भावनात्मक व्यापारी

रुपये में गिरावट को ‘भावनात्मक’ नहीं तथ्यात्मक तरीके से देखें : दास
मुंबई, दो नवंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने घरेलू मुद्रा में मूल्यह्रास को ‘भावनात्मक’ तरीके से नहीं देखने को कहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा भू-राजनीतिक संकट के बाद से रुपये ने व्यवस्थित प्रदर्शन किया है।
दास की तरफ से यह बयान दरअसल रुपये में गिरावट को लेकर बहस के बीच आया है।
उन्होंने कहा कि अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में रुपये में कम गिरावट आई भावनात्मक व्यापारी है और वास्तव में अमेरिकी डॉलर को छोड़ कर अन्य मुद्राओं के मुकाबले इसमें मजबूती आई है।
दास ने बुधवार को यहां बैंकरों के वार्षिक एफआईबीएसी सम्मेलन में कहा, ‘‘इस गिरावट को बिना भावनाओं और पूरी तरह से तथ्यों के आधार पर देखना चाहिए।’’
आरबीआई प्रमुख ने कहा कि जापानी येन के मुकाबले रुपया 12.4 प्रतिशत, चीनी युआन के मुकाबले 5.9 प्रतिशत, पाउंड स्टर्लिंग की भावनात्मक व्यापारी तुलना में 4.6 प्रतिशत और यूरो के मुकाबले 2.5 प्रतिशत मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा भावनात्मक व्यापारी कि वैश्विक व्यापार में रुपये की हिस्सेदारी समग्र आर्थिक विकास और विशेष रूप से निर्यात से जुड़ी है।
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
रुपये में गिरावट को ‘भावनात्मक’ नहीं तथ्यात्मक तरीके से देखें : दास
मुंबई, दो नवंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने घरेलू मुद्रा में मूल्यह्रास को ‘भावनात्मक’ तरीके से नहीं देखने को कहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा भू-राजनीतिक संकट के बाद से रुपये ने व्यवस्थित प्रदर्शन किया है। दास की तरफ से यह बयान दरअसल रुपये में गिरावट को लेकर बहस के बीच आया है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में रुपये में कम गिरावट आई है और वास्तव में अमेरिकी डॉलर को छोड़ कर अन्य मुद्राओं के मुकाबले इसमें मजबूती आई है। दास ने बुधवार को यहां बैंकरों के वार्षिक एफआईबीएसी सम्मेलन
दास की तरफ से यह बयान दरअसल रुपये में गिरावट को लेकर बहस के बीच आया है।
उन्होंने कहा कि अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में रुपये में कम गिरावट आई है और वास्तव में अमेरिकी डॉलर को छोड़ कर अन्य मुद्राओं के मुकाबले इसमें मजबूती आई है।
दास ने बुधवार को यहां बैंकरों के वार्षिक एफआईबीएसी सम्मेलन में कहा, ‘‘इस गिरावट को बिना भावनाओं और पूरी तरह से तथ्यों के आधार पर देखना चाहिए।’’
आरबीआई प्रमुख ने कहा कि जापानी येन के मुकाबले रुपया 12.4 प्रतिशत, चीनी युआन के मुकाबले 5.9 प्रतिशत, पाउंड स्टर्लिंग की तुलना में 4.6 प्रतिशत और यूरो के मुकाबले 2.5 प्रतिशत मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार में रुपये की हिस्सेदारी समग्र आर्थिक विकास और विशेष रूप से निर्यात से जुड़ी है।
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लता मंगेशकर ने कुछ ऐसे निभाया बनारस के साड़ी व्यापारी से माँ-बेटे का भावनात्मक रिश्ता
बनारस शहर में गौरीगंज बाजार के पास एक दूकान है, क्यू आर टेक्सटाइल्स। इस दूकान के मालिक अरमान और रिज़वान अहमद नाम भावनात्मक व्यापारी के दो भाई हैं। दुकानदार अरमान से सुर साम्राज्ञी भारत रत्न स्वर्गीय लता मंगेशकर का भावनात्मक माँ-बेटे का रिश्ता है। आज अरमान अपनी रिस्ट वाच को बार-बार देखते हैं। उनके लिए यह दुनिया की सबसे कीमती घडी है। क्यूंकि यह घडी इनको लता मंगेशकर ने उपहार स्वरुप दी थी। साड़ियों का भुगतान भी लता जी करती थी, लेकिन इस भावनात्मक रिश्ते में अरमान ने एक भी चेक को कॅश नहीं करवाया बल्कि सबको लैमिनेट करा कर रख लिया।
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देश में भावनात्मक एकता का आधार हिंदुत्व
भास्कर न्यूज - अजमेर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के घोष में अलग-अलग वाद्य यंत्र बजाए जाते हंै। सभी वाद्य यंत्रों की ध्वनि, संचालन एवं रचना अलग-अलग होती है, लेकिन प्रत्येक स्वयंसेवक एक आधार स्वर को लेकर इसका अभ्यास करता है। यही कारण है कि समस्त वादक मिलकर मधुर सुर गुंजायमान करते हैं। जिस तरह घोष के वाद्यों में भिन्नता होती है लेकिन एक आधार स्वर इन्हें एकता के सूत्र में बांधता है।
उसी तरह देश में पंथ, भाषा, रीति-रिवाज, परंपराओं एवं रहन सहन में भी भिन्नता है। इन सबको एकसूत्र में बांधने वाला आधार स्वर हिंदुत्व है। यह देश में भावनात्मक एकता का आधार है। यह बात आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने रविवार को संघ के चित्तौड़ प्रांत के स्वर निनाद शिविर के समापन पर कही। उन्होंने कहा, संघ का एक ही ध्येय है भारत माता की जय। देश पर अनेक संकट हैं, इसके बावजूद विश्व हमारी ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है कि भारत विश्व की ताकत बन कर सामने आए, क्योंकि हमारा आदर्श है त्याग और सेवा। हमे दूसरे देशों को झुकाने के लिए वैभवशाली नहीं बनना है बल्कि दूसरों को भी अपने समान श्रेष्ठ बनाने के लिए विश्व शक्ति बनना है।
दो स्वयंसेवकों की बिगड़ी तबीयत
समापन समारोह में दो स्वयंसेवकों की तबीयत खराब होने पर साथी स्वयंसेवक उन्हें आयोजन स्थल से बाहर ले गए। व्यवस्था में लगे स्वयंसेवक इस बात पर नजर रख रहे थे। पूरे कार्यक्रम के दौरान वे मुस्तैद नजर आए।
पदाधिकारियों से की चर्चा
अजमेर प्रवास के दौरान संघ प्रमुख डॉ. मोहनराव भागवत ने स्वर निनाद समारोह के समापन से पूर्व चित्तौड़ प्रांत के तहसील एवं इससे ऊपर के पदाधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान डॉ.भागवत ने संघ की शाखाओं एवं स्वयं सेवकों के बारे में विस्तृत चर्चा की। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में संचालित शाखाओं सहित रात्रि शाखाओं के बारे में बातचीत की।
तीन दिन किया कड़ा अभ्यास
शिविर में 11 जिलों से आए घोष वादक स्वयंसेवकों ने घोष विशेषज्ञों के निर्देशन में कड़ा अभ्यास किया। उन्हें संघ के स्वयं सेवकों द्वारा तैयार की गई रचनाओं की ना केवल बारीकी बताई बल्कि उनके वादन की तकनीक की भी जानकारी दी । शिविर में 334 स्कूली छात्र, 105 कॉलेज स्तर के छात्र एवं शेष कर्मचारी, व्यापारी और अधिवक्ता शामिल थे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में यह अपने तरह का पहला आयोजन था जो सिर्फ घोष वादकों के लिए आयोजित किया गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चित्तौड़ प्रांत के स्वर निनाद शिविर का रविवार को समापन हुआ। इस अवसर पर पटेल मैदान में घोष वादकों ने प्रस्तुति दी। संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने समारोह को संबोधित किया।
समस्याओं के समाधान पर एकजुट हों
उन्होंने कहा कि नेताओं और महापुरुषों के माध्यम से भारत देश की समस्याएं समाप्त नहीं हो सकती। इसके लिए देश के सभी लोगों को आगे आना होगा। डॉ. भागवत ने बताया कि देश में 80 वर्षों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का काम चल रहा है। खुले मैदानों में संघ की शाखाएं संचालित की जाती है। शाखाओं में स्वयंसेवकों को शारीरिक, बौद्धिक एवं घोष वादन के माध्यम से साधना कराई जाती है। इन शाखाओं के माध्यम से देश को संगठित करने का काम किया जा रहा है। इन भावनात्मक व्यापारी आयोजनों का एक ही उद्देश्य है कि भारत माता की पूरे विश्व में जय-जयकार हो।
देश की सीमाएं तो हमारे पुरुषार्थ से छोटी-बड़ी होती रहती है, लेकिन राष्ट्र की संस्कृति नहीं बदलती है। यहां पर धनाढ्यों की नहीं बल्कि भामाशाहों की पूजा होती है। यहां पर देश की स्वाधीनता के भावनात्मक व्यापारी लिए लडऩे वाले महाराणा प्रताप को अपना संपूर्ण धन भेंट करने वाले भामाशाह वंदनीय हैं। हमारे भावनात्मक व्यापारी देश में लंगोटधारी संन्यासी पूज्यनीय है क्योंकि इनका आदर्श त्याग और सेवा है। हमारे यहां पितृ वचन के लिये राज्य को ठुकराने वाले राजा राम की भगवान के रूप में पूजा होती है। देश की स्वाधीनता के लिये लड़ रहे महाराणा प्रताप को अपना संपूर्ण धन भेंट करने वाले भामाशाह आदर के पात्र होते हंै।
राष्ट्र निर्माण में दें योगदान
डॉ. भागवत ने समारोह में उपस्थित स्वयंसेवकों और बाहर से आए लोगों से कहा कि देश के विकास में प्रत्येक व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए। इसके लिए संघ की शाखा भी एक माध्यम है। शाखा में होने वाले कार्यक्रमों की सराहना करने की बजाय उसका हिस्सा बनना भी जरूरी है। ऐसा होगा तभी हम समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। समापन समारोह में प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, विधायक अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी, किशनगढ़ विधायक भागीरथ चौधरी, केकड़ी विधायक शत्रुघ्न पाठक सहित अन्य नेता मौजूद थे।
राष्ट्र उत्थान में संघ की भूमिका
समारोह के मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ$ प्रमोद सारस्वत ने देश के समक्ष मौजूद समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्र के उत्थान में संघ ही प्रमुख भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि वाद्य यंत्र भारतीय संस्कृति की विरासत हैं। सारस्वत ने कहा कि सीमा पार सैनिकों के सिर कलम कर दिए जाते हैं लेकिन हम हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं। अब समय आ गया है कि ऐसा करने वालों को जबाव दिया जाए।
हैलीकॉप्टर कैमरे से गतिविधियां कैद
घोष वादकों के मुख्य समारोह को रिमोट से भावनात्मक व्यापारी संचालित हैलीकॉप्टर से कैद किया गया। कार्यक्रम के दौरान हैलीकॉप्टर दर्शकों में कौतुहल का विषय बना रहा। इसके माध्यम से पल-पल की गतिविधियों को कैमरे में कैद किया जा रहा था।
नकारात्मक व भावनात्मक वीडिया ने डालने की अपील
सोशल मीडिया पर नकारात्मक और भावनात्मक वीडियो डालने पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। बुधवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिला प्रशासन ने कहा है कि.
सोशल भावनात्मक व्यापारी मीडिया पर नकारात्मक और भावनात्मक वीडियो डालने पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। बुधवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिला प्रशासन ने कहा है कि नकारात्मक विडियो, न्यूज और सूचनाओं से समाज में विशेषकर युवाओं में मनोवैज्ञानिक दुष्प्रभाव पड़ता है। यह आदेश प्रशासन ने अग्निवीर नहीं बन पाने के बाद मल्लादेश के युवक द्वारा खुदकुशी से पहले डाली गई वीडियो वायरल होने के बाद दिए हैं।