समर्थन रणनीति

● जगविंदर सिंह जॉली, कांग्रेस 14 फरवरी 2000 से 13 फरवरी 2005
समर्थन रणनीति
स्ट्रैटेजी और बाजार
रेनहार्ड बोइगर
रणनीति और बाजार
"रणनीति, बाजार, ग्राहक, निवेश, तकनीकी अनुकूलन, लाभप्रदता विश्लेषण, सभी जुड़े हुए हैं, क्या आपने पहले कभी ऐसा देखा है?"
बुनियादी संरचना
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
मूल और लक्षित व्यावसायिक रणनीति और संभावित नए विकल्पों का संग्रह और विश्लेषण;
उत्पादन, बाजार और उत्पाद विवरण का संग्रह और विश्लेषण, मुख्य प्रतियोगियों सहित SWOT विश्लेषण (ग्राहक से इनपुट, चर्चा करने के लिए डेटा संग्रह विधि);
5YP (ग्राहक प्रकार, कांच बाजार, मानक बनाम अनन्य मॉडल और बहुत कुछ) की तुलना में महत्वपूर्ण निष्कर्षों की चर्चा।
समर्थन रणनीति
ग्लोबल फ्लेवर्स एंड फ्रेग्रेन्स कंपनी प्रमुख नियुक्तियों के साथ विश्वव्यापी रणनीति का समर्थन करती है
मेगन पॉलइलिनोइस के नॉर्थब्रुक में बेल के मुख्यालय में संवेदी वैज्ञानिक की भूमिका में पदोन्नत किया गया है। अपनी नई भूमिका में, मेगन सभी स्वाद प्रौद्योगिकी और आंतरिक सूत्र प्रबंधन परियोजनाओं के लिए संवेदी कार्य का नेतृत्व करेंगी। वह प्रमुख फ्लेवर और उत्पाद विकास प्रयासों का समर्थन करने के लिए फ्लेवर पैनल का नेतृत्व करना भी जारी रखेगी।
बेल में अपने कार्यकाल के दौरान, मेगन ने संवेदी उपभोक्ता विज्ञान अनुशासन के लिए परिणामों और प्रतिबद्धता के लिए मजबूत अभियान का प्रदर्शन किया है। प्रमुख उपलब्धियों में एफएमपी लेबल आवश्यकताओं के लिए संवेदी पैनलों का रणनीतिक नेतृत्व और फॉर्मूला प्रबंधन परियोजनाओं का चयन करना शामिल समर्थन रणनीति है। मेगन ने पैनल की स्थापना में दक्षता बढ़ाने के प्रयासों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और लैब प्रक्रियाओं के लिए एसओपी बनाया। वह अब कम्पसेंस और आर सॉफ्टवेयर में विषय वस्तु विशेषज्ञ हैं और 2022 के अंत तक संवेदी और उपभोक्ता विज्ञान में स्नातक प्रमाणपत्र पूरा करने की राह पर समर्थन रणनीति हैं।
भाजपा की रणनीति फेल, 10 साल बाद फिर कांग्रेस का कब्जा
पार्षद चुनाव होने के बाद से भी कांग्रेस बाड़ाबंदी कर अपने सभी पार्षदों को लेकर तीर्थ स्थल पर निकल गई। यह रणनीति उनकी सफल हो गई, गुपचुप तरीके से भाजपा के भी वोट तोडऩे में समर्थन रणनीति सफल रही। भाजपा के महज 10 पार्षद थे, बाद में दो बागियों का समर्थन लेकर संख्या 12 तक पहुंची, इसके बाद भी भाजपा की अध्यक्ष की उम्मीदवार मीना राजेश चौहान को महज 9 वोट मिले।
नेपानगर. नगर पालिका चुुनाव में कांग्रेस समर्थन रणनीति ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया। चौंका इसलिए दिया। क्योंकि महज 12 उम्मीदवार होने के बाद भी कांग्रेस की प्रत्याशी भारती विनोद पाटील ने 15 वोट हासिल किए। इस जीत के साथ कांग्रेस की दस साल बाद वापसी हो गई। जबकि भाजपा की पहले बागी उम्मीदवार रही सरला काटकर के समर्थन के बाद वह निर्विरोध उपाध्यक्ष चुनी गईं। पार्षद चुनाव होने के बाद से भी कांग्रेस बाड़ाबंदी कर अपने सभी पार्षदों समर्थन रणनीति को लेकर तीर्थ स्थल पर निकल गई। यह रणनीति उनकी सफल हो गई, गुपचुप तरीके से भाजपा के भी वोट तोडऩे में सफल रही। भाजपा के महज 10 पार्षद थे, बाद में दो बागियों का समर्थन लेकर संख्या 12 तक पहुंची, इसके बाद भी भाजपा की अध्यक्ष की उम्मीदवार मीना राजेश चौहान को महज 9 वोट मिले।