मुख्य प्रकार के सिक्के

मध्यप्रदेश में प्राप्त सिक्के (मुद्रायें) और उनसे संबन्धित राजवंश
मध्यप्रदेश (म.प्र.) के प्राचीन इतिहास के विभिन्न कालों से संबंधित मुद्राएँ
- सोने , चांदी , तांबा और मिश्र धातु से निर्मित विभिन्न आकार-प्रकार , मूल्य की तथा म.प्र. के प्राचीन इतिहास के विभिन्न कालों से संबंधित मुद्राएँ , मध्यप्रदेश के इतिहास और संस्कृति के पुनर्निमाण के दूसरे मुख्य पुरातात्विक स्रोत हैं। कालक्रम के अनुसार उनकी एक झलक निम्नलिखित है:
मध्य प्रदेश से प्राप्त आहत मुद्राएँ :
चांदी और तांबे की आहत मुद्राओं की साम्राज्यिक और गैर साम्राज्यिक श्रृंखला बड़ी मात्रा में पूरे म.प्र. में पाई गई है। स्थल जहां से ये मुख्य प्रकार के सिक्के पाए गये हैं निम्न हैं:
मध्यप्रदेश में प्राप्त सिक्के (मुद्रायें) और उनसे संबन्धित राजवंश
मध्यप्रदेश (म.प्र.) के प्राचीन इतिहास के विभिन्न कालों से संबंधित मुद्राएँ
- सोने , चांदी , तांबा और मिश्र धातु से निर्मित विभिन्न आकार-प्रकार , मुख्य प्रकार के सिक्के मूल्य की तथा म.प्र. के प्राचीन इतिहास के विभिन्न कालों से संबंधित मुद्राएँ , मध्यप्रदेश के इतिहास और संस्कृति के पुनर्निमाण मुख्य प्रकार के सिक्के के दूसरे मुख्य पुरातात्विक स्रोत हैं। कालक्रम के अनुसार उनकी एक झलक निम्नलिखित है:
मध्य प्रदेश से प्राप्त आहत मुद्राएँ :
चांदी और तांबे की आहत मुद्राओं की साम्राज्यिक मुख्य प्रकार के सिक्के और गैर साम्राज्यिक श्रृंखला बड़ी मात्रा में मुख्य प्रकार के सिक्के पूरे म.प्र. में पाई गई है। स्थल जहां से ये पाए गये हैं निम्न हैं:
मध्यप्रदेश में प्राप्त सिक्के (मुद्रायें) और उनसे संबन्धित राजवंश
मध्यप्रदेश (म.प्र.) के प्राचीन इतिहास के विभिन्न कालों से संबंधित मुद्राएँ
- सोने , चांदी , तांबा और मिश्र धातु से निर्मित विभिन्न आकार-प्रकार , मूल्य की तथा म.प्र. के प्राचीन इतिहास के विभिन्न कालों से संबंधित मुद्राएँ , मध्यप्रदेश के इतिहास और संस्कृति के पुनर्निमाण के दूसरे मुख्य पुरातात्विक स्रोत हैं। कालक्रम के अनुसार उनकी एक झलक निम्नलिखित है:
मध्य प्रदेश से प्राप्त आहत मुद्राएँ :
चांदी और तांबे की आहत मुद्राओं की साम्राज्यिक और गैर साम्राज्यिक श्रृंखला बड़ी मात्रा में पूरे म.प्र. में मुख्य प्रकार के सिक्के पाई गई है। स्थल जहां से ये पाए गये हैं निम्न हैं:
सिक्काबंदी की खबरों के बीच 10 रुपए के मुख्य प्रकार के सिक्के सिक्के पर RBI ने कह दी बड़ी बात
मुंबई: कुछ समय पहले जब नोटबंदी के बाद सिक्काबंदी की खबरें सुर्खियों में आईँ तो 10 रुपए का सिक्का सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। दस रुपए के सिक्कों के लेकर लंबे समय से आम जनता के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अगल-अगल डिजाइन के सिक्कों की वजह से लोगों में नकली होने का भ्रम था। इसी को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आज बयान बयान दिया है। आरबीआई ने उन तमाम अफवाहों को खारिज कर दिया, जिसमें कुछ सिक्कों को नकली बताया जा रहा था।
हर तरह के सिक्के असली
आरबीआई ने बुधवार को बताया कि वर्ष 2009 से अब तक 14 अलग-अलग डिजाइनों में दस रुपये के सिक्के जारी किए गए हैं और ये सभी मान्य हैं, इसलिए किसी भी व्यापारी या आम नागरिक को इसे स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
सिक्कों के लेकर गलत अफवाह उड़ी
केंद्रीय बैंक ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उसे देश के कुछ हिस्सों में 10 रुपये के कुछ सिक्कों मुख्य प्रकार के सिक्के को नकली बताकर व्यापारियों तथा आम लोगों द्वारा स्वीकार करने से इनकार करने की मुख्य प्रकार के सिक्के शिकायतें मिल रही है।
मार्केट में 10 रुपए के 14 तरह के सिक्के
उसने कहा कि 10 रुपये के अब तक 14 प्रकार के सिक्के जारी किएजा चुके हैं जिनकी डिजाइन और आकार अलग-अलग है। इन सिक्कों के जरिये विभिन्न आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार किया गया है। नोटों की तुलना में सिक्के ज्यादा टिकाऊ होते हैं और इसलिए एक ही समय में विभिन्न प्रकार के सिक्के प्रचलन में होते हैं। उसने लोगों से सभी सिक्कों को नि:संकोच स्वीकार करने का अनुरोध किया है।
जारी रहेगी सिक्कों की ढलाई
बता दें कि अब भी हाल भी खबर आई थी कि सिक्कों की ढलाई अब नहीं होगी। सरकार इसे बंद कर रही है लेकिन सरकार ने सिक्कों की ढलाई पूरी तरह बंद करने के निर्णय को पलटते हुए चारों टकसालों को फिर से ढलाई शुरू करने को कहा है। हालांकि, उन्हें यह काम धीमी रफ्तार से करने को कहा गया है।
दो नहीं एक शिफ्ट में ही होगा काम
बता दें कि सरकार ने कोलकाता, मुंबई, नोएडा व हैदराबाद में स्थित टकसालों का संचालन करने वाली सार्वजनिक कंपनी सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड माइनिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया मुख्य प्रकार के सिक्के लिमिटेड से कहा कि आमतौर पर दो शिफ्टों में होने वाले काम के बजाय एक ही शिफ्ट में सिक्कों की ढलाई की जाए।