ट्रेडिंग शर्तें

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकउंट की आईडी मुहैया कराता. इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं. इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में ट्रेडिंग शर्तें इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.
अन्य विकल्पों के साथ हमारे मोबाइल ऐप पर आराम से ट्रेड करें.ट्रेडिंग शर्तें
पारदर्शिता और विश्वास के साथ, वैल्यू-आधारित प्रोडक्ट प्रदान किए जाते हैं.
डीमैट अकाउंट डिजिटल मोड पर ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है. यह स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने का पहला कदम है, विशेषकर अगर आप बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में ट्रेड करना चाहते हैं. डीमैट अकाउंट के साथ, आप कमोडिटी, इक्विटी और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करके फाइनेंशियल वेरिएबल के दौरान भी पैसे बना सकते हैं और उसे बढ़ा सकते हैं.
बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड आपको मुफ्त में अकाउंट खोलने की सुविधा देता है और किफायती सब्सक्रिप्शन प्लान में उपलब्ध कई ट्रेडिंग विकल्प प्रदान करता है. बीएफएसएल सुविधाजनक ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए पेपरलेस और आसान अकाउंट रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान करता है.
डीमैट अकाउंट में डिजिटल मोड में शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) आदि जैसी फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ होती हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना पहला चरण है. समय के साथ, महंगाई निवेशित पैसे की कीमत को कम करती है. स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने से आपको अपने पैसे को काम पर लगाने का और उसे सही तरीके से बढ़ाने का अनुकूल अवसर मिलता है. बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड के साथ आप ऑनलाइन मुफ्त* डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं.
5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग
इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. वायदा कारोबार में आप 30 हजार के भाव पर गोल्ड की एक लॉट खरीदते हैं. लेकिन सोने का भाव 1000 रुपये टूट जाता है और 29 हजार तक आ जाता है तो एक लॉट पर आपको एक लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं, ऑप्शन ट्रेडिंग में अगर आपने कॉल ऑप्शन खरीदा है तो 50 रुपये प्रति दस ग्राम प्रीमियम चुकाकर यह नुकसान घटकर सिर्फ 5000 रुपये रह जाता है.
फ्यूचर ट्रेडिंग से कैसे अलग है ऑप्शन ट्रेडिंग
फ्यूचर बाज़ार में हेजिंग का टूल नहीं है यानी इसमें सौदे को ओपन (खुला) छोड़ते हैं या फिर स्टॉपलॉस लगाते हैं . अगर स्टॉपलॉस लगाने पर उस स्तर पर सौदा खुद ही कट जाता है लेकिन नुकसान जरूर होता है. स्टॉपलॉस न लगाया तो नुकसान ट्रेडिंग शर्तें ज्यादा होता है. जबकि पुट ऑप्शन में खरीदे हुए सौदे को हेज कर सकते हैं. इसी तरह बिके हुए सौदे को कॉल ऑप्शन के जरिये नुकसान की सीमा को बांध सकते हैं.
ट्रेडिंग शर्तें
- सार्वजनिक सूचना - ऋण के लिए धोखाधड़ी प्रस्ताव के खिलाफ सावधानी
- प्रोफाइल
- विजन एवं मिशन
- कॉर्पोरेट परिचय
- संगठनात्मक ढांचा
- निदेशक मंडल
- अध्यक्ष का अभिभाषण
- हमारे ग्राहक
- नागरिक चार्टर
- पीएफसी की सहायक कंपनियां
- पीएफसी संयुक्त उद्यम
नेशनल पावर एक्सचेंज लिमिटेड
पावर एक्सचेंज के माध्यम से अल्पावधि ट्रेडिंग को बढ़ावा देने के लिए, वर्ष 2008-09 के दौरान पी. एफ. सी. ने एन.टी.पी.सी., एन.एच.पी.सी. और टी.सी.एस. के साथ मिलकर नेशनल ट्रेडिंग शर्तें पावर एक्सचेंज लिमिटेड (एन.पी.ई.एक्स.) को प्रोन्नत किया । 31 मार्च, 2012 तक पी.एफ.सी. की प्रदत्त इक्विटी की धारिता 16.66% है । एन.पी.ई.एक्स. ने पावर एक्सचेंज स्थापित करने के लिए सी.ई.आर.सी. से सैद्धांतिक रूप से अनुमोदन प्राप्त कर लिया है । इस एक्सचेंज को अपना प्रचालन अभी शुरू करना है । पावर एक्सचेंज विद्युत – ट्रेडिंग के लिए इलैक्ट्रॉनिक एक्सचेंज के रूप में देशभर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा । विद्युत – ट्रेडिंग के अतिरिक्त, एक्सचेंज द्वारा पारेषण क्लीयरेंस कार्य भी किया जाएगा ।