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कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश?

कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश?
Mutual Fund से भी होती है तगड़ी कमाई, 18 साल पहले जिन्होंने इस फंड में 10 लाख लगाया, आज है 2.5 करोड़ का मालिक
यह है एक करोड़ के फंड की कैलकुलेशन
अगर आप 10 साल की एसआईपी से एक करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना बना रहे हैं, तो आप एन्युअल स्टेप-अप को 20 फीसदी पर रख सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर (SIP calculator) के अनुसार, यहां 12 फीसदी वार्षिक रिटर्न के हिसाब से आपको 21,000 रुपये की मासिक एसआईपी (Monthly SIP) के साथ शुरुआत करनी होगी। मंथली एसआईपी 21,000 रुपये हो, अनुमानित एन्युअल रिटर्न रेट 12 फीसदी हो और एन्युअल स्टेप-अप 20 फीसदी हो और अवधि 10 वर्ष रखी जाए, तो एक करोड़ रुपये का फंड (Fund of 1 Crore) आप जमा कर सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर के अनुसार, दस वर्ष बाद कुल निवेश राशि 65,41,588 रुपये होगी और रिटर्न अमाउंट 38,34,556 रुपये होगा। इस तरह आपके पास 1,03,76,144 रुपये का फंड जमा हो जाएगा। इस तरह आप कम अवधि में ही करोड़पति बन सकते हैं।

जानिए क्यों है म्यूचुअल फंड्स आपके लिए फायदे का मौका, कैसे और कब लगाएं पैसा, पढ़ें सभी सवालों के जवाब

आप Mutual Fund ब्रोकर या फिर डिस्ट्रीब्यूटर के ऑफिस पहुंच कर ऑफ लाइन तरीके से निवेश कर सकते हैं। इसमें भी आपको फार्म भर कर केवाईसी की शर्तों को पूरा करना होगा। आप म्यूचुअल फंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर घर बैठे स्कीम में निवेश कर सकते हैं.

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। निवेश एक ऐसी प्रकिया है जिसकी योजना तो सभी बनाते हैं लेकिन इस पर समय से फैसला बेहद कम ही लोग ले पाते हैं. दरअसल निवेश को लेकर लोगों के मन में इतने सवाल होते हैं कि इनका जवाब तलाशते तलाशते वक्त हाथ से निकल जाता है. अगर आप भी Mutual Fund में निवेश करने की योजना बना रहे हैं लेकिन अपने ही सवालों से परेशान हैं तो आज हम आपके सामने ऐसे 4 सबसे ज्यादा उठने वाले सवालों के जवाब लेकर आएं हैं. इन्हें पढ़ें और इससे पहले कि निवेश का सही वक्त निकल जाए आप फैसला लें और अपनी मेहनत की कमाई से अपना भविष्य बना लें.

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क्यों करें म्यूचुअल फंड में निवेश?

ये सवाल सभी लोगों के दिमाग में सबसे पहले आता है। आप जानते ही हैं कि हर तरह के निवेश में कम या ज्यादा जोखिम रहता ही है, और निवेश पर रिटर्न इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितना जोखिम उठा रहे हैं. अक्सर ऊंचे रिटर्न के लालच में आम लोग अपनी बड़ी रकम गंवा देते हैं वहीं कुछ लोग रकम गंवाने के डर से बेहतर निवेश पाने की कोशिश ही नहीं करते और पारंपरिक निवेश विकल्पों में पैसा लगा देते हैं जो अक्सर बढ़ती महंगाई में नुकसान का सौदा बन जाते हैं। Mutual Fund आम निवेशकों के जोखिम को कम करता है और बेहतर रिटर्न देने की कोशिश करता है। म्यूचुअल फंड में आम लोग छोटी छोटी रकम से कम जोखिम के साथ निवेश की शुरुआत कर सकते हैं और आपके इस छोटे निवेश पर भी बाजार के एक एक्सपर्ट की लगातार नजर रहती है, जो पूरी कोशिश करता है कि आपका रिटर्न बाकी लोगों से ऊंचा रहे। वहीं निवेश क्यों करें, इस सवाल का जवाब पाने के लिए आप 5Paisa की भी मदद ले सकते हैं. 5paisa के एप या वेबसाइट पर जाकर आप म्यूचुअल फंड्स के प्रदर्शन पर नजर डाल सकते हैं वहीं इन स्कीम के फायदों की भी जानकारी ले सकते हैं. जिससे आपको ये समझने में काफी आसानी होगी कि एमएफ में क्यों निवेश किया जाना चाहिए .

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किस म्यूचुअल फंड स्कीम में करें निवेश?

इस सवाल का जवाब पाने के लिए पहले आपको ये तय करना होगा कि आप आने वाले समय में इस रकम से क्या करना चाहते हैं. दरअसल MF scheme कई तरह की होती हैं और वे अलग अलग रिटर्न के आधार पर प्लान की जाती. यानि आपको सुरक्षित लेकिन एफडी से बेहतर रिटर्न चाहिए तो डेट फंड आपके लिए हैं. वहीं आप कम समय में तेज कमाई करना चाहते हैं लेकिन मार्केट में उतरने से डरते हैं तो आपके लिए इक्विटी आधारित कई स्कीम मौजूद है। बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी यहां तक कि कुछ सालों बाद फॉरेन ट्रिप के लिए भी Mutual Fund की मदद ले सकते हैं। आपको करना ये है कि पहले अपना जोखिम लेने का स्तर चुने और फिर अपनी जरूरत का कैलकुलेशन करें और फिर बाजार में रिसर्च करें.या फिर आप बाजार के किसी काबिल जानकार की भी मदद ले सकते हैं जो आपको आपका लक्ष्य हासिल करने के लिए सबसे अच्छे विकल्प बताएगा। 5Paisa भी आपको आपकी जरूरतों और जोखिम के स्तरों के आधार पर एमएफ स्कीम चुनने में मदद करता है. जिससे आप अपना रिटर्न बढ़ा सकते हैं। ये एक डीआईवाई प्लेटफार्म है यानि यहां आप सिर्फ निवेश ही नहीं करते बल्कि निवेश, रणनीतियों कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? और बाजार को समझते और सीखते भी हैं जिसकी वजह से आप अपनी पूरी संतुष्टि के साथ फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हो जाते हैं।

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कब करें म्युचुअल फंड में निवेश?

MF scheme के रिटर्न पर नजर डालें तो निवेशकों को इसका असली फायदा लंबी अवधि में दिखता है.वहीं लंबी अवधि का नजरिया लेकर चलने पर आप बेहद छोटी रकम को बढ़ता हुआ भी देखते हैं. अगर आप 5 Paisa के म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर की मदद लेंगे तो आपको पता चलेगा कि कैसे लंबी अवधि में छोटी रकम बड़ी संपत्ति में बदल जाती है. और इससे आपको बाजार में समय पर निवेश के फायदे साफ दिखते हैं। बाजार के सभी जानकार मानते हैं कि म्यूचुअल फंड्स में इंश्योरेंस की तरह ही जितनी जल्दी हो निवेश की शुरुआत कर देनी चाहिए. दरअसल युवावस्था में खर्च सीमित किए जा सकते हैं. हालांकि जिम्मेदारी बढ़ने के साथ ये संभव नहीं होता। ऐसे में अगर आपकी नई जॉब लगी हो तो बेहतर है पहली सैलरी से मिठाई खरीदने के साथ एक mutual fund scheme में पैसा लगाना आपके लिए काफी फायदे का सौदा होगा। हालांकि आपने समय बीतने के साथ भी निवेश नहीं किया है तो भी जितनी जल्दी शुरुआत करने का फायदा उतना ज्यादा होगा।

कैसे करें म्युचुअल फंड में निवेश?

Mutual Fund में निवेश आप कई तरीकों से कर सकते हैं। आप जिस स्कीम में निवेश करना चाहते हैं उस स्कीम से जुड़े फंड हाउस में जाकर ऑफलाइन तरीके से निवेश कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहले अपनी और स्कीम की पूरी जानकारियों के साथ फॉर्म भरना होगा और केवाईसी की शर्तें पूरी करनी होगी साथ ही चेक या डीडी के जरिए भुगतान करना होगा, अगर आप एसआईपी ले रहें हैं तो आपको कैंसिल चेक देने होंगे।

आप Mutual Fund ब्रोकर या फिर डिस्ट्रीब्यूटर के ऑफिस पहुंच कर ऑफ लाइन तरीके से निवेश कर सकते हैं। इसमें भी आपको फार्म भर कर केवाईसी की शर्तों को पूरा करना होगा। आप म्यूचुअल फंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर घर बैठे स्कीम में निवेश कर सकते हैं. यहां आपको ई-केवाईसी के लिए डाक्यूमेंटस अपलोड करने होंगे. पैसों का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है। आप इसी तरह ब्रोकर की वेबसाइट पर भी जाकर निवेश कर सकते हैं।

कई fund house और broker app निवेश की सुविधा भी देती हैं. इसमें आपको एप डाउनलोड कर eKYC की शर्तों को पूरा करना होगा। 5paisa भी एक ऐसा ही ऐप है। जिसके जरिए शेयर बाजार और Mutual Fund में पैसा लगाने और निकलाने की सुविधा मिलती है. 5paisa देश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला डिस्काउंट ब्रोकर ऐप है. एक करोड़ से ज्यादा लोग इस ऐप के साथ जुड़ चुके हैं. इसकी एक और खासियत है. यहां म्यूचुअल फंड में निवेश पर कोई कमीशन नहीं देना होता है। तो अब ज्यादा का सोचना फोन उठाएं और जुड़ जाएं।

Mutual Fund में कैसे मिलेगा दमदार रिटर्न? निवेश से पहले जान लीजिए कुछ कॉमन सवालों के जवाब

Mutual Fund Investment tips: म्‍यूचुअल फंड में निवेश आज के समय में काफी आसान है. कई ऐसे अप्‍लीकेशन और डिजिटल प्‍लेटफॉर्म हैं, जहां ऑनलाइन KYC पूरी कर निवेश शुरू किया जा सकता है. इसमें निवेशक महज 100 रुपये की SIP (सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) से भी निवेश शुरू कर सकते हैं.

Mutual Fund Investment: बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद म्‍यूचुअल फंड में निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है. मार्च 2022 के दौरान इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स (Mutual Fund) में रिकॉर्ड 28,463 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ. यह इक्विटी फंड्स का ऑल टाइम हाई निवेश है. एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में लगातार 13वें महीने इक्विटी फंड्स में निवेश आया. म्‍यूचुअल फंड में निवेश आज के समय में काफी आसान है. कई ऐसे अप्‍लीकेशन और डिजिटल प्‍लेटफॉर्म हैं, जहां ऑनलाइन KYC पूरी कर निवेश शुरू किया जा सकता है. इसमें निवेशक महज 100 रुपये की SIP (सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. हालांकि, म्‍यूचुअल फंड में निवेश को लेकर कई तरह के ऊहापोह दिमाग में चलते हैं, जैसेकि रेग्‍युलर प्‍लान में जाएं या डायरेक्‍ट निवेश करें. एडलवाइस वेल्‍थ मैनेजमेंट के प्रेसिडेंट एंड हेड (पर्सनल वेल्‍थ) राहुल जैन से म्‍यूचुअल फंड में निवेश से पहले के कॉमन सवालों के जवाब जानते हैं.

डायवर्सिफाइड या कन्‍संट्रेटेड स्‍कीम

कुछ फंड्स का पोर्टफोलियो 50-60 कंपनियों में फैला होता है. जबकि, कुछ स्‍कीम्‍स का काफी कॉम्‍पैक्‍ट होता है, उनके पोर्टफोलियो में 25-30 स्‍टॉक्‍स ही होते हैं. एक कन्‍संट्रेटेड पोर्टफोलियो बाजार की रैली में रिटर्न बढ़ा सकता है, लेकिन एक डायवर्सिफाइड फंड मार्केट की गिरावट में मुनाफे को प्रोटेक्‍ट करता है. बतौर निवेशक, आपको डायवर्सिफाइड फंड्स में अपनी कोर होल्डिंग रखनी चाहिए. साथ ही कन्‍संट्रेटेड फंड में अपना कुछ निवेश सप्‍लीमेंट्री तौर पर करना चाहिए. इस स्‍ट्रैटजी से आपको मार्केट की तेजी और गिरावट दोनों ही स्थिति के लिए आपका पोर्टफोलियो बेहतर साबित होगा.

डायरेक्‍ट प्‍लान या रेग्‍युलर प्‍लान

सभी म्‍यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में डायरेक्‍ट और रेग्‍युलर वेरिएंट्स हैं. डायरेक्‍ट प्‍लान में कोई इंटरमीडियरी नहीं होता है. इसलिए एक्‍सपेंश रेश्‍यो कम होता है. वहीं, रेग्‍युलर प्‍लान इससे अलग होता है. इसमें एक्‍सपेंस रेश्‍यो ज्‍यादा हाता है, क्‍योंकि उसमें इंटरमीडियरीज शामिल होता है. लॉन्‍ग टर्म में कम एक्‍सपेंश रेश्‍यो हायर रिटर्न ट्रांसलेट होता कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? है. इसके साथ ही कम्‍पाउंडिंग के चलते लो एक्‍सपेंश रेश्‍यो से डायरेक्‍ट प्‍लान में गेन्‍स ज्‍यादा होता है. हालांकि, डायरेक्‍ट प्‍लान में तभी निवेश करना चाहिए, जब आपको मार्केट की समझ अच्‍छी हो और मार्केट के टर्म को अच्‍छी तरह समझते है. वर्ना, रेग्‍युलर प्‍लान में निवेश करना चाहिए.

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एक्टिव या पैसिव फंड्स

एक्टिव फंड्स अपने बेंचमार्क इंडेक्‍स से बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं. दूसरी ओर, पैसिव फंड्स बामुश्किल से अपने बेंचमार्क इंडेक्‍स के बराबर रिटर्न दे पाते हैं. एक्टिव फंड्स की फीस ज्‍यादा होती है, जबकि पैसिव फंड्स में फंड मैनेजर्स की जरूरत नहीं होती है. अगर सबकुछ ठीक रहता है, तो एक्टिव फंड्स बेहतर रिटर्न दे सकते हैं. हालांकि, जब मार्केट कंडीशन बेहतर न हो, तो इनका रिटर्न बेंचमार्क इंडेक्‍स से कम रहता है. हालांकि, इस कौन-सा फंड चुनें इस बात का फैसला आपके इन्‍वेस्‍टमेंट गोल पर तय होता है.

अगर आप दमदार रिटर्न जेनरेट करना चाहते हैं तो एक्टिव फंड चुनें. दूसरी ओर, अगर आप किसी इंडेक्‍स के बराबर परफॉर्मेंस चाहते हैं, तो पैसिव फंड बेहतर ऑप्‍शन हैं. डायवर्सिफिकेशन के लिए निवेशक को पोर्टफोलियो में एक्टिव और पैसिव दोनों ही फंड रखने चाहिए.

बड़ा या छोटा फंड

फंड कितना बड़ा है या छोटा, यह कोई मायने नहीं रखता है. इसकी बजाय निवेश से पहले लॉन्‍ग टर्म में फंड की परफॉर्मेंस कैसी रही है, इसका एनॉलसिस जरूर करना चाहिए. अगर काई फंड लंबी अवधि में हाई रिस्‍क एडजस्‍टेड रिटर्न देता है, तो वह निवेश के लिए बेहतर च्‍वाइस हो सकता है. दूसरी ओर, अगर फंड का लॉन्‍ग टर्म रिटर्न अच्‍छा नहीं है, तो उसमें निवेश से बचना चाहिए. कई ऐसी स्‍माल म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स है, जिनकी परफॉर्मेंस बड़े फंड्स से बेहतर रही है.

