफल होकर आगे जाके अपनी किताबों में उनके द्वारा इस्तमाल कि गई ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बताते हैं और उनकी बुक या ई-बुक खरिदने जायेंगे तो वह‌‌ 500 से 1000 रुपयें यानी काफी सस्ते में मिल जाती हैं इसलियें यह‌ सबसे अच्छा तरिका है ट्रेडिंग को सीखने का। अधिक जानकारी के लिये आप हमारा इनेवेस्टमेंट और शेअर मार्केट पर से 6 बेहतरिन किताबें यह आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।

और आप बुक खरिदना नहीं चाहते तो आप ई-बुक के रुप में भी सस्ते में e-format में मोबाईल या कंप्यूटर द्वारा पढ़ सकते हैं।

आजकल आपके आसपास या मित्रों में से कई सारे शेअर मार्केट करते होंगे अगर आप उनसे थोड़ी थोड़ी जानकारी हासिल करके एक छोटी राशी से शेअर मार्केट को चालु करते हैं तो भी आप जल्दी नहीं लेकिन थोड़े दिनों बाद शेअर मार्केट का गणित अथवा ज्ञान अर्जित कर सकेंगें।

इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं?

इसमें ट्रेडिंग अवधी होने के बाद आपका कोई पैसा मार्केट में अटका नहीं रहता इसलिये क्लियारिटी आती है और फियर भी कम रहता हैं।

इंट्राडे में आपको कई ब्रोकर द्वारा कई गुना मार्जिन अथवा लिवरेज दिया जाता है इससे आप कम पैसों में भी ज्यादा शेयर खरिद अथवा बेच सकते हों।

इंट्राडे में आप ऊपर जाते वक्त और साथ ही नीचे आते वक्त भी दोनों तरफ भी पैसा बना सकते हों।

इंट्राडे के क्या-क्या नुकसान हैं?

इसे आप जब चाहें सीख तो सकते हैं लेकिन इसे रियल टाईम यानी मार्केट चालु रहने के समय ही कर सकते हैं, इसलिये इसे समय कि मांग चाहियें।

यह काफी नुकसान देह भी होता है कई लोगों ने पहले भी इसमें अकांउट के अकाउंट खाली करा दिये हैं इसलिये आप पहले पेपर ट्रेंडिंग करके प्रॅक्टिस करें तो जाके ही आप इंट्राडे सीख कर पैसा बना सकते हैं।

अगर आप ट्रेंड करते समय थोड़ी राशी गवाते हैं और वह रिकवर करने के चक्कर में आप अगर बार बार ट्रेंड लेने जाते हैं तो आप जल्दी ही अपना अकांउट खाली करा सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग में दो चीज़ें कभी नहीं चलती भय और लालच, आपको ट्रेडिंग में मनी मैनेजमेंट और रिस्क मैनेजमेंट सही तरिके से नहीं आता तो भी एक न एक दिन आप इससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।

आपने क्या सीखा ?

इस आर्टिकल में हमने पुरे विस्तार से देखा कि ट्रेडिंग कैसे सीखें? और इसके क्या-क्या रस्ते है जहां से‌ आप ट्रेडिंग को सीख सकते हैं।

हमने देखा कि इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं और क्या क्या नुकसान हो सकते हैं इसके बारे में भी पुरी चर्चा की।

अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने मित्रों से जरुर शेअर करे और कोई सवाल और सुझाव हो तो हमें अवश्य लिखें।

रेटिंग: 4.45
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 180
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *