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न्यूनतम निवेश राशि

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Post Office Superhit Scheme : डाकघर की इस सुपरहिट स्कीम में इतने महीनों में पैसा हो जाएगा दोगुना, जानिए - डिटेल्स

Post Office Superhit Scheme : डाकघर की इस सुपरहिट स्कीम में पैसा दोगुना हो जाता है. किसान विकास पत्र (KVP) भारत सरकार द्वारा प्रदान की न्यूनतम निवेश राशि जाने वाली एक बचत योजना है. केवीपी योजना उच्च ब्याज दरों के माध्यम से अपनी परिपक्वता अवधि के पूरा होने पर पर्याप्त रिटर्न प्रदान करती है.

Updated: August 29, 2022 12:19 PM IST

Post Office Scheme

Post Office Superhit Scheme : डाकघर के पास कई तरह की योजनाएं हैं, जिनमें देश के लाखों लोग निवेश करते हैं. पोस्ट ऑफिस में निवेश करने से किसी तरह का कोई जोखिम नहीं है. यह अच्छा रिटर्न भी देता है. यही वजह है कि डाकघर की योजनाओं में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी है. अगर आप किसी सरकारी योजना में लंबे समय तक पैसा लगाना चाहते हैं और जोखिम से भी बचना चाहते हैं तो डाकघर की किसान विकास पत्र योजना आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है.

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डाकघर के किसान विकास पत्र (KVP) में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलता है. यह भारत सरकार की एक डबल मनी योजना है जहां आपको 6.9 प्रतिशत प्रति वर्ष की ब्याज दर मिलती है और यह 124 महीने (10 साल और 4 महीने) में दोगुनी हो जाती है. यह योजना भारत में अधिकांश डाकघरों के माध्यम से उपलब्ध है.

किसान विकास पत्र योजना क्या है?

किसान विकास पत्र (KVP) भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली एक बचत योजना है. केवीपी योजना उच्च ब्याज दरों के माध्यम से अपनी परिपक्वता अवधि के पूरा होने पर पर्याप्त रिटर्न प्रदान करती है. भारत सरकार की यह जोखिम मुक्त निवेश योजना अपने नागरिकों को लंबी अवधि की बचत करने के लिए प्रोत्साहित करती है.

कौन निवेश कर सकता है?

किसान विकास पत्र में 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है. इसमें न्यूनतम निवेश राशि 1000 रुपये है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा तय नहीं की गई है. किसान विकास पत्र में 10 साल से कम उम्र के नाबालिग की ओर से कोई भी वयस्क खाता खोला जा सकता है. नाबालिग के 10 साल की उम्र होते ही उसके नाम अकाउंट बन जाता है. इतना ही नहीं 18 साल या इससे ज्यादा उम्र के तीन लोग भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं.

वापसी पर भुगतान किया जाने वाला टैक्स

अगर कोई खरीद के एक साल के भीतर इस योजना को वापस कर देता है तो उसे किसी भी तरह के ब्याज का लाभ नहीं मिलता है. डाकघर की यह योजना आयकर अधिनियम 80सी के अंतर्गत नहीं आती है. इसलिए, निवेश राशि पर अर्जित रिटर्न पर कर का भुगतान करना पड़ता है. हालांकि, इस योजना में टीडीएस नहीं काटा जाता है.

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नॉलेज: 4 तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड, 500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत

म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं - Dainik Bhaskar

अच्‍छे रिटर्न के लिए म्‍युचुअल फंड में निवेश करना सही विकल्प हो सकता है। लेकिन अभी भी काफी लोगों को यह नहीं पता है कि म्‍युचुअल फंड स्कीम क्या हैं? और इनमें निवेश कैसे किया जाता है? म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं। इसके बदले म्‍युचुअल फंड निवेशकों से चार्ज भी लेती हैं। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है। हम आपको म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं।

इक्विटी म्यूचुअल फंड
ये स्कीम निवेशकों की रकम को सीधे शेयरों में निवेश करती है। छोटी अवधि में ये स्कीम जोखिम भरी हो सकती हैं, लेकिन लंबी अवधि में इसे आपको बेहतरीन रिटर्न देने वाला माना जाता है। इस तरह की स्कीम में निवेश से आपका रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि शेयर का प्रदर्शन कैसा है। जिन निवेशकों का वित्तीय लक्ष्य 10 साल बाद पूरा होना है, वे इस तरह की म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं।

डेट म्यूचुअल फंड
ये म्यूचुअल फंड स्कीम डेट सिक्योरिटीज में निवेश करती हैं. छोटी अवधि के वित्तीय लक्ष्य पूरे करने के लिए निवेशक इनमें निवेश कर सकते हैं। 5 साल से कम अवधि के लिए इनमें निवेश करना ठीक है। ये म्यूचुअल फंड स्कीम शेयरों की तुलना में कम जोखिम वाली होती हैं और बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट की तुलना में बेहतर रिटर्न देती हैं।

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम
ये म्यूचुअल फंड स्कीम इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करती हैं। इन स्कीम को चुनते वक्त भी निवेशकों को अपने जोखिम उठाने की क्षमता का ध्यान रखना जरूरी है। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम को छह कैटेगरी में बांटा गया है।

सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम किसी खास लक्ष्य या समाधान के हिसाब से बनी होती हैं। इनमें रिटायरमेंट स्कीम या बच्चे की शिक्षा जैसे लक्ष्य हो सकते हैं। इन स्कीम में आपको कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना जरूरी होता है। इसमें निवेश करके आप अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।

म्‍युचुअल फंड में तीन तरह से निवेश किया जा सकता है। इसमें पूरी तरह से ऑनलाइन से लेकर फार्म भरकर निवेश किया जा सकता है। म्‍युचुअल फंड में लगाया गया पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है। इसलिए कई लोगों को लगता है कि इसके लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है, हालांकि ऐसा नहीं है। म्‍युचुअल फंड में निवेश बिना DEMAT अकाउंट के भी निवेश किया जा सकता है।

पहला तरीका
यह तरीका काफी आम है। इसमें किसी एजेंट के माध्‍यम से निवेश करना होता है। अगर एजेंट को खोजने में दिक्‍कत हो तो जिस कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उस कंपनी की वेबसाइट से टोल फ्री नम्‍बर लेकर बात कर सकते हैं। कंपनी आपके इलाके में जो एजेंट हैं उससे संपर्क करा देगी। फिर इस एजेंट की मदद से आप निवेश कर सकते हैं।

दूसरा तरीका
ब्रोकर या किसी म्‍युचुअल फंड बेचने वाली वेबसाइट के माध्‍यम से भी निवेश किया जा सकता है। कई लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं वह अपने ब्रोकर अकाउंट के माध्‍यम से भी म्‍युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा देश में एक दर्जन से ज्‍यादा वेबसाइट हैं जो म्‍युचुअल फंड बेचती हैं। लोग इन वेबसाइट पर अपना रजिस्‍ट्रेशन कराने के बाद म्‍युचुअल फंड खरीद सकते हैं। अगर जरूरत हो तो यह वेबसाइट अपने एजेंट भी निवेशक के पास मदद के लिए भेजती है।

तीसरा तरीका
डायरेक्‍ट प्‍लान में निवेश। सेबी के आदेश के बाद सभी म्‍युचुअल फंड कंपनियां अपनी सभी स्‍कीम्‍स में डायरेक्‍ट प्‍लान का ऑप्‍शन देती हैं। इनमें निवेश पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। आप म्‍युचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सीधे स्‍कीम चुनते हैं और कुछ स्‍टेप में निवेश की प्रक्रिया पूरी करते हैं। यहां पर पेमेंट भी ऑनलाइन करना होता है।

चौथा तरीका
अब पेटीएम मनी ऐप (PayTm Money App) की मदद से आप किसी भी म्‍युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी ऐप की मदद से आप निवेश करने के साथ-साथ अपने पोर्टफलियो को भी आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से कोई कमीशन या फीस नहीं देनी होगी।

शेयर बाजार से जुड़े रिस्क
म्‍युचुअल फंड अपनी इक्विटी स्‍कीम में जुटाए पैसों का निवेश शेयर बाजार में करते हैं। स्‍टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी भविष्‍यवाणी करना कठिन होता है। इसी कारण इक्विटी म्‍युचुअल फंड में निवेश रिस्‍की माना जाता है। हालांकि जानकारों का कहना है कि थोड़ा-थोड़ा पैसा लम्‍बे समय तक लगाया जाए तो अच्‍छा रिटर्न पाया जा सकता है।

सवाल: क्या आप किसी म्यूचुअल फंड में अपना सारा पैसा खो सकते हैं?
जवाब: बाज़ार से जुड़े होने के कारण, म्यूचुअल फंड में जोखिम बना रहता है, इसलिए निवेश की गई मूल राशि का नुकसान हो सकता है। हालांकि, म्यूचुअल फण्ड के प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि आपके सभी पैसे खोने की संभावना कम है।

सवाल: किसी म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने के लिए आपको कितना धन चाहिए?
जवाब: आपके द्वारा निवेश किए जाने वाले फंड के आधार पर न्यूनतम निवेश राशि भिन्न हो सकती है। हालाँकि, आप न्यूनतम 500 रु. निवेश कर सकते हैं।

सवाल: क्या मैं म्यूचुअल फंड कभी भी बेच सकता हूं?
जवाब: अधिकांश म्यूचुअल फंड ओपन एंडेड होते हैं, मतलब आप उन्हें कभी भी बेच सकते हैं। आमतौर पर क्लोज एंड स्कीम की 3-4 वर्ष की लॉक-इन अवधि होती है। एक दूसरे तरीके की स्कीम है जिसमें, म्यूचुअल फन कुछ समय के लिए लॉक-इन हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद ओपन एंडेड हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, टैक्स सेविंग या ELSS की लॉक-इन अवधि 3 साल है। इस अवधि के बाद, आप ये फंड किसी भी समय बेच सकते हैं।

सवाल: क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करना टैक्स-फ्री है?
जवाब: नहीं, म्यूचुअल फंड शोर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) नियम के अधीन हैं। अलग-अलग म्यूचुअल फंड जैसें, इक्विटी और डेट पर कई तरह का टैक्स लगता है। म्यूचुअल फंड लाभांश के मामले में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) लागू हो जाता है और फंड के अनुसार स्रोत पर टैक्स कटौती की जाती है।

Mutual Fund: बस इतनी न्यूनतम राशि का भी आप म्यूचुअल फंड में कर सकते हैं निवेश

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के दौरान लोगों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि आखिर कितनी न्यूनतम राशि के साथ इसे शुरू किया जा सकता है। बहरहाल, इस सवाल के जवाब समेत कई अन्य बातें जो निवेशकों के लिए जाननी जरूरी हैं आइए जानते हैं।

Mutual-Fund

इसके अलावा आईसीआईसीआई (ICICI) प्रुडेंशल वैल्यू डिस्कवरी फंड में भी 500 रुपये के निवेश से शुरुआत की जा सकती है। अपने हाई रिटर्न स्केल के चलते यह म्यूचुअल फंड नए निवेशकों और निवेश सलाहकारों में काफी फेमस है।

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Gram Suraksha Yojana: रोजाना 50 रुपये बचाकर 35 लाख पाएं, पोस्ट ऑफिस की सुपरहिट स्कीम

Gram Suraksha Yojana: ग्राम सुरक्षा योजना स्कीम में कोई भी 19 साल से 55 साल की उम्र का व्यक्ति निवेश कर सकता है. पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में न्यूनतम सम एश्योर्ड 10,000 रुपये है और अधिकतम 10 लाख रुपये है.

ग्राम सुरक्षा योजना में निवेश कर पा सकते हैं बढ़िया रिटर्न

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2022,
  • (अपडेटेड 15 जुलाई 2022, 9:04 PM IST)
  • 3 साल बाद कर सकते हैं पॉलिसी को सिरेंडर
  • इस स्कीम में निवेश पर मिल सकता है लोन

भारतीय पोस्ट ऑफिस (Indian Post Office) में निवेश के लिए कई तरह की सेविंग स्कीम्स उपलब्ध हैं. इसकी कई स्कीमें तो काफी पॉपुलर हैं, क्योंकि पोस्ट ऑफिस में निवेश पर बढ़िया रिटर्न (Post office Scheme Return) तो मिलता ही है. साथ आपकी निवेश की राशि भी सुरक्षित रहती है. इस वजह से लाखों लोग पोस्ट ऑफिस की स्कीमों में निवेश करना पसंद करते हैं. पोस्ट ऑफिस की रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के तहत कई स्कीमें लॉन्च की न्यूनतम निवेश राशि गई हैं. इनमें से एक है ग्राम सुरक्षा योजना (Gram Suraksha Yojana). इस स्कीम के लिए आप रोजाना 50 रुपये की बचत करके 35 लाख रुपये तक राशि हासिल कर सकते हैं.

कौन कर सकता है निवेश

ग्राम सुरक्षा योजना स्कीम में कोई भी 19 सा से 55 साल की उम्र का व्यक्ति निवेश कर सकता है. पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में न्यूनतम सम एश्योर्ड 10,000 रुपये है और अधिकतम 10 लाख रुपये है. इस स्कीम के तहत प्रीमियम भुगतान करने के लिए कई विकल्प दिए जाते हैं. निवेशक मंथली, तिमाही, छमाही या फिर सालाना आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं.

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इंडिया पोस्ट (India Post) की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनसार, रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी भारत की ग्रामीण जनता के लिए 1995 में लॉन्च की गई थी.

मिलता है बोनस

इस स्कीम में निवेश करने वालों को चार साल बाद लोन की सुविधा मिलती है. अगर किसी पॉलिसीधारक को इसे सरेंडर करना है, तो पॉलिसी के शुरू होने की तारीख के तीन साल बाद इसे सरेंडर कर सकता है. इस स्कीम में निवेश पर पांच साल के बाद बोनस भी मिलता है.

कितनी मिलेगी रकम

ग्राम सुरक्षा योजना के बारे में दी गई जानकारी के अनुसार, अगर कोई पात्र व्यक्ति इस स्कीम में हर महीने 1,500 रुपये यानी रोजाना महज 50 रुपये लगाता है तो उसे स्कीम के मैच्योर होने पर 35 लाख रुपये तक का रिटर्न मिल सकता है.

योजना के तहत अगर आप 19 साल की उम्र में 10 लाख रुपये की ग्राम सुरक्षा योजना खरीदते हैं, तो 55 साल के लिए आपको हर महीने 1,515 रुपये प्रीमियम भरना होगा. वहीं, 58 साल के लिए 1,463 रुपये और 60 साल के लिए 1,411 रुपये हर महीने जमा करने होंगे.

कब मिलती है पूरी रकम

एक निवेशक को 55 साल की अवधि में मैच्योरिटी पर 31,60,000 रुपये, 58 साल की मैच्योरिटी पर 33,40,000 रुपये और 60 साल में 34.60 लाख रुपये मिलेंगे. ग्राम सुरक्षा योजना के अंतर्गत ये रकम व्यक्ति के 80 वर्ष के होने पर उसको सौंप दी जाती है. वहीं अगर व्यक्ति की मृत्यु हो गई है, तो ये राशि व्यक्ति के कानूनी उत्तराधिकारी को मिलती है.

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