ओपन या क्‍लोज-एंडेड फंड्स

अगर आप किसी ओपन-एंडेड म्‍यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो आप किसी भी समय एंट्री या एग्जिट कर सकते हैं. आप जरूरत पर आसानी से आंशिक रूप से निकासी कर सकते हैं या अपना निवेश अमाउंट बढ़ा सकते हैं. हालांकि, क्‍लोज-एंडेड फंड्स में आप ऐसा नहीं कर सकते हैं. इसमें निवेशकों को एकमुश्‍त निवेश करना होता है.

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला लेने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

How to become Rich : सिर्फ 10 साल में आप बन जाएंगे करोड़पति, म्यूचुअल फंड में इस तरह करना होगा निवेश

How to become Rich : एक्सपर्ट्स वेतनभोगी कर्मचारियों (Salaried) को अपनी पहली सैलरी से ही निवेश (Investment) करने की सलाह देते हैं। इससे आप कम उम्र में एक अच्छा फंड तैयार कर सकते हैं। अगर आप सबसे अधिक रिटर्न चाहते हैं, तो इक्विटी में निवेश (Equity Investment) कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एसआईपी (SIP) के माध्यम से ऐसा करना काफी आसान है।

How to become Crorepati

इक्विटी म्यूचुअल फंड आपको बना सकता है करोड़पति

हाइलाइट्स

  • म्यूचुअल फंड में निवेश करके भी आप बन सकते हैं करोड़पति
  • इक्विटी म्यूचुअल फंड में मिलेगा बेहतर रिटर्न
  • एन्युअल स्टेप-अप के जरिए बढ़ाएं अपना निवेश

इस तरह बढ़ाएं अपना निवेश
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप 10 वर्षों का लक्ष्य लेकर भी चल सकते हैं। इन दस वर्षों के निवेश से आप एक करोड़ रुपये का फंड जमा कर सकते हैं। इस टार्गेट को पाने के लिए आप मंथली एसआईपी में एन्युअल स्टेप-अप (Annual Step-up) का उपयोग कर सकते हैं। स्टेप-अप एसआईपी का एक ऐसा फीचर है, जो एसआईपी में आपके योगदान को एक विशेष अवधि के बाद बढ़ा देता है। आप हर साल अपनी एसआईपी की राशि में कुछ फीसदी की बढ़ोतरी कर सकते हैं। इस तरह आप अपनी आय में सालाना इंक्रीमेंट ( Yearly Increments) और अपने वित्तीय गोल (Financial Goals) के अनुसार एसआईपी की राशि में बढ़ोतरी कर सकते हैं।

Mutual Fund से भी होती है तगड़ी कमाई, 18 साल पहले जिन्होंने इस फंड में 10 लाख लगाया, आज है 2.5 करोड़ का मालिक
यह है एक करोड़ के फंड की कैलकुलेशन
अगर आप 10 साल की एसआईपी से एक करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना बना रहे हैं, तो आप एन्युअल स्टेप-अप को 20 फीसदी पर रख सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर (SIP calculator) के अनुसार, यहां 12 फीसदी वार्षिक रिटर्न के हिसाब से आपको 21,000 रुपये की मासिक एसआईपी (Monthly SIP) के साथ शुरुआत करनी होगी। मंथली एसआईपी 21,000 रुपये हो, अनुमानित एन्युअल रिटर्न रेट 12 फीसदी हो और एन्युअल स्टेप-अप 20 फीसदी हो और अवधि 10 वर्ष रखी जाए, तो एक करोड़ रुपये का फंड (Fund of 1 Crore) आप जमा कर सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर के अनुसार, दस वर्ष बाद कुल निवेश राशि 65,41,588 रुपये होगी और रिटर्न अमाउंट 38,34,556 रुपये होगा। इस तरह आपके पास 1,03,76,144 रुपये का फंड जमा हो जाएगा। इस तरह आप कम अवधि में ही करोड़पति बन सकते हैं।

दिवाली कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? पर कीजिए म्यूचुअल फंड में निवेश का शुभारंभ, जानिए कहां खोलें अकाउंट और कैसे करें शुरुआत?

आज इंडिया टीवी पैसा की टीम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आया है। यहां आपको म्यूचअल फंड में निवेश की शुरुआत करने से लेकर सभी जानकारियां आसानी से मिल जाएंगी।

Edited by: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Updated on: October 23, 2021 16:06 IST

दिवाली पर कीजिए. - India TV Hindi

दिवाली पर कीजिए म्यूचुअल फंड में निवेश का शुभारंभ, जानिए कहां खोलें अकाउंट और कैसे करें शुरुआत?

भारतीय शेयर बाजार हर दिन नए रिकॉर्ड गढ़ रहा है। इसी हफ्ते सेंसेक्स 62000 का स्तर छूकर वापस लौटा है। अखबारों में छपने वाली इन मुनाफेभरी खबरों के बीच अब आम भारतीयों को भी बाजार पहले से अधिक लुभाने लगा है। लेकिन जहां अधिकतर लोगों को बाजार में निवेश को लेकर जानकारी नहीं है। वहीं अपनी छोटी कमाई पर दांव लगाने वाले नए निवेशकों के लिए उतार चढ़ाव से भरे बाजार में पैसे लगाना खतरों से खाली नहीं है। हालांकि यह भी ठीक नहीं है कि आप हाथ पर हाथ रखे दुनिया को मुनाफा उठाते देखते रहें।

यदि आप युवा हैं और आपमें जोखिम लेने की क्षमता है तो लाभ के समंदर के किनारे बैठे रहना समझदारी भी नहीं है।

बाजार के इन खतरों को कम करते हुए निवेश का आसान उपाय है म्यूचुअल फंड। आप जैसे किसी बैं;क की एफडी या पोस्टऑफिस स्कीम में निवेश करते हैं ठीक वैसे ही म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर सकते हैं। यहां आप बाजार में सीधे पैसा नहीं कमाते, बल्कि आपकी ओर से बाजार के जानकार पैसा लगाते हैं। न तो आपको शेयर बाजार के रोज के उतार चढ़ाव पर नजर रखनी होती है और न हीं एक साथ ढेर सारा पैसा लगाना होता है। आप मात्र 500 रुपये की एसआईपी यानि हर महीने एक निश्चित रकम लगाकार शुरुआत कर सकते हैं।

आज इंडिया टीवी पैसा की टीम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आई है। यहां आपको म्यूचअल फंड में निवेश की शुरुआत करने से लेकर सभी जानकारियां आसानी से मिल जाएंगी।

क्या होता है म्यूचुअल फंड (What is Mutual Funds)

म्यूचुअल फंड जैसा कि इसके नाम से पता चल रहा है कि एक फंड में कई लोगों का पैसा लगाया जाता है। मान लीजिए आप म्यूचुअल फंड कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? में पैसा लगाते हैं तो फंड कंपनी आपके पैसे से अलग अलग कंपनियों के शेयर खरीदती हैं। जब इन कंपनियों के शेयर बढ़ते या घटते हैं तो आपको उसी के हिसाब से नफा या नुकसान होता है। यहां आप सीधे पैसे नहीं लगाते हैं। आपकी ओर से अनुभवी फंड मैनेजर कंपनी की बैलेंस शीट और अन्य आंकड़े देखकर मजबूत शेयरों में पैसा लगाते हैं।

म्यूचुअल फंड में क्या फायदा है?

आप जो पैसा निवेश करते हैं उससे म्यूचुअल फंड कंपनियां शेयर, बॉन्ड और कई अन्य वित्तीय उपकरण खरीदती हैं। परिणामस्वरूप, व्यक्ति म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करके, विभिन्न उपकरणों में निवेश कर सकते हैं। इसका फायदा यह होता है कि आपका पैसा एक जगह नहीं लगाया जाता। मान लीजिए कि आपको शेयरों में नुकसान हुआ और बॉण्ड में फायदा तो आपका नुकसान की संभावना बहुत कम होगी।

कैसे खुलवाएं खाता

पहले करवाएं केवाइसी

म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना इतना आसान और सरल हो गया है कि कोई व्यक्ति निवेश करने के बारे में सोच सकता है। म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को अपना केवाईसी पूरा करना होगा जो एक बार की प्रक्रिया है। केवाईसी का मतलब है कि आपको अपनी जानकारी देनी होगी, आपका आधार और पैनकार्ड इसमें मदद करते हैं। केवाईसी सत्यापन पूरा करने में आपकी मदद करने के लिए आप किसी डिस्ट्रिब्यूटर या निवेश सलाहकार के पास जा सकते हैं या आप ऑनलाइन ई.केवाईसी कर सकते हैं।

कहां खरीद सकते हैं म्युचुअल फंड

केवाईसी सत्यापन के बाद निवेश करने के लिए तैयार होने पर, आप किसी म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर, रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार, स्टॉक मार्केट ब्रोकर या बैंक जाकर भी म्युचुअल फंड खरीद सकते हैं। ऑनलाइन के जमाने में आप सीधे कंपनी की वेबसाइट पर जाकर फंड चुन सकते हैं।

सलाहकार के साथ शुरुआत करना बेहतर

सीधे निवेश करने या किसी डिस्ट्रिब्यूटर के माध्यम से निवेश करने के बीच चुनाव आपका फैसला है। अगर आपको खुद अपने निवेश करना पसंद है, तो आप बेशक फंड की वेबसाइट या किसी ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। लेकिन अगर आप सलाह लेना चाहते हैं या आपको निवेश करने में मदद की ज़रूरत है, तो आप किसी प्रतिनिधि के माध्यम से निवेश कर सकते हैं, जैसे डिस्ट्रिब्यूटर, निवेश सलाहकार या बैंक आदि।

म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?

म्यूचुअल फंड तीन प्रकार होते हैं- इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड।इक्विटी फंड सीधे शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं। वहीं डेट फंड आपका पैसा कंपनियों द्वारा जारी ऋणपत्रों में पैसा लगाते हैं। यह इक्विटी के मुकाबले कम जोखिम भरा होता है। वहीं तीसरे हाइब्रिड फंड में इक्विटी और डेट दोनों का समावेश होता है। इसके अलावा ओपन एंडेड फंड, क्लोज एंडेड फंड, सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड, पैसिवली मैनेज्ड फंड।

म्यूचुअल फंड कैसे काम करता है?

इसमें निवेशक एकमुश्त रकम फंड में लगाते हैं। इसके बाद एक तय समय अंतराल पर उस स्कीम से थोड़ा-थोड़ा निवेश इक्विटी स्कीम में ट्रांसफर करते रहते हैं। डेट फंड में एकमुश्त पैसा लगाने से सुरक्षित रिटर्न मिलता रहता है, वहीं एक तय अवधि में आपका पैसा धीरे धीरे ज्‍यादा रिटर्न देने वाली इक्विटी स्कीम में ट्रांसफर हो जाता है।

अत में. क्या म्यूचुअल फंड सही है?

छोटी अवधि में केवल ज्यादा रिटर्न के लिए इनमें निवेश करने पर आप नुकसान उठा सकते हैं। इनके साथ बहुत ज्‍यादा जोखिम होता है। नए निवेशकों को इन स्‍कीमों में पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है। मल्टीकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों का सुझाव अक्सर उन निवेशकों को दिया जाता रहा है जो निवेश के साथ थोड़ा जोखिम ले सकते हैं।

